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प्रिलिम्स फैक्ट्स

  • 30 Jun, 2023
  • 17 min read
प्रारंभिक परीक्षा

भारत ने CDRI के साथ मुख्यालय समझौते के अनुसमर्थन को मंज़ूरी दी

हाल ही में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने भारत सरकार और आपदा-रोधी अवसंरचना गठबंधन (Coalition for Disaster Resilient Infrastructure- CRDI) के बीच मुख्यालय समझौते (Headquarters Agreement- HQA) के अनुसमर्थन को मंज़ूरी दे दी है।

आपदा-रोधी अवसंरचना गठबंधन (CDRI): 

  • परिचय: 
    • CDRI एक स्वतंत्र अंतर्राष्ट्रीय संगठन है जिसमें राष्ट्रीय सरकारों, संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों और कार्यक्रमों, बहुपक्षीय विकास बैंकों तथा वित्तपोषण तंत्र, निजी क्षेत्र एवं शैक्षणिक और अनुसंधान संस्थानों की वैश्विक भागीदारी शामिल है।  
  • लक्ष्य: 
    • इसका उद्देश्य सतत् विकास सुनिश्चित करने के लिये जलवायु और आपदा जोखिम रोधी अवसंरचनात्मक ढाँचा प्रणालियों का विकास करना है। 
  • सदस्य:  
  • मुख्यालय समझौते के अनुसमर्थन के लाभ: 
    • मुख्यालय समझौते का अनुसमर्थन करने से CDRI को छूट, प्रतिरक्षा एवं विशेषाधिकार प्रदान करने में सुविधा होगी जैसा कि संयुक्त राष्ट्र (विशेषाधिकार और प्रतिरक्षा) अधिनियम, 1947 की धारा-3 में वर्णित है।
    • यह CDRI को एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन के रूप में प्रभावी ढंग से कार्य करने और अपने उद्देश्यों को आगे बढ़ाने में अन्य अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं के साथ सहयोग करने में सक्षम बनाएगा।
    • इससे CDRI के संस्थापक सदस्य और मेज़बान देश के रूप में भारत की विश्वसनीयता तथा पहुँच में वृद्धि होगी।
  • भारत के लिये महत्त्व:  
    • CDRI भारत को जलवायु कार्यवाही और आपदा प्रबंधन में एक वैश्विक नेता के रूप में उभरने के लिये मंच प्रदान करता है।
    • यह भारत की भूमिका को बढ़ावा देता है लेकिन इससे भी महत्त्वपूर्ण बात यह है कि इसका अर्थव्यवस्था में कहीं अधिक व्यापक अर्थ है जैसे- आपदा जोखिम न्यूनीकरण, सतत् विकास लक्ष्य (SDG) और जलवायु समझौते के बीच तालमेल।

CDRI द्वारा की गई पहल:  

  • इन्फ्रास्ट्रक्चर फॉर रेज़िलियेंट स्टेट्स (IRIS):
    • भारत ने CDRI के एक भाग के रूप में इस पहल की शुरुआत की है जो विशेष रूप से छोटे विकासशील द्वीपीय देश या SIDS में क्षमता निर्माण और पायलट परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित करेगी।
  • इन्फ्रास्ट्रक्चर रेजिलिएंस एक्सेलेरेटर फंड:

स्रोत: पी.आई.बी.


प्रारंभिक परीक्षा

खर्ची पूजा

हाल ही में चर्चित खर्ची पूजा त्रिपुरा राज्य में मनाया जाने वाला एक महत्त्वपूर्ण त्योहार है।

  • यह उत्सव इस वर्ष 26 जून को शुरू हुआ और 2 जुलाई तक मनाया जाएगा। 

खर्ची पूजा:

  • परिचय:  
    • इसे '14 देवताओं के त्योहार' के रूप में भी जाना जाता है, इस पारंपरिक कार्यक्रम में त्रिपुरा के लोगों के पैतृक देवता, चतुर्दश देवता (प्राचीन उज्जयंत महल में स्थित) की पूजा शामिल है।
      • त्योहार के दौरान त्रिपुरा के लोग अपने 14 देवताओं के साथ-साथ पृथ्वी की भी पूजा करते हैं। 
    • इस त्योहार में एक महत्त्वपूर्ण अनुष्ठान में चतुर्दश मंडप का निर्माण शामिल है, यह एक संरचना है जो त्रिपुरी राजाओं के शाही महल का प्रतीक है।
    • पूजा के दिन 14 देवताओं को "चंताई" (शाही पुजारी) के सदस्यों द्वारा "सैदरा" नदी पर ले जाया जाता है। देवताओं को पवित्र जल से स्नान कराया जाता है और वापस मंदिर में लाया जाता है।
  • इतिहास:  
    • 'खर्ची' शब्द दो त्रिपुरी शब्दों से बना है- 'खर' या खरता जिसका अर्थ है पाप और 'ची' या सी जिसका अर्थ है सफाई। 
      • हालाँकि यह आदिवासी मूल का त्योहार है, यह त्रिपुरा के आदिवासी और गैर-आदिवासी दोनों लोगों द्वारा मनाया जाता है।
    • ऐसा माना जाता है कि देवी माँ या त्रिपुरा सुंदरी, भूमि की अधिष्ठात्री देवी है, जो त्रिपुरा के लोगों की रक्षा करती है, जून माह में अंबुबाची के समय मासिक धर्म से गुज़रती हैं।
      • लोक मान्यता है कि देवी के मासिक धर्म के दौरान पृथ्वी अशुद्ध हो जाती है।
      • इसलिये मासिक धर्म समाप्त होने के बाद पृथ्वी को स्वच्छ करने के लिये अनुष्ठान द्वारा लोगों के पापों को धोने के लिये खर्ची पूजा की जाती है।

    राज्य और केंद्रशासित प्रदेश 

  मुख्य त्योहार 

  आंध्र प्रदेश 

  मकर संक्रांति, उगादि

  अरुणाचल प्रदेश 

  लोसर, सोलंग, मोपिन, मोनपा त्योहार

  असम

  बिहू

    बिहार 

  छठ पूजा

  छत्तीसगढ़

  माघी पूर्णिमा, बस्तर दशहरा

    गोवा 

  शिग्मो महोत्सव

    गुजरात 

  नवरात्र, उत्तरायन (अंतर्राष्ट्रीय पतंग महोत्सव)

  हरियाणा

  बैसाखी, गुग्गा नौमी

  हिमाचल प्रदेश

  गोची, कुल्लू दशहरा

  जम्मू एवं कश्मीर

  बहु मेला 

  झारखंड 

  सरहुल, करम/करमा

  कर्नाटक

  करगा

  केरल

  ओणम, अडूर गजमेला

  मध्य प्रदेश

  लोकरंग महोत्सव

  महाराष्ट्र 

  गणेश चतुर्थी

  मणिपुर

  याओसांग, हेइकरू, हिटोंगबा, चेईराबा

  मेघालय 

  नोंगक्रेम महोत्सव 

  मिज़ोरम

  चापचर कुट,  

  नगालैंड

  हॉर्नबिल उत्सव, मोत्सु, मिमकुट 

  ओडिशा

  रथयात्रा 

  पंजाब

  लोहड़ी, बैशाखी

  राजस्थान 

  गणगौर, तीज

  सिक्किम

  साकेवा, टेंडोंग ल्हो रम फाट

  तमिलनाडु

  पोंगल

  तेलंगाना

  बतुकम्मा

  त्रिपुरा

  खर्ची पूजा, नीरमहल महोत्सव

  पश्चिम बंगाल 

  दुर्गा पूजा

  उत्तराखंड

माघ मेला

  UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न  

प्रश्न. निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिये: (2018) 

परम्परा                                    राज्य

  1. चपचार कूट त्योहार               मिज़ोरम
  2. खोंगजॉम परबा गाथागीत        मणिपुर
  3. थांग-टा नृत्य                        सिक्किम

उपर्युक्त युग्मों में से कौन-सा/से सही सुमेलित है/हैं? 

(a) केवल 1
(b) केवल 1 और 2
(c) केवल 3
(d) केवल 2 और 3 

उत्तर: (b) 


प्रश्न. निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिये: (2017) 

परम्परा                                 समुदाय

  1. चलिहा साहिब उत्सव            सिंधियों का
  2. नन्दा राज जात यात्रा          गोंडो का   
  3. वारी-वारकरी                       संथालों का 

उपर्युक्त युग्मों में से कौन-सा/से सही सुमेलित है/हैं?

(a) केवल 1
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1 और 3
(d) उपरोक्त में से कोई नहीं

उत्तर: (a)


प्रश्न. प्रत्येक वर्ष कतिपय विशिष्ट समुदाय/जनजाति, पारिस्थितिक रूप से महत्त्वपूर्ण, महीने भर चलने वाले, अभियान/त्योहार के दौरान फलदार वृक्षों की पौध का रोपण करते हैं। निम्नलिखित में से कौन-से ऐसे समुदाय/जनजाति हैं? (2014) 

(a) भूटिया और लेप्चा
(b) गोंड और कोर्कू
(c) इरुला और तोडा
(d) सहरिया और अगरिया

उत्तर: (b)

स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस


विविध

Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 30 जून, 2023

बैंकिंग ऑन वर्ल्ड हेरिटेज: G-20 मुद्रा प्रदर्शनी

भारत "बैंकिंग ऑन वर्ल्ड हेरिटेज" प्रदर्शनी की मेज़बानी कर रहा है, जिसमें यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थलों की विशेषता वाले G-20 देशों के मुद्रा नोटों का प्रदर्शन किया जा रहा है। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र में आयोजित प्रदर्शनी मुद्रा के सांस्कृतिक महत्त्व पर प्रकाश डालती है। इसमें भारतीय मुद्रा नोट शामिल हैं, जिनमें सूर्य मंदिर वाला ₹10 का नोट, एलोरा गुफाओं वाला ₹20 का नोट, लाल किला वाला ₹500 का नोट और कंचनजंगा पर्वत तथा गुजरात की "रानी की वाव" को दर्शाने वाले दो ₹100 के नोट शामिल हैं। यह आयोजन इस बात पर ज़ोर देता है कि प्रत्येक मुद्रा नोट में देश की सांस्कृतिक विरासत होती है। G-20 में 19 देश और यूरोपीय संघ शामिल हैं, प्रत्येक सदस्य अपने मुद्रा नोटों पर अपने यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों को दर्शाते हैं।

और पढ़े… भारत में यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल

संभावित कार्सिनोजेन के रूप में एस्पार्टेम का वर्गीकरण

हाल ही में विश्व का सर्वाधिक सामान्य कृत्रिम मधुरक, एस्पार्टेम जाँच के दायरे में आ गया है क्योंकि इसे विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की कैंसर अनुसंधान शाखा, इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर (IARC) द्वारा संभावित कैंसर कारक पदार्थ घोषित किया गया है। IARC को वर्ष 1965 में विश्व स्वास्थ्य सभा के एक प्रस्ताव द्वारा WHO की कैंसर के लिये विशेष एजेंसी के रूप में बनाया गया था। IARC का उद्देश्य कैंसर अनुसंधान में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देना है। वर्तमान में 27 सदस्य देश सम्मिलित हैं। एस्पार्टेम का व्यापक रूप से  उपयोग शीतल पेय, जिलेटिन, कन्फेक्शनरी, डेज़र्ट और शर्करा मुक्त खाँसी की दवाओं सहित विभिन्न उत्पादों में किया जाता है। 

और पढ़े… कृत्रिम मधुरक 

अजय बंगा "ग्रेट इमिग्रेंट्स" सूची में शामिल 

विश्व बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा को न्यूयॉर्क के कार्नेगी कॉरपोरेशन द्वारा तैयार की गई वार्षिक "ग्रेट इमिग्रेंट्स" की सूची में शामिल किया गया है। वह जून 2023 में विश्व बैंक के प्रमुख बने और इस संस्था का नेतृत्व करने वाले पहले भारतीय अमेरिकी हैं। "ग्रेट इमिग्रेंट्स" पहल एंड्रयू कार्नेगी (एक स्कॉटिश आप्रवासी) की विरासत को श्रद्धांजलि है, जो उन असाधारण व्यक्तियों की पहचान करती है जिन्होंने अमेरिका में सफलता हासिल की है और दूसरों को भी ऐसा करने के लिये प्रेरित करते हुए एक जीवंत एवं लचीले लोकतंत्र को बढ़ावा दिया है।

 और पढ़ें...विश्व बैंक 

JDCC बैठक में भारत और तंज़ानिया ने रक्षा संबंधों का सुदृढ़ीकरण 

हाल ही में भारत और तंज़ानिया के बीच संयुक्त रक्षा सहयोग समिति (JDCC) की बैठक का दूसरा संस्करण अरुशा, तंज़ानिया में हुआ। यह बैठक हिंद महासागर क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ाने के लिये सहयोगात्मक अवसरों पर केंद्रित थी। दोनों पक्ष रक्षा सहयोग के लिये पाँच वर्ष के रोडमैप पर सहमत हुए जिसमें अनुकूलित प्रशिक्षण, क्षमता निर्माण, समुद्री सहयोग, बुनियादी ढाँचे के विकास और रक्षा उपकरण एवं प्रौद्योगिकी में सहयोग जैसी विभिन्न पहल शामिल हैं। तंज़ानिया पूर्वी अफ्रीका का सबसे बड़ा देश है तथा इसमें ज़ांज़ीबार, पेम्बा और माफिया द्वीप शामिल हैं। मासाई एक खानाबदोश जनजाति है जो तंज़ानिया और केन्या के कुछ हिस्सों में रहती है। अफ्रीका का सबसे ऊँचा स्थान माउंट किलिमंजारो तंज़ानिया में स्थित है।

 और पढ़ें… भारत और तंज़ानिया संबंध, हिंद महासागर क्षेत्र


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