विश्व एड्स दिवस 2023
स्रोत: द हिंदू
ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस (HIV)/एक्वायर्ड इम्यूनो डेफिशिएंसी सिंड्रोम (AIDS) के बारे में जागरूकता बढ़ाने और इससे पीड़ित लोगों का समर्थन करने के लिये प्रत्येक वर्ष 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस (World AIDS Day) मनाया जाता है।
- विश्व एड्स दिवस पहली बार वर्ष 1988 में मनाया गया था, जब विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इस दिन को मान्यता दी थी।
- विश्व एड्स दिवस- 2023 का विषय है- ‘समुदायों को नेतृत्व करने दें’ (Let communities lead)।’
HIV/AIDS रोग क्या है?
- परिचय:
- ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस (HIV) एक संक्रमण है जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली पर हमला करता है।
- AIDS, HIV संक्रमण का अंतिम चरण है, जो तब होता है जब वायरस के कारण शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो जाती है।
- HIV शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली में CD4, एक प्रकार की श्वेत रक्त कोशिका (T- सेल) पर हमला करता है।
- T- सेल, वे कोशिकाएँ हैं जो पूरे शरीर में पाई जाती हैं और कोशिकाओं में विसंगतियों एवं संक्रमण का पता लगाती हैं।
- शरीर में प्रवेश करने के बाद HIV वायरस स्वयं का गुणन/प्रसार करता है और CD4 कोशिकाओं को नष्ट कर देता है, जिससे मानव प्रतिरक्षा प्रणाली गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो जाती है। एक बार यह वायरस शरीर में प्रवेश कर जाए तो इसे कभी भी खत्म नहीं किया जा सकता है।
- HIV से संक्रमित व्यक्ति का CD4 संख्या काफी कम हो जाती है। एक स्वस्थ शरीर में CD4 की संख्या 500-1600 के बीच होती है, लेकिन संक्रमित शरीर में यह 200 तक भी जा सकती है।
- ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस (HIV) एक संक्रमण है जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली पर हमला करता है।
- प्रसार:
- HIV कई स्रोतों से फैल सकता है, उदाहरण के लिये HIV से संक्रमित व्यक्ति के शरीर के कुछ तरल पदार्थों जैसे- रक्त, वीर्य, मलाशय द्रव, योनि द्रव या स्तन का दूध आदि के सीधे संपर्क में आने से, जिसमें पता लगाने योग्य पर्याप्त वायरल लोड होता है।
- लक्षण:
- एक बार जब HIV, AIDS में बदल जाता है तो इसमें शुरुआती लक्षण देखे जा सकते हैं जैसे- अत्यधिक थकान, बुखार, जननांगों या गर्दन के आसपास घाव, निमोनिया आदि।
- HIV AIDS की व्यापकता:
- अनुमान है कि वैश्विक स्तर पर 39 मिलियन व्यक्ति ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस (HIV) से ग्रस्त हैं।
- भारत में यह आँकड़ा 24 लाख है।
- वर्ष 2022 में वैश्विक स्तर पर 1.3 मिलियन और भारत में 63,000 नए HIV संक्रमण के मामले पाए गए।
- वर्ष 2022 में वैश्विक स्तर पर इन स्थितियों के कारण 6,50,000 लोगों की मृत्यु हुई। भारत में AIDS के कारण 42,000 लोगों की मृत्यु हुई। इनमें से कई अवसरवादी संक्रमणों को रोका जा सकता है और उनका इलाज किया जा सकता है।
HIV की रोकथाम के लिये भारत ने क्या प्रयास किये हैं?
- HIV और एड्स (निवारण एवं नियंत्रण) अधिनियम, 2017: इस अधिनियम के अनुसार, केंद्र तथा राज्य सरकारें HIV अथवा एड्स के संक्रमण को रोकने के लिये उपाय करेंगी।
- ART तक पहुँच:
- भारत ने विश्व में HIV से पीड़ित 90 प्रतिशत से अधिक लोगों के लिये एंटीरेट्रोवाइरल थेरेपी (ART) को सस्ता और सुलभ बना दिया है।
- समझौता ज्ञापन (Memorandum of Understanding- MoU):
- स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने HIV/एड्स संबंधी जागरूकता बढ़ाने और नशीली दवाओं के दुरुपयोग के पीड़ितों तथा HIV/एड्स से पीड़ित बच्चों और लोगों के खिलाफ सामाजिक दुर्व्यवहार एवं भेदभाव की घटनाओं को कम करने के लिये वर्ष 2019 में सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये।
- प्रोजेक्ट सनराइज़:
- स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा वर्ष 2016 में उत्तर-पूर्वी राज्यों में बढ़ते HIV के प्रसार से निपटने हेतु विशेष रूप से ड्रग्स इंजेक्शन का प्रयोग करने वाले लोगों में इसके प्रयोग को रोकने हेतु 'प्रोजेक्ट सनराइज़' (Project Sunrise) शुरू किया गया था।
- प्री-एक्सपोज़र प्रोफिलैक्सिस (PrEP):
- HIV से संक्रमित होने के उच्च जोखिम वाले व्यक्तियों को निरंतर रूप से PrEP दवाएँ देने से संक्रमण की संभावना काफी कम हो सकती है।
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष का प्रश्नप्रश्न. निम्नलिखित बीमारियों में से कौन-सी टैटू बनवाने के द्वारा एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में संचरित हो सकती है/हैं? (2013)
नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये: (a) केवल 1 उत्तर: (b) |
भारत अंतर्राष्ट्रीय समुद्री संगठन परिषद के लिये फिर से निर्वाचित
स्रोत: पी.आई.बी.
चर्चा में क्यों?
हाल ही में भारत को अंतर्राष्ट्रीय समुद्री संगठन (IMO) परिषद के लिये फिर से चुना गया है, जो IMO में इसकी निरंतर सेवा का प्रतीक है।
- यह पुनः निर्वाचन वर्ष 2024-25 द्विवार्षिक का हिस्सा, जो भारत को "अंतर्राष्ट्रीय समुद्री व्यापार में सबसे अधिक रुचि" वाले 10 राज्यों की श्रेणी में रखता है और वैश्विक समुद्री मामलों में इसकी महत्त्वपूर्ण भूमिका की पुष्टि करता है।
अंतर्राष्ट्रीय समुद्री संगठन क्या है?
- IMO के बारे में:
- IMO संयुक्त राष्ट्र (UN ) की एक विशेष एजेंसी है जो शिपिंग को विनियमित करने और जहाज़ों से समुद्री प्रदूषण को रोकने के लिये ज़िम्मेदार है।
- IMO की स्थापना 1948 में जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन के बाद हुई थी और 1958 में अस्तित्त्व में आया।
- सदस्य:
- IMO में 175 सदस्य देश और तीन सहयोगी सदस्य हैं, इसका मुख्यालय लंदन, यूनाइटेड किंगडम में है।
- भारत 1959 में IMO में शामिल हुआ।
- IMO में 175 सदस्य देश और तीन सहयोगी सदस्य हैं, इसका मुख्यालय लंदन, यूनाइटेड किंगडम में है।
- भूमिका:
- इसकी मुख्य भूमिका पोत परिवहन उद्योग के लिये एक नियामक ढाँचा तैयार करना है जो निष्पक्ष तथा प्रभावी हो, सार्वभौमिक रूप से अपनाया गया हो एवं सार्वभौमिक रूप से लागू किया गया हो।
- यह विधि संबंधी विषयों को भी शामिल करता है, जिसमें दायित्व तथा प्रतिपूर्ति के मुद्दे एवं अंतर्राष्ट्रीय समुद्री यातायात की सुगमता शामिल है।
- पोत परिवहन तथा समुद्री गतिविधियों के महत्त्व को उजागर करने के लिये IMO सितंबर के प्रत्येक अंतिम गुरुवार को विश्व समुद्री दिवस मनाता है।
-
IMO की संरचना:
- IMO सदस्यों की सभा (Assembly) द्वारा शासित होता है, जिसकी बैठक द्विवार्षिक रूप से होती है तथा 40 सदस्यों की एक परिषद होती है, जिसे दो वर्ष की अवधि के लिये विधानसभा द्वारा चुना जाता है।
- IMO की सर्वोच्च शासी निकाय असेंबली है।
- यह परिषद IMO की इकाई है तथा संगठन के कार्य की निगरानी के लिये ज़िम्मेदार है। यह समुद्री सुरक्षा और प्रदूषण की रोकथाम पर सरकारों को सिफारिशें करने के अलावा असेंबली के कार्यों का निष्पादन करती है।
- IMO का कार्य पाँच समितियों तथा विभिन्न उपसमितियों के माध्यम से संचालित होता है, जो अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों, कूट, प्रस्तावों एवं दिशा-निर्देशों के विकास व उन्हें अपनाते हैं।
- IMO सदस्यों की सभा (Assembly) द्वारा शासित होता है, जिसकी बैठक द्विवार्षिक रूप से होती है तथा 40 सदस्यों की एक परिषद होती है, जिसे दो वर्ष की अवधि के लिये विधानसभा द्वारा चुना जाता है।
- भारत और IMO:
- भारत समुद्री मामलों के प्रति अपनी निरंतर प्रतिबद्धता को उजागर करते हुए IMO परिषद की श्रेणी-बी में बना हुआ है।
- भारत के विज़न 2030 का लक्ष्य IMO लंदन में स्थायी प्रतिनिधियों की नियुक्ति करके IMO में प्रतिनिधित्व बढ़ाना है।
- अमृत काल विज़न 2047 भारत की वैश्विक समुद्री उपस्थिति को मज़बूत करने के लक्ष्यों की रूपरेखा तैयार करता है।
- पहलों में एक समर्पित IMO सेल की स्थापना, IMO मुख्यालय में एक स्थायी प्रतिनिधि की नियुक्ति व बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग के लिये बंगाल की खाड़ी पहल (BIMSTEC) मास्टर प्लान को लागू करना शामिल है।
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्नप्रिलिम्स:प्रश्न. ‘क्षेत्रीय सहयोग के लिये हिंद महासागर रिम संघ [इंडियन ओशन रिम एसोसिएशन फॉर रीजनल कोऑपरेशन (IOR-ARC)]' के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: (2015)
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं? (a) केवल 1 उत्तर: (d) |
डॉ. राजेंद्र प्रसाद
स्रोत: पी.आई.बी.
हाल ही में राष्ट्रपति ने भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की है।
डॉ. राजेंद्र प्रसाद कौन थे?
- डॉ. राजेंद्र प्रसाद का जन्म 3 दिसंबर, 1884 को बिहार के सिवान ज़िले के जीरादेई में हुआ था।
- वह बिहार में चंपारण सत्याग्रह (1917) के दौरान महात्मा गांधी के साथ जुड़े थे।
- डॉ. प्रसाद ने 1918 के रॉलेट एक्ट और 1919 के जलियाँवाला बाग हत्याकांड पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की।
- डॉ. प्रसाद ने गांधीजी के असहयोग आंदोलन के तहत बिहार में असहयोग का आह्वान किया।
- उन्होंने वर्ष 1930 में बिहार में नमक सत्याग्रह में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसके कारण उन्हें कारावास भी हुआ।
- वह आधिकारिक तौर पर वर्ष 1911 में कलकत्ता में आयोजित अपने वार्षिक सत्र के दौरान भारतीय राष्ट्रीय काॅन्ग्रेस में शामिल हो गए।
- वर्ष 1946 में वे पंडित जवाहरलाल नेहरू की अंतरिम सरकार में खाद्य और कृषि मंत्री के रूप में शामिल हुए तथा “अधिक अन्न उगाओ” का नारा दिया।
- उन्होंने 26 जनवरी, 1950 से (जब देश ने अपना संविधान अपनाया था) 13 मई, 1962 तक भारत के पहले राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया और सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले राष्ट्रपति का रिकॉर्ड अपने नाम किया।
- 26 जनवरी, 1950 को वे भारत के प्रथम राष्ट्रपति चुने गए। राष्ट्रपति के रूप में उन्होंने 12 वर्षों से अधिक समय तक सेवा की, जो उन्हें भारत के इतिहास में सर्वाधिक समय तक कार्यरत राष्ट्रपति के रूप में दर्शाता है।
- डॉ. प्रसाद को वर्ष 1962 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। उन्होंने कई किताबें लिखीं, जिनमें "सत्याग्रह एट चंपारण," "इंडिया डिवाइडेड" तथा उनकी "आत्मकथा" शामिल हैं।
- 28 फरवरी, 1963 को उनका निधन हो गया।
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष का प्रश्नप्रश्न. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: (2010)
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं? (a) केवल 1 उत्तर: (b) |
कोडेक्स एलिमेंटेरियस कमीशन में भारत की उन्नत भूमिका
स्रोत: पी.आई.बी.
चर्चा में क्यों?
हाल ही में भारत को रोम में खाद्य और कृषि संगठन (FAO) मुख्यालय में अपनी 46वीं बैठक के दौरान कोडेक्स एलिमेंटेरियस कमीशन (CAC) की कार्यकारी समिति में एशियाई क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले सदस्य के रूप में सर्वसम्मति से चुना गया है।
- भारत ने दालों के लिये निर्धारित समूह मानकों के समान फिंगर मिलेट, बार्नयार्ड मिलेट, कोडो मिलेट, प्रोसो मिलेट और लिटिल मिलेट जैसे मोटे अनाज़ (मिलेट) के लिये वैश्विक मानकों की स्थापना का प्रस्ताव रखा। इस प्रस्ताव को सत्र के दौरान सर्वसम्मति से समर्थन प्राप्त हुआ।
- कोडेक्स के पास फिलहाल ज्वार और बाजरा के लिये मानक हैं।
कोडेक्स एलिमेंटेरियस कमीशन (CAC) क्या है?
- परिचय:
- CAC एक अंतर्राष्ट्रीय खाद्य मानक निकाय है जिसे उपभोक्ता के स्वास्थ्य की रक्षा करने एवं खाद्य व्यापार में उचित प्रथाओं को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से मई 1963 में संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (Food and Agriculture Organisation) तथा विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organisation) द्वारा संयुक्त रूप से स्थापित किया गया था।
- मान्यता:
- विश्व व्यापार संगठन (WTO) के स्वच्छता और पादप स्वच्छता उपायों (SPS) के अनुप्रयोग पर समझौता अंतर्राष्ट्रीय व्यापार तथा व्यापार विवाद निपटान के लिये संदर्भ मानकों के रूप में कोडेक्स मानकों, दिशा-निर्देशों तथा सिफारिशों को मान्यता देता है।
- सदस्य:
- वर्तमान में इस कमीशन में कुल 189 (188 देश और यूरोपीय संघ) सदस्य हैं।
- भारत वर्ष 1964 में कोडेक्स एलेमेंट्रिस का सदस्य बना।
- वर्तमान में इस कमीशन में कुल 189 (188 देश और यूरोपीय संघ) सदस्य हैं।
- कोडेक्स मानक:
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सामान्य मानक, दिशा-निर्देश और अभ्यास संहिता: ये मुख्य कोडेक्स विषय आमतौर पर स्वच्छता अभ्यास, लेबलिंग, संदूषक, योजक, निरीक्षण और प्रमाणन, पोषण तथा पशु चिकित्सा दवाओं एवं कीटनाशकों के अवशेषों से निपटते हैं व उत्पादों और उत्पाद श्रेणियों पर क्षैतिज रूप से लागू होते हैं।
- कमोडिटी मानक: कोडेक्स कमोडिटी मानक एक विशिष्ट उत्पाद को संदर्भित करते हैं, हालाँकि कोडेक्स अब तेज़ी से खाद्य समूहों के लिये मानक विकसित कर रहा है।
- क्षेत्रीय मानक: संबंधित क्षेत्रीय समन्वय समितियों द्वारा विकसित मानक, संबंधित क्षेत्रों पर लागू होते हैं।
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नोट: स्वच्छता और पादप स्वच्छता उपायों (SPS) के अनुप्रयोग पर समझौता 1 जनवरी, 1995 को विश्व व्यापार संगठन की स्थापना के साथ लागू हुआ। SPS समझौता खाद्य सुरक्षा और पशु एवं पौधों के स्वास्थ्य नियमों के अनुप्रयोग से संबंधित है। यह कोडेक्स एलिमेंटेरियस, विश्व पशु स्वास्थ्य संगठन एवं अंतर्राष्ट्रीय पादप संरक्षण कन्वेंशन द्वारा निर्धारित अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप है।
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्नप्रिलिम्स:प्रश्न. विवाद निपटान के लिये संदर्भ बिंदु के रूप में अंतर्राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मानकों के उपयोग के संबंध में, WTO निम्नलिखित में से किसके साथ सहयोग करता है? (2010) (a) कोडेक्स एलिमेंटेरियस कमीशन (Codex Alimentarius Commission) उत्तर: (a) |
Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 04 दिसंबर, 2023
महासागर (MAHASAGAR) पहल
हाल ही में भारतीय नौसेना की पहल महासागर (MAHASAGAR) के पहले सत्र का आयोजन हुआ जिसमें हिंद महासागर क्षेत्र (IOR) के विभिन्न देशों के समुद्री प्रमुखों ने हिस्सा लिया।
थीम: ‘सामान्य चुनौतियों का मुकाबला करने की दिशा में सामूहिक समुद्री दृष्टिकोण (Collective Maritime Approach towards Countering Common Challenges)।
- MAHASAGAR का तात्पर्य क्षेत्र में सभी के लिये सक्रिय सुरक्षा और विकास हेतु समुद्री दृष्टिकोण के प्रति प्रतिबद्धता है। इसका उद्देश्य IOR देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने वाली उच्च स्तरीय वार्ता के लिये एक मंच तैयार करना है।
- इसमें बांग्लादेश, कोमोरोस, केन्या, मेडागास्कर, मालदीव, मॉरीशस, मोज़ाम्बिक, सेशेल्स, श्रीलंका और तंज़ानिया की नौसेनाओं और समुद्री एजेंसियों के प्रमुख शामिल हुए।
- MAHASAGAR भारत सरकार के SAGAR दृष्टिकोण (क्षेत्र में सभी के लिये सुरक्षा और विकास) के अनुरूप है।
- वर्ष 2015 में भारत ने आर्थिक और सुरक्षा मोर्चों पर अपने समुद्री पड़ोसियों के साथ संबंधों को बेहतर बनाने के लिये हिंद महासागर हेतु अपनी रणनीतिक दृष्टि अर्थात् क्षेत्र में सभी के लिये सुरक्षा और विकास (SAGAR) का अनावरण किया।
और पढ़ें… सुरक्षित हिंद महासागर
NCMC ने चक्रवात 'मिचौंग' को लेकर तैयारी की समीक्षा की
हाल ही में राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (NCMC) ने बंगाल की खाड़ी की ओर तेज़ी से बढ़ रहे चक्रवात ’मिचौंग' के लिये राज्य सरकारों और केंद्रीय मंत्रालयों की तैयारी का आकलन करने के लिये बैठक बुलाई।
- भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने तूफान के वर्तमान स्थान और अनुमानित पथ की सूचना दी, जो तटीय आंध्र प्रदेश में संभावित भूस्खलन का संकेत देता है।
- NCMC प्राकृतिक आपदा के मद्देनज़र राहत उपायों और कार्यों के समन्वय एवं कार्यान्वयन के लिये गठित एक समिति है।
- NCMC भारत को प्रभावित करने वाले प्रमुख संकटों, आपात स्थितियों और आपदाओं की प्रतिक्रिया का समन्वय और निगरानी करता है।
- NCMC का नेतृत्व कैबिनेट सचिव करता है।
- चक्रवात मिचौंग एक उष्णकटिबंधीय चक्रवात है, जिसके बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम में उत्पन्न होने की संभावना है।
- 'मिचौंग' का नाम म्याँमार द्वारा दिये गए सुझाव के आधार पर रखा गया है। इसका अर्थ है ताकत और लचीलापन।
और पढ़ें… चक्रवात
भारतीय नौसेना दिवस 2023
वर्ष 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान एक महत्त्वपूर्ण आक्रामक युद्धाभ्यास ऑपरेशन ट्राइडेंट का सम्मान करने के लिये भारत प्रत्येक वर्ष 4 दिसंबर, 2023 को नौसेना दिवस मनाता है।
- ऑपरेशन ट्राइडेंट, वर्ष 1971 के संघर्ष के दौरान एक निर्णायक क्षण था, जिसमें कराची बंदरगाह के समीप तीन जहाज़ों को निष्क्रिय करने के लिये 4 SS-N-2 Styx मिसाइलों से लैस सोवियत ओसा मिसाइल नौकाओं का उपयोग कर भारतीय नौसेना की रणनीतिक शक्ति का प्रदर्शन किया गया था।
- वर्तमान में कमांडर प्रेरणा देवस्थली भारतीय नौसेना के युद्धपोत (वॉटरजेट FAC INS त्रिंकट) की कमान संभालने वाली भारतीय नौसेना की पहली महिला अधिकारी होंगी।
और पढ़ें…भारतीय नौसेना दिवस
पूर्वोत्तर भारत हेतु नए अंतर्राष्ट्रीय हवाई मार्ग
हाल ही में केंद्र की ‘उड़े देश का आम नागरिक’ (UDAN) पहल ने पूर्वोत्तर राज्यों को अंतर्राष्ट्रीय गंतव्यों से जोड़ने वाले चार नए हवाई मार्गों को मंज़ूरी दी है।
- ये मार्ग असम को थाईलैंड और बांग्लादेश, मणिपुर को म्याँमार तथा त्रिपुरा को बांग्लादेश से जोड़ेंगे।
- उड़ान या UDAN योजना के तहत इन मार्गों पर रियायती हवाई किराए की पेशकश की जाएगी, जो क्षेत्रीय हवाई कनेक्टिविटी को बढ़ाने में एक महत्त्वपूर्ण कदम है।
- UDAN योजना में हवाई किराए के लिये राज्य सब्सिडी शामिल है, जिसमें भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण बोली प्रक्रिया, एयरलाइन चयन और उसके बाद सब्सिडी आवंटन का प्रबंधन करता है, जिसमें राज्य सबसे कम बोली लगाने वाले को व्यवहार्यता अंतर निधि प्रदान करते हैं।
- वर्ष 2022 में शुरू की गई 'अंतर्राष्ट्रीय UDAN' का उद्देश्य विशिष्ट राज्यों से अंतर्राष्ट्रीय गंतव्यों तक हवाई कनेक्टिविटी बढ़ाकर सामाजिक-आर्थिक प्रगति को बढ़ावा देना है।
और पढ़ें… UDAN पहल