महत्त्वपूर्ण टॉपिक्स 2020
दिवस 12
- 31 Jul 2020
- 1 min read
प्रिलिम्स रिफ्रेशर प्रोग्राम 2020 के आर्टिकल पेज पर आपका स्वागत है। इस पेज पर हम आपको 3 सुविधाएँ उपलब्ध कराएँगे:
- रीविज़न के लिये टॉपिक्स की एक सूची।
- यदि आवश्यक हो तो टॉपिक्स पर एक संक्षिप्त चर्चा।
- इन टॉपिक्स को तैयार करने के लिये विभिन्न स्रोतों के लिंक।
कृपया अपने साथी अभ्यर्थियों के प्रति सौहार्दपूर्ण रहें तथा संशय-समाधान से संबंधित इन संवादों का उपयोग स्पष्ट रूप से इसके निर्दिष्ट उद्देश्यों के लिये ही करें।
राष्ट्रीय और वैश्विक महत्त्व के मुद्दे
राष्ट्रीय और वैश्विक महत्त्व के मुद्दे प्रायः समाचारों में रहते हैं और चूँकि UPSC हमेशा उन मुद्दों से संबंधित मूलभूत जानकारी के बारे पूछता है इसलिये अतः इन मुद्दों से संबंधित मूलभूत ज्ञान का होना आवश्यक है। इस विषय से संबंधित कुछ प्रश्न पाठ्यक्रम के स्थैतिक भाग से पूछे जाते हैं तो कुछ सामान्यतः करेंट अफेयर्स से संबद्ध होते हैं। UPSC के रुझानों में देखा गया है कि वह इन विषयों से संबंधित तथ्यों, उनके संदर्भों, मूल पृष्ठभूमि आदि के बारे में भी प्रश्न पूछ सकता है।
मानवाधिकार से संबंधित मामले
- मानवाधिकार संरक्षण विधेयक, 2019 तथा NHRC
- राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग
- मानवाधिकार और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग
- मानवाधिकार पर राष्ट्रीय कार्य योजना
- राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग: भूमिका व प्रभावकारिता
- सार्वभौमिक सामयिक समीक्षा
- जलवायु संकट, मानवाधिकारों के लिये सबसे बड़ा संकट
- मानवाधिकार दिवस
मानवाधिकार संबंधित मुद्दों पर विगत वर्षों के प्रश्न:
प्र. निम्नलिखित पर विचार कीजिये: (2011)
1. शिक्षा का अधिकार
2. सार्वजनिक सेवा तक समान पहुँच का अधिकार
3. भोजन का अधिकार
उपरोक्त में से कौन-सा/से "मानव अधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा" के तहत मानव अधिकार है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 1 और 2
(c) केवल 3
(d) 1, 2 और 3
प्र. बाल अधिकारों पर संयुक्त राष्ट्र अभिसमय के संदर्भ में निम्नलिखित पर विचार कीजिये: (2010)
विकास का अधिकार
अभिव्यक्ति का अधिका
मनोरंजन का अधिकार
उपरोक्त में से कौन-सा/से बाल अधिकार है/हैं?
(a) केवल 1
(b) केवल 1 और 3
(c) 2 और 3 ही
(d) 1, 2 और 3
प्र. एमनेस्टी इंटरनेशनल क्या है? (2015)
(a) गृहयुद्धों के शरणार्थियों की मदद हेतु संयुक्त राष्ट्र का एक अभिकरण
(b) विश्वव्यापी मानवाधिकार आंदोलन
(c) अति निर्धन लोगों की मदद के लिये एक गैर-सरकारी स्वैच्छिक संगठन
(d) युद्धग्रस्त क्षेत्रों में चिकित्सा आकस्मिकताओं को पूरा करने के लिए एक अंतर-सरकारी अभिकरण
आतंकवाद
- जैव आतंकवाद: विध्वंस का एक नया रूप
- ब्रिक्स: आतंकवाद पर विशेष ध्यान
- आतंकवाद पर मीडिया का कवरेज़
- देश देशांतर - भारत और आतंकवाद
- आतंक से संघर्ष, न्याय संगतता द्वारा संरक्षण (रिपोर्ट)
- वित्तीय कार्रवाई कार्य बल
- FATF ग्रे लिस्ट
- गुजरात का आतंकवाद निरोधक अधिनियम
- NIA संशोधन विधेयक
कोविड -19
- महामारी के दौर में सहकारी संघवाद
- कोविड -19 और भारत की तैयारी
- सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों पर लॉकडाउन का प्रभाव
- A3i: भारत में कोविड -19 के अद्वितीय गुण
- COVID एक्शन प्लेटफॉर्म
- चीन: विभिन्न वैश्विक रोगों का अधिकेंद्र
- कोरोनावायरस का आर्थिक प्रभाव
- कोरोनावायरस रोकथाम- साबुन और सैनिटाइज़र
- कोरोना वायरस: अंतर्राष्ट्रीय राजनीति का निर्धारक
- वुहान वायरस
- हर्ड इम्युनिटी
- भारत का पहला प्लाज़्मा बैंक
- COVID-19 दवा के मानवीय परीक्षण को मंज़ूरी
- COVID-19 महामारी के कारण बढ़ता शिक्षा अंतराल
- COVID-19: आर्थिक संकट
- WHO द्वारा बीमारियों के नामकरण की प्रक्रिया
संरक्षणवाद/वि-वैश्वीकरण
- वैश्विक व्यापार युद्ध: संरक्षणवाद का बहाना
- संरक्षणवाद
- व्यापार युद्ध
- क्या वैश्वीकरण का अंत हो रहा है?
- नि-वैश्वीकरण और आत्मनिर्भर भारत अभियान
- भारतीय अर्थव्यवस्था में मंदी की आहट
- भारतीय अर्थव्यवस्था के पुनरुद्धार की आवश्यकता
भारत द्वारा जलवायु परिवर्तन समझौता
- भारत में जलवायु परिवर्तन और विकास
- जलवायु परिवर्तन वार्ता में चुनौतियाँ
- भारतीय क्षेत्र पर जलवायु परिवर्तन का आकलन: MoES
- जलवायु परिवर्तन और इसका अर्थव्यवस्था एवं कृषि पर प्रभाव
- जलवायु परिवर्तन एक वैश्विक चुनौती
- भारत और जलवायु कूटनीति
जलवायु परिवर्तन समझौते पर आधारित विगत वर्षों के प्रश्न:
प्र. निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा/से भारत सरकार के 'हरित भारत मिशन (Green India Mission)' के उद्देश्यों को सर्वोत्तम रूप से वर्णित करता है/करते हैं? (2016)
1. पर्यावरणीय लाभों एवं लागतों को केंद्र एवं राज्य के बजट में सम्मिलित करते हुए एतद् द्वारा 'हरित लेखाकरण (ग्रीन अकाउंटिंग)' को अमल में लाना।
2. कृषि उत्पाद के संवर्द्धन हेतु द्वितीय हरित क्रांति आरंभ करना जिससे भविष्य में सभी के लिये खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित हो।
3. वन आच्छादन की पुनः प्राप्ति और संवर्द्धन करना तथा अनुकूलन (अडाप्टेशन) एवं न्यूनीकरण (मिटिगेशन) के संयुक्त उपायों से जलवायु परिवर्तन का प्रत्युत्तर देना।
नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये:
(a) केवल 1
(b) केवल 1और 3
(c) केवल 3
(d) 1, 2 और 3
प्र. वैज्ञानिक दृष्टिकोण यह है कि विश्व तापमान पूर्व-औद्योगिक स्तर से 2°C से अधिक नहीं बढ़ना चाहिये। यदि विश्व तापमान पूर्व-औद्योगिक स्तर से 3°C के परे बढ़ जाता है, तो विश्व पर उसका संभावित असर क्या होगा? (2014)
1. स्थलीय जीवमण्डल एक नेट कार्बन स्रोत की ओर प्रवृत्त होगा।
2. विस्तृत प्रवाल मर्त्यता घटित होगी।
3. सभी भूमंडलीय आर्द्रभूमियाँ स्थायी रूप से लुप्त हो जाएँगी।
4. अनाजों की खेती विश्व में कहीं भी संभव नहीं होगी।
नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये:
(a) केवल 1
(b) केवल 1 और 2
(c) केवल 2 , 3 और 4
(d) 1 , 2 , 3 और 4
प्र. “मोमेंटम फॉर चेंज : क्लाइमेट न्यूट्रल नाउ” पहल किसके द्वारा प्रवर्तित की गई है? (2018)
(a) जलवायु परिवर्तन पर अंतर सरकारी पैनल
(b) UNEP सचिवालय
(c) UNFCCC सचिवालय
(d) विश्व मौसमविज्ञान संगठन
प्र. "भूमंडलीय जलवायु परिवर्तन संधि (ग्लोबल क्लाइमेट चेंज एलाएंस )" के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों में से कौन- सा/से सही है/हैं ? (2017)
1. यह यूरोपीय संघ की पहल है।
2. यह लक्ष्याधीन विकासशील देशों को उनकी विकास नीतियों और बजटों में जलवायु परिवर्तन के एकीकरण हेतु तकनीकी एवं वित्तीय सहायता प्रदान करता है।
3. इसका समन्वय विश्व संसाधन संस्थान (WRI) और धारणीय विकास हेतु विश्व व्यापार परिषद (WBCSD) द्वारा किया जाता है।
नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये :
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 3
(c) केवल 2 और 3
(d) 1 , 2 और 3
प्र. हरित अर्थव्यवस्था पर कार्रवाई के लिये भागीदारी (पी.ए.जी.ई.), जो अपेक्षाकृत हरित एवं और अधिक समावेशी अर्थव्यवस्था की ओर देशों के संक्रमण में सहायता देने के लिये संयुक्त राष्ट्र की एक क्रियाविधि है, आविर्भूत हुई: (2018)
(a) जोहान्सबर्ग में 2002 के संधारणीय विकास के पृथ्वी शिखर-सम्मेलन में
(b) रियो डी जनेरियो में 2012 के संधारणीय विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन में
(c) पेरिस में 2015 में जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन में
(d) नई दिल्ली में 2016 के विश्व संधारणीय विकास के शिखर सम्मेलन में