झारखंड
पंचायत से संसद 2.0
- 07 Jan 2025
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चर्चा में क्यों?
हाल ही में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने “पंचायत से संसद 2.0” का उद्घाटन किया, जिसका उद्देश्य देश भर में पंचायती राज संस्थाओं की महिला प्रतिनिधियों को संविधान और संसदीय प्रक्रियाओं की जानकारी प्रदान करना है।
- यह कार्यक्रम आदिवासी नेता बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया।
प्रमुख बिंदु
- उद्देश्य:
- इस पहल का उद्देश्य पंचायती राज संस्थाओं की निर्वाचित महिला प्रतिनिधियों को संवैधानिक प्रावधानों, संसदीय प्रक्रियाओं और शासन के बारे में उनका ज्ञान बढ़ाकर उन्हें सशक्त बनाना तथा प्रभावी नेतृत्व को बढ़ावा देना है।
- यह कार्यक्रम 22 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की अनुसूचित जनजातियों की 502 निर्वाचित महिला प्रतिनिधियों को एक साथ लाता है, जिससे समावेशिता और विविधता सुनिश्चित होती है।
- कार्यशालाएँ और सत्र:
- कार्यक्रम में विशेषज्ञों और संसद सदस्यों द्वारा संचालित इंटरैक्टिव कार्यशालाएँ और सत्र शामिल हैं।
- इसका आयोजन राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) और लोकसभा सचिवालय द्वारा जनजातीय मामलों के मंत्रालय के सहयोग से किया जाता है।
- निर्देशित पर्यटन:
- प्रतिभागियों ने भारत की विधायी प्रक्रियाओं और लोकतांत्रिक संस्थाओं की गहन समझ हासिल करने के लिये नए संसद भवन, संविधान सदन, प्रधानमंत्री संग्रहालय और राष्ट्रपति भवन का निर्देशित दौरा किया।
बिरसा मुंडा
- उनका जन्म 15 नवंबर 1875 को हुआ था। वे मुंडा जनजाति से थे।
- उन्होंने 19वीं सदी के अंत में ब्रिटिश शासन के दौरान आधुनिक झारखंड और बिहार के आदिवासी क्षेत्र में भारतीय आदिवासी धार्मिक सहस्राब्दि आंदोलन का नेतृत्व किया।
- उन्होंने मुंडा विद्रोह (उलगुलान) का नेतृत्व किया और उनकी जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया जाता है।