प्रारंभिक परीक्षा
पद्म पुरस्कार 2024
स्रोत: द हिंदू
चर्चा में क्यों?
हाल ही में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने विशिष्ट व्यक्तियों को वर्ष 2024 के प्रतिष्ठित पद्म पुरस्कार प्रदान किये।
वर्ष 2024 में पद्म पुरस्कार प्राप्तकर्त्ता कौन हैं?
- पुरस्कार प्राप्तकर्त्ता समूह में पूर्व उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू, अभिनेता और राजनीतिज्ञ मिथुन चक्रवर्ती, गायिका उषा उत्थुप तथा टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना और अन्य शामिल हैं।
- सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक बिंदेश्वर पाठक एवं भरतनाट्यम नृत्यांगना पद्मा सुब्रमण्यम को पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया।
- वर्ष 2024 के लिये राष्ट्रपति ने 132 पद्म पुरस्कार प्रदान करने की मंज़ूरी दी थी, जिसमें दो युगल मामले (एक युगल पुरस्कार को एक के रूप में गिना जाता है) शामिल हैं।
- इस सूची में 5 पद्म विभूषण, 17 पद्म भूषण तथा 110 पद्म श्री पुरस्कार शामिल हैं।
- पुरस्कार विजेताओं में से 30 महिलाएँ हैं, 8 विदेशी/NRI/PIO/OCI व्यक्ति इस श्रेणी में शामिल हैं तथा 9 व्यक्तियों को मरणोपरांत यह पुरस्कार प्रदान किया गया।
पद्म पुरस्कारों के बारे में मुख्य तथ्य क्या हैं?
- पृष्ठभूमि:
- पद्म पुरस्कारों की घोषणा प्रतिवर्ष गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) पर की जाती है।
- वर्ष 1954 में स्थापित यह भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से एक है।
- उद्देश्य:
- यह उन सभी विषयों/गतिविधियों के क्षेत्रों में उपलब्धियों की पहचान करता है, जिनमें सार्वजनिक सेवा का तत्त्व शामिल हो।
- श्रेणियाँ:
- पद्म विभूषण (असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिये)
- पद्म भूषण (उच्च क्रम की विशिष्ट सेवा)
- पद्म श्री (प्रतिष्ठित सेवा)
- ये पुरस्कार तीन श्रेणियों में दिये जाते हैं:
- पद्म भूषण और पद्म श्री के बाद पद्म पुरस्कारों के पदानुक्रम में पद्म विभूषण सर्वोच्च है।
- पद्म विभूषण (असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिये)
- क्षेत्र:
- ये पुरस्कार कला, सामाजिक कार्य, सार्वजनिक मामले, विज्ञान और इंजीनियरिंग, व्यापार एवं उद्योग, चिकित्सा, साहित्य तथा शिक्षा, खेल, सिविल सेवा आदि जैसे विभिन्न विषयों/गतिविधियों के क्षेत्रों में दिये जाते हैं।
- पात्रता:
- जाति, व्यवसाय, पद या लिंग के भेदभाव के बिना सभी व्यक्ति इन पुरस्कारों के लिये पात्र हैं।
- चयन प्रक्रिया:
- पद्म पुरस्कार समिति:
- ये पुरस्कार ‘पद्म पुरस्कार समिति’ द्वारा की गई सिफारिशों के आधार पर प्रदान किये जाते हैं, जिसका गठन प्रतिवर्ष प्रधानमंत्री द्वारा किया जाता है।
- राष्ट्रपति द्वारा प्रदत:
- ये पुरस्कार भारत के राष्ट्रपति द्वारा आमतौर पर प्रतिवर्ष मार्च/अप्रैल के महीने में प्रदान किये जाते हैं।
- पद्म पुरस्कार समिति:
भारत रत्न
- यह देश का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है। यह मानव प्रयास के किसी भी क्षेत्र में सर्वोच्च स्तर की असाधारण सेवा/प्रदर्शन की मान्यता के लिये प्रदान किया जाता है।
- इसे पद्म पुरस्कार से अलग स्तर पर माना जाता है। भारत रत्न के लिये प्रधानमंत्री द्वारा भारत के राष्ट्रपति को सिफारिशें की जाती हैं।
- आमतौर पर एक वर्ष में तीन भारत रत्न पुरस्कार दिये जाते हैं। हालाँकि इस वर्ष 2024 में सरकार ने पाँच लोगों को भारत रत्न के लिये नामित किया है।
संविधान के अनुच्छेद 18 के तहत उपाधियों का उन्मूलन:
- भारतीय संविधान का अनुच्छेद 18(1) सभी उपाधियों को समाप्त कर देता है और राज्य को किसी भी व्यक्ति को उपाधियाँ प्रदान करने से रोकता है, चाहे वह नागरिक हो या गैर-नागरिक।
- हालाँकि सैन्य और शैक्षणिक सम्मान इस निषेध के अपवाद हैं।
- इसका अर्थ यह है कि विश्वविद्यालय, उदाहरण के लिये व्यक्तियों को उनकी योग्यता के आधार पर उपाधियाँ या सम्मान प्रदान कर सकते हैं।
- एक "शीर्षक" किसी के नाम के साथ जुड़ाव को संदर्भित करता है, जैसे कि उपसर्ग या प्रत्यय (उदाहरण के लिये सर, नवाब, महाराजा)।
- लोकतंत्र में उपाधियों और नाममात्र की महिमाओं को हतोत्साहित किया जाता है क्योंकि यह सामाजिक समानता के सिद्धांतों के विरुद्ध है।
- "भारत रत्न," "पद्म विभूषण," और "पद्म श्री" जैसे पुरस्कार अनुच्छेद 18 के तहत निषिद्ध नहीं हैं क्योंकि वे विभिन्न क्षेत्रों में नागरिकों द्वारा किये गए असाधारण कार्य की राज्य की मान्यता के प्रतीक हैं।
- बालाजी राघवन बनाम भारत संघ, 1996 के ऐतिहासिक निर्णय में न्यायालय ने माना कि राष्ट्रीय पुरस्कार अनुच्छेद 18 के खंड 1 के तहत उपाधि की परिभाषा के तहत नहीं आते हैं।
नोट :
- इंदिरा जयसिंह बनाम भारतीय सर्वोच्च न्यायालय, 2017 के मामले में अधिवक्ताओं के नाम से पहले 'वरिष्ठ अधिवक्ता' शब्द के उपयोग पर सवाल उठाने पर एक शिकायत दर्ज की गई थी।
- सर्वोच्च न्यायालय ने फैसला सुनाया कि यह शीर्षक नहीं है, बल्कि एक सीमांकन (Demarcation) है, इसलिये यह भारतीय संविधान के अनुच्छेद 18 का उल्लंघन नहीं करता है।
और पढ़ें: गणतंत्र दिवस
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्नप्रिलिम्स:प्रश्न. भारत रत्न और पद्म पुरस्कारों के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: (2021)
उपर्युक्त कथनों में से कौन-से सही नहीं हैं? (a) केवल 1 और 2 उत्तर: (d) |
प्रारंभिक परीक्षा
सस्टेनेबल फाइनेंस फॉर टाइगर लैंडस्केप कॉन्फ्रेंस
स्रोत: डाउन टू अर्थ
भूटान सरकार ने संपूर्ण एशिया में बाघों और उनके आवासों के संरक्षण के लिये आगामी दशक में 1 बिलियन अमेरिकी डॉलर जुटाने के लिये पृथ्वी दिवस, 2024 पर सस्टेनेबल फाइनेंस फॉर टाइगर लैंडस्केप कॉन्फ्रेंस की मेज़बानी की।
सस्टेनेबल फाइनेंस फॉर टाइगर लैंडस्केप सम्मेलन क्या है?
- परिचय:
- दो दिवसीय सम्मेलन की मेज़बानी भूटान की रानी जेत्सुन पेमा वांगचुक के संरक्षण में की जाएगी।
- इसका उद्देश्य बाघ परिदृश्यों के संरक्षण के लिये 10 वर्षों में 1 बिलियन अमेरिकी डॉलर की राशि एकत्रित करना है।
- बाघ परिदृश्य का संरक्षण जैवविविधता को बनाए रखने, कार्बन को पृथक करने, 100 मिलियन से अधिक लोगों को संसाधनों की आपूर्ति करने और ग्रह के समग्र स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने के लिये महत्त्वपूर्ण है।
- इस सम्मेलन में टाइगर रेंज देश, अग्रगामी सोच रखने वाले सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के निवेशक, अंतर्राष्ट्रीय विकास संगठन, बाघ संरक्षण संघ और अन्य संरक्षण समूह भी उपस्थित थे।
- सम्मेलन की मुख्य विशेषताएँ:
- दस बाघ रेंज वाले देशों के उच्च-स्तरीय प्रतिनिधियों ने अपने बाघ परिदृश्यों के संरक्षण के लिये प्रगति और महत्त्वाकांक्षाओं पर वक्तव्य दिये।
- सम्मेलन का समापन भूटान की शाही सरकार द्वारा अपने उद्देश्य को दोहराते हुए ‘पारो वक्तव्य’ के साथ किया गया।
- फंडिंग के अन्य स्रोत:
- वर्ष 2010 के बाद से ग्लोबल एन्वायरनमेंट फैसिलिटी ने बाघ संरक्षण के लिये वित्तपोषण में 197 मिलियन अमेरिकी डाॅलर से अधिक राशि प्रदान की है और सह-वित्त में 880 मिलियन अमेरिकी डाॅलर जुटाए हैं।
इंटरनेशनल बिग कैट एलायंस (IBCA):
- परिचय:
- भारत ने बिग कैट की सुरक्षा के लिये अपने नेतृत्व में एक मेगा वैश्विक गठबंधन शुरू करने का प्रस्ताव दिया है और 100 मिलियन अमेरिकी डाॅलर की गारंटीकृत फंडिंग के साथ पाँच वर्षों तक समर्थन का आश्वासन दिया है।
- प्रस्तावित इंटरनेशनल बिग कैट एलायंस (IBCA) सात प्रमुख बिग कैट- बाघ, शेर, तेंदुआ, हिम तेंदुआ, प्यूमा, जगुआर और चीता की सुरक्षा एवं संरक्षण की दिशा में काम करेगा।
- इस गठबंधन की सदस्यता 97 "रेंज" देशों के लिये खुली रहेगी, जिनमें इन बिग कैट का प्राकृतिक आवास, साथ ही अन्य इच्छुक राष्ट्र, अंतर्राष्ट्रीय संगठन आदि शामिल हैं।
- यह गठबंधन वर्ष 2022 में नामीबिया से चीतों के आगमन से प्रेरित है।
- भारत विश्व का एकमात्र देश है जहाँ प्यूमा और जगुआर को छोड़कर बाघ, शेर, तेंदुए, हिम तेंदुए और चीते हैं।
- इसलिये यह उचित होगा कि भारत संयुक्त राष्ट्र (UN) जैसे संगठन के तहत सभी बड़े देशों को एक साथ लाने का नेतृत्त्व करे।
- IBCA की संरचना:
- एक ऐसी महासभा जिसमें सभी सदस्य देश शामिल होते हैं।
- 5 वर्ष की अवधि के लिये महासभा द्वारा निर्वाचित कम-से-कम 7 तथा अधिकतम 15 सदस्य एवं देशों की एक परिषद एवं सचिवालय शामिल हैं।
- महासभा एक विशिष्ट अवधि के लिये IBCA महासचिव की नियुक्ति करेगी।
बाघ संरक्षण हेतु वैश्विक पहलें क्या हैं?
- एकीकृत बाघ पर्यावास संरक्षण कार्यक्रम (ITHCP)
- बाघ संरक्षण पर सेंट पीटर्सबर्ग घोषणा
- ग्लोबल टाइगर फोरम
- वैश्विक बाघ पहल (GTI)
- बाघ संरक्षण के लिये गठबंधन:
- यह उन संगठनों का एक स्वतंत्र समूह है जिन्होंने प्रमुख रूप से बाघ आकलन पर एक साथ बड़े पैमाने पर कार्य किया है।
- इसके सदस्य संगठनों में प्रकृति के संरक्षण के लिये अंतर्राष्ट्रीय संघ (IUCN), वाणिज्य में प्राणिजात और वनस्पति-जात के व्यापार-संबंधी विश्लेषण (TRAFFIC), संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम और विश्व वन्यजीव कोष शामिल हैं।
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्नप्रिलिम्स:प्रश्न. वाणिज्य में प्राणिजात और वनस्पति-जात के व्यापार-संबंधी विश्लेषण (TRAFFIC) के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: (2017)
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं? (a) केवल 1 उत्तर: B प्रश्न. निम्नलिखित संरक्षित क्षेत्रों पर विचार कीजिये: (2012)
उपरोक्त में से किसे टाइगर रिज़र्व घोषित किया गया है? (a) केवल 1 और 2 उत्तर: (b) |
रैपिड फायर
RoDTEP योजना में सत्यापन व्यवस्था
स्रोत: द हिंदू
सरकार यह सत्यापित करने के लिये एक प्रणाली स्थापित कर रही है, कि केवल उपयोग की गई सामग्री (इनपुट शुल्क) पर भुगतान किये गए करों को RoDTEP योजना के तहत वापस किया जाता है।
- अमेरिका और यूरोपीय संघ ने कुछ भारतीय निर्यातों पर सब्सिडी-विरोधी शुल्क लगाया, भले ही निर्यातित उत्पादों पर शुल्कों और करों में छूट (RoDTEP) योजना का उद्देश्य इनपुट करों की प्रतिपूर्ति करना हो।
- ऐसा इसलिये हुआ क्योंकि भारतीय निर्यातक अमेरिका और यूरोपीय संघ द्वारा किये गए निरीक्षण के दौरान प्राप्त RoDTEP लाभों और इनपुट करों के बीच संबंध को स्पष्ट रूप से प्रदर्शित नहीं कर सके।
- सरकार के अनुसार नई सत्यापन प्रक्रिया एक टीम के माध्यम से संचालित होती है, जिसमें राजस्व विभाग और विदेश व्यापार महानिदेशालय के अधिकारी शामिल होते हैं।
- यह निर्यातकों की वैधानिक रूप से जाँच करेगा और RoDTEP भुगतान को सब्सिडी के बजाय वास्तविक कर पुनर्भुगतान के लिये उचित दस्तावेज़ सुनिश्चित करके इस मुद्दे का समाधान करेगा।
- जनवरी 2021 में भारत ने मर्चेंडाइज़ एक्सपोर्ट फ्रॉम इंडिया स्कीम (MEIS) से RoDTEP योजना की ओर स्विच कर दिया। यह परिवर्तन इसलिये आया क्योंकि MEIS को विश्व व्यापार संगठन (WTO) के अन्य सदस्य देशों से आलोचना का सामना करना पड़ा।
- उन्होंने तर्क दिया कि MEIS द्वारा यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि निर्यातकों को भुगतान की गई राशि उनके द्वारा उत्पादन में उपयोग की जाने वाली सामग्री पर भुगतान किये गए करों से कैसे संबंधित है।
और पढ़ें: RoDTEP योजना, विदेश व्यापार नीति 2023
रैपिड फायर
म्याँमार के करेन नृजातीय अल्पसंख्यक
हाल ही में म्याँमार में करेन नृजातीय समूह ने घोषणा की कि वे थाईलैंड सीमा के नज़दीक एक प्रमुख म्यावाडी वाणिज्यिक शहर पर कब्ज़ा करने के करीब थे।
- करेन नृजातीय अल्पसंख्यक, दक्षिण-पूर्व एशिया में थाईलैंड-बर्मा सीमा क्षेत्र के मूल निवासी, मुख्य रूप से म्याँमार के करेन राज्य में निवास करते हैं।
- ऐसा माना जाता है कि उनकी उत्पत्ति मंगोलिया के गोबी रेगिस्तान में हुई थी।
- म्यावाडी थाईलैंड के साथ म्याँमार का सबसे सक्रिय व्यापारिक केंद्र है और इसके पतन के महत्त्वपूर्ण आर्थिक प्रभाव होंगे।
- करेन नेशनल यूनियन (KNU) करेन के लोगों का प्रतिनिधित्व करने वाला राजनीतिक संगठन है और इसकी एक सशस्त्र शाखा, करेन नेशनल लिबरेशन आर्मी है।
- म्याँमार में संघर्ष तब शुरू हुआ जब सेना ने 2021 में आंग सान सू की की चुनी हुई सरकार को हटा दिया और व्यापक अहिंसक विरोध को दबा दिया।
- म्यावाडी म्याँमार का एक वाणिज्यिक शहर है जो थाईलैंड में माई सॉट से जुड़ता है। यह भारत-म्याँमार -त्रिपक्षीय राजमार्ग के अंतिम बिंदु है।
और पढ़ें : भारत-म्याँमार संबंध
रैपिड फायर
राजनीतिक दलों के स्टार प्रचारक
स्रोत: द हिंदू
राजनीतिक दलों ने हाल ही में अलग-अलग राज्यों में अपनी चुनावी गतिविधियों के लिये मुख्यमंत्री के साथ घनिष्ठ रूप से जुड़े एक व्यक्ति को 'स्टार प्रचारक' के रूप में नामित किया है।
- जन प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 77 'एक राजनीतिक दल के नेताओं' द्वारा किये गए व्यय से संबंधित कानूनों को प्रस्तुत करती है।
- ये 'राजनीतिक दल के नेता' को लोकप्रिय रूप से 'स्टार प्रचारक' के रूप में चुनते हैं।
- एकमात्र आवश्यकता यह है कि इन व्यक्तियों को उस राजनीतिक दल का सदस्य होना चाहिये जो उन्हें नियुक्त करता है।
- जन प्रतिनिधित्व अधिनियम में प्रावधान है कि एक मान्यता प्राप्त राजनीतिक दल (राष्ट्रीय या राज्य) अधिकतम 40 स्टार प्रचारकों की नियुक्ति कर सकता है, जबकि एक पंजीकृत गैर-मान्यता प्राप्त राजनीतिक दल अधिकतम 20 स्टार प्रचारकों की नियुक्ति कर सकता है।
- ऐसे स्टार प्रचारकों के नाम की सूचना चुनाव की अधिसूचना की तारीख से 7 दिनों के भीतर चुनाव आयोग (EC) और राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) को दी जानी चाहिये।
- प्रचार के दौरान उनके द्वारा की गई यात्रा का व्यय उम्मीदवार की चुनाव व्यय सीमा में नहीं गिना जाता है।
- हालाँकि यह छूट केवल तभी लागू होती है जब स्टार प्रचारक दलों में सामान्य प्रचारक के रूप होते हैं।
- यदि वे विशेष रूप से उम्मीदवारों के लिये प्रचार करते हैं या उनके साथ मंच साझा करते हैं, उस स्थिति में हुए व्यय को उम्मीदवार द्वारा किये गए व्यय में शामिल किया जाता है।
और पढ़ें… स्टार प्रचारक एवं आदर्श आचरण संहिता
प्रारंभिक परीक्षा
ईरान के विरुद्ध इज़रायल का GPS स्पूफिंग
स्रोत: बिज़नेस स्टैण्डर्ड
चर्चा में क्यों?
हाल की रिपोर्टों से पता चलता है कि इज़रायल ने ईरानी मिसाइल हमलों से बचने के लिये ग्लोबल पोज़िशनिंग सिस्टम (GPS) स्पूफिंग तकनीकों का उपयोग किया, जो भारत में कारगिल युद्ध के दौरान संयुक्त राज्य अमेरिका (US) की कार्रवाई जैसे पिछले उदाहरणों की याद दिलाती है।
GPS स्पूफिंग क्या है?
- परिचय:
- GPS स्पूफिंग एक ऐसी तकनीक है जिसका उपयोग इसके प्राप्तकर्त्ताओं को गुमराह करने के लिये GPS सिग्नलों में हेर-फेर करने के लिये किया जाता है, जिससे उन्हें विश्वास हो जाता है कि वे अपने स्थान से भिन्न स्थान पर हैं।
- इसमें गलत GPS सिग्नलों को प्रसारित करना या नेविगेशन सिस्टम को गुमराह करने के लिये वास्तविक सिग्नलों को बदलना शामिल हो सकता है, जिससे स्थिति संबंधी गलत जानकारी मिल सकती है।
- स्पूफिंग का उपयोग विभिन्न उद्देश्यों के लिये किया जा सकता है, जिसमें दुश्मन नेविगेशन सिस्टम को गुमराह करना, अनधिकृत ट्रैकिंग से बचाव, या दुर्भावनापूर्ण इरादों के लिये गलत स्थान का डेटा बनाना शामिल है।
- निहितार्थ:
- सैन्य व्यवधान: शत्रु देश की नेविगेशन प्रणाली को गुमराह करना, जिससे वह गलत लक्ष्य प्राप्त कर सके।
- नेविगेशन सुरक्षा जोखिम: समुद्री एवं विमानन क्षेत्रों में संभावित दुर्घटनाएँ अथवा टकराव।
- महत्त्वपूर्ण बुनियादी ढाँचे में व्यवधान: पावर ग्रिड अथवा परिवहन प्रणालियों जैसी आवश्यक सेवाओं में व्यवधान।
- वित्तीय धोखाधड़ी: धोखाधड़ी वाले लेन-देन के लिये स्थान आधारित सेवाओं में हेर-फेर आदि।
- राष्ट्रीय सुरक्षा के लिये खतरा: सैन्य अथवा सरकारी एजेंसियों में धोखाधड़ी, जासूसी एवं घुसपैठ जैसे जोखिम पैदा कर सकता है।
क्या कारगिल युद्ध के दौरान अमेरिका GPS स्पूफिंग में शामिल था?
- रिपोर्ट्स केअनुसार, लगभग 25 वर्ष पूर्व 1999 में पाकिस्तानी सैनिक भारत में घुस आए थे और उन्होंने कारगिल में पोज़िशन ले ली थी। भारतीय सेना ने इस क्षेत्र के लिये GPS डेटा का अनुरोध किया था लेकिन अमेरिका ने इससे इनकार कर दिया था।
- अमेरिका ने शुरू में सैन्य उपयोग के लिये सर्वोत्तम सटीकता को सुरक्षित रखते हुए नागरिक GPS रिसीवरों में जान-बूझकर त्रुटियाँ प्रस्तुत करने हेतु "चयनात्मक उपलब्धता" नामक एक तकनीक को नियोजित किया था।
- इस तकनीक का उपयोग कारगिल युद्ध के दौरान भारतीय सेना के लिये GPS की सटीकता को "घटाने" के लिये किया गया था, जिससे उनके संचालन में बाधा उत्पन्न हुई थी।
- भारत की प्रतिक्रिया:
- भारत ने NavIC (भारतीय नक्षत्र में नेविगेशन) विकसित किया, जिसे पहले भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) द्वारा विकसित भारतीय क्षेत्रीय नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम (IRNSS) के रूप में जाना जाता था।
- NavIC भारत में कहीं भी और भारत की क्षेत्रीय सीमा से 1500 किलोमीटर दूर सटीक एवं सुरक्षित स्थिति, नेविगेशन तथा समय निर्धारित सेवाएँ (Timing Services) प्रदान करता है।
- NavIC दो सेवाएँ प्रदान करता है:
- नागरिक उपयोगकर्त्ताओं के लिये मानक स्थिति सेवा (SPS) और रणनीतिक उपयोगकर्ताओं के लिये प्रतिबंधित सेवा (RS)।
- मानक स्थिति सेवा (SPS), वैश्विक नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम (GNSS) जैसे- GPS, ग्लोनास (रूस), गैलीलियो (यूरोपीय संघ) और बेइदौ (चाइना) के साथ अंतर-संचालनीयता।
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्नप्रिलिम्स:प्रश्न. निम्नलिखित देशों में से किस एक के पास अपनी उपग्रह मार्गनिर्देशन (नेविगेशन) प्रणाली है? (2023) (a) ऑस्ट्रेलिया उत्तर: (d) व्याख्या: विश्व में संचालित मार्ग-निर्देशन (नेविगेशन) प्रणालियाँ:
अतः विकल्प (d) सही है। प्रश्न. भारतीय क्षेत्रीय-संचालन उपग्रह प्रणाली (इंडियन रीजनल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम/IRNSS) के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: (2018)
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं? (a) केवल 1 उत्तर: (a) |
रैपिड फायर
नेप्टिस फिलारा
स्रोत: टाइम्स ऑफ इंडिया
नेप्टिस फिलारा या Neptis philyra (निम्फालिडे परिवार) नामक एक दुर्लभ तितली की प्रजाति, जिसे लॉन्ग स्ट्रीक सेलर (long-streak sailor) के रूप में भी जाना जाता है, भारत में पहली बार टेल वैली वन्यजीव अभयारण्य (Tale Valley Wildlife Sanctuary), अरुणाचल प्रदेश में तितलियों के शोधार्थियों द्वारा खोजी गई है।
- पहले यह पूर्वी एशिया के विभिन्न क्षेत्रों में पाई जाती थी, जिसमें पूर्वी साइबेरिया, कोरिया, जापान और मध्य और दक्षिण-पश्चिम चीन शामिल थे।
- इसके पंख दाँतेदार होते हैं, जो ऊपरी तरफ गहरे भूरे-काले और नीचे की तरफ पीले-भूरे रंग के होते हैं।
- इसके अग्रभाग पर एक सफेद कोशिका रेखा है जो "हॉकी स्टिक" पैटर्न बनाती है।
- TWS का नाम टेल वैली के नाम पर रखा गया है, जहाँ वाइल्ड ऑनियन "टेल" प्रचुर मात्रा में है। यह लोअर सुबनसिरी ज़िले में स्थित है। यह अभयारण्य विभिन्न प्रकार के वन्यजीवों का घर है, जिनमें विशिष्ट क्लाउडेड लेपर्ड, भारतीय हाथी और दुर्लभ आर्किड प्रजातियाँ शामिल हैं।
- यह क्षेत्र पक्षियों और तितली देखे जाने के लिये लोकप्रिय है, इस क्षेत्र में विशेष रूप से सांस्कृतिक और वैज्ञानिक योजना पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है तथा यहाँ पारिस्थितिक पर्यटन की भी संभावना है।
और पढ़ें: क्लाउडेड लेपर्ड वाइट टफ्टेड रॉयल बटरफ्लाई
रैपिड फायर
यूविशोल-एस
स्रोत: विश्व स्वास्थ्य संगठन
हाल ही में हैजा के लिये नए टीके यूविशोल-एस को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा अर्हता प्रदान की गई।
- यह हैजा के इलाज के लिये तीसरा निष्क्रिय टीका है। जबकि अन्य दो टीके यूविशोल और यूविशोल-प्लस हैं।
- वर्तमान में 23 देशों में हैजा का प्रकोप देखा गया है, जिसका गंभीर प्रभाव कोमोरोस, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य, इथियोपिया, मोजाम्बिक, सोमालिया, जाम्बिया और जिम्बाब्वे जैसे विशिष्ट देशों में देखा गया है।
- हैजा, एक जल-जनित रोग है जो मुख्य रूप से विब्रियो कॉलेरी बैक्टीरियम के कारण होता है।
- इसके लक्षणों में दस्त, उल्टी, पैर में ऐंठन आदि शामिल हैं।
- कॉलेरी बैक्टीरियम से दूषित जल पीने या भोजन खाने से व्यक्ति को हैजा हो सकता है।
और पढ़ें: हैजा
रैपिड फायर
ड्रैगनफ्लाई रोटरक्राफ्ट मिशन
स्रोत: नासा
हाल ही में नासा ने शनि के चंद्रमा टाइटन पर ड्रैगनफ्लाई रोटरक्राफ्ट मिशन की पुष्टि की है।
- ड्रैगनफ्लाई एक डुअल क्वाडकॉप्टर है, जो एक कार के आकार के रोटरक्राफ्ट जैसा दिखता है जो टाइटन पर एक घंटे से कम समय में दसियों किलोमीटर की दूरी तय कर सकता है।
- टाइटन के धुँधले वातावरण के कारण ड्रैगनफ्लाई क्यूरियोसिटी रोवर ओन मून के समान एक रेडियोआइसोटोप बिजली प्रणाली का उपयोग करेगा।
- ड्रैगनफ्लाई टाइटन और पृथ्वी दोनों पर सामान्य प्री-बायोटिक रासायनिक प्रक्रियाओं की तलाश में टाइटन पर दर्जनों आशाजनक स्थानों पर उड़ान भरेगा।
- यह पहली बार होगा जब नासा अन्य ग्रहों पर विज्ञान के लिये मल्टी-रोटर वाहन उड़ाएगा।
- यान सबसे पहले भूमध्यरेखीय "शांगरी-ला" टीले पर उतरेगा, 8 किलोमीटर की लंबी "लीपफ्रॉग" उड़ान भरने से पहले छोटी यात्राओं में इस क्षेत्र की खोज करेगा।
- शनि सूर्य से छठा ग्रह और सौरमंडल का दूसरा सबसे बड़ा ग्रह है, जो अपनी विशिष्ट वलय प्रणाली के लिये जाना जाता है।
- टाइटन शनि का सबसे बड़ा चंद्रमा है और इसकी सतह पर तरल पदार्थों के प्रवाह का एक पृथ्वी जैसा चक्र है।
- यह घने वातावरण वाला एकमात्र चंद्रमा है।
और पढ़ें: ड्रैगनफ्लाई मिशन
रैपिड फायर
सबसे युवा विश्व शतरंज चैंपियन
स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस
हाल ही में डी गुकेश ने टोरंटो, कनाडा में वर्ष 2024 की अंतर्राष्ट्रीय शतरंज महासंघ (FIDE) प्रतिस्पर्द्धा कैंडिडेट्स शतरंज टूर्नामेंट जीता।
- वह विश्व की इस प्रतियोगिता को चुनौती देने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए और साथ ही शतरंज के इतिहास में अपना स्थान भी सुरक्षित करने में सफल रहे।
- दुनिया भर के शीर्ष 30 जूनियर खिलाड़ियों में से एक-तिहाई और शीर्ष 20 जूनियर रैंकिंग में 7 खिलाड़ी वर्तमान में भारत से हैं।
- वर्तमान विश्व चैंपियन डिंग लिरेन हैं, जिन्होंने वर्ष 2023 की विश्व शतरंज प्रतियोगिता में अपने प्रतिद्वंद्वी इयान नेपोम्नियाचची को हराया था।
- मौजूदा विश्व चैंपियन मैग्नस कार्लसन ने दोबारा प्रतियोगिता में भाग नहीं लेने का निर्णय लिया।
- अंतर्राष्ट्रीय शतरंज महासंघ (FIDE), वर्ष 1950 से कैंडिडेट्स शतरंज टूर्नामेंट आयोजित कर रहा है।
- यह प्रतिष्ठित आयोजन यह निर्धारित करता है कि मौजूदा विश्व शतरंज चैंपियन को कौन चुनौती देगा।
- यह वर्ष 1992 तक प्रति तीन वर्ष में आयोजित किया जाता था, किंतु वर्ष 2013 के बाद से यह प्रति दो वर्ष में आयोजित किया जाता है।
- FIDE शतरंज के खेल का शासी निकाय है और साथ ही यह सभी अंतर्राष्ट्रीय शतरंज प्रतियोगिताओं को नियंत्रित करता है।
- इसका गठन एक गैर-सरकारी संस्थान के रूप में किया गया है। यह विश्व शतरंज प्रतियोगिता का आयोजन करता है।
और पढ़ें…FIDE ग्रैंड स्विस ओपन 2023