बिहार
वाल्मीकि टाइगर रिज़र्व
- 21 Feb 2022
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चर्चा में क्यों?
19 फरवरी, 2022 को वाल्मीकि टाइगर रिज़र्व के वन प्रमंडल दो के मदनपुर वन क्षेत्र में कुछ लोगों द्वारा जानबूझकर आग लगा दी गई, जिससे VTR प्रशासन द्वारा प्रत्येक वर्ष शाकाहारी जानवरों को खाने के लिये आरोपित की जाने वाली घास और वृक्षों को काफी नुकसान पहुँचा है।
प्रमुख बिंदु
- वाल्मीकि टाइगर रिज़र्व बिहार का एकमात्र टाइगर रिज़र्व है, जो भारत में हिमालयी तराई जंगलों की सबसे पूर्वी सीमा बनाता है।
- गंगा के मैदान जैव-भौगोलिक क्षेत्र में स्थित इस टाइगर रिज़र्व की वनस्पति भाबर और तराई क्षेत्रों का संयोजन है।
- बाघ गणना, 2018 के अनुसार वाल्मीकि टाइगर रिज़र्व में बाघों की संख्या 32 है।
- भारतीय वन सर्वेक्षण रिपोर्ट, 2021 के अनुसार इसके कुल क्षेत्रफल के 85.71% भू-भाग पर वनावरण विद्यमान है।
- वाल्मीकि टाइगर रिज़र्व के जंगलों में पाए जाने वाले जंगली स्तनधारियों में बाघ, सुस्त भालू, तेंदुआ, जंगली कुत्ता, बाइसन, जंगली सूअर आदि शामिल हैं।