इसरो के नए अध्यक्ष डॉ. वी. नारायणन | 09 Jan 2025
स्रोत: द हिंदू
डॉ. वी. नारायणन 14 जनवरी 2025 को दो साल के कार्यकाल के लिये इसरो के अध्यक्ष तथा अंतरिक्ष विभाग के सचिव के रूप में एस. सोमनाथ का स्थान लेंगे।
- इसरो के वर्ष 2025 के मिशनों में नारायणन की भूमिका: इसरो के अध्यक्ष के रूप में नारायणन भारत की नेविगेशन प्रणाली के लिये NVS-02 के प्रक्षेपण की देखरेख के साथ मानवरहित गगनयान मिशन का नेतृत्व करेंगे तथा मार्च 2025 में भारत-अमेरिका निसार उपग्रह का प्रक्षेपण का नेतृत्व करेंगे।
- डॉ. एस. सोमनाथ का योगदान: इन्होंने चंद्रयान-3, आदित्य-एल1, एक्सपोसैट और इनसैट मिशनों का नेतृत्व किया।
- इन्होंने लघु उपग्रह प्रक्षेपण यान (SSLV), पुन: प्रयोज्य प्रक्षेपण यान (RLV-LEX) और गगनयान अबाॅर्ट मिशनों का नेतृत्व किया।
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अंतरिक्ष विभाग के सचिव के रूप में इन्होंने राष्ट्रीय अंतरिक्ष नीति 2023 एवं IN-SPACe की पहल के साथ इसरो और निजी उपक्रमों के साथ सहयोग को बढ़ावा दिया।
- इसरो: 15 अगस्त 1969 को गठित इसरो द्वारा भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुसंधान समिति (INCOSPAR) का स्थान लिया गया, जिसकी स्थापना वर्ष 1962 में डॉ. विक्रम साराभाई के नेतृत्व में राष्ट्रीय विकास हेतु अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी को उन्नत बनाने के लिये की गई थी।
- वर्ष 1972 में भारत ने अंतरिक्ष आयोग का गठन किया और DoS की स्थापना की, और इसरो को इसके नियंत्रण में लाया गया।
- अंतरिक्ष विभाग का सचिवालय और इसरो का मुख्यालय बेंगलुरु के अंतरिक्ष भवन में है।.
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