विश्व आर्थिक मंच
स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस
विश्व आर्थिक मंच (WEF) द्वारा 15 जनवरी से 19 जनवरी, 2024 तक स्विट्ज़रलैंड के दावोस में अपनी वार्षिक बैठक का आयोजन किया जा रहा है।
विश्व आर्थिक मंच (WEF) से संबंधित प्रमुख तथ्य क्या हैं?
- परिचय: WEF सार्वजनिक-निजी सहयोग के लिये अंतर्राष्ट्रीय संगठन है। यह फोरम/मंच वैश्विक, क्षेत्रीय और उद्योग एजेंडा को आयाम देने के लिये समाज के अग्रणी राजनीतिक, व्यावसायिक, सांस्कृतिक और अन्य अभिकर्त्ताओं को शामिल करता है।
- इसका मुख्यालय जिनेवा, स्विट्ज़रलैंड में है।
- स्थापना: मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पृष्ठभूमि और हार्वर्ड से लोक प्रशासन में मास्टर डिग्री वाले जर्मन प्रोफेसर क्लॉस श्वाब ने वर्ष 1971 में WEF की स्थापना की, जिसे मूल रूप से यूरोपीय प्रबंधन मंच (European Management Forum) के रूप में जाना जाता था।
- उन्होंने "हितधारक पूंजीवाद" की अवधारणा पेश की।
- श्वाब के अनुसार, "यह पूंजीवाद का एक रूप है जिसमें कंपनियाँ न केवल शेयरधारकों के लिये अल्पकालिक लाभ का अनुकूलन करती हैं, बल्कि अपने सभी हितधारकों और बड़े पैमाने पर समाज की ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए दीर्घकालिक मूल्य निर्माण पर भी ध्यान केंद्रित करती हैं।"
नोट: यूरोपीय प्रबंधन मंच चीन के आर्थिक विकास आयोगों के साथ साझेदारी शुरू करने वाली पहली गैर-सरकारी संस्था थी, जिसने चीन में आर्थिक सुधार नीतियों को बढ़ावा दिया।
- विकास: वर्ष 1973 की घटनाओं अर्थात् ब्रेटन वुड्स निश्चित विनिमय दर तंत्र के पतन एवं अरब-इज़रायल युद्ध के कारण, वार्षिक बैठक ने प्रबंधन से लेकर आर्थिक और सामाजिक मुद्दों तक अपना ध्यान केंद्रित किया।
- दो वर्ष बाद, संगठन ने विश्व की 1,000 अग्रणी कंपनियों के लिये सदस्यता की एक प्रणाली शुरू की।
- वर्ष 1987 में, यूरोपीय प्रबंधन मंच औपचारिक रूप से विश्व आर्थिक मंच बन गया जिसने संवाद के लिये एक मंच प्रदान करने हेतु अपने दृष्टिकोण को व्यापक बनाने की मांग की।
- वर्ष 2015 में, मंच को औपचारिक रूप से एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन के रूप में मान्यता दी गई थी।
- वित्तपोषण: यह मुख्य रूप से साझेदार निगमों द्वारा समर्थित है तथा अमूमन इसका वार्षिक टर्नओवर 5 बिलियन अमरीकी डॉलर से अधिक होता है।
- दावोस में वार्षिक बैठक: दावोस में आयोजित 500 सत्रों में वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करने के लिये लगभग 3,000 प्रतिभागी (भुगतान करने वाले सदस्यों व आमंत्रित अतिथियों सहित) भाग लेते हैं। प्रतिभागियों में निवेशक, व्यापारिक नेता, राजनीतिक नेता, अर्थशास्त्री, मशहूर हस्तियाँ इत्यादि शामिल होते हैं।
- WEF में प्रमुख राजनयिक क्षण:
- कोरियाई कूटनीति: उत्तर तथा दक्षिण कोरिया द्वारा दावोस में पहली मंत्री स्तरीय बैठक की गई थी।
- जर्मनी का पुनः एकीकरण (1989): पूर्वी जर्मन प्रधानमंत्री तथा जर्मन चांसलर द्वारा पुनः एकीकरण पर चर्चा के लिये WEF में मुलाकात की गई थी।
- दक्षिण अफ्रीकी कीर्तिमान (1992): दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति डी क्लार्क, नेल्सन मंडेला तथा ज़ुलु राजकुमार मैंगोसुथु बुथेलेज़ी ने दक्षिण अफ्रीका के अतिरिक्त पहली बार संयुक्त रूप से अपनी उपस्थिति दर्ज की, जो देश के राजनीतिक परिवर्तन में एक महत्त्वपूर्ण मील का पत्थर था।
- G20 की उत्पत्ति (1998): WEF ने प्रमुख विकासशील देशों को शामिल करने की आवश्यकता पर ज़ोर दिया। अतः G20 की अवधारणा अस्तित्व में आई जो प्रारंभ में वित्त मंत्रियों तक सीमित थी।
- WEF की चर्चाओं से अस्तित्व में आया G20 एक शिखर सम्मेलन के रूप में विकसित हुआ।
- प्रमुख रिपोर्ट: WEF नियमित रूप से विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त रिपोर्ट प्रकाशित करता है जिसमें वैश्विक प्रतिस्पर्द्धात्मकता रिपोर्ट तथा वैश्विक लैंगिक अंतराल रिपोर्ट, ऊर्जा संक्रमण सूचकांक, वैश्विक जोखिम रिपोर्ट, वैश्विक यात्रा एवं पर्यटन रिपोर्ट शामिल हैं।
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्नप्रीलिम्स:प्रश्न. निम्नलिखित में से कौन-सा विश्व के देशों के लिये 'सार्वभौमिक लैंगिक अंतराल सूचकांक' का श्रेणीकरण प्रदान करता है? (2017) (a) विश्व आर्थिक मंच उत्तर: (a) प्रश्न. निम्नलिखित में से कौन विश्व आर्थिक मंच का संस्थापक है? (2009) (a) क्लॉस श्वाब उत्तर: (a) प्रश्न. वैश्विक प्रतिस्पर्द्धात्मकता रिपोर्ट किसके द्वारा प्रकाशित की जाती है? (2019) (a) अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष उत्तर: (c) |
केप वर्ड को मलेरिया-मुक्त देश घोषित किया गया
स्रोत: डाउन.टू.अर्थ
हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization- WHO) ने केप वर्ड को मलेरिया मुक्त देश घोषित किया है।
- केप वर्ड वर्तमान में मॉरीशस तथा अल्जीरिया के साथ अफ्रीकी क्षेत्र में WHO द्वारा प्रामाणित मलेरिया मुक्त होने वाला तीसरा देश बन गया है।
मलेरिया उन्मूलन प्रमाणन प्रक्रिया क्या है ?
- परिचय:
- WHO द्वारा किसी देश को मलेरिया-मुक्त का प्रमाण तब दिया जाता है जब वह कम-से-कम 3 वर्षों तक संपूर्ण देश में मलेरिया के संचरण में रोकथाम दर्शाता है तथा उसके पास स्वदेशी संचरण के पुनः संचरित होने की स्थिति में उसकी रोकथाम करने वाली कार्यात्मक निगरानी एवं प्रतिक्रिया प्रणाली होती है।
- वैश्विक स्थिति:
- दक्षिण पूर्व एशियाई क्षेत्र: मालदीव (2015) तथा श्रीलंका (2016) को WHO द्वारा मलेरिया मुक्त प्रामाणित किया गया है।
- भारत को मलेरिया-मुक्त प्रामाणित नहीं किया गया है।
- वर्तमान में WHO ने 43 देशों तथा 1 क्षेत्र को 'मलेरिया-मुक्त' प्रमाणन प्रदान किया है।
- दक्षिण पूर्व एशियाई क्षेत्र: मालदीव (2015) तथा श्रीलंका (2016) को WHO द्वारा मलेरिया मुक्त प्रामाणित किया गया है।
मलेरिया क्या है?
- मलेरिया मच्छर जनित एक जानलेवा रक्त रोग है जो प्लाज़्मोडियम परजीवियों के कारण होता है।
- 5 प्लाज़्मोडियम परजीवी प्रजातियाँ हैं जो मनुष्यों में मलेरिया का कारण बनती हैं और इनमें से 2 प्रजातियाँ– पी. फाल्सीपेरम (P. falciparum) और पी. विवैक्स (P. vivax), सबसे बड़ा खतरा उत्पन्न करती हैं।
- मलेरिया मुख्य रूप से अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका और एशिया के उष्णकटिबंधीय एवं उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाया जाता है।
- मलेरिया संक्रमित मादा एनोफिलीज़ मच्छर के काटने से फैलता है।
- किसी संक्रमित व्यक्ति को काटने के बाद मच्छर संक्रमित हो जाता है। इसके बाद मलेरिया परजीवी उस व्यक्ति के रक्तप्रवाह में प्रवेश कर जाते हैं जिसे वह संक्रमित मच्छर काटता है। परजीवी यकृत तक पहुँचते हैं, परिपक्व होते हैं और फिर लाल रक्त कोशिकाओं को संक्रमित करते हैं।
- मलेरिया के लक्षणों में बुखार और फ्लू जैसी बीमारी शामिल हैं, जिसमें कंपकंपी वाली ठंड, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द तथा थकान शामिल है। विशेष रूप से, मलेरिया का इलाज और इसकी रोकथाम दोनों संभव है।
मलेरिया से संबंधित पहल क्या हैं?
- वैश्विक:
- भारत:
- मलेरिया उन्मूलन के लिये राष्ट्रीय ढाँचा 2016-2030
- राष्ट्रीय वेक्टर-जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम
- राष्ट्रीय मलेरिया नियंत्रण कार्यक्रम (NMCP)
- हाई बर्डन टू हाई इम्पैक्ट (HBHI) पहल
- मलेरिया उन्मूलन अनुसंधान गठबंधन-भारत (MERA-India)
केप वर्डे के संबंध में प्रमुख बिंदुक्या हैं?
- भौगोलिक स्थिति:
- केप वर्डे के नाम से जाना जाने वाला यह अफ्रीका के पश्चिमी तट पर स्थित द्वीपों का एक समूह है।
- यह सेनेगल के पास स्थित है और अफ़्रीकी महाद्वीप का निकटतम बिंदु है।
- द्वीपसमूह संरचना:
- देश दस द्वीपों और पाँच टापूओं से बना है।
- इन्हें दो मुख्य समूहों में विभाजित किया गया है, पवनमुखी द्वीप (बारलावेंटो) और पवनविमुख द्वीप (सोटावेंटो)।
- जनसंख्या:
- केप वर्डे में अधिकांश आबादी मिश्रित यूरोपीय और अफ्रीकी मूल की है।
- इस मिश्रित विरासत के लोगों को अक्सर "मेस्टिको" या "क्रिओलो" कहा जाता है।
- पूंजी:
- केप वर्डे की राजधानी प्राएया (Praia) है।
- भाषा:
- पुर्तगाली आधिकारिक भाषा है।
- केप वर्डीन क्रियोल या केवल क्रियोल, भी व्यापक रूप से बोली जाती है और इसे सांस्कृतिक पहचान का एक महत्त्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है।
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्नप्रिलिम्स:प्रश्न. क्लोरोक्वीन जैसी दवाओं के लिये मलेरिया परजीवी के व्यापक प्रतिरोध ने मलेरिया से निपटने हेतु एक मलेरिया वैक्सीन विकसित करने के प्रयासों को प्रेरित किया है। एक प्रभावी मलेरिया टीका विकसित करना कठिन क्यों है? (2010) (a) मलेरिया प्लाज़्मोडियम की कई प्रजातियों के कारण होता है। उत्तर: (b) |
NHAI की 'एक वाहन, एक फास्टैग' पहल
स्रोत: पी.आई.बी.
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने 'एक वाहन, एक फास्टैग' पहल शुरू की है, जिसका उद्देश्य कई वाहनों के लिये एकल FASTag का उपयोग करने या किसी विशेष वाहन के लिये कई फास्टैग (FASTag) को जोड़ने के उपयोगकर्त्ता व्यवहार को हतोत्साहित करना है।
- NHAI द्वारा FASTag उपयोगकर्त्ताओं को RBI दिशानिर्देशों के अनुसार KYC अपडेट करके अपने नवीनतम FASTag की 'अपने ग्राहक को जानें' (Know Your Customer- KYC) प्रक्रिया को पूरा करने के लिये भी प्रोत्साहित किया जा रहा है।
- वैध बैलेंस लेकिन अपूर्ण KYC वाले FASTag को 31 जनवरी, 2024 के बाद बैंकों द्वारा निष्क्रिय/ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा।
फास्टैग (FASTag) क्या है?
- परिचय: FASTag एक साधन/उपकरण है जो गतिशील वाहन को निर्बाध रूप से सीधे टोल भुगतान करने के लिये रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) तकनीक का उपयोग करता है।
- NHAI ने FASTag की उपलब्धता को सुविधाजनक बनाने के लिये दो मोबाइल ऐप - MyFASTag और FASTag पार्टनर लॉन्च किये।
- टैग जारी होने की तारीख से 5 वर्ष के लिये वैध है जो 7 अलग-अलग रंग कोड में आता है।
- FASTag के लाभ:
- सड़क उपयोगकर्त्ताओं के लिये:
- टोल प्लाज़ा के माध्यम से लगभग निर्बाध आवाजाही सुनिश्चित हुई।
- टोल/पथकर शुल्क हेतु कैशलेस भुगतान की सुविधा।
- यातायात की भीड़ कम हुई तथा आवागमन का में लगने वाला समय कम हुआ।
- टोल संचालक के लिये:
- कम परिचालन लागत।
- केंद्रीकृत उपयोगकर्त्ता खातों के माध्यम से बेहतर ऑडिट/लेखापरीक्षा नियंत्रण।
- अधिक बुनियादी ढाँचे के निर्माण की आवश्यकता के बिना क्षमता में वृद्धि।
- सरकार के लिये:
- ईंधन की बचत तथा टोल प्लाज़ा पर प्रतीक्षा करने एवं बार-बार रुकने से होने वाले उत्सर्जन में कमी।
- टोल लेनदेन के समय पारदर्शिता सुनिश्चित करना।
- सड़क उपयोगकर्त्ताओं के लिये:
नोट:
रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन एक ऐसी तकनीक है जो किसी टैग की गई वस्तु को निष्क्रिय रूप से पहचानने के लिये रेडियो तरंगों का उपयोग करती है। सिस्टम के दो बुनियादी हिस्से हैं जिनमें टैग व रीडर शामिल हैं।
- रीडर रेडियो तरंगें उत्सर्जित करता है तथा RFID टैग से पुनः सिग्नल प्राप्त करता है जबकि टैग अपनी पहचान एवं अन्य जानकारी संप्रेषित करने के लिये रेडियो तरंगों का उपयोग करता है।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण क्या है?
- NHAI का गठन वर्ष 1988 में संसद के एक अधिनियम द्वारा सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत भारत सरकार द्वारा सौंपे गए राष्ट्रीय राजमार्गों के विकास, अनुरक्षण तथा प्रबंधन के लिये एक केंद्रीय प्राधिकरण के रूप में किया गया था।
- हालाँकि प्राधिकरण फरवरी, 1995 में क्रियाशील हुआ।
- प्राधिकरण में एक पूर्णकालिक अध्यक्ष और अधिकतम पाँच पूर्णकालिक सदस्य एवं चार अंशकालिक सदस्य होते हैं जिन्हें केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त किया जाता है।
राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह कार्यक्रम क्या है?
भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (National Payments Corporation of India - NPCI) ने भारत की इलेक्ट्रॉनिक टोलिंग ज़रूरतों को पूरा करने के लिये राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह (National Electronic Toll Collection - NETC) कार्यक्रम बनाया है।
- यह कार्यक्रम एक राष्ट्रव्यापी, अंतर-संचालनीय टोल भुगतान समाधान प्रदान करता है, जिसमें निपटान और विवाद समाधान के लिये क्लीयरिंग हाउस सेवाएँ शामिल हैं।
- NETC के संदर्भ में इंटरऑपरेबिलिटी का मतलब प्रक्रियाओं और तकनीकी विशिष्टताओं का एक मानकीकृत सेट है, जो फास्टैग उपयोगकर्त्ताओं को प्लाज़ा के ऑपरेटर की परवाह किये बिना किसी भी टोल प्लाज़ा पर भुगतान के लिये अपने टैग का उपयोग करने की अनुमति देता है।
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्नप्रिलिम्स:प्रश्न. निम्नलिखित संचार प्रौद्योगिकियों पर विचार कीजिये: (2022)
उपार्युक्त में कौन-सी लघु परास युक्तियाँ/प्रौद्योगिकियाँ मानी जाती हैं? (a) केवल 1 और 2 उत्तर: (d) |
अनुभव पुरस्कार योजना 2024
भारत सरकार ने अनुभव (ANUBHAV) पुरस्कार योजना 2024 अधिसूचित की है। इस योजना में भाग लेने के लिये केंद्र सरकार के सेवानिवृत्त कर्मचारियों/पेंशनभोगियों को सेवानिवृत्ति से 8 महीने पूर्व और सेवानिवृत्ति के 1 वर्ष बाद तक अपना अनुभव लेख प्रस्तुत करना आवश्यक है।
- प्रकाशित लेखों को अनुभव पुरस्कार और ज्यूरी प्रमाण-पत्र के लिये चुना जाएगा।
- पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग ने वर्ष 2015 में अनुभव पोर्टल लॉन्च किया, जिससे केंद्र सरकार के सेवानिवृत्त कर्मचारियों को अपने अनुभव ऑनलाइन साझा करने में सहायता मिली।
जल्लीकट्टू
हाल ही में तमिलनाडु के मदुरै ज़िले में अलंगनल्लूर जल्लीकट्टू खेल का उद्घाटन किया गया।
- जल्लीकट्टू सांड को वश में करने का एक खेल है जिसमें प्रतियोगी पुरस्कार प्राप्त करने के लिये सांड को वश में करने का प्रयास करते हैं, यदि वे असफल होते हैं तो सांड का मालिक पुरस्कार जीतता है।
- यह पोंगल (फसल) त्योहार के एक भाग के रूप में मनाया जाता है और तमिलनाडु के मदुरै, तिरुचिरापल्ली, थेनी, पुदुक्कोट्टई और डिंडीगुल ज़िलों में प्रमुख रूप से मनाया जाता है, जिन्हें जल्लीकट्टू बेल्ट के रूप में जाना जाता है।
- मई 2023 में भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने जल्लीकट्टू की वैधता को बरकरार रखा।
और पढ़ें: जल्लीकट्टू
गणतंत्र दिवस परेड में शामिल नौसेना की मिश्रित मार्चिंग टुकड़ी
भारतीय नौसेना गणतंत्र दिवस परेड में 144 पुरुष तथा महिला अग्निवीरों की अभूतपूर्व मिश्रित-लैंगिक मार्चिंग टुकड़ी का प्रदर्शन करते हुए इतिहास रचने के लिये तैयार है।
- इस वर्ष की परेड की शुरुआत त्रिसेवा दल (तीनों सेनाओं की महिला सैन्यकर्मी) द्वारा की जाएगी तथा इसमें किसी युद्धपोत के कमांडिंग ऑफिसर के रूप में किसी महिला अधिकारी की पहली नियुक्ति शामिल है।
- नौसेना की झाँकी दो प्रमुख विषयों - 'नारी शक्ति' तथा स्वदेशीकरण (Indigenisation) पर प्रकाश डालती है, जो नौसेना क्षमताओं में भारत की उपलब्धियों को प्रदर्शित करती हैं।
PFRDA ने प्वाइंट ऑफ प्रेजेंस (PoP) विनियमों को अधिसूचित किया
हाल ही में पेंशन फंड नियामक और विकास प्राधिकरण (PFRDA) ने प्वाइंट ऑफ प्रेजेंस (PoP) विनियम 2023 को अधिसूचित किया।
- यह विनियमन पंजीकरण प्रक्रिया को सरल बनाकर लोगों के लिये राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) में शामिल होना आसान बनाता है।
- लोगों को NPS में शामिल होने में मदद करने के लिये बैंक और गैर-बैंक प्वाइंट ऑफ प्रेजेंस (PoP) के रूप में काम कर सकते हैं।
- अब लोगों को NPS के लिये पहले की तरह कई पंजीकरणों के बजाय केवल एक ही पंजीकरण की आवश्यकता होती है और वे व्यापक डिजिटल उपस्थिति के साथ केवल एक शाखा के साथ काम कर सकते हैं।
- केंद्र सरकार ने जनवरी 2004 से राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) की शुरुआत की है।
- PFRDA द्वारा स्थापित नेशनल पेंशन सिस्टम ट्रस्ट (NPST) NPS के तहत सभी संपत्तियों का पंजीकृत उत्तराधिकारी है।