प्रारंभिक परीक्षा
विश्व एड्स दिवस 2023
- 04 Dec 2023
- 6 min read
स्रोत: द हिंदू
ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस (HIV)/एक्वायर्ड इम्यूनो डेफिशिएंसी सिंड्रोम (AIDS) के बारे में जागरूकता बढ़ाने और इससे पीड़ित लोगों का समर्थन करने के लिये प्रत्येक वर्ष 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस (World AIDS Day) मनाया जाता है।
- विश्व एड्स दिवस पहली बार वर्ष 1988 में मनाया गया था, जब विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इस दिन को मान्यता दी थी।
- विश्व एड्स दिवस- 2023 का विषय है- ‘समुदायों को नेतृत्व करने दें’ (Let communities lead)।’
HIV/AIDS रोग क्या है?
- परिचय:
- ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस (HIV) एक संक्रमण है जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली पर हमला करता है।
- AIDS, HIV संक्रमण का अंतिम चरण है, जो तब होता है जब वायरस के कारण शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो जाती है।
- HIV शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली में CD4, एक प्रकार की श्वेत रक्त कोशिका (T- सेल) पर हमला करता है।
- T- सेल, वे कोशिकाएँ हैं जो पूरे शरीर में पाई जाती हैं और कोशिकाओं में विसंगतियों एवं संक्रमण का पता लगाती हैं।
- शरीर में प्रवेश करने के बाद HIV वायरस स्वयं का गुणन/प्रसार करता है और CD4 कोशिकाओं को नष्ट कर देता है, जिससे मानव प्रतिरक्षा प्रणाली गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो जाती है। एक बार यह वायरस शरीर में प्रवेश कर जाए तो इसे कभी भी खत्म नहीं किया जा सकता है।
- HIV से संक्रमित व्यक्ति का CD4 संख्या काफी कम हो जाती है। एक स्वस्थ शरीर में CD4 की संख्या 500-1600 के बीच होती है, लेकिन संक्रमित शरीर में यह 200 तक भी जा सकती है।
- ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस (HIV) एक संक्रमण है जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली पर हमला करता है।
- प्रसार:
- HIV कई स्रोतों से फैल सकता है, उदाहरण के लिये HIV से संक्रमित व्यक्ति के शरीर के कुछ तरल पदार्थों जैसे- रक्त, वीर्य, मलाशय द्रव, योनि द्रव या स्तन का दूध आदि के सीधे संपर्क में आने से, जिसमें पता लगाने योग्य पर्याप्त वायरल लोड होता है।
- लक्षण:
- एक बार जब HIV, AIDS में बदल जाता है तो इसमें शुरुआती लक्षण देखे जा सकते हैं जैसे- अत्यधिक थकान, बुखार, जननांगों या गर्दन के आसपास घाव, निमोनिया आदि।
- HIV AIDS की व्यापकता:
- अनुमान है कि वैश्विक स्तर पर 39 मिलियन व्यक्ति ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस (HIV) से ग्रस्त हैं।
- भारत में यह आँकड़ा 24 लाख है।
- वर्ष 2022 में वैश्विक स्तर पर 1.3 मिलियन और भारत में 63,000 नए HIV संक्रमण के मामले पाए गए।
- वर्ष 2022 में वैश्विक स्तर पर इन स्थितियों के कारण 6,50,000 लोगों की मृत्यु हुई। भारत में AIDS के कारण 42,000 लोगों की मृत्यु हुई। इनमें से कई अवसरवादी संक्रमणों को रोका जा सकता है और उनका इलाज किया जा सकता है।
HIV की रोकथाम के लिये भारत ने क्या प्रयास किये हैं?
- HIV और एड्स (निवारण एवं नियंत्रण) अधिनियम, 2017: इस अधिनियम के अनुसार, केंद्र तथा राज्य सरकारें HIV अथवा एड्स के संक्रमण को रोकने के लिये उपाय करेंगी।
- ART तक पहुँच:
- भारत ने विश्व में HIV से पीड़ित 90 प्रतिशत से अधिक लोगों के लिये एंटीरेट्रोवाइरल थेरेपी (ART) को सस्ता और सुलभ बना दिया है।
- समझौता ज्ञापन (Memorandum of Understanding- MoU):
- स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने HIV/एड्स संबंधी जागरूकता बढ़ाने और नशीली दवाओं के दुरुपयोग के पीड़ितों तथा HIV/एड्स से पीड़ित बच्चों और लोगों के खिलाफ सामाजिक दुर्व्यवहार एवं भेदभाव की घटनाओं को कम करने के लिये वर्ष 2019 में सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये।
- प्रोजेक्ट सनराइज़:
- स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा वर्ष 2016 में उत्तर-पूर्वी राज्यों में बढ़ते HIV के प्रसार से निपटने हेतु विशेष रूप से ड्रग्स इंजेक्शन का प्रयोग करने वाले लोगों में इसके प्रयोग को रोकने हेतु 'प्रोजेक्ट सनराइज़' (Project Sunrise) शुरू किया गया था।
- प्री-एक्सपोज़र प्रोफिलैक्सिस (PrEP):
- HIV से संक्रमित होने के उच्च जोखिम वाले व्यक्तियों को निरंतर रूप से PrEP दवाएँ देने से संक्रमण की संभावना काफी कम हो सकती है।
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष का प्रश्नप्रश्न. निम्नलिखित बीमारियों में से कौन-सी टैटू बनवाने के द्वारा एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में संचरित हो सकती है/हैं? (2013)
नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये: (a) केवल 1 उत्तर: (b) |