नोएडा शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 16 जनवरी से शुरू :   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

प्रिलिम्स फैक्ट्स

  • 09 Dec, 2024
  • 21 min read
प्रारंभिक परीक्षा

हॉर्नबिल महोत्सव

स्रोत: पी.आई.बी.

भारत के प्रधानमंत्री ने हॉर्नबिल महोत्सव के 25 वर्ष पूर्ण होने पर नगालैंड के लोगों को बधाई दी है।

  • नगालैंड को त्योहारों की भूमि के रूप में जाना जाता है, और हॉर्नबिल महोत्सव को त्योहारों का महोत्सव कहा जाता है।

हॉर्नबिल महोत्सव क्या है?

  • वर्ष 2000 में शुरू किया गया हॉर्नबिल महोत्सव नगालैंड का प्रमुख सांस्कृतिक कार्यक्रम है, जो इसकी 17 जनजातियों की समृद्ध विरासत का प्रतीक है। ‘हॉर्नबिल महोत्सव’ प्रतिवर्ष 1 से 10 दिसंबर तक नगालैंड में आयोजित होने वाला उत्सव है।
  • इस उत्सव का नाम हॉर्नबिल पक्षी के नाम पर रखा गया है जो नगाओं के लिये सबसे पूजनीय और प्रिय पक्षी है।
  • सांस्कृतिक उत्सव: हॉर्नबिल महोत्सव नगा जनजातियों के लिये प्रदर्शनों, नृत्यों और प्रदर्शनियों के माध्यम से अपनी समृद्ध परंपराओं को प्रदर्शित करने के लिये एक मंच प्रदान करता है।
    • पूर्ण औपचारिक पोशाक पहने योद्धा पारंपरिक नृत्य और युद्धघोष करने के साथ विजय, फसल, प्रेम और जनजातीय किंवदंतियों से संबंधित विषयों को प्रदर्शित करते हैं।
      • उनकी विशिष्ट पोशाक में हॉर्नबिल पंख, सूअर के दाँत एवं रंग-बिरंगे बुने हुए पट्टे होते हैं जो नगा विरासत तथा गौरव के प्रतीक हैं।
    • यह राज्य का सबसे बड़ा पर्यटन आयोजन है जिसमें वर्ष 2023 में अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों सहित 1.5 लाख से अधिक आगंतुक आए।

हॉर्नबिल

  • ग्रेट इंडियन हॉर्नबिल (बुसेरोस बाइकोर्नि), जिसे काॅन्केव-कास्केड हॉर्नबिल के नाम से भी जाना जाता है, भारतीय उपमहाद्वीप एवं दक्षिण पूर्व एशिया में पाया जाने वाला एक बड़ा पक्षी है।
    • मुख्यतः सदाबहार और नम पर्णपाती वन इसके निवास स्थल हैं।
    • पश्चिमी घाट, पूर्वोत्तर राज्यों और हिमालय के ऊँचे पेड़ों की कैनोपी इसके लिये आदर्श है।
    • यह अरुणाचल प्रदेश और केरल का राज्य पक्षी हैभारत में हॉर्नबिल की नौ प्रजातियाँ पाई जाती हैं, जिनमें से पूर्वोत्तर में सबसे अधिक विविधता है।

भारत में हॉर्नबिल की 9 प्रजातियाँ

द ग्रेट हॉर्नबिल

  • आवास: पश्चिमी घाट और हिमालय। यह भारत में पाई जाने वाली हॉर्नबिल की सभी प्रजातियों में सबसे बड़ा है तथा अरुणाचल प्रदेश व केरल का राजकीय पक्षी भी है।
  • IUCN रेडलिस्ट: सुभेद्य (Vulnerable)
  • CITES: परिशिष्ट I
  • वन्यजीव संरक्षण अधिनियम (WPA), 1972: अनुसूची I

रफस-नेक्ड हॉर्नबिल

  • आवास: यह भारत की सबसे उत्तरी सीमा तक पाया जाता है। संपूर्ण उत्तर-पूर्वी भारत से लेकर पश्चिम बंगाल में महानंदा वन्यजीव अभयारण्य तक ये पाए जाते हैं।
  • IUCN रेड लिस्ट: सुभेद्य (Vulnerable)
  • CITES: परिशिष्ट I

रेथ्ड हॉर्नबिल

  • आवास: उत्तर-पूर्वी भारत.
  • IUCN रेड लिस्ट: सुभेद्य (Vulnerable)
  • CITES: परिशिष्ट II

नारकोंडम हॉर्नबिल

  • आवास: अंडमान-निकोबार द्वीप समूह के नारकोंडम द्वीप के स्थानिक
  • IUCN रेड लिस्ट: सुभेद्य (Vulnerable)
  • CITES: परिशिष्ट II
  • वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972: अनुसूची I

मालाबार पाइड हॉर्नबिल

  • आवास: भारत और श्रीलंका में सदाबहार और नम पर्णपाती वन।
  • IUCN रेड लिस्ट: संकट-निकट (Near Threatened)
  • CITES: परिशिष्ट II

ओरिएंटल पाइड हॉर्नबिल

  • आवास: उपोष्णकटिबंधीय या उष्णकटिबंधीय नम तराई वन।
  • IUCN रेड लिस्ट: कम चिंतनीय (Least Concern)
  • CITES: परिशिष्ट II

ऑस्टेंस ब्राउन हॉर्नबिल

  • आवास: उत्तर पूर्व भारत के वन, मुख्य रूप से नामदफा राष्ट्रीय उद्यान, अरुणाचल प्रदेश में।
  • IUCN रेड लिस्ट: संकट-निकट (Near Threatened)
  • CITES: N/A

मालाबार ग्रे हॉर्नबिल

  • आवास: पश्चिमी घात
  • IUCN रेडलिस्ट: कम चिंतनीय
  • CITES: N/A

इंडियन ग्रे हॉर्नबिल

  • आवास: दक्षिणी हिमालय की तलहटी
  • IUCN रेड लिस्ट: कम चिंतनीय (Least Concern)
  • CITES: N/A

नगालैंड से संबंधित मुख्य तथ्य क्या हैं?

  • राज्य का दर्ज़ा: 1 दिसंबर 1963 को नगालैंड भारत का 16वाँ राज्य बना।
    • सीमाएँ: असम (पश्चिम और उत्तर-पश्चिम), म्याँमार (पूर्व), अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर (दक्षिण)।
  • राजकीय प्रतीक: ब्लिथ्स ट्रैगोपैन (राजकीय पक्षी) और मिथुन (नगालैंड और अरुणाचल प्रदेश का राजकीय पशु)।
  • जीआई उत्पाद: नगा पेड़ टमाटर, नगा ककड़ी और नगा मिर्च।
  • संरक्षित क्षेत्र: इंटंकी राष्ट्रीय उद्यान, फकीम वन्यजीव अभयारण्य, सिंगफान वन्यजीव अभयारण्य और पुलिये बाडज़े वन्यजीव अभयारण्य।
  • जनजातियाँ और संस्कृति: यहाँ 17 प्रमुख जनजातियाँ और कई उप-जनजातियाँ हैं, जिनमें से प्रत्येक की अलग-अलग रीति-रिवाज़, भाषाएँ एवं पहनावा है।

नगालैंड की जनजातियाँ 

अंगामिस (Angamis)

एओस (Aos)

चकेसांग (Chakesang)

काबूस (Kabuis)

कचरिस (Kacharis)

कोन्याक (Konyaks)

कूकी (Kuki)

लोथस (Lothas)

माओ (Maos)

मिकीर्स (Mikirs)

रेंगमास (Rengmas)

टैंकहुल्स (Tankhuls)

ज़ीलियांग (Zeeliang)

  UPSC सिविल सेवा परीक्षा विगत वर्ष के प्रश्न (PYQs)  

प्रिलिम्स 

प्रश्न: भारत के निम्नलिखित क्षेत्रों में से 'ग्रेट इंडियन हॉर्नबिल' के अपने प्राकृतिक आवास में पाए जाने की सबसे अधिक संभावना कहाँ है? (2016) 

(a) उत्तर-पश्चिमी भारत के रेतीले मरुस्थल 
(b) जम्मू-कश्मीर के उच्चतर हिमालय क्षेत्र  
(c) पश्चिमी गुजरात के लवण कच्छ क्षेत्र  
(d) पश्चिमी घाट 

उत्तर: (d)


प्रारंभिक परीक्षा

बिग बैंग सिद्धांत को चुनौती

स्रोत: द हिंदू 

जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (JWST) के हालिया अवलोकनों से पता चला है कि बिग बैंग के 400-650 मिलियन वर्ष बाद भी विशाल, पूर्ण आकाशगंगाओं और ब्लैक होल का अस्तित्व था

  • यह बिग बैंग सिद्धांत के मानक मॉडल को चुनौती देता है, जिसके अनुसार ब्रह्मांड के निर्माण के बाद आकाशगंगा के निर्माण में अरबों वर्ष लगे।

अध्ययन की मुख्य बातें क्या हैं? 

  • बिग बैंग सिद्धांत को चुनौती: नासा के JWST ने बिग बैंग के 400-650 मिलियन वर्ष बाद ही आश्चर्यजनक रूप से बड़ी संख्या में विशाल, पूर्ण आकाशगंगाओं की खोज की है। यह बिग बैंग सिद्धांत को चुनौती देता है, जिसके अनुसार ब्रह्मांड की शुरुआत 13.8 बिलियन वर्ष पूर्व अत्यंत तप्त और सघन बिंदु (सिंगुलैरिटी) के रूप में हुई थी, ऐसा माना जाता है कि आकाशगंगाएँ बहुत बाद में अर्थात् कई अरब वर्षों में निर्मित हुईं। 
    • ब्रह्मांड के विकास के संबंध में ये आरंभिक, परिपक्व आकाशगंगाएँ वर्तमान बोध के अनुरूप नहीं हैं।
  • संकेतक के रूप में ब्लैक होल: ब्लैक होल (जिन्हें छोटे लाल बिंदु कहा जाता है), विशेष रूप से आकाशगंगाओं के केंद्र में स्थित अतिविशाल ब्लैक होल, आकाशगंगा के निर्माण और विकास के प्रमुख संकेतक के रूप में कार्य करते हैं।
    • ब्लैकहोल द्वारा उत्सर्जित ऊष्मा और प्रकाश की मात्रा आकाशगंगाओं में तारों के द्रव्यमान को सटीक रूप से मापने में सहायक है।
  • आरंभिक ब्रह्मांड में विशाल आकाशगंगाओं का कारण: आरंभिक ब्रह्मांड में बड़ी संख्या में विशाल आकाशगंगाओं को इस रूप में परिभाषित किया जा सकता है कि इन आकाशगंगाओं ने वर्तमान आकाशगंगाओं की तुलना में अधिक कुशलता के साथ तारों का निर्माण किया था।
  • JWST की भूमिका: इसमें 6.5 मीटर चौड़ा प्राथमिक दर्पण होता है, इसे आरंभिक ब्रह्मांड के अध्ययन पर केंद्रित, विशेष रूप से अवरक्त अवलोकनों के लिये डिज़ाइन किया गया है।
    • अवरक्त वर्णक्रम में अवलोकन से शोधकर्त्ताओं को आरंभिक आकाशगंगाओं से प्रकाश का पता लगाने, धूम्र मेघों (dust clouds) के पार देखने और उन खगोलीय पिंडों की पहचान करने में सहायता मिलती है, जो अन्यथा अस्पष्ट होते हैं

बिग-बैंग सिद्धांत 

  • ब्रह्मांड की उत्पत्ति: वर्ष 1927 में जॉर्जेस लेमेत्रे द्वारा प्रस्तावित बिग-बैंग सिद्धांत के अनुसार कैसे ब्रह्मांड की शुरुआत एक एकल, लघु और तप्त बिंदु के रूप में हुई, जिसने विस्तृत रूप से विशाल ब्रह्मांड का निर्माण किया।
  • साक्ष्य और पुष्टि: बाद में एडविन हब्बल ने विस्तारित आकाशगंगाओं का अवलोकन करके इस विचार की पुष्टि की, जिससे संकेत मिलता है कि वर्तमान में भी ब्रह्मांड का विस्तार हो रहा है।
  • आकाशीय पिंडों का निर्माण: जैसे-जैसे ब्रह्मांड का विस्तार हुआ, यह शीतल हुआ, जिससे कणों ने परमाणुओं का निर्माण किया, जो पुनः मिलकर ग्रहों, क्षुद्रग्रहों, धूमकेतुओं और ब्लैक होल जैसे आकाशीय पिंडों का निर्माण करने लगे।

Black Hole

  UPSC सिविल सेवा परीक्षा विगत वर्ष के प्रश्न (PYQ)  

प्रारंभिक:

प्रश्न: कभी-कभी समाचारों में 'इवेंट होराइजन', 'सिंगुलैरिटी', 'स्ट्रिंग थ्योरी' और 'स्टैंडर्ड मॉडल' जैसे शब्द किस संदर्भ में आते हैं? (2017)

(a) ब्रह्मांड का प्रेक्षण और बोध
(b) सूर्य और चंद्र ग्रहणों का अध्ययन
(c) पृथ्वी की कक्षा में उपग्रहों का स्थापन
(d) पृथ्वी पर जीवित जीवों की उत्पत्ति और क्रमविकास 

उत्तर: (a)


प्रश्न: निम्नलिखित में से कौन-सा/से वैज्ञानिकों द्वारा ब्रह्मांड के निरंतर विस्तार के साक्ष्य/सबूत के रूप में उद्धृत किया गया है? (वर्ष 2012)

  1. अंतरिक्ष में सूक्ष्म तरंगों का पता लगाना
  2. अंतरिक्ष में अभिरक्त विस्थापन का प्रेक्षण
  3. अंतरिक्ष में क्षुद्रग्रहों की गति
  4. अंतरिक्ष में सुपरनोवा विस्फोटों की घटना

नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये:

(a) 1 और 2
(b) केवल 2
(c) 1, 3 और 4
(d) उपर्युक्त में से किसी को भी साक्ष्य के रूप में उद्धृत नहीं किया जा सकता

उत्तर: (a)


प्रश्न. निम्नलिखित में से कौन-सा/से युग्म सही सुमेलित है/हैं? (2008)

सिद्धांत/नियम से संबंधित

वैज्ञानिक

1. महाद्वीपीय प्रवाह

एडविन हबल

2. ब्रह्मांड का विस्तार

अल्फ्रेड वेगेनर

3. प्रकाश विद्युत प्रभाव

अल्बर्ट आइंस्टीन

नीचे दिये गए कूट का उपयोग करके सही उत्तर चुनिये:

(a) केवल 2 और 3
(b) केवल 3
(c) केवल 2
(d) केवल 1

उत्तर: (b)


रैपिड फायर

कृषि वानिकी का स्थानिक मेंढकों पर प्रभाव

स्रोत: द हिंदू

हाल ही में नेचर कंज़र्वेशन फाउंडेशन (NCF-इंडिया) और बॉम्बे एनवायरनमेंटल एक्शन ग्रुप (BEAG) द्वारा  किये गए एक अध्ययन में उत्तरी पश्चिमी घाट में स्थानीय मेंढकों की प्रजातियों पर कृषि वानिकी के प्रभाव का आकलन किया गया। 

  • अध्ययन के निष्कर्ष: धान के खेतों में उभयचरों की विविधता में अधिक कमी पाई गई; हालाँकि अप्रभावित पठारों में यह अधिक थी जबकि बागों में यह सबसे कम थी।
    • CEPF स्थानीय मेंढक की बिल खोदने वाली प्रजाति (Frog burrowing species) (मिनरवेरा सेप्फी ) और गोवा फेजेरवेरा (मिनरवेरा गोमांतकी ) जैसी स्थानीय प्रजातियाँ  संशोधित आवासों में कम प्रचुर मात्रा में थीं।
    • मिनर्वरिया सिहाद्रेंसिस जैसी सामान्य प्रजातियाँ धान के खेतों में अधिक पाई गईं, जो आवास-प्रेरित बदलावों का संकेत है।
  • पश्चिमी घाट: लैटेराइट पठारों (लौह और एल्युमीनियम से समृद्ध समतल शीर्ष वाले भूदृश्य) से निर्मित पश्चिमी घाट का निर्माण लाखों वर्ष पूर्व ज्वालामुखी संचलन के माध्यम से हुआ था।
    • यह एक जैवविविधता वाला हॉटस्पॉट है, यहाँ 226 मेंढकों समेत लगभग 252 उभयचर प्रजातियाँ पाई जाती हैं।
    • हालाँकि वैश्विक स्तर पर, 40.7% उभयचर प्रजातियाँ (8,011 प्रजातियाँ) निवास स्थान के विनाश, प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन और चिट्रिडिओमाइकोसिस जैसी बीमारियों के कारण संकट में हैं

और पढ़ें: चार्ल्स डार्विन का मेंढक


रैपिड फायर

कोर सेक्टर में सुधार

स्रोत: द हिंदू

भारत के आठ कोर सेक्टर के उत्पादन में अक्तूबर 2024 में साल-दर-साल 3.1% की वृद्धि दर्ज की गई , जो तीन महीनों के उच्चतम स्तर है।

  • हालाँकि यह वृद्धि अक्तूबर 2023 के 12.7% की तुलना में अपेक्षाकृत कम है।
  • आठ कोर सेक्टर: इसमें सीमेंट, कोयला, कच्चा तेल, विद्युत्, उर्वरक, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद एवं इस्पात शामिल हैं।
    • औद्योगिक उत्पादन में इस सेक्टर का योगदान 40% से अधिक है।
  • कोर उद्योग सूचकांक (ICI) के तहत भारत के आठ प्रमुख उद्योगों के उत्पादन के संयुक्त प्रदर्शन को मापा जाता है।
    • ICI को आर्थिक सलाहकार कार्यालय (OEA), DPIIT, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा मासिक आधार पर जारी किया जाता है। 
    • आठ प्रमुख उद्योगों का वर्तमान भार इस प्रकार है: पेट्रोलियम रिफाइनरी उत्पाद (28.04%), विद्युत(19.85%), इस्पात (17.92%), कोयला (10.33%), कच्चा तेल (8.98%), प्राकृतिक गैस (6.88%), सीमेंट (5.37%) और उर्वरक (2.63%)। 
    • वर्तमान ICI शृंखला हेतु आधार वर्ष 2011-12 है।

और पढ़ें: कोर सेक्टर उद्योग


रैपिड फायर

विश्व मृदा दिवस 2024

स्रोत: द हिंदू

विश्व मृदा दिवस प्रतिवर्ष 5 दिसंबर को मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य स्वस्थ मृदा पर ध्यान केंद्रित करना तथा मृदा संसाधनों के सतत् प्रबंधन का समर्थन करना है।

  • विषय: मृदा की देखभाल: मापना, निगरानी करना, प्रबंधन करना (Caring for soils: measure, monitor, manage)।
  • इसे दिसंबर 2013 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा अपनाया गया था तथा पहला विश्व मृदा दिवस 5 दिसंबर 2014 को मनाया गया था।
    • 5 दिसंबर को थाईलैंड के दिवंगत राजा भूमिबोल अदुल्यादेज (King Bhumibol Adulyadej) की जयंती मनाई जाती है, जो इस पहल के प्रमुख समर्थक थे।
  • संरक्षण प्रयास: भारत में मिट्टी बचाओ आंदोलन 1977 में मध्य प्रदेश के होशंगाबाद (नर्मदापुरम) में तवा बाँध के कारण होने वाले मृदा क्षरण के खिलाफ शुरू हुआ ।
    • हमारा 95% से अधिक भोजन मिट्टी से आता है । इसके अलावा वे पौधों के लिये आवश्यक 18 प्राकृतिक रासायनिक तत्त्वों में से 15 की आपूर्ति करते हैं।
  • सतत् मृदा प्रबंधन पद्धतियाँ: न्यूनतम जुताई, फसल चक्र, जैविक पदार्थ का प्रयोग तथा आवरण फसल।

और पढ़ें: वैश्विक मृदा सम्मेलन 2024 और भारत में मृदा


रैपिड फायर

टर्नर पुरस्कार 2024

स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस

हाल ही में भारतीय मूल की स्कॉटिश कलाकार जसलीन कौर ने अपनी प्रदर्शनी “ऑल्टर अल्टर” (जिसमें व्यक्तिगत, राजनीतिक और आध्यात्मिक विषयों का मिश्रण प्रदर्शित किया गया) के लिये प्रतिष्ठित टर्नर पुरस्कार 2024 जीता

  • ऑल्टर अल्टर में रोज़मर्रा की वस्तुओं जैसे डोइली से ढकी कार (Doily-Covered Car) एवं पारिवारिक फोटो को प्रदर्शित किया गया, जिसमें मीरी पीरी (राजनीतिक-आध्यात्मिक संतुलन) की सिख अवधारणा पर प्रकाश डालने के क्रम में सांस्कृतिक प्रतीकों का सम्मिश्रण किया गया तथा कला के माध्यम से सह-अस्तित्व संबंधी नवीन दृष्टिकोण प्रस्तुत किये गए।
  • टर्नर पुरस्कार: इसकी शुरुआत वर्ष 1984 में पैट्रन्स ऑफ न्यू आर्ट नामक समूह द्वारा की गई थी तथा यह समकालीन ब्रिटिश कला से संबंधित सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों में से एक है।
    • इस वर्ष इस पुरस्कार की 40वीं वर्षगाँठ है। इससे पूर्व के भारतीय मूल के विजेता अनीश कपूर (वर्ष 1991) थे।

और पढ़ें: बुकर पुरस्कार 2024


close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2