हरियाणा Switch to English
हरियाणा दिवस, 2024
प्रमुख बिंदु
- पृष्ठभूमि:
- भाषाई और सांस्कृतिक पहचान: सांस्कृतिक और भाषाई रूप से अलग हरियाणा ने आज़ादी के बाद पंजाब से स्वायत्तता की मांग की।
- राज्य का दर्जा देने की मांग: प्रमुख नेताओं ने हरियाणा की सांस्कृतिक और भाषाई विशिष्टता पर ज़ोर देते हुए एक हिंदी भाषी राज्य की वकालत की।
- पंजाब पुनर्गठन अधिनियम, 1966: भारतीय संसद द्वारा पारित, यह अधिनियम हरियाणा और पंजाब राज्यों के साथ-साथ केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के निर्माण में महत्त्वपूर्ण था।
- शाह आयोग (1966): न्यायमूर्ति जे.सी. शाह के अधीन गठित इस आयोग ने भाषाई जनसांख्यिकी के आधार पर विशिष्ट सीमाओं की सिफारिश की थी।
- सिफारिश: हरियाणा को हिंदी भाषी आबादी के अनुरूप क्षेत्र आवंटित किये जाएँ, जिनमें हिसार और गुड़गाँव जैसे ज़िले भी शामिल हों।
- महत्वपूर्ण व्यक्तित्व:
- पंडित भगवत दयाल शर्मा: हरियाणा के प्रथम मुख्यमंत्री, वे पूर्ण राज्य के लिये एक प्रमुख समर्थक थे।
- न्यायमूर्ति जे.सी. शाह: शाह आयोग की अध्यक्षता की, जो हरियाणा की सीमाओं के निर्धारण में महत्त्वपूर्ण था।
पंजाब पुनर्गठन अधिनियम, 1966
- पंजाब पुनर्गठन अधिनियम, 1966 ने पंजाब राज्य के कुछ हिस्सों को अलग करके नए राज्य और एक केंद्र शासित प्रदेश बनाया।
- हरियाणा एक नया राज्य था, जो राज्य के हिंदी भाषी क्षेत्रों को मिलाकर बनाया गया था, जिसमें हिसार, रोहतक, गुड़गाँव, करनाल और महेंद्रगढ़ ज़िले शामिल थे।
- हिमाचल प्रदेश में पंजाब के पहाड़ी क्षेत्रों को मिलाकर हिमाचल प्रदेश बनाया गया, जो उस समय केंद्र शासित प्रदेश था। हिमाचल प्रदेश वर्ष 1971 में एक राज्य बना।
- पंजाब की राजधानी चंडीगढ़ को पंजाब और हरियाणा दोनों की अस्थायी राजधानी के रूप में कार्य करने के लिये केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया था।
- पंजाब पुनर्गठन अधिनियम, 1966 भारतीय संसद द्वारा 18 सितंबर, 1966 को पारित किया गया था। यह पंजाबी सूबा आंदोलन का परिणाम था, जिसका उद्देश्य पंजाबी भाषी राज्य बनाना था।
हरियाणा Switch to English
हरियाणा में नए मुख्य सचिव
चर्चा में क्यों?
हाल ही में 1989 बैच के IAS अधिकारी विवेक जोशी को हरियाणा का नया मुख्य सचिव नियुक्त किया गया है, जिससे राज्य में महत्त्वपूर्ण प्रशासनिक परिवर्तन हुए हैं।
प्रमुख बिंदु
- नियम और ज़िम्मेदारियाँ:
- जोशी सामान्य प्रशासन, मानव संसाधन, कार्मिक एवं प्रशिक्षण, संसदीय मामले और सतर्कता सहित विभागों की देखरेख करेंगे।
- वह प्रभारी सचिव के रूप में योजना समन्वय का भी प्रबंधन करेंगे।
- पृष्ठभूमि:
- इस नियुक्ति से पहले, जोशी केंद्रीय कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशनभोगी मंत्रालय के तहत कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग में सचिव के रूप में कार्यरत थे।
- मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने 26 अक्तूबर को राज्य सरकार के अनुरोध पर हरियाणा कैडर में उनके प्रत्यावर्तन को मंजूरी दे दी।
- जोशी के आधिकारिक रूप से कार्यभार ग्रहण करने तक हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) अनुराग रस्तोगी अस्थायी रूप से मुख्य सचिव का कार्यभार संभालेंगे।
राज्य के मुख्य सचिव
- नियुक्ति:
- मुख्य सचिव का चयन मुख्यमंत्री द्वारा किया जाता है। चूँकि मुख्य सचिव की नियुक्ति मुख्यमंत्री की कार्यकारी कार्यवाही है, इसलिये यह राज्य के राज्यपाल के नाम पर की जाती है।
- पद :
- मुख्य सचिव का पद भारत के राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की सिविल सेवाओं में सबसे वरिष्ठ पद है।
- यह पद भारतीय प्रशासनिक सेवा का कैडर पद है।
- मुख्य सचिव मंत्रिमंडल के सभी मामलों में मुख्यमंत्री का मुख्य सलाहकार होता है।
- कार्यकाल:
- मुख्य सचिव के कार्यालय को कार्यकाल प्रणाली के संचालन से बाहर रखा गया है। इस पद के लिये कोई निश्चित कार्यकाल नहीं है।
उत्तराखंड Switch to English
उत्तराखंड के गाँवों में HIV का प्रकोप
चर्चा में क्यों?
हाल ही में नैनीताल के रामनगर में HIV प्रकोप की सूचना मिली है, जिससे नशीली दवाओं की लत और असुरक्षित यौन संबंधों के प्रभाव के बारे में जागरूकता बढ़ी है।
प्रमुख बिंदु
- HIV प्रसार:
- रामनगर में 19 से अधिक पुरुष असुरक्षित यौन संबंध के बाद HIV पॉजिटिव पाए गए।
- अधिकारी इसे सामुदायिक स्वास्थ्य सतर्कता को और अधिक सख्त बनाने के लिये एक चेतावनी के रूप में बता रहे हैं।
- भारत में HIV - आँकड़े:
- वर्ष 2022 तक, लगभग 2.47 मिलियन भारतीय HIV के साथ जी रहे हैं, तथा वयस्कों में इसकी व्यापकता दर 0.2% है।
- वर्ष 2010 के बाद से नये संक्रमणों में 42% से अधिक की गिरावट आई है, तथा AIDS से संबंधित मौतों में लगभग 77% की कमी आई है।
- सरकारी प्रयास:
- भारत का राष्ट्रीय AIDS और STI नियंत्रण कार्यक्रम (2021-2025) मुख्यतः घरेलू स्तर पर वित्त पोषित है, जिसका ध्यान रोकथाम, परीक्षण और उपचार पर केंद्रित है।
- सामाजिक न्याय मंत्रालय नशे और मादक पदार्थों से संबंधित समस्याओं से ग्रस्त लोगों की सहायता के लिये एक राष्ट्रीय हेल्पलाइन संचालित करता है।
ह्यूमन इम्यूनोडेफिशियेंसी वायरस (HIV)
- परिचय:
- HIV का मतलब है ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस, जो एक ऐसा वायरस है जो मानव शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली पर हमला करता है।
- यह मुख्य रूप से CD4 प्रतिरक्षा कोशिकाओं को लक्ष्य बनाता है और उन्हें क्षतिग्रस्त करता है, जो संक्रमणों और रोगों से लड़ने की शरीर की क्षमता के लिये आवश्यक हैं।
- समय के साथ, HIV प्रतिरक्षा प्रणाली को कमज़ोर कर देता है, जिससे शरीर अवसरवादी संक्रमणों (Opportunistic Infections) और कैंसर के प्रति संवेदनशील हो जाता है।
- संचरण:
- HIV मुख्यतः रक्त, वीर्य, योनि द्रव्य और स्तनपान जैसे कुछ शारीरिक तरल पदार्थों के आदान-प्रदान के माध्यम से फैलता है।
- गंभीरता:
- यदि उपचार न किया जाए तो वायरस व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रणाली को नष्ट कर देता है और उन्हें एक्वायर्ड इम्यूनोडेफिशिएंसी सिंड्रोम (AIDS) चरण में कहा जाता है, जहाँ उसे कई अवसरवादी संक्रमण (Opportunistic Infections) होते हैं, जिसके परिणामस्वरूप मृत्यु हो सकती है।
- उपचार:
- यद्यपि वर्तमान में इस संक्रमण का कोई इलाज नहीं है, फिर भी एंटीरेट्रोवाइरल थेरेपी का उपयोग करके इस रोग का प्रबंधन किया जा सकता है।
- ये दवाएँ शरीर के भीतर वायरस की प्रतिकृति को नष्ट देती हैं, जिससे CD4 प्रतिरक्षा कोशिकाओं की संख्या में वृद्धि हो जाती है।
महत्त्वपूर्ण टॉपिक्स 2020 Switch to English
कोडो मिलेट के ज़हर से हाथियों की मौत
चर्चा में क्यों?
हाल ही में मध्य प्रदेश के बांधवगढ़ टाइगर रिज़र्व में दस हाथियों की संदिग्ध कोडो मिलेट विषाक्तता के कारण मृत्यु हो गई। कोडो मिलेट एक ऐसा अनाज है जो विशेष पर्यावरणीय परिस्थितियों में विषाक्तता उत्पन्न कर सकता है।
मुख्य बिंदु
- कोडो मिलेट के बारे में:
- कोडो मिलेट जिसे पास्पलम स्क्रोबिकुलैटम (Paspalum scrobiculatum) के नाम से जाना जाता है, एक लचीली, सूखा-सहिष्णु फसल है जिसमें उच्च उपज और उत्कृष्ट भंडारण क्षमता है, जो अक्सर भारत में आदिवासी और आर्थिक रूप से वंचित समुदायों के लिये मुख्य भोजन के रूप में काम आती है।
- भारत, विशेषकर मध्य प्रदेश, इसका सबसे बड़ा उत्पादक है।
- मध्य प्रदेश के अलावा बाजरे की खेती गुजरात, कर्नाटक, छत्तीसगढ़ और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में की जाती है।
- कोडो मिलेट की विषाक्तता:
- मिलेट (बाजरा), खास तौर पर कोडो मिलेट, एर्गोट जैसे फंगल संक्रमणों से ग्रस्त होता है, जो विषाक्त पदार्थ उत्पन्न कर सकता है जो अनाज की उपज को नुकसान पहुँचाता है और खाने पर विषाक्तता उत्पन्न करता है। ये संक्रमण विशेष रूप से आर्द्र परिस्थितियों में नुकसानदायक होते हैं।
- विषाक्तता तब उत्पन्न होती है जब पर्यावरणीय परिस्थितियां कवक की वृद्धि को बढ़ावा देती हैं, जिससे माइकोटॉक्सिन साइक्लोपियाज़ोनिक एसिड (CPA) उत्पन्न होता है।
- CPA तंत्रिका और हृदय प्रणाली को प्रभावित करता है, जिससे पशुओं में उल्टी, कम्पन और हाथ-पैर ठंडे होने जैसे लक्षण उत्पन्न होते हैं।
- कोडो विषाक्तता के ऐतिहासिक मामले:
- दस्तावेज़ में दर्ज मामले 1922 के हैं, जिनमें माइकोटॉक्सिन युक्त बाजरे से मनुष्य और पशु दोनों प्रभावित हुए थे।
- कोडो मिलेट के ज़हर के कारण समय-समय पर वन्यजीवों की मौत हो रही है, जिसमें वर्ष 2022 में एक हाथी की मौत भी शामिल है।
- जाँच एवं रोकथाम:
- पता लगाने के लिये क्रोमैटोग्राफी जैसे रासायनिक विश्लेषण या एलिसा (ELISA) जैसी तीव्र विधियों की आवश्यकता होती है ।
- संदूषण को रोकने के लिये, विशेषज्ञ उचित भंडारण और जैव नियंत्रण विधियों की सलाह देते हैं, जिसमें लाभकारी जीव शामिल होते हैं जो फंगल प्रसार को सीमित करते हैं।
मिलेट (बाजरा)
- परिचय:
- यह एक सामूहिक शब्द है जो अनेक छोटे बीज वाली वार्षिक घासों को संदर्भित करता है, जिनकी खेती अनाज की फसलों के रूप में, मुख्य रूप से समशीतोष्ण, उपोष्णकटिबंधीय और उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों के शुष्क क्षेत्रों की सीमांत भूमि पर की जाती है।
- भारत में उपलब्ध कुछ सामान्य मोटे अनाज हैं रागी (फिंगर मिलेट), ज्वार (सोरघम), समा (लिटिल मिलेट), बाजरा (पर्ल मिलेट) और वरिगा (प्रोसो मिलेट)।
- इन अनाजों के सबसे पुराने साक्ष्य सिंधु सभ्यता में पाए गए हैं और ये भोजन के लिये पालतू बनाए गए पहले पौधों में से एक थे।
- यह लगभग 131 देशों में उगाया जाता है और एशिया और अफ्रीका में लगभग 60 करोड़ लोगों का पारंपरिक भोजन है।
- भारत विश्व में बाजरे का सबसे बड़ा उत्पादक है।
- यह वैश्विक उत्पादन का 20% तथा एशिया के उत्पादन का 80% है।
- वैश्विक वितरण:
- भारत, नाइजीरिया और चीन विश्व में बाजरे के सबसे बड़े उत्पादक हैं, जिनका वैश्विक उत्पादन में 55% से अधिक का योगदान है।
- भारत कई वर्षों तक बाजरे का मुख्य उत्पादक रहा है। हालाँकि, हाल के समय में अफ्रीका में बाजरे के उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
छत्तीसगढ़ Switch to English
छत्तीसगढ़ का 24वाँ स्थापना दिवस
चर्चा में क्यों?
छत्तीसगढ़ अपना 24वाँ स्थापना दिवस विभिन्न जीवंत कार्यक्रमों के साथ मना रहा है, जिनमें राज्य की सांस्कृतिक समृद्धि और उपलब्धियों पर प्रकाश डाला जाएगा।
मुख्य बिंदु
- गठन:
- छत्तीसगढ़ की स्थापना 1 नवंबर 2000 को मध्य प्रदेश के 16 ज़िलों को मिलाकर की गई थी।
- यह भारत का 10वाँ सबसे बड़ा राज्य है जिसका क्षेत्रफल 1,35,190 वर्ग किमी. है।
- अर्थव्यवस्था:
- छत्तीसगढ़ इस्पात और विद्युत उत्पादन का एक प्रमुख केंद्र है, जो भारत के कुल इस्पात उत्पादन में लगभग 15% का योगदान देता है।
- "धान का कटोरा" (Bowl of Rice) के नाम से प्रसिद्ध इस क्षेत्र में लगभग 80% कार्यबल कृषि से जुड़ा है, जो मुख्य रूप से चावल की खेती पर केंद्रित है।
- भूगोल:
- राज्य की सीमाएँ मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, ओडिशा, झारखंड और उत्तर प्रदेश के साथ मिलती हैं।
- रायपुर छत्तीसगढ़ की राजधानी है।
- छत्तीसगढ़ी यहाँ की मूल भाषा है, जबकि हिंदी व्यापक रूप से बोली जाती है।
- जनजातीय विविधता:
- प्रमुख जनजातियों में गोंड, बैगा, हल्बा और कमार शामिल हैं, जो राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत में योगदान देते हैं।
- त्योहार:
- उल्लेखनीय त्योहारों में बस्तर दशहरा, मड़ई महोत्सव और कोरिया मेला शामिल हैं, जो जीवंत आदिवासी परंपराओं को दर्शाते हैं।
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