संयुक्त राष्ट्र चार्टर का अनुच्छेद 99
स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस
हाल ही में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुच्छेद 99 को लागू किया।
- इसका उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को गाज़ा में इज़रायल की कार्रवाईयों के संभावित खतरे के बारे में सचेत करना था। इस बड़ी मानवीय आपदा को रोकने की तत्काल आवश्यकता पर ध्यान आकर्षित करने के उद्देश्य महासचिव ने यह कदम उठाया है।
संयुक्त राष्ट्र चार्टर का अनुच्छेद 99 क्या है?
- अनुच्छेद 99 संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अंतर्गत एक प्रावधान है जो संयुक्त राष्ट्र के संविधान के रूप में कार्य करता है।
- यह महासचिव को अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिये संभावित खतरों के मामले में सुरक्षा परिषद का ध्यान आकर्षित करने का अधिकार प्रदान करता है।
- अनुच्छेद 99 को विवेकाधीन (Discretionary) माना जाता है, जो महासचिव को महत्त्वपूर्ण मुद्दों को उजागर करने की अनुमति देता है तथा इसे लागू करने के लिये सुरक्षा परिषद की भागीदारी की आवश्यकता होती है।
- वर्ष 1960 में कांगो गणराज्य में हुई क्रांति, वर्ष 1961 में फ्राँस की सैन्य कार्रवाइयों के विरुद्ध ट्यूनीशिया की शिकायत तथा वर्ष 1971 में बांग्लादेश के गठन जैसे मामलों का समाधान करने सहित विगत आह्वानों के साथ इस अनुच्छेद का बहुत कम उपयोग किया गया है।
संयुक्त राष्ट्र का चार्टर:
- संयुक्त राष्ट्र का चार्टर संयुक्त राष्ट्र का संस्थापक दस्तावेज़ है। इस पर 26 जून, 1945 को सैन फ्रांसिस्को में हस्ताक्षर किये गए तथा यह 24 अक्तूबर, 1945 को लागू हुआ।
- संयुक्त राष्ट्र अपने अद्वितीय अंतर्राष्ट्रीय प्रकार्यों तथा अपने चार्टर में निहित शक्तियों के कारण विभिन्न प्रकार के मुद्दों पर कार्रवाई कर सकता है, जिसे एक अंतर्राष्ट्रीय संधि माना जाता है।
- इस प्रकार संयुक्त राष्ट्र चार्टर अंतर्राष्ट्रीय कानून का एक साधन है और संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देश इससे बँधे हैं।
- अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (ICJ), संयुक्त राष्ट्र का प्राथमिक न्यायिक निकाय, अपने कानून द्वारा संचालित होता है, जो संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अभिन्न अंग के रूप में संलग्न है।
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्नप्रिलिम्स:प्रश्न. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में 5 स्थायी सदस्य होते हैं और शेष 10 सदस्य महासभा द्वारा कितनी अवधि के लिये चुने जाते हैं? (2009) (a) 1 वर्ष उत्तर: (b) मेन्स:प्रश्न. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सीट की खोज में भारत के समक्ष आने वाली बाधाओं पर चर्चा कीजिये। (2015) प्रश्न. संयुक्त राष्ट्र आर्थिक व सामाजिक परिषद (ECOSOC) के प्रमुख कार्य क्या हैं? इसके साथ संलग्न विभिन्न प्रकार्यात्मक आयोगों को स्पष्ट कीजिये। (2017) |
AICTE का नया विनियमन
स्रोत: द हिंदू
हाल ही में अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (All India Council for Technical Education- AICTE) ने वर्ष 2024-25 से शुरू होने वाले बैचलर ऑफ बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन (BBA) और बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन (BCA) जैसे स्नातक पाठ्यक्रमों के लिये नए नियमों की घोषणा की है।
नए विनियमों की मुख्य विशेषताएँ क्या हैं?
- विनियमन विस्तार:
- तकनीकी और प्रबंधन शिक्षा में समन्वित विकास सुनिश्चित करने के लिये कंप्यूटर एप्लीकेशन (BCA) एवं प्रबंधन (BBA/BMS) में स्नातक (UG) पाठ्यक्रम AICTE के अंतर्गत आएंगे।
- इंजीनियरिंग कॉलेजों को अब पारंपरिक इंजीनियरिंग विषयों से परे अपना दायरा बढ़ाते हुए BBA और BCA कार्यक्रमों की पेशकश करने की अनुमति दी गई है।
- संस्थागत लचीलापन:
- अच्छा प्रदर्शन करने वाले संस्थानों को वर्ष 2024-25 से 2026-27 तक 3 वर्ष के लिये अनुमोदन के विस्तार का प्रावधान किया जाएगा।
- वर्तमान में सभी तकनीकी शिक्षा संस्थानों को प्रत्येक वर्ष मंज़ूरी के लिये दोबारा आवेदन करना पड़ता है।
- कामकाजी पेशेवरों के कॅरियर में उन्नति:
- चयनित संस्थानों के लिये लचीले अध्ययन समय की शुरुआत की गई है ताकि डिप्लोमा स्नातकों जैसे कामकाजी पेशेवरों को इंजीनियरिंग डिग्री में पार्श्व प्रवेश की अनुमति मिल सके। यह विस्तारित अध्ययन अवधि की अनुमति देकर उनकी कार्य प्रतिबद्धताओं को समायोजित करता है।
- व्यावसायिक उन्नयन पहल:
- AICTE ने शैक्षिक उन्नयन के इच्छुक कामकाजी पेशेवरों के लिये डिप्लोमा, इंजीनियरिंग UG और PG डिग्री में सीमित सीटों की पेशकश करने वाले 300 से अधिक संस्थानों की पहचान एवं चयन किया है।
- उपयुक्त संस्थानों की कमी वाले क्षेत्रों के लिये रैंकिंग मानदंडों में छूट प्रदान की गई है।
- क्षेत्रीय भाषा का समावेशन:
- AICTE ने तकनीकी क्षेत्रों में क्षेत्रीय भाषा में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिये 13 क्षेत्रीय भाषाओं में इंजीनियरिंग सहित अन्य शैक्षणिक पाठ्यपुस्तकें प्रकाशित की हैं।
- पॉलिटेक्निक कॉलेजों को स्वायत्तता एवं उद्योग के बीच सहयोग:
- AICTE पॉलिटेक्निक कॉलेजों को स्वायत्तता प्रदान कर रहा है, डिग्री जारी करने के लिये उद्योगों के साथ सहयोग को प्रोत्साहित कर रहा है तथा रोज़गार पर ध्यान केंद्रित कर रहा है व प्लेसमेंट की सुविधा प्रदान कर रहा है।
अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) क्या है?
- अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) एक वैधानिक निकाय तथा भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के अधीन तकनीकी शिक्षा के लिये एक राष्ट्रीय स्तर की परिषद है।
- इसकी स्थापना नवंबर 1945 में राष्ट्रीय स्तर की शीर्ष सलाहकार संस्था के रूप में की गई थी।
भारत द्वारा केन्या को कृषि ऋण की पेशकश
स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस
भारत ने केन्या के राष्ट्रपति की हालिया भारत यात्रा के दौरान अपने कृषि क्षेत्र के आधुनिकीकरण के लिये केन्या को 250 मिलियन अमेरिकी डॉलर की ऋण सुविधा देने की घोषणा की है।
- क्रेडिट लाइन (LOC) एक पूर्व निर्धारित उधार सीमा है जो आवश्यकता पड़ने पर उपलब्ध होती है। इसमें उधारकर्त्ता स्थापित सीमा तक पहुँचने तक आवश्यकतानुसार धनराशि की निकासी कर सकता है और एक बार चुकता करने के बाद क्रेडिट की मुक्त ऋण सुविधा के मामले में धनराशि फिर से उधार ली जा सकती है।
केन्या के राष्ट्रपति की हालिया यात्रा के मुख्य तथ्य क्या हैं?
- भारत और केन्या ने खेल, शिक्षा और डिजिटल समाधान सहित कई क्षेत्रों में सहयोग प्रदान करने वाले पाँच समझौतों पर हस्ताक्षर किये और हिंद महासागर क्षेत्र में समुद्री जुड़ाव को बढ़ाने के लिये एक संयुक्त दृष्टि दस्तावेज़ का अनावरण किया।
- भारत ने दो भारतीय नागरिकों का मुद्दा भी उठाया जो गत वर्ष पूर्वी अफ्रीकी देश में लापता हो गए थे।
- दोनों राष्ट्रों ने रक्षा, व्यापार, ऊर्जा, डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढाँचा और स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में द्विपक्षीय संबंधों को मज़बूत करने पर सहमति जताई है।
- दोनों पक्षों ने रक्षा सहयोग पर विचार-विमर्श किया और सैन्य अभ्यास, क्षमता निर्माण के साथ-साथ दोनों देशों के रक्षा उद्योगों को जोड़ने पर ज़ोर दिया।
- भारतीय कंपनियों को केन्या में निवेश करने के लिये विशेष रूप से कृषि, विनिर्माण, फार्मास्युटिकल, स्वास्थ्य, हरित ऊर्जा और हरित गतिशीलता क्षेत्रों में केन्या ने अनुकूल एवं आकर्षक वातावरण का लाभ उठाने के लिये आमंत्रित किया।
- आतंकवाद जैसी गंभीर चुनौती पर दोनों पक्षों ने आतंकवाद-रोधी सहयोग बढ़ाने का फैसला किया है।
केन्या से संबंधित प्रमुख बिंदु क्या हैं?
- केन्या पूर्वी अफ्रीका में स्थित है, इसका भू-भाग हिंद महासागर के निम्न तटीय मैदान से लेकर इसके मध्य में पहाड़ों और पठारों तक विस्तृत है।
- हिंद महासागर तथा विक्टोरिया झील के बीच केन्या की अवस्थिति का अर्थ यह है कि संपूर्ण अफ्रीका एवं मध्य पूर्व के लोग सदियों से इस पार यात्रा और व्यापार करते रहे हैं।
- इसने कई जातीय समूहों एवं भाषाओं के साथ एक विविध संस्कृति का निर्माण किया है।
- अब तक पाए गए सबसे प्राचीनतम मानव में से एक की अस्थियाँ केन्या की तुर्काना द्रोणी/बेसिन में खोजी गई थीं।
- विश्व की सबसे बड़ी रेगिस्तानी झील, तुर्काना झील, ओमो-तुर्काना द्रोणी का हिस्सा है, जो चार देशों, इथियोपिया, केन्या, दक्षिण सूडान और युगांडा में फैली हुई है।
- संयुक्त राष्ट्र-पर्यावास सभा (UN-Habitat) का मुख्यालय केन्या के नैरोबी में संयुक्त राष्ट्र कार्यालय में स्थित है।
Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 09 दिसंबर, 2023
क्षयरोग देखभाल में प्रगति
वर्ष 2023 में फेफड़ों के स्वास्थ्य पर केंद्रीय विश्व सम्मेलन में दवा-प्रतिरोधी तपेदिक (TB) के इलाज की अवधि को दो-तिहाई तक कम करने में संभावित चार नई, उन्नत चिकित्सा पद्धतियों की शुरुआत की गई है, यह टीबी के विरुद्ध वैश्विक प्रयासों एवं लड़ाई में एक उत्साहजनक प्रयास साबित हो सकता है।
- उपचार की दीर्घ अवधि एवं बाद में होने वाली औषधि विषाक्तता के कारण कई मरीज़ इसके प्रभाव को सहन करने तथा उपचार का उचित अनुपालन में असमर्थ हो जाते हैं। इससे अंततः दवा प्रतिरोधी टीबी की स्थिति उत्पन्न होती है।
- अधिक प्रभावी उपचार प्रदान करने के मिशन के साथ नवीन, उन्नत चिकित्सा पद्धतियाँ पारंपरिक उपचारों के समान प्रभावकारिता और सुरक्षा प्रदर्शित करती हैं किंतु ये उपचार के समय को काफी कम कर देते हैं।
- टीबी एक संक्रामक रोग है जो अधिकाँश मामलों में फेफड़ों को प्रभावित करता है और यह बैक्टीरिया- माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस के कारण होता है। यह संक्रमण संक्रमित लोगों के खाँसने, छींकने अथवा थूकने पर हवा के माध्यम से फैलाता है।
- WHO के अनुसार, मल्टीड्रग-प्रतिरोधी टीबी (MDR-TB) सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट के साथ स्वास्थ्य सुरक्षा के लिये खतरा बना हुआ है। वर्ष 2022 में दवा प्रतिरोधी टीबी से पीड़ित केवल 5 में से 2 लोगों को ही इलाज प्राप्त हो सका।
हानुका
हानुका (Hanukkah), जिसे प्रकाश का त्योहार या चानूका भी कहा जाता है, 7 दिसंबर, 2023 को सूर्यास्त के बाद मनाया गया।
- यह आठ दिवसीय यहूदी अवकाश है जो दूसरी शताब्दी ईसा पूर्व के दौरान यरूशलम में दूसरे मंदिर के पुनर्समर्पण की याद दिलाता है।
- यह त्योहार यहूदी महीने किसलेव के 25वें दिन से शुरू होता है और आमतौर पर ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार नवंबर के अंत से दिसंबर के अंत तक चलता है।
- हानुका पर्व तेल की थोड़ी सी मात्रा के चमत्कार (प्रकश) के जश्न का प्रतीक है, जिससे मैकाबीन विद्रोह के समय केवल एक दिन के लिये ही पर्याप्त तेल के बावजूद मंदिर का मेनोराह (कैंडेलब्रम) आठ दिनों तक प्रकाशित होता रहा।
- हानुका मेनोराह एक नौ शाखाओं वाला कैंडेलब्रम है जिसे हानुका के आठ दिवसीय अवकाश के दौरान जलाया जाता है।
तेलंगाना में केंद्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय
हाल ही में तेलंगाना में एक केंद्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय स्थापित करने हेतु विधेयक लोकसभा द्वारा पारित किया गया था। यह विधान, आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम, 2014 की बाध्यता का अनुपालन करते हुए विश्वविद्यालय के लिये ₹889.7 करोड़ निर्धारित करता है।
- यह विधेयक, केंद्रीय विश्वविद्यालय अधिनियम, 2009 में संशोधन करता है तथा नए विश्वविद्यालय को सम्मक्का सरक्का केंद्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय कहा जाएगा। इसे तेलंगाना के मुलुगु ज़िले में स्थापित किया जाएगा।
- जनजातीय कला, संस्कृति, प्रौद्योगिकी एवं पारंपरिक ज्ञान पर विश्वविद्यालय का ध्यान अन्य केंद्रीय विश्वविद्यालयों के समान कार्य करते हुए शिक्षा, अनुसंधान व विकास को बढ़ावा देना है।
इथेनॉल हेतु गन्ने के रस के उपयोग पर प्रतिबंध
वर्ष 2023-24 आपूर्ति वर्ष में इथेनॉल उत्पादन के लिये गन्ने के रस और चीनी सिरप के उपयोग पर केंद्र के हालिया प्रतिबंध का उद्देश्य घरेलू खपत हेतु पर्याप्त चीनी उपलब्धता बनाए रखना तथा कीमतों को स्थिर करना है। हालाँकि सरकार ने इथेनॉल उत्पादन के लिये बी-शीरे (B-Molasses) के उपयोग की अनुमति दी है।
- इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (Indian Sugar Mills Association- ISMA) ने वर्ष 2023-24 विपणन वर्ष के लिये सकल चीनी उत्पादन में 9% की कमी का अनुमान लगाया है, जिससे स्थिति और जटिल हो गई है।
- चीनी सीज़न (अक्तूबर-सितंबर) 2021-22 में भारत विश्व में चीनी का सबसे बड़ा उत्पादक एवं उपभोक्ता के साथ-साथ ब्राज़ील के बाद विश्व के दूसरे सबसे बड़े निर्यातक के रूप में उभरा है।
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