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उत्तर प्रदेश स्टेट पी.सी.एस.

  • 02 Apr 2025
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टेककृति 2025

चर्चा में क्यों?

  • 27 से 30 मार्च, 2025 तक उत्तर प्रदेश के कानपुर में एशिया के सबसे बड़े अंतर-महाविद्यालय तकनीकी और उद्यमिता महोत्सवटेककृति’ का आयोजन किया गया। 

मुख्य बिंदु

  • संबोधन और थीम: 
    • इस उत्सव का उद्घाटन CDS जनरल अनिल चौहान द्वारा किया गया।
    • उन्होंने भारतीय सशस्त्र बलों की उन्नति और आधुनिकीकरण की आवश्यकता पर प्रकाश डाला तथा भविष्य के युद्धों की चुनौती के रूप में साइबर, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), क्वांटम टेक्नोलॉजी और संज्ञानात्मक क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया।
    • इस वर्ष के महोत्सव का विषय था "पंता रेई" (सब कुछ प्रवाहित होता है)।
  • रक्षककृति: रक्षा एक्सपो 
    • एक विशेष रक्षा प्रदर्शनी आयोजित की गई, जिसमें भविष्य की सैन्य तकनीकों का प्रदर्शन किया गया।
    • इस प्रदर्शनी में AI-आधारित युद्ध प्रणालियाँ, स्वायत्त ड्रोन और स्वदेशी रक्षा नवाचारों को प्रस्तुत किया गया। 
    • ‘आत्मनिर्भर भारत’ की दिशा में कदम बढ़ाने और विदेशी रक्षा निर्भरता को कम करने के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को पुनः उजागर किया गया।
  • टेककृति महोत्सव 
    • यह भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) कानपुर का वार्षिक तकनीकी और उद्यमशीलता महोत्सव है, जिसकी शुरुआत वर्ष 1995 में हुई थी। 
    • इस महोत्सव का मुख्य उद्देश्य छात्रों को विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के क्षेत्र में प्रेरित करना है, ताकि वे नई सोच और विचारधारा के साथ आगे बढ़ सकें।
    • वर्ष 2000 में, महोत्सव में स्टार्टअप्स, उद्यमशीलता और कार्यशालाओं को भी शामिल किया गया, जिसके परिणामस्वरूप यह महोत्सव एक व्यापक और विविधतापूर्ण तकनीकी उत्सव बन गया।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस 

  • परिचय:
  • AI का आशय कंप्यूटर या कंप्यूटर द्वारा नियंत्रित रोबोट के ऐसे कार्य करने की क्षमता से है जो आमतौर पर मनुष्यों द्वारा किये जाते हैं क्योंकि ऐसे कार्यों के निष्पादन हेतु मानव बुद्धि और विवेक की आवश्यकता होती है।
    • हालाँकि अभी ऐसी कोई AI प्रणाली नहीं है, जो एक सामान्य मानव द्वारा किये जा सकने वाले विभिन्न प्रकार के कार्यों को कर सके, हालाँकि कुछ AI मनुष्यों द्वारा किये जाने वाले कुछ विशिष्ट कार्यों को करने में सक्षम हो सकते हैं।
  • विशेषताएँ और घटक:
    • डीप लर्निंग (DL) तकनीक बड़ी मात्रा में असंरचित डाटा जैसे- टेक्स्ट, चित्र या वीडियो के माध्यम से ऑटोमेटिक लर्निंग को सक्षम बनाती है।
      • कृत्रिम बुद्धिमत्ता की आदर्श विशेषता इसकी युक्तिसंगत कार्रवाई करने की क्षमता है जिसमें एक विशिष्ट लक्ष्य प्राप्त किया जाता है। मशीन लर्निंग (ML), AI का ही एक प्रकार है।

AI के प्रकार:

क्षमताओं के आधार पर 

विवरण

दुर्बल Al या संकीर्ण Al

इस Al को शतरंज खेलने, चेहरे पहचानने या सिफ़ारिशें करने जैसे विशिष्ट कार्यों के लिये डिज़ाइन किया गया है। उदाहरणों में सिरी, वॉटसन, AlphaGo शामिल हैं।

जनरल Al 

तर्कशक्ति, लर्निंग और प्लानिंग सहित किसी भी बौद्धिक कार्य को करने की क्षमता जो मनुष्य कर सकता है। कोई मौजूदा उदाहरण नहीं है, लेकिन शोधकर्त्ता इस पर कार्य कर रहे हैं।

सुपर Al 

काल्पनिक Al जो मानव बुद्धि से बढ़कर है, रचनात्मकता, आत्म-जागरूकता और भावना जैसी संज्ञानात्मक क्षमताओं वाले कार्यों में उत्कृष्ट है। कोई वर्तमान उदाहरण नहीं, केवल भविष्य की संभावनाएँ।


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अहेतुल्ला लॉन्गिरोस्ट्रिस साँप

चर्चा में क्यों?

उत्तर प्रदेश के दुधवा टाइगर रिज़र्व में एक दुर्लभ साँप, अहेतुल्ला लॉन्गिरोस्ट्रिस (लंबी थूथन वाला बेल साँप) खोजा गया। 

मुख्य बिंदु

  • साँप के बारे में:
    • इसकी खोज दुधवा टाइगर रिज़र्व के पलिया डिवीजन में गैंडों के शिफ्टिंग अभियान के दौरान की गई थी।
    • इससे पहले यह साँप केवल बिहार के पश्चिमी चंपारण में वाल्मीकि टाइगर रिज़र्व के जंगलों में पाया गया था।

  • विशेषताएँ:
    • इसका शरीर लंबा, पतला और हरा या भूरा रंग का होता है, जो इसे अन्य साँपों से अलग करता है। 

    • इसकी लंबी नाक (रोस्ट्रल) भी इसकी पहचान का एक प्रमुख संकेत है।

    • यह मुख्य रूप से पेड़ों पर रहता है और आसानी से शाखाओं तथा पत्तियों के बीच छिप सकता है।

    • यह हल्का जहरीला होता है, जिसका जहर इंसान के लिये अधिक खतरनाक नहीं होता।

  • परिवार: कोलुब्रिडे

दुधवा टाइगर रिज़र्व के बारे में

  • यह उत्तर प्रदेश के लखीमपुर-खीरी ज़िले में भारत-नेपाल सीमा पर स्थित, उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्र में सबसे अच्छे प्राकृतिक जंगलों और घास के मैदानों का प्रतिनिधित्व करता है।
  • यह रिज़र्व अपनी समृद्ध जैवविविधता के लिये जाना जाता है, जिसमें बंगाल टाइगर, भारतीय गैंडा, दलदली हिरण, तेंदुआ और पक्षियों की कई प्रजातियाँ सहित विभिन्न प्रकार की वनस्पतियाँ और जीव हैं।
  • इस तराई आर्क लैंडस्केप (TAL) के अंतर्गत तीन महत्त्वपूर्ण संरक्षित क्षेत्र शामिल हैं :
  • तीनों संरक्षित क्षेत्रों को राज्य में रॉयल बंगाल टाइगर के अंतिम व्यवहार्य घर होने के नाते प्रोजेक्ट टाइगर (Project Tiger) के तहत दुधवा टाइगर रिज़र्व के रूप में संयुक्त रूप से गठित किया गया है।
  • दुधवा नेशनल पार्क और किशनपुर वन्यजीव अभयारण्य को वर्ष 1987 में तथा कतर्निया वन्यजीव अभयारण्य को वर्ष 2000 में दुधवा टाइगर रिज़र्व में शामिल किया गया था।



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    भारत-नेपाल साहित्य महोत्सव

    चर्चा में क्यों?

    उत्तर प्रदेश के वृंदावन (मथुरा) में तीन दिवसीय भारत-नेपाल साहित्य महोत्सव का आयोजन किया गया।

    मुख्य बिंदु

    • उत्सव के बारे में:
      • यह आयोजन उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद की सहायक संस्था गीता शोध संस्थान और क्रांति धरा साहित्य अकादमी, मेरठ द्वारा आयोजित किया गया। 
      • इस महोत्सव में भारत और नेपाल के 180 से अधिक साहित्यकार, लेखक, पत्रकार और शिक्षाविद् शामिल हुए। 
      • इस महोत्सव का मुख्य उद्देश्य दोनों देशों के साहित्यिक और सांस्कृतिक धरोहर को प्रोत्साहित और संवर्द्धित करना था।
    • महत्त्व:
      • साहित्य और संस्कृति के आदान-प्रदान को प्रोत्साहन मिला।
      • भारत और नेपाल के साहित्यकारों के बीच सहयोग को बढ़ावा मिला।
      • पारंपरिक और समकालीन साहित्य को एक नई दिशा मिली।

    भारत -नेपाल संबंध 

    • पड़ोसी के रूप में भारत और नेपाल मित्रता एवं सहयोग के अनूठे संबंधों को साझा करते हैं, जिसकी विशेषता एक खुली सीमा, दोनों देशों के लोगों के बीच रिश्तेदारी तथा मज़बूत सांस्कृतिक संबंध है।
    • नेपाल के व्यापारिक व्यापार में लगभग दो-तिहाई तथा सेवाओं के व्यापार में लगभग एक-तिहाई योगदान भारत का है।
    • बटालियन स्तर पर संयुक्त सैन्य अभ्यास, 'सूर्य किरण', भारत तथा नेपाल दोनों देशों में क्रमिक आधार आयोजित किया जाता है। 
    • भारत तराई क्षेत्र में 10 सड़कों को उन्नत करके, जोगबनी-विराटनगर तथा जयनगर-बर्दीबास में सीमा पार रेल संपर्क स्थापित करके एवं बीरगंज, विराटनगर, भैरहवा व नेपालगंज जैसे प्रमुख स्थानों पर एकीकृत चेक पोस्ट स्थापित करके नेपाल की मुख्य रूप से सहायता की।
    • भारत ने काठमांडू-वाराणसी, लुंबिनी-बोधगया और जनकपुर-अयोध्या को जोड़ने के लिये तीन सिस्टर-सिटी समझौतों पर हस्ताक्षर किये हैं।



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