रैपिड फायर
भारत-चीन संबंधों के 75 वर्ष
- 04 Apr 2025
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स्रोत: हिंदुस्तान टाइम्स
1 अप्रैल 2025 के दिन भारत और चीन के बीच 1 अप्रैल 1950 को स्थापित राजनयिक संबंधों के 75 वर्ष पूर्ण हुए।
- चीनी राष्ट्रपति के अनुसार भारत-चीन संबंध "ड्रैगन-एलीफैंट टैंगो" की भाँति है, जो प्रतिद्वंद्विता के बजाय सह-अस्तित्व और साझा विकास का प्रतीक है।
भारत-चीन कूटनीति के 75 वर्ष
- भारत-चीन संबंधों में प्राचीन सांस्कृतिक और व्यापारिक विनिमय की शुरुआत से, जिसमें सिल्क रोड के माध्यम से बौद्ध धर्म का प्रसार भी शामिल है, स्वातंत्र्योत्तर (1950 का दशक) काल के साथ विकास हुआ जो “हिंदी-चीनी भाई-भाई” भावना का प्रतीक था।
- चीन-भारत युद्ध (1962) के कारण कूटनीतिक गतिरोध उत्पन्न हुआ, लेकिन 1980-2000 के दशक में 1993 के शांति और सौहार्द समझौते, वर्ष 1996 के सैन्य विश्वास निर्माण उपायों (CBM) समझौते और बढ़ते व्यापार के माध्यम से संबंध सामान्य हो गए।
- भारत और चीन के बीच सुदृढ़ आर्थिक संबंध हैं जहाँ वर्ष 2023-24 में द्विपक्षीय व्यापार 118.4 बिलियन अमरीकी डॉलर रहा और भारतीय यूनिकॉर्न में 3.5 बिलियन अमरीकी डॉलर से अधिक का निवेश हुआ।
- अकादमिक आदान-प्रदान तथा वर्ष 2025 में आयोजित टैगोर की शताब्दी संगोष्ठी जैसे आयोजनों के माध्यम से दोनों देशों के सांस्कृतिक संबंधों का सुदृढ़ीकरण होता है।
- बहुपक्षीय रूप से, वे BRICS, SCO, G-20 में सहयोग करते हैं और अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA) जैसी पहलों का समर्थन करते हैं।
- दोनों देशों के प्रमुख मुद्दों में अनिर्धारित 3,488 किलोमीटर LAC शामिल है, जिसके कारण डोकलाम (2017) और गलवान (2020) जैसे संघर्ष निरंतर होते रहे हैं और PoK के माध्यम से चीन के BRI और CPEC संबंधी रणनीतिक चिंताएँ हैं।
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