नोएडा शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 9 दिसंबर से शुरू:   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

डेली न्यूज़


भारतीय अर्थव्यवस्था

हवाई अड्डों को लीज़ पर देने का प्रस्ताव

  • 20 Aug 2020
  • 5 min read

प्रिलिम्स के लिये

भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण, सार्वजनिक-निजी भागीदारी मॉडल

मेन्स के लिये

सरकार के इस कदम का महत्त्व और संबंधित चुनौतियाँ

चर्चा में क्यों?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 50 वर्ष की अवधि के लिये सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) मॉडल के माध्यम से देश के तीन हवाई अड्डों- जयपुर, गुवाहाटी और तिरुवनंतपुरम को लीज़ पर देने के प्रस्ताव को मंज़ूरी दे दी है।

प्रमुख बिंदु

  • इस संबंध में जारी आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने अडानी एंटरप्राइजेज़ लिमिटेड (Adani Enterprises Ltd) को संचालन, प्रबंधन और विकास के लिये भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) द्वारा संचालित तीन हवाई अड्डों को लीज़ पर देने के प्रस्ताव को मंज़ूरी दी है।
    • लीज़ की अवधि 50 वर्ष की है और अवधि पूरी होने के पश्चात् हवाई अड्डों का संचालन, प्रबंधन और विकास का दायित्त्व पुनः भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) के पास आ जाएगा।

पृष्ठभूमि

  • सरकार ने भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) के दिल्ली और मुंबई हवाई अड्डों को सार्वजनिक निजी भागीदारी (PPP) मॉडल के तहत परिचालन, प्रबंधन और विकास के लिये करीब एक दशक पूर्व ही लीज़ पर दे दिया था।
  • भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) ने 14 दिसंबर, 2018 को सार्वजनिक निजी भागीदारी (PPP) मॉडल के तहत देश के छह हवाई अड्डों- अहमदाबाद, जयपुर, लखनऊ, गुवाहाटी, तिरुवनंतपुरम और मंगलुरु को लीज़ पर दिये जाने के लिये प्रस्ताव आमंत्रित किये थे।
  • इस प्रक्रिया में अडानी एंटरप्राइज़ेज लिमिटेड सबसे बड़े बोलीदाता के रूप में सामने आया था। इसके बाद जुलाई 2019 में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने अडानी एंटरप्राइज़ेज को छह में से तीन हवाई अड्डों- अहमदाबाद, मंगलुरु और लखनऊ को लीज़ पर देने के प्रस्ताव को मंज़ूरी दी थी।
    • हालाँकि शेष तीन हवाईअड्डों को कुछ कानूनी मामलों के कारण उस समय अडानी एंटरप्राइज़ेज को नहीं दिया गया था।

लाभ

  • इस परियोजना के माध्यम से सार्वजनिक क्षेत्र में आवश्यक निवेश जुटाने के अलावा सेवा आपूर्ति, विशेषज्ञता, उद्यम और व्यावसायिक कौशल में दक्षता आएगी।
  • एक ओर जहाँ इस सार्वजनिक निजी भागीदारी (PPP) के प्रयोग से भारत में विश्व स्तर के हवाईअड्डे विकसित करने में मदद मिलेगी, वहीं इन हवाई अड्डों पर विमान यात्रियों के लिये गुणवत्ता युक्त विश्व स्तरीय सुविधाएँ प्रदान की जा सकेंगी।
  • भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) को जयपुर, गुवाहाटी और तिरुवनंतपुरम में हवाईअड्डों को लीज़ पर देने से लगभग 1,070 करोड़ रुपए प्राप्त होंगे, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) द्वारा इस राशि का प्रयोग छोटे शहरों में हवाई अड्डों को विकसित करने के लिये किया जाएगा।

भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI)

  • भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) का गठन संसद के एक अधिनियम द्वारा 1 अप्रैल, 1995 को किया गया था, तब से यह प्राधिकरण ग्राउंड (Ground) और एयरस्पेस (Airspace) दोनों में नागरिक उड्डयन अवसंरचना के निर्माण, उन्नयन,रखरखाव और प्रबंधन का कार्य कर रहा है।
  • वर्तमान में भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) 137 विमानपत्तनों का प्रबंधन करता है, जिसमें 23 अंतर्राष्ट्रीय विमानपत्तन, 10 सीमा शुल्क विमानपत्तन, 81 घरेलू विमानपत्तन तथा रक्षा वायु क्षेत्रों में 23 घरेलू सिविल एन्क्लेव शामिल हैं।

स्रोत: द हिंदू

close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2
× Snow