प्रारंभिक परीक्षा
भारत-ASEAN संबंधों पर 10 सूत्री योजना
- 14 Oct 2024
- 8 min read
स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस
चर्चा में क्यों?
हाल ही में भारत के प्रधानमंत्री ने लाओस के वियनतियाने में 21वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन 2024 में 10 सूत्री योजना की घोषणा की।
- उन्होंने 44वें आसियान शिखर सम्मेलन (जिसका विषय था ASEAN: कनेक्टिविटी और लचीलापन बढ़ाना') तथा 19वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भी भाग लिया।
- वर्ष 2024 में भारत की एक्ट ईस्ट नीति (जिसकी घोषणा वर्ष 2014 में हिंद-प्रशांत क्षेत्र में व्यापार, सुरक्षा और कनेक्टिविटी के संदर्भ में भारत-आसियान संबंधों को मज़बूत करने के लिये की गई थी) के 10 वर्ष भी पूरे हुए हैं।
21वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन 2024 के बारे में मुख्य तथ्य क्या हैं?
- आसियान और भारत अवलोकन: आसियान और भारत की संयुक्त रूप से विश्व के सकल घरेलू उत्पाद में 7% तथा वैश्विक जनसंख्या में 26% की हिस्सेदारी है।
- उभरती प्रौद्योगिकियाँ: भारत और आसियान ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), ब्लॉकचेन, इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT), रोबोटिक्स, क्वांटम कंप्यूटिंग और 6-G तकनीक पर सहयोग करने पर सहमति व्यक्त की।
- डिजिटल परिवर्तन: उन्होंने डिजिटल बुनियादी ढाँचे, फिनटेक और साइबर सुरक्षा को कवर करते हुए डिजिटल परिवर्तन को आगे बढ़ाने पर संयुक्त प्रस्ताव रखा।
- भारत, आधार और UPI जैसे डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढाँचे में अपनी विशेषज्ञता आसियान देशों के साथ साझा करेगा।
- आसियान-भारत व्यापार वृद्धि: पिछले दस वर्षों में भारत-आसियान व्यापार दोगुना होकर 130 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक हो गया है।
- हालाँकि, आसियान के साथ भारत का व्यापार घाटा वित्त वर्ष 2013 के 8 बिलियन अमेरिकी डॉलर की तुलना में वित्त वर्ष 2023 में बढ़कर 44 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया है।
- भारत, आसियान का छठा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है और आसियान वार्ता साझेदारों में FDI का आठवाँ सबसे बड़ा स्रोत है।
- स्थानीय मुद्रा में व्यापार: कुछ आसियान देशों और भारत ने स्थानीय मुद्राओं में व्यापार करना शुरू कर दिया है, जिसमें मलेशिया अग्रणी है तथा अन्य आसियान देशों से भी इसका अनुसरण करने की उम्मीद है।
- निवेश प्रवाह: भारत और आसियान की वैश्विक मूल्य शृंखला (GVC) में वृद्धि हुई, जिसमें वर्ष 2000 से 2023 तक कुल निवेश 125 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक हो गया है।
- वित्तीय एकीकरण: जून 2024 में भारतीय रिज़र्व बैंक आधिकारिक तौर पर आसियान के साथ प्रोजेक्ट नेक्सस में शामिल हो गया, जो भारत के यूपीआई और सिंगापुर की पेनाउ प्रणाली के बीच वास्तविक समय में सीमा पार लेनदेन को सक्षम बनाता है।
- क्षेत्रीय सुरक्षा: दोनों पक्षों ने क्षेत्रीय शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिये आसियान-भारत व्यापक रणनीतिक साझेदारी को बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की, जो भारत-प्रशांत पर आसियान दृष्टिकोण (AOIP) के अनुरूप है और भारत की एक्ट ईस्ट नीति (AEP) द्वारा समर्थित है।
- दक्षिण चीन सागर के लिये आचार संहिता: दोनों ने दक्षिण चीन सागर में पक्षों के आचरण पर घोषणा (DOC) के पूर्ण कार्यान्वयन का समर्थन किया और UNCLOS वर्ष 1982 के अनुरूप एक प्रभावी आचार संहिता (COC) का आह्वान किया।
- रक्षा और सुरक्षा सहयोग: दोनों देश संयुक्त सैन्य अभ्यास और नौसैनिक बंदरगाहों पर कॉल के माध्यम से समुद्री सुरक्षा, आतंकवाद-रोधी, साइबर सुरक्षा आदि सुनिश्चित करने पर सहमत हुए। उदाहरण के लिये आसियान भारत समुद्री अभ्यास।
नोट: भारत के प्रधानमंत्री ने वर्ष 2023 में भारत-आसियान आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिये ज़कार्ता में 12-सूत्री एजेंडे की घोषणा की, जिसमें इस साझेदारी के लिये भारत की सुदृढ़ प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला गया।
आसियान सहयोग के लिये भारत की 10 सूत्री योजना क्या है?
- आसियान-भारत पर्यटन वर्ष 2025: भारत संयुक्त पर्यटन गतिविधियों के लिये 5 मिलियन अमेरिकी डॉलर का योगदान देगा।
- एक्ट ईस्ट नीति के एक दशक का योगदान: युवा शिखर सम्मेलन, स्टार्ट-अप महोत्सव, हैकाथॉन, संगीत महोत्सव और थिंक टैंक पहल जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएँगे।
- महिला वैज्ञानिक सम्मेलन: महिला वैज्ञानिकों के लिये एक सम्मेलन के माध्यम से आसियान-भारत विज्ञान सहयोग।
- शैक्षिक छात्रवृत्तियाँ: नालंदा विश्वविद्यालय की छात्रवृत्तियों को दोगुना करना तथा भारतीय कृषि विश्वविद्यालयों में आसियान छात्रों के लिये नई छात्रवृत्तियाँ प्रदान करना।
- व्यापार समझौते की समीक्षा: आसियान-भारत वस्तु व्यापार समझौते की वर्ष 2025 तक समीक्षा की जाएगी।
- आपदा में लचीलापन: भारत आसियान की आपदा में लचीलेपन को मज़बूत करने के लिये 5 मिलियन अमेरिकी डॉलर प्रदान करेगा।
- स्वास्थ्य मंत्रियों का ट्रैक: स्वास्थ्य को लचीलापन बनाने के लिये आसियान और भारतीय स्वास्थ्य मंत्रियों के बीच नियमित संवाद।
- साइबर नीति वार्ता: डिजिटल और साइबर संबंधी लचीलेपन के लिये आसियान-भारत वार्ता की स्थापना।
- हरित हाइड्रोजन कार्यशाला: हरित हाइड्रोजन कार्यशाला के माध्यम से आसियान के ऊर्जा परिवर्तन को समर्थन प्रदान करना।
- जलवायु लचीलापन पहल: आसियान नेताओं को भारत के " माँ के लिये एक पेड़ लगाओ" अभियान में शामिल होने के लिये आमंत्रित किया गया।
UPSC सिविल सेवा परीक्षा विगत वर्ष के प्रश्न (PYQs)प्रारंभिक परीक्षाप्रश्न: निम्नलिखित देशों पर विचार कीजिये: (2018)
उपर्युक्त में से कौन-कौन आसियान (ए. एस.इ.ए. एन.) के 'मुक्त व्यापार भागीदारों' में से हैं? (a) 1, 2, 4 और 5 उत्तर: (c) Q. भारत निम्नलिखित में से किसका सदस्य है? (2015)
नीचे दिये गए कूट का प्रयोग करते हुए सही उत्तर चुनिये: (a) केवल 1 और 2 उत्तर: (b) |