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प्रिलिम्स फैक्ट्स

  • 14 Jan, 2025
  • 32 min read
प्रारंभिक परीक्षा

जीवाणु एंजाइमों का उपयोग करके प्लास्टिसाइज़र का विघटन

स्रोत: द हिंदू 

IIT रुड़की ने मृदा जीवाणुओं को सल्फोबेसिलस एसिडोफिलस द्वारा उत्पादित एस्टरेज एंजाइम का उपयोग प्लास्टिसाइज़र डाइएथिल हेक्सिल फथलेट (DEHP) को विघटित करने के लिये सफलतापूर्वक किया है।

  • यह प्रगति प्लास्टिसाइज़रों से उत्पन्न बढ़ती पर्यावरणीय और स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं को संबोधित करती है।

नोट: प्लास्टिसाइज़र (प्लास्टिक और व्यक्तिगत देखभाल संबंधी उत्पादों में लचीलापन और चमक बढ़ाने के लिये मिलाए जाने वाले रसायन) जैसे DEHP, जो बच्चों के खिलौनों, खाद्य कंटेनरों आदि में पाए जाते हैं, हानिकारक प्रदूषक हैं।

  • प्लास्टिसाइज़र ऐसे योजक हैं जिनका उपयोग PVC (पॉलीविनाइल क्लोराइड) जैसे कठोर प्लास्टिक को पॉलिमर शृंखलाओं के भीतर अंतर-आण्विक बलों को कम करके अधिक लचीला और सॉफ्ट बनाने के लिये किया जाता है। यह विशेष रूप से प्लास्टिक उत्पादों के लिये प्रासंगिक है, जिसे स्थायित्व और लचीलेपन की आवश्यकता होती है, जैसे केबल, होज़ और फिल्में।
  • ये कैंसरकारी हैं, जो त्वचा में अवशोषित होने या निगलने के माध्यम से स्वास्थ्य जोखिम उत्पन्न करते हैं। निरंतर कार्बनिक संदूषकों के रूप में, ये जल और मृदा को दूषित करते हैं, पारिस्थितिकी तंत्र और जलीय जीवन को नुकसान पहुँचाते हैं।

प्लास्टिसाइज़र को विघटित करने में जीवाणु एंजाइम कैसे कार्य करते हैं?

  • क्रियाविधि: एस्टरेज एंजाइम DEHP प्लास्टिसाइज़र को दो उत्पादों में विभाजित करता है- संशोधित थैलेट (जैव प्रणाली को प्रभावित करता है) और अल्कोहल यौगिक (पर्यावरण को प्रभावित करता है)। 
    • इन्हें अन्य एंजाइमों द्वारा जल तथा कार्बन-डाई-ऑक्साइड जैसे हानिरहित पदार्थों में विघटित किया जाता है ।
  • संरचनात्मक अंतर्दृष्टि: एक्स-रे क्रिस्टलोग्राफी (ऐसी तकनीक जिसमें क्रिस्टल की परमाण्विक और आणविक संरचना निर्धारित करने के लिये एक्स-रे का उपयोग किया जाता है) ने एस्टरेज एंजाइम पर सक्रिय स्थलों की पहचान की, तथा उस तंत्र को स्पष्ट किया जिसके द्वारा DEHP को लक्षित किया जाता है और विघटित किया जाता है।
  • स्थायित्व: बैक्टीरिया में इन एंजाइमों का एकीकरण, बार-बार एंजाइम प्रतिस्थापन की आवश्यकता के बगैर, दीर्घकालिक क्रियाशीलता और निरंतर विघटन सुनिश्चित करता है।
  • दक्षता: प्रयोगशाला में होने वाले प्रयोगों से उच्च अणुभार वाले प्लास्टिसाइजरों के अपघटन में महत्त्वपूर्ण दक्षता प्रदर्शित हुई है, जो पूर्व में बताई गई विधियों की तुलना में उच्च दक्षता प्रदान करती है।

प्लास्टिक क्या है?

  • प्लास्टिक एक हल्की, संधारणीय और स्वास्थ्यकर सामग्री है जिसे विभिन्न रूपों में ढालना आसान है, इसका उत्पादन लागत प्रभावी है। 
    • अधिकतर प्लास्टिक प्राकृतिक रूप से विघटित नहीं होती है। इसके बजाय ये धीरे-धीरे छोटे-छोटे टुकड़ों में विघटित हो जाती हैं जिन्हें माइक्रोप्लास्टिक कहते हैं।
  • प्लास्टिक उत्पादन की स्थिति: वर्ष 2023 में विश्व में 413.8 मिलियन मीट्रिक टन (MT) प्लास्टिक का उत्पादन होगा। यह वर्ष 1950 की तुलना में अधिक वृद्धि को दर्शाता है, जब विश्व में मात्र दो मिलियन टन प्लास्टिक का उत्पादन हुआ था।
    • भारत प्रति वर्ष 10.2 मिलियन टन प्लास्टिक अपशिष्ट उत्पन्न करके विश्व में सबसे आगे है। 
  • प्लास्टिक के प्रकार: 
    • बायोडिग्रेडेबल प्लास्टिक: इस प्रकार का प्लास्टिक जैविक या सूक्ष्मजीवी प्रक्रियाओं के माध्यम से विघटित होता है और जीवाश्म ईंधन या नवीकरणीय स्रोतों से प्राप्त होता है, लेकिन विशिष्ट परिस्थितियों में अधिक तेजी से विघटित होने के लिये डिजाइन किया गया है। 
      • सभी प्लास्टिक जैवनिम्नीकरणीय नहीं होते हैं, तथा कुछ पारंपरिक प्लास्टिक पर्यावरण में दीर्घ काल तक बने रहते हैं।
    • बायोप्लास्टिक: ये बायोडिग्रेडेबल और जैव-आधारित होती हैं जो मक्का आदि जैसी प्राकृतिक सामग्रियों से बनती हैं।
    • कम्पोस्टेबल प्लास्टिक: ये प्लास्टिक बायोडिग्रेडेबल प्लास्टिक का एक उपसमूह है जो मक्का, स्टार्च आदि जैसी नवीकरणीय सामग्रियों से बनती है। ये गैर विषैली होती है तथा स्वाभाविक रूप से कार्बन डाइऑक्साइड, जल और बायोमास में विघटित हो जाती है।

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  UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न  

प्रश्न. भारत में निम्नलिखित में से किसमें एक महत्त्वपूर्ण विशेषता के रूप में 'विस्तारित उत्पादक दायित्त्व' आरंभ किया गया था? (2019) 

(a) जैव चिकित्सा अपशिष्ट (प्रबंधन और हस्तन) नियम, 1998
(b) पुनर्चक्रित प्लास्टिक (विनिर्माण और उपयोग) नियम, 1999
(c) ई-वेस्ट (प्रबंधन और हस्तन) नियम, 2011
(d) खाद्य सुरक्षा और मानक विनियम, 2011

उत्तर: (c)


प्रारंभिक परीक्षा

PMKSY का वाटरशेड विकास घटक 2.0

स्रोत: पी.आई.बी.

चर्चा में क्यों?

ग्रामीण विकास मंत्रालय ने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (PMKSY-WDC 2.0) के वाटरशेड विकास घटक 2.0 के अंतर्गत 10 सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्यों में 56 नई वाटरशेड विकास परियोजनाओं को स्वीकृति दी है।

  • इन 10 राज्यों में राजस्थान, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, ओडिशा, तमिलनाडु, असम, नागालैंड, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और सिक्किम शामिल हैं, जिनकी लगभग 2.8 लाख हेक्टेयर बंजर भूमि को कवर किया गया है।

नोट: वर्ष 2021-22 में PMKSY-WDC 2.0 के तहत लगभग 50 लाख हेक्टेयर क्षेत्र को कवर करने वाली 1150 परियोजनाओं को मंज़ूरी दी गई।

PMKSY 2.0 का वाटरशेड विकास घटक क्या है?

  • PMKSY-WDC 2.0: यह जल और मृदा संसाधनों के संरक्षण के क्रम में PMKSY पहल का एक उप-घटक है।
  • पृष्ठभूमि: यह योजना वर्ष 2009-10 में एकीकृत वाटरशेड प्रबंधन कार्यक्रम (IWMP) के रूप में शुरू हुई तथा वर्ष 2015-16 में इसे PMKSY के वाटरशेड विकास घटक (PMKSY-WDC) के साथ विलय कर दिया गया।
    • PMKSY-WDC 2.0 को वर्ष 2021-2026 के लिये विस्तारित लक्ष्यों एवं संशोधित दिशानिर्देशों के साथ शुरू किया गया।
  • उद्देश्य: एकीकृत वाटरशेड प्रबंधन के माध्यम से वर्षा सिंचित एवं निम्नीकृत भूमि की उत्पादकता बढ़ाना।
    • आजीविका तथा जलग्रहण स्थिरता के लिये सामुदायिक संस्थाओं को मज़बूत बनाना।
    • पारस्परिक शिक्षा एवं प्रोत्साहन के माध्यम से वाटरशेड परियोजना की दक्षता को बढ़ावा देना।
  • लक्ष्य: इस योजना का लक्ष्य वर्ष 2021-2026 के बीच 49.50 लाख हेक्टेयर बंजर भूमि को कवर करना।
    • इसमें स्प्रिंगशेड के पुनरुद्धार को एक नवीन गतिविधि के रूप में शामिल करना।
  • दृष्टिकोण (अगली पीढ़ी पर ध्यान): मात्रा की अपेक्षा जल उत्पादकता पर बल देना और उन्हें अपनाना।

PMKSY क्या है?

  • जल शक्ति मंत्रालय द्वारा वर्ष 2015-16 में आरंभ की गई PMKSY का उद्देश्य कृषि योग्य जल की पहुँच में सुधार करना, सिंचित क्षेत्रों का विस्तार करना, जल उपयोग दक्षता को बढ़ाना और स्थायी जल संरक्षण को बढ़ावा देना है।
  • घटक: इसमें दो प्रमुख घटक शामिल हैं, जिनका कार्यान्वयन जल शक्ति मंत्रालय द्वारा किया जा रहा है।
    • त्वरित सिंचाई लाभ कार्यक्रम (AIBP): AIBP का उद्देश्य राष्ट्रीय परियोजनाओं समेत चल रही प्रमुख एवं मध्यम सिंचाई परियोजनाओं को तेज़ी से पूरा करने पर ध्यान केंद्रित करना है।
    • हर खेत को पानी (HKKP): HKKP में चार उप-घटक शामिल हैं।

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  UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न (PYQ)  

प्रिलिम्स 

प्रश्न: मध्यकालीन भारत के आर्थिक इतिहास के संदर्भ में 'अरघट्टा' शब्द का तात्पर्य है (2016)

(a) बंधुआ मजदूरी
(b) सैन्य अधिकारियों को दिया गया भूमि अनुदान
(c) भूमि की सिंचाई में प्रयुक्त जलचक्र (वाॅटर व्हील)
(d) बंजर भूमि को कृषि भूमि में परिवर्तित करना

उत्तर: (c)


प्रश्न. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: (2015)

1- त्वरित सिंचाई लाभ कार्यक्रम 1996-97 में गरीब किसानों को ऋण सहायता उपलब्ध कराने के लिये आरंभ किया गया था।
2- कमांड क्षेत्र विकास कार्यक्रम 1974-75 में जल-उपयोग दक्षता के विकास के लिये शुरू किया गया था।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1 और न ही 2

उत्तर: (b)


रैपिड फायर

लाल बहादुर शास्त्री की पुण्यतिथि

स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस

11 जनवरी को भारत के दूसरे प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री की 59 वीं पुण्यतिथि थी।

लाल बहादुर शास्त्री:

  • इनका जन्म 2 अक्टूबर 1904 को वाराणसी के पास मुगलसराय में हुआ था।
  • भारत के स्वतंत्रता संग्राम में एक प्रमुख भूमिका निभाने के साथ यह महात्मा गांधी से बहुत प्रभावित थे।
  • वह अपनी ईमानदारी, विनम्रता और सार्वजनिक सेवा के प्रति समर्पण के लिए जाने जाते थे तथा भारतीय राष्ट्रीय कॉन्ग्रेस में उच्च पदों पर आसीन रहे।
  • शास्त्री जी ने गृह मंत्री, रेल मंत्री, वाणिज्य और उद्योग मंत्री सहित कई प्रमुख मंत्री पद संभाले।
    • रेल मंत्री के रूप में उन्होंने अपनी नैतिक जवाबदेही दर्शाते हुए प्रमुख रेल दुर्घटनाओं के बाद दो बार इस्तीफा दिया।
  • प्रधानमंत्री (1964-1966) के रूप में शास्त्री जी ने वर्ष 1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान निर्णायक नेतृत्व का प्रदर्शन किया तथा कश्मीर की रक्षा के लिए सैन्य कार्रवाई को अधिकृत किया।
  • शास्त्री जी की विरासत से संबंधित प्रसिद्ध नारा "जय जवान जय किसान" भारत की प्रगति में सैनिकों तथा किसानों के महत्व पर केंद्रित है।
  • ताशकंद घोषणापत्र पर हस्ताक्षर करने के कुछ ही समय बाद 11 जनवरी 1966 को शास्त्री जी की ताशकंद में अचानक मृत्यु हो गई, उनकी मृत्यु आज भी रहस्य का विषय बनी हुई है।

ताशकंद घोषणा:

  • जनवरी 1966 में भारत और पाकिस्तान के बीच ताशकंद घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किये गये। 
  • इसका उद्देश्य शांति बहाल करना तथा वर्ष 1965 के भारत-पाक युद्ध से उत्पन्न मुद्दों को हल करना तथा आपसी समझ को बढ़ावा देना था।

और पढ़ें: महात्मा गांधी और शास्त्री जी की जयंती


रैपिड फायर

चक्रवात डिकेलेडी से मायोट पर प्रभाव

स्रोत: डाउन टू अर्थ 

चक्रवात डिकेलेडी ने मोज़ाम्बिक चैनल (हिंद महासागर) में स्थित फ्राँसीसी हिंद महासागर क्षेत्र मायोट को प्रभावित किया।

मायोट का परिचय:

  • इसमें कोमोरोस द्वीपसमूह के दो द्वीप शामिल हैं, जिसमें मुख्य द्वीप को मायोट (या ग्रांडे टेरे) और छोटे द्वीप को पामांडज़ी (पेटिट टेरे) कहा जाता है।  
  • यह फ्राँस और यूरोपीय संघ दोनों का सबसे गरीब क्षेत्र है।  

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  • फ्राँस ने वर्ष 1843 में मायोट को कॉलोनी बनाया और वर्ष 1904 में कोमोरोस समेत संपूर्ण द्वीपसमूह पर कब्ज़ा कर लिया। 
    • वर्ष 1974 के जनमत संग्रह में 95% लोगों ने अलगाव का समर्थन किया, लेकिन मायोट के 63% लोगों ने फ्राँसीसी बने रहने के पक्ष में मतदान किया।  
    • ग्रांडे कोमोर, अंजुआन और मोहेली ने वर्ष 1975 में स्वतंत्रता की घोषणा की। मायोट पर अभी भी पेरिस से शासन किया जाता है।
  • चक्रवात चिडो, जो दिसंबर 2024 में मायोट में आया था, 90 वर्षों में द्वीपसमूह में आने वाला सबसे भयंकर चक्रवात था।

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और पढ़ें... मायोट में चक्रवात चिडो


रैपिड फायर

भारत में हिस्टेरेक्टोमी का प्रचलन

स्रोत: द हिंदू

राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (NFHS)-4 के आँकड़ों से पता चलता है कि भारत में निम्न आय वाले कृषि श्रमिकों और संपन्न महिलाओं में हिस्टेरेक्टॉमी (गर्भाशय को शल्य चिकित्सा द्वारा हटाना) की दर अलग-अलग कारणों से अधिक है।

हाई हिस्टेरेक्टॉमी के कारण:

  • कृषि श्रमिकों के लिये हानिकारक कारकों में खराब स्वच्छता, मासिक धर्म संबंधी निषिद्धता, स्त्री रोग संबंधी देखभाल में विलंब और शारीरिक श्रम शामिल हैं। 
    • उदाहरण: महाराष्ट्र के बीड ज़िले में महिला गन्ना श्रमिकों में असामान्य रूप से उच्च संख्या में गर्भाशय-विच्छेदन की घटनाएँ सामने आई हैं।
  • धनी महिलाएँ प्रायः बेहतर सामर्थ्य और पहुँच के कारण इस प्रक्रिया का विकल्प चुनती हैं। 
  • राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना (RSBY) जैसी योजनाओं के अंतर्गत वित्तीय प्रोत्साहन के कारण कभी-कभी अनावश्यक सर्जरी की नौबत आ जाती है।

हिस्टेरेक्टॉमी:

  • परिचय:
    • हिस्टेरेक्टॉमी (गर्भाशय को हटाना) एक शल्य प्रक्रिया है जिसमें महिला के गर्भाशय को निकाल दिया जाता है।
    • यह प्रक्रिया स्त्री रोग संबंधी स्थितियों जैसे फाइब्रॉएड, एंडोमेट्रियोसिस, असामान्य रक्तस्राव और श्रोणि सूजन संबंधी रोगों के लिये की जाती है, जब अन्य उपचार विफल हो जाते हैं। 
      • इसका उपयोग कैंसर के उपचार और गंभीर, अनुत्तरदायी पैल्विक दर्द के लिये भी किया जाता है।
  • भारत में प्रचलन:
    • NFHS-5 राष्ट्रीय रिपोर्ट के आँकड़ों से पता चलता है कि भारत में 15-49 वर्ष की आयु की 3% महिलाएँ हिस्टेरेक्टॉमी करवा चुकी हैं। 
      • उच्चतम प्रसार: आंध्रप्रदेश (9%) और तेलंगाना (8%)
      • न्यूनतम प्रसार: सिक्किम (0.8%) और मेघालय (0.7%)। 
    • दक्षिणी क्षेत्र में इसका प्रचलन सबसे अधिक (4.2%) है, इसके बाद पूर्वी क्षेत्र (3.8%) है, जबकि पूर्वोत्तर में यह सबसे कम (1.2%) है।

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NFHS-5 राष्ट्रीय रिपोर्ट, हिस्टेरेक्टॉमी  


रैपिड फायर

विश्व हिंदी दिवस 2025

स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस 

अंतर्राष्ट्रीय मंच पर हिंदी की उपस्थिति बढ़ाने के लिये प्रतिवर्ष 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है।

  • विश्व हिंदी दिवस का परिचय: 
    • यह तिथि वर्ष 1949 के उस ऐतिहासिक पल को याद दिलाती है, जब संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में पहली बार हिंदी बोली गई थी।
    • वर्ष 1975 में प्रथम विश्व हिंदी सम्मेलन का उद्घाटन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने किया, जो हिंदी को वैश्विक मान्यता दिलाने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम था ।
    • 10 जनवरी 2006 को मनाया जाने वाला विश्व हिंदी दिवस, 14 सितंबर को मनाए जाने वाले हिंदी दिवस से भिन्न है, क्योंकि हिंदी दिवस वर्ष 1949 में हिंदी को भारत की आधिकारिक भाषाओं में से एक के रूप में अपनाए जाने का प्रतीक है।
  • महत्त्व:
    • 600 मिलियन से अधिक भाषाओं के साथ हिंदी विश्व में तीसरी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है, साथ ही भारत में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है।
    • यह दिवस वैश्विक संचार भाषा के रूप में हिंदी के महत्त्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिये मनाया जाता है। 
  • विश्व हिंदी दिवस 2025 की थीम:
    • विश्व हिंदी दिवस 2025 की थीम है “हिंदी एकता और सांस्कृतिक गौरव की वैश्विक आवाज़”, जो हिंदी के माध्यम से भाषाई आदान-प्रदान को बढ़ावा देने और सांस्कृतिक गौरव को बढ़ावा देने पर केंद्रित है।
  • हिंदी की संवैधानिक स्थिति: 

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हिंदी दिवस 2024


रैपिड फायर

नीलगिरि, सूरत और वाग्शीर का कमीशन

स्रोत: इकोनाॅमिक टाइम्स

भारतीय नौसेना ने 15 जनवरी 2025 को मुंबई के मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (MDL) में निर्मित नीलगिरि, सूरत और वाग्शीर को अपने बेड़े में शामिल करने की घोषणा की है।

  • नीलगिरि: यह प्रोजेक्ट 17A का प्रमुख पोत है जो शिवालिक श्रेणी के फ्रिगेटों की तुलना में बेहतर है, जिसमें नौसेना की रक्षा को मज़बूत करने के लिये उन्नत स्टील्थ प्रौद्योगिकी और अत्याधुनिक हथियार प्रणालियाँ शामिल हैं।
  • सूरत: यह प्रोजेक्ट 15B के तहत चौथा और अंतिम विध्वंसक पोत है जो कोलकाता श्रेणी के विध्वंसक पोत का उन्नत संस्करण है और यह लंबी दूरी की मिसाइलों तथा स्वदेशी हथियार प्रणालियों से सुसज्जित है।
    • प्रोजेक्ट 15B भारतीय नौसेना की चार उन्नत निर्देशित मिसाइल विध्वंसक पोतों के डिज़ाइन और निर्माण की एक पहल है।
  • वाग्शीर: स्कॉर्पीन श्रेणी (प्रोजेक्ट 75) की छठी पनडुब्बी विश्व स्तर पर सबसे प्रभावी डीजल-इलेक्ट्रिक पनडुब्बियों में से एक है जो सतह-रोधी और पनडुब्बी-रोधी युद्ध के साथ निगरानी तथा विशेष अभियानों में सक्षम है। 
    • प्रोजेक्ट-75 (भारत) का लक्ष्य भारतीय नौसेना के लिये 18 पारंपरिक पनडुब्बियाँ और छह परमाणु ऊर्जा संचालित पनडुब्बियाँ बनाना है।

और पढ़ें: प्रोजेक्ट 17A और आईएनएस तारागिरी


प्रारंभिक परीक्षा

क्यूबा को भारत की मानवीय सहायता

स्रोत: AIR

भारत ने हरिकेन राफेल के विनाशकारी प्रभाव के बाद क्यूबा को मानवीय सहायता भेजी है। 

  • भारत की सहायता उसके वसुधैव कुटुंबकम (विश्व एक परिवार है) के दर्शन तथा संकटग्रस्त देशों के प्रति वैश्विक एकजुटता एवं समर्थन के प्रति उसकी प्रतिबद्धता के अनुरूप है।

क्यूबा

  • क्यूबा उत्तरी कैरेबियन सागर में मैक्सिको की खाड़ी तथा अटलांटिक महासागर के संगम पर स्थित है। इसकी राजधानी हवाना, देश का सबसे बड़ा शहर एवं एक प्रमुख आर्थिक, वाणिज्यिक तथा औद्योगिक केंद्र है। 
  • क्यूबा निकेल का  9वाँ सबसे बड़ा उत्पादक है।

cuba

भारत-क्यूबा द्विपक्षीय संबंध कैसे रहे हैं? 

  • ऐतिहासिक पृष्ठभूमि: जनवरी 1959 में क्यूबा की क्रांति (अमेरिका समर्थित फुलगेन्सियो बतिस्ता की तानाशाही को उखाड़ फेंकना) के बाद नई क्यूबा सरकार को मान्यता देने वाले पहले देशों में भारत भी शामिल था।
    • यह देश सोवियत संघ और अमेरिका के बीच शीत युद्ध के दौरान विवाद का विषय (मुख्यतः 1962 के क्यूबा मिसाइल संकट के दौरान) था।
    • दोनों देशों ने संयुक्त राष्ट्र (UN), NAM, WTO आदि जैसे अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर एक-दूसरे का समर्थन किया है।
    • इसके अतिरिक्त क्यूबा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सीट के लिये भारत के प्रयास का समर्थन करता है और भारत ने अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर क्यूबा के अधिकारों तथा विकास की लगातार वकालत की है, जिसमें देश के समक्ष आने वाली आर्थिक चुनौतियों का समाधान करना भी शामिल है।
  • आर्थिक संबंध: वित्त वर्ष 2022-23 में क्यूबा को भारत के साथ निर्यात बढ़कर 79.04 मिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया, जबकि आयात 4.87 मिलियन अमेरिकी डॉलर रहा
    • भारत से निर्यात में फार्मास्यूटिकल्स, रसायन, चिकित्सा उपकरण और वस्त्र शामिल हैं। क्यूबा भारत को तंबाकू और दवा संबंधी उत्पादों का निर्यात करता है।
  • क्यूबा को भारत की सहायता: भारत ने वर्ष 2008, वर्ष 2016 और वर्ष 2017 में तूफान के बाद सहायता समेत आपदा राहत प्रदान की है। IT सेंटर (भारत-क्यूबा ज्ञान केंद्र) वर्ष 2010 में स्थापित किया गया और क्यूबा में वर्ष 1900 से अधिक पेशेवरों को प्रशिक्षण दिया गया।
  • भारत ने कोविड-19 महामारी के दौरान जीवन रक्षक दवाईयाँ उपलब्ध कराईं।
  • क्यूबा अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA) का सदस्य है, तथा उसकी ऊर्जा परियोजनाओं के लिये भारत सहायता प्रदान करता है।
  • भारत ने कृषि, कृषि-खाद्य और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्रों में क्यूबा सरकार को  243 मिलियन अमेरिकी डॉलर के पाँच ऋण समझौते प्रदान किये हैं।
  • सांस्कृतिक संबंध: क्यूबा में भारत की संस्कृति की बहुत सराहना की जाती है, तथा महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और रवींद्रनाथ टैगोर जैसी प्रमुख हस्तियों का वहाँ सम्मान किया जाता है।
  • मई 2007 में भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (ICCR) द्वारा दान की गई रवींद्रनाथ टैगोर की एक प्रतिमा का प्राचीन हवाना में अनावरण किया गया।
  • योग और आयुर्वेद लोकप्रिय हैं, तथा प्रतिवर्ष इनके लिये कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं, जिसमें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस भी शामिल है।

और पढ़ें…


रैपिड फायर

आयुष्मान भारत-PMJAY योजना में ओडिशा का शामिल होना

स्रोत: पी.आई.बी.

ओडिशा आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (ABPM-JAY) को अपनाने वाला 27वाँ राज्य बन गया है, हालाँकि 26 राज्य और सभी 7 केंद्रशासित प्रदेश पहले से ही इसमें शामिल हैं (दिल्ली और पश्चिम बंगाल ABPM-JAY में शामिल नहीं हुए हैं)। 

  • ABPM-JAY एक केंद्र प्रायोजित योजना है, जिसमें केंद्र तथा राज्यों के लिये लागत अनुपात 60:40 है जो पूर्वोत्तर राज्यों, हिमालयी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के लिये 90:10 है। हालाँकि राज्यों के पास इस योजना से पृथक रहने का विकल्प है।
  • अभिसरण: ABPM-JAY ओडिशा की मौज़ूदा गोपबंधु जन आरोग्य योजना (GJAY) के साथ संचालित होगी। 
    • GJAY ओडिशा में आर्थिक रूप से वंचित वर्गों को सस्ती और सुलभ स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करता है।
  • कवरेज़ विवरण: प्रत्येक परिवार को प्रति वर्ष 5 लाख रुपए तक का कवरेज़ मिलेगा, जिसमें महिला सदस्यों के लिये अतिरिक्त 5 लाख रुपए शामिल होंगे। ओडिशा में कुल 1.03 करोड़ परिवार लाभान्वित होंगे।

ABPM-JAY का परिचय:

  • यह भारत में 55 करोड़ व्यक्तियों को द्वितीयक एवं तृतीयक देखभाल के लिये स्वास्थ्य कवरेज़ प्रदान करता है, जिससे 12.3 करोड़ परिवार लाभान्वित होते हैं।
    • यह विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य कवरेज़ योजना है, जो भारत की लगभग 45% आबादी को कवर करती है।
  • इस योजना के अंतर्गत अब 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी वरिष्ठ नागरिकों को मुफ्त उपचार की सुविधा प्रदान की जाएगी।
  • ABPM-JAY के अंतर्गत 30,985 पैनलबद्ध अस्पतालों का नेटवर्क शामिल है, जिसमें 12,881 निज़ी अस्पताल 27 स्पेशलिटीज़ (Specialties) में 2,000 से अधिक चिकित्सा सेवाएँ प्रदान करते हैं।

और पढ़ें... आयुष्मान भारत


रैपिड फायर

ब्रिटिश नौसेना द्वारा भारतीय मछुआरों की हिरासत

स्रोत: द हिंदू

ब्रिटिश नौसेना ने डिएगो गार्सिया के निकट 15 भारतीय मछुआरों को समुद्री सीमा पार करने के आरोप में हिरासत में लिया।

  • यह एक व्यापक मुद्दा है और अक्सर तमिलनाडु के मछुआरों को अक्सर श्रीलंकाई नौसेना तथा ब्रिटिश नौसेना द्वारा हिरासत में लिया जाता है, जिससे उनकी आजीविका एवं सुरक्षा प्रभावित होती है। 

डिएगो गार्सिया: 

  • डिएगो गार्सिया हिंद महासागर में स्थित है और यह चागोस द्वीपसमूह का सबसे बड़ा द्वीप है।
  • चागोस द्वीपसमूह कभी मॉरीशस का हिस्सा था लेकिन वर्ष 1965 में इसे अलग करके ब्रिटिश हिंद महासागर क्षेत्र (BIOT) बना दिया गया।
    • इसका प्रशासन ब्रिटेन के पास है लेकिन सैन्य उद्देश्यों के लिये इसे वर्ष 1966 में अमेरिका को पट्टे पर दे दिया गया था। वर्ष 1986 में यह पूरी तरह से संचालित सैन्य अड्डा बन गया।
  • वर्ष 2001 में अमेरिका पर अल-कायदा के 11 सितंबर के हमलों के बाद आतंकवाद के खिलाफ अमेरिका के विदेशी युद्ध अभियानों में यह एक महत्त्वपूर्ण स्थान रहा।
  • अक्तूबर 2024 में ब्रिटेन, चागोस द्वीपसमूह की संप्रभुता मॉरीशस को सौंपने पर सहमत हुआ लेकिन इसने डिएगो गार्सिया पर संप्रभु अधिकार बनाए रखने का प्रस्ताव रखा।

और पढ़ें: चागोस द्वीपसमूह और डिएगो गार्सिया द्वीप


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