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कैंसर का वैश्विक प्रभाव: WHO

  • 08 Feb 2024
  • 14 min read

प्रिलिम्स के लिये:

कैंसर का वैश्विक प्रभाव: WHO, विश्व कैंसर दिवस (4 फरवरी), कैंसर

मेन्स के लिये:

कैंसर का वैश्विक प्रभाव: WHO, स्वास्थ्य, शिक्षा, मानव संसाधनों से संबंधित सामाजिक क्षेत्र एवं सेवाओं के विकास तथा प्रबंधन से संबंधित मुद्दे

स्रोत:डाउन टू अर्थ

चर्चा में क्यों?

 विश्व कैंसर दिवस (4 फरवरी) से पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की कैंसर एजेंसी, अंतर्राष्ट्रीय कैंसर अनुसंधान संस्था (IARC) ने वर्ष 2022 में कैंसर के वैश्विक प्रभाव का नवीनतम अनुमान जारी किया।

  • IARC के अनुमानों ने कैंसर के बढ़ते बोझ, वंचित आबादी पर असंगत प्रभाव तथा विश्व भर में कैंसर की असमानताओं को दूर करने की तत्काल आवश्यकता पर प्रकाश डाला है।

WHO द्वारा 2022 में कैंसर के वैश्विक प्रभाव के प्रमुख बिंदु क्या हैं?

  • वैश्विक प्रभाव: 
    • 20 मिलियन नए कैंसर के मामलों के साथ वर्ष 2022 में अनुमानित रूप से 9.7 मिलियन मौतें हुईं।
    • कैंसर निदान के बाद 5 वर्षों के भीतर जीवित लोगों की अनुमानित संख्या 53.5 मिलियन थी।
      • लगभग 5 में से 1 व्यक्ति को अपने जीवनकाल में कैंसर से पीड़ित होता है।
  • सामान्य कैंसर के प्रकार: 
    • वर्ष 2022 में वैश्विक स्तर पर लगभग दो-तिहाई नए मामले और मौतें 10 प्रकार के कैंसर से हुईं।
    • फेफड़े का कैंसर विश्व में सर्वाधिक सामान्य है, जिसके 2.5 मिलियन नए मामले सामने आए हैं, जो कुल नए मामलों का 12.4% है।
    • महिलाओं में होने वाला स्तन कैंसर दूसरे स्थान पर है (2.3 मिलियन मामले, 11.6%), इसके बाद कोलोरेक्टल कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर और पेट का कैंसर है।
  • मृत्यु के प्रमुख कारण:
    • फेफड़ों का कैंसर, कैंसर से होने वाली मौतों का प्रमुख कारण था (1.8 मिलियन मौतें, कुल कैंसर से होने वाली मौतों का 18.7%), इसके बाद कोलोरेक्टल कैंसर (900,000 मौतें, 9.3%), लीवर कैंसर, स्तन कैंसर और पेट का कैंसर था।
      • सर्वाधिक सामान्य कैंसर के रूप में फेफड़ों के कैंसर का फिर से उभरना एशिया में लगातार तंबाकू के प्रयोग से संबंधित है।
  • कैंसर में असमानताएँ: 
    • मानव विकास के अनुसार कैंसर के मामलों में अत्यधिक असमानताएँ रही हैं। यह स्तन कैंसर के लिये विशेष रूप से सही है।
    • अत्यधिक उच्च HDI (मानव विकास सूचकांक) वाले देशों में 12 में से 1 महिला को अपने जीवनकाल में स्तन कैंसर का निदान किया जाता हैं और साथ ही 71 में से 1 महिला की इससे मृत्यु हो जाती है।
      • इसके विपरीत निम्न HDI वाले देशों में 27 में से केवल एक महिला को अपने जीवनकाल में स्तन कैंसर का पता चलता है, 48 में से एक महिला की इससे मृत्यु हो जाती है।
    • उच्च HDI देशों की महिलाओं की तुलना में निम्न HDI देशों में महिलाओं में स्तन कैंसर का निदान होने की संभावना 50% कम है, फिर भी देर से निदान और गुणवत्तापूर्ण उपचार तक अपर्याप्त पहुँच के कारण बीमारी से मृत्यु का जोखिम कहीं अधिक है।
  • अनुमानित प्रभाव वृद्धि: 
    • वर्ष 2050 में 35 मिलियन से अधिक नए कैंसर मामलों की भविष्यवाणी की गई है, जो वर्ष 2022 में अनुमानित 20 मिलियन मामलों से 77% अधिक है।
    • तेज़ी से बढ़ता वैश्विक कैंसर का प्रभाव जनसंख्या की उम्र बढ़ने और वृद्धि दोनों को दर्शाता है, साथ ही लोगों के जोखिम कारकों के संपर्क में आने वाले बदलावों को भी दर्शाता है, जिनमें से कई सामाजिक आर्थिक विकास से जुड़े हैं।
      • कैंसर की वृद्धि के पीछे तंबाकू, शराब और मोटापा प्रमुख कारक हैं, वायु प्रदूषण अभी भी पर्यावरणीय जोखिम कारकों का प्रमुख चालक है।
    • वैश्विक प्रभाव के संदर्भ में उच्च HDI वाले देशों में सर्वाधिक वृद्धि की आशा है, वर्ष 2022 के अनुमान की तुलना में वर्ष 2050 में अतिरिक्त 4.8 मिलियन नए मामलों की भविष्यवाणी भी की गई है।
  • कार्रवाई की आवश्यकता : 
    • कैंसर के परिणामों में वैश्विक असमानताओं को दूर करने के साथ ही सभी व्यक्तियों के लिये उनकी भौगोलिक स्थिति अथवा सामाजिक आर्थिक स्थिति की परवाह किये बिना सस्ती, गुणवत्तापूर्ण कैंसर देखभाल तक पहुँच सुनिश्चित करने के लिये बड़े निवेश की तत्काल आवश्यकता है।

भारत से संबंधित प्रमुख निष्कर्ष क्या हैं?

  • भारत में 1,413,316 नए मामले दर्ज किये गए, जिनमें महिला रोगियों का अनुपात अधिक है- 691,178 पुरुष और 722,138 महिलाएँ। 
  • 192,020 नए मामलों के साथ स्तन कैंसर का अनुपात सबसे अधिक है, जो सभी रोगियों में 13.6 प्रतिशत और महिलाओं में 26 प्रतिशत से अधिक है।
  • भारत में, स्तन कैंसर के बाद होंठ और मौखिक गुहा (Oral cavity) [143,759 नए मामले, 10.2 प्रतिशत, गर्भाशय ग्रीवा (Cervix) तथा गर्भाशय (Uterine), फेफड़े एवं ग्रासनली (Oesophagal) कैंसर के मामले सामने आए।
    • एशिया में कैंसर के बोझ का आकलन करने हेतु WHO द्वारा किये गए एक हालिया अध्ययन जिसे द लैंसेट रीज़नल हेल्थ में प्रकाशित किया गया के अनुसार, वर्ष 2019 में कैंसर के कारण होने वाली कुल मौतों में अकेले भारत की हिस्सेदारी 32.9% थी, साथ ही होंठ और मौखिक गुहा कैंसर के 28.1% नए मामले भी सामने आए।
    • भारत, बांग्लादेश और नेपाल जैसे दक्षिण एशियाई देशों में होंठ तथा मौखिक गुहा कैंसर/ओरल कैंसर का कारण खैनी, गुटखा, सुपारी एवं पान मसाला जैसे धुआँरहित तंबाकू (SMT) के व्यापक उपभोग है। विश्व भर में, मौखिक कैंसर के 50% मामलों के लिये SMT उत्तरदायी है।
  • लैंसेट ग्लोबल हेल्थ 2023 के अनुसार, वैश्विक स्तर पर सर्वाइकल कैंसर के कारण होने वाली कुल मौतों में से 23% मौतें भारत में हुईं।
    • भारत में, सर्वाइकल कैंसर होने के बाद पाँच वर्षों तक जीवित रहने की दर 51.7% थी। हालाँकि, संयुक्त राज्य अमेरिका जैसे उच्च आय वाले देशों की तुलना में भारत में जीवित रहने की दर कम है।

विश्व कैंसर दिवस से संबंधित प्रमुख तथ्य क्या हैं?

  • परिचय:
    • विश्व कैंसर दिवस यूनियन फॉर इंटरनेशनल कैंसर कंट्रोल (UICC) के नेतृत्व में हर साल 4 फरवरी को मनाया जाने वाला एक अंतर्राष्ट्रीय जागरूकता दिवस है।
      • कैंसर शरीर में कोशिकाओं की अनियंत्रित, असामान्य वृद्धि के कारण होता है जो अधिकांश कारणों में गाँठ या ट्यूमर का कारण बनता है।
    • पहली बार 4 फरवरी, 2000 को पेरिस में नई सहस्राब्दी के लिये कैंसर के खिलाफ विश्व शिखर सम्मेलन (World Summit Against Cancer for the New Millennium) में मनाया गया था।
      • पेरिस चार्टर का मिशन अनुसंधान को बढ़ावा देना, कैंसर को रोकना, रोगी सेवाओं में सुधार करना, जागरूकता बढ़ाना और वैश्विक समुदाय को कैंसर के खिलाफ प्रगति के लिये प्रेरित करना है तथा इसमें विश्व कैंसर दिवस को अपनाना भी शामिल है।
  • वर्ष 2024 थीम:
    • क्लोज़ द केयर गैप:
      • इस थीम का उद्देश्य संपूर्ण विश्व में कैंसर के बढ़ते बोझ का एकसमान तरीके से निवारण करने हेतु लोगों का ध्यान आकर्षित करते हुए संसाधन जुटाना है जिससे पीड़ितों को कैंसर के विरुद्ध व्यवस्थित परीक्षण, शीघ्र निदान तथा उपचार तक पहुँच प्राप्त करने में सहायता मिल सके।

कैंसर

  • यह एक जटिल और व्यापक शब्द है जिसका उपयोग शरीर में असामान्य कोशिकाओं की अनियंत्रित वृद्धि तथा प्रसार से होने वाली बीमारियों के एक समूह का वर्णन करने के लिये किया जाता है।
    • ये असामान्य कोशिकाएँ, जिन्हें कैंसर कोशिकाएँ कहा जाता है, स्वस्थ ऊतकों और अंगों पर आक्रमण करने तथा उन्हें नष्ट करने में सक्षम होती हैं।
  • एक स्वस्थ शरीर में कोशिकाएँ विनियमित तरीके से विकसित होती हैं, विभाजित होती हैं और नष्ट हो जाती हैं, जिससे ऊतकों तथा अंगों के सामान्य संचालन की अनुमति मिलती है।
    • हालाँकि कैंसर के मामले में कुछ आनुवंशिक उत्परिवर्तन या असामान्यताएँ इस सामान्य कोशिका चक्र को बाधित करती हैं, जिससे कोशिकाएँ विभाजित होती हैं और अनियंत्रित रूप से बढ़ती हैं।

सर्वाइकल कैंसर

  • सर्वाइकल कैंसर महिला के गर्भाशय ग्रीवा (योनि से गर्भाशय का प्रवेश द्वार) में विकसित होता है।
  • सर्वाइकल कैंसर के लगभग सभी मामले (99%) उच्च जोखिम वाले ह्यूमन पैपिलोमावायरस (HPV) संक्रमण से संबंधित होते हैं जो यौन संपर्क के माध्यम से संचरित सबसे सामान्य विषाणु है।
    • दो HPV प्रकार (16 और 18) उच्च जोखिम वाले लगभग 50% सर्वाइकल प्री-कैंसर का कारण बनते हैं।
  • वैश्विक स्तर पर महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर चौथा सबसे सामान्य कैंसर है। वर्ष 2020 में विश्व भर में सर्वाइकल कैंसर के लगभग 90% नए मामले तथा मौतें निम्न और मध्यम आय वाले देशों में हुईं।

कैंसर के उपचार हेतु कौन-सी सरकारी पहलें की गई हैं: 

  UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न  

प्रश्न. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: (2010)

  1. टैक्सस का पेड़ प्राकृतिक रूप से हिमालय में पाया जाता है। 
  2. टैक्सस ट्री रेड डेटा बुक में सूचीबद्ध है। 
  3. टैक्सस के पेड़ से "टैक्सोल" नामक दवा प्राप्त की जाती है और पार्किंसंस रोग के खिलाफ प्रभावी है।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

(a) केवल 1
(b) केवल 1 और 2
(c) केवल 2 और 3
(d) 1, 2 और 3

उत्तर: (b)


मेन्स: 

प्रश्न. अनुप्रयुक्त जैव-प्रौद्योगिकी में शोध तथा विकास संबंधी उपलब्धियाँ क्या हैं? ये उपलब्धियाँ समाज के निर्धन वर्गों के उत्थान में किस प्रकार सहायक होंगी? (2021)

प्रश्न. नैनोटेक्नोलॉजी से आप क्या समझते हैं और यह स्वास्थ्य क्षेत्र में कैसे मदद कर रही है? (2020)

प्रश्न. क्या कारण है कि हमारे देश में जैव प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अत्यधिक सक्रियता है। इस सक्रियता ने बायोफार्मा के क्षेत्र को कैसे लाभ पहुँचाया है? (2018)

प्रश्न. ल्यूकीमिया, थैलासीमिया, क्षतिग्रस्त कॉर्निया व गंभीर दाह सहित सुविस्तृत चिकित्सीय दशाओं में उपचार करने के लिये भारत में स्टैम कोशिका चिकित्सा लोकप्रिय होती जा रही है। संक्षेप में वर्णन कीजिये कि स्टैम कोशिका उपचार क्या होता है और अन्य उपचारों की तुलना में उसके क्या लाभ हैं? (2017)

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