महत्त्वपूर्ण टॉपिक्स 2020
दिवस 3
- 22 Jul 2020
- 2 min read
प्रिलिम्स रिफ्रेशर प्रोग्राम 2020 के आर्टिकल पेज पर आपका स्वागत है। इस पेज पर हम आपको 3 सुविधाएँ उपलब्ध कराएँगे:
- रीविज़न के लिये टॉपिक्स की एक सूची।
- यदि आवश्यक हो तो टॉपिक्स पर एक संक्षिप्त चर्चा।
- इन टॉपिक्स को तैयार करने के लिये विभिन्न स्रोतों के लिंक।
कृपया अपने साथी अभ्यर्थियों के प्रति सौहार्दपूर्ण रहें तथा संशय-समाधान से संबंधित इन संवादों का उपयोग स्पष्ट रूप से इसके निर्दिष्ट उद्देश्यों के लिये ही करें।
UNFCCC तथा COPs
तेज़ी से हो रहे जलवायु परिवर्तन और बदलाव को कम करने के प्रयासों के मद्देनज़र, UNFCCC जैसे जलवायु सम्मेलन यूपीएससी के लिये एक बहुत ही महत्त्वपूर्ण विषय बने हुए हैं। इसके अलावा, क्रमिक वर्षों में UNFCCC से संबंधित प्रश्न पूछे जाते रहे हैं। इसलिये परीक्षा में इस टॉपिक से संबंधित प्रश्न आने की संभावना हमेशा ही बनी रहती है। नीचे दिये गए लिंक्स के माध्यम से आप इससे संबंधित सभी सुव्यवस्थित और परीक्षा उन्मुख जानकारी प्राप्त कर सकते हैं:
- UNFCCC
- UNFCCC और COP
- बॉन सम्मेलन (COP-23)
- COP-24
- कॉन्फ्रेंस ऑफ़ पार्टीज (COP) का 24वाँ सत्र
- कॉन्फ्रेंस ऑफ़ पार्टीज (COP) का 25वाँ सत्र
- COP-25 जलवायु सम्मेलन
UNFCCC से संबंधित विगत वर्षों के प्रश्न
प्र. वर्ष 2015 में पेरिस में UNFCCC बैठक में हुए समझौते के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं? (2016)
1. इस समझौते पर UN के सभी सदस्य देशों ने हस्ताक्षर किये और यह वर्ष 2017 से लागू होगा।
2. यह समझौता ग्रीनहाउस गैस के उत्सर्जन को सीमित करने का लक्ष्य रखता है जिससे इस सदी के अंत तक औसत वैश्विक तापमान की वृद्धि उद्योग-पूर्व स्तर (Pre Industrial Level) से 20C या कोशिश करें कि 1.50C से भी अधिक न होने पाए।
3. विकसित देशो ने वैश्विक तापन में अपनी ऐतिहासिक ज़िम्मेदारी को स्वीकारा और जलवायु परिवर्तन का सामना करने के लिये विकासशील देशों की सहायता के लिये 2020 से प्रतिवर्ष 1000 अरब डॉलर देने ई प्रतिबद्धता जताई।
नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये:
(a) केवल 1 और 3
(b) केवल 2
(c) केवल 2 और 3
(d) 1, 2 और 3
प्र. निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिये: (2016)
कभी-कभी समाचारों में देखे जाने वाले शब्द उनका मूल स्रोत
1. एनेक्स-I देश : कार्टाजेना प्रोटोकॉल
2. प्रमाणित उत्सर्जन कटौतियाँ (सर्टिफाइड एमिशंस रिडक्शंस) : नागोया प्रोटोकॉल
3. स्वच्छ विकास क्रियाविधि (क्लीन डेवलपमेंट मैकेनिज्म) : क्योटो प्रोटोकॉल
उपर्युक्त युग्मों में से कौन-सा/से सही सुमेलित है/हैं?
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 3
(d) 1, 2 और 3
प्र. ‘अभीष्ट राष्ट्रीय निर्धारित अंशदान (Intended Nationally Determined Contributions)’ पद को कभी-कभी समाचारों में किस संदर्भ में देखा जाता है? (2016)
(a) युद्ध-प्रभावित मध्य-पूर्व के शरणार्थियों के पुनर्वास के लिये यूरोपीय देशों द्वारा दिये गए वचन
(b) जलवायु परिवर्तन का सामना करने के लिये विश्व के देशों द्वारा बनाई गई कार्य-योजना
(c) एशियाई अवसंरचना निवेश बैंक (एशियन इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक) की स्थापना करने में सदस्य राष्ट्रों द्वारा किया गया पूंजी योगदान
(d) धारणीय विकास लक्ष्यों के बारे में विश्व के देशों द्वारा बनाई गई कार्य-योजना
प्र. 'भूमण्डलीय पर्यावरण सुविधा' के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं? (2014)
(a) यह 'जैव-विविधता पर अभिसमय' एवं 'जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र ढाँचा अभिसमय' के लिये वित्तीय क्रियाविधि के रूप में काम करता है।
(b) केवल 2 और यह भूमण्डलीय स्तर पर पर्यावरण के मुद्दों पर वैज्ञानिक अनुसंधान करता है।
(c) यह OECD के अधीन एक अभिकरण है, जो अल्पविकसित देशों को उनके पर्यावरण की सुरक्षा के विशिष्ट उद्देश्य से प्रौद्योगिकी और निधियों का अंतरण सुकर बनाता है।
(d) (a) और (b) दोनों
कार्बन प्रच्छादन
ऐसा चलन देखा गया है कि यूपीएससी कई बार कार्बन उत्सर्जन को रोकने हेतु नवीनतम शमन तकनीकों से संबंधित प्रश्न पूछता है। इस संदर्भ में कार्बन प्रच्छादन (Carbon sequestration) एक ऐसी तकनीक है, जो इस वर्ष की प्रारंभिक परीक्षा के लिये बहुत महत्त्वपूर्ण हो जाती है। इसे पिछले वर्ष के प्रश्नों के माध्यम से समझा जा सकता है। नीचे दिये गए आर्टिकल के लिंक्स पर आप सभी सुव्यवस्थित और परीक्षा उन्मुख जानकारी प्राप्त कर सकते हैं:
- कार्बन संचय
- कार्बन उत्सर्जन
- कार्बन प्रच्छादन/संचय
- यूरोपीय संघ ग्रीन डील
- जलवायु परिवर्तन को रोकने में वनों की भूमिका
- वैश्विक कार्बन उत्सर्जन में भारी गिरावट
- कार्बन डाइऑक्साइड अपने उच्चतम स्तर पर
कार्बन प्रच्छादन से संबंधित विगत वर्षों के प्रश्न
प्र. कार्बन डाइऑक्साइड के मानवोद्भवी उत्सर्जनों के कारण आसन्न भूमंडलीय तापन के न्यूनीकरण के संदर्भ में कार्बन प्रच्छादन हेतु निम्नलिखित में से कौन-सा/से संभावित स्थान हो सकता/सकते है/हैं? (2017)
- परित्यक्त एवं गैर-लाभकारी कोयला संस्तर
- निःशेष तेल एवं गैस भंडार
- भूमिगत गभीर लवणीय शैलसमूह
नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये:
(a) केवल 1 और 3
(b) केवल 3
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2 और 3
प्र. निम्नलिखित कृषि पद्धतियों पर विचार कीजिये: (2012)
1- समोच्च बाँध
2- अनुपद सस्यन
3- शून्य जुताई
वैश्विक जलवायु परिवर्तन के संदर्भ में उपर्युक्त में से कौन-सा/से मृदा में कार्बन प्रच्छादन/संग्रहण में सहायक है/हैं?
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 3
(c) 1, 2 और 3
(d) इनमें से कोई नहीं
जैविक कृषि
भारत में जैविक फसलों को व्यवस्थित तरीके से विकसित करने की संभावना बहुत अधिक है और यह विश्व में जैविक उत्पादों का एक प्रमुख आपूर्तिकर्त्ता बन सकता है। हाल ही में सिक्किम भारत का पहला 'जैविक राज्य' बना। इस संदर्भ में जैविक कृषि इस वर्ष की प्रारंभिक परीक्षा हेतु महत्त्वपूर्ण टॉपिक्स में से एक है। नीचे दिये गए आर्टिकल लिंक्स के माध्यम से आप सभी सुव्यवस्थित और परीक्षा उन्मुख जानकारी प्राप्त कर सकते हैं:
- भारत में जैविक खाद्य नियामक प्रणाली
- शून्य बजट प्राकृतिक कृषि
- जलवायु स्मार्ट कृषि - ऑडियो आर्टिकल
- परिभाषा, इतिहास, विधियाँ और लाभ: जैविक कृषि
- जैविक कृषि और कार्बन प्रच्छादन
जैविक कृषि से संबंधित विगत वर्षों के प्रश्न
प्र. भारत में कार्बोफ्रयूरेन, मेथिल पैराथियॉन, फोरेटू और ट्राइऐजोफॉस के इस्तेमाल को आशंका से देखा जाता है। ये रसायन किस रूप में इस्तेमाल किये जाते हैं? (2019)
(a) कृषि में पीड़कनाशी
(b) संसाधित खाद्यों में परिरक्षक
(c) फल-पक्कन कारक
(d) प्रसाधन सामग्री में नमी बनाए रखने वाले कारक
प्र. भारत में जैविक कृषि के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: (2018)
1- ‘जैविक उत्पादन के लिये राष्ट्रीय कार्यक्रम’ (एन.पी.ओ.पी.) केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय के मार्गदर्शन एवं निदेश के अधीन कार्य करता है।
2- एन.पी.ओ.पी. के क्रियान्वयन के लिये ‘कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण’ (APEDA) सचिवालय के रूप में कार्य करता है।
3- सिक्किम भारत का पहला पूरी तरह से जैविक राज्य बन गया है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 3
(d) 1, 2 और 3
MSME क्षेत्र
भारतीय अर्थव्यवस्था में अपने विशाल योगदान के कारण MSME क्षेत्र को राष्ट्र का विकास इंजन कहा जाता है। इसके अलावा, सरकार द्वारा MSME क्षेत्र को बनाए रखने में मदद हेतु आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत सुधारों की एक पहल शुरू की गई है। इसके साथ ही सरकार द्वारा MSMEs की एक नई परिभाषा को भी अपनाया गया है। इसलिये यह उचित अवसर है कि MSME पर सवाल पूछा जाए। नीचे दिये गए आर्टिकल लिंक्स के माध्यम से आप सभी सुव्यवस्थित और परीक्षा उन्मुख जानकारी प्राप्त सकते हैं:
- MSMEs सेक्टर के लिये सहयोग एवं संपर्क कार्यक्रम
- MSMEs पर लॉकडाउन का प्रभाव
- MSMEs को शून्य जोखिम-भार युक्त ऋण
- MSMEs हेतु तनावग्रस्त परिसंपत्ति कोष
- MSME आपातकालीन उपाय कार्यक्रम
- MSME वर्गीकरण के मानकों में बदलाव
- रीस्टार्ट
- प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत ब्याज सब्सिडी
- छोटे उद्योग , बड़े कदम (ऑडियो आर्टिकल)
- सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों को प्रोत्साहन
MSME क्षेत्र से संबंधित विगत वर्षों के प्रश्न
प्र. अटल नवप्रवर्तन (इनोवेशन) मिशन किसके अधीन स्थापित किया गया है? (2019)
(a) विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग
(b) श्रम एवं रोजगार मंत्रलय
(c) नीति (NITI) आयोग
(d) कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रलय
प्र. विनिर्माण क्षेत्र के विकास को प्रोत्साहित करने के लिये भारत सरकार ने कौन-सी नीतिगत पहल की है/हैं? (2012)
1- राष्ट्रीय निवेश तथा विनिर्माण क्षेत्रों की आवश्यकता
2- ‘एकल खिड़की मंज़ूरी’ (सिंगल विंडो क्लीयरेंस) की सुविधा प्रदान करना
3- प्रौद्योगिकी अधिग्रहण तथा विकास कोष की स्थापना
नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये:
(a) केवल 1
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2 और 3
प्र. सरकार के समावेशित वृद्धि लक्ष्य को आगे ले जाने में निम्नलिखित में से कौन-सा/कौन-से कार्य सहायक साबित हो सकते हैं? (2011)
1- स्व-सहायता समूहों (सेल्फ-हैल्प ग्रुप्स) को प्रोत्साहन देना
2- सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों को प्रोत्साहन देना
3- शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू करना
नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये
(a) केवल 1
(b) केवल 1 और 2
(c) केवल 2 और 3
(d) 1, 2 और 3
प्र. भारत में बैंकों द्वारा प्राथमिक क्षेत्र ऋणदान से तात्यर्प किसको ऋण देने से है? (2013)
(a) कृषि
(b) सूक्ष्म (माइक्रो) एवं लघु उद्यम
(c) दुर्बल वर्ग
(d) उपर्युक्त सभी
भारत में कृषि पद्धति
फसल पद्धतियों की बहुलता भारतीय कृषि की प्रमुख विशेषताओं में से एक रही है और इसका श्रेय वर्षा आधारित कृषि एवं विभिन्न कृषि समुदायों की मौजूदा सामाजिक-आर्थिक स्थितियों को दिया जाता है। इस वर्ष की प्रारंभिक परीक्षा के लिये भी यह एक महत्त्वपूर्ण टॉपिक है। निचे दिये आर्टिकल लिंक्स के माध्यम से आप इससे संबंधित सभी सुव्यवस्थित और परीक्षा उन्मुख जानकारी प्राप्त कर सकते हैं:
- बहु फसल पद्धति
- अंतर्राष्ट्रीय चाय दिवस
- भारत में कपास
- सतत कृषि
- मियावाकी विधि
- आनुवंशिक रूप से संशोधित बैंगन
- कॉफी उत्पादन में मंदी
- कृषि का बदलता प्रारूप और चिंताजनक मुद्दे
- अनुबंध कृषि
कृषि पद्धतियों से संबंधित विगत वर्षों के प्रश्न
प्र. निम्नलिखित कृषि पद्धतियों पर विचार कीजिये: (2012)
1- समोच्च बाँध
2- अनुपद सस्यन
3- शून्य जुताई
वैश्विक जलवायु परिवर्तन के संदर्भ में उपर्युक्त में से कौन-सा/से मृदा में कार्बन प्रच्छादन/संग्रहण में सहायक है/हैं?
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 3
(c) 1, 2 और 3
(d) इनमें से कोई नहीं
प्र. निम्नलिखित फसलों पर विचार कीजिये: (2013)
1- कपास
2- मूँगफली
3- धान
4- गेहूँ
इनमें से कौन-सी खरीफ की फसलें हैं?
(a) 1 और 4
(b) केवल 2 और 3
(c) 1, 2 और 3
(d) 2, 3 और 4
प्र. सूक्ष्म-सिंचाई की पद्धति के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं? (2011)
1- मृदा से उर्वरक/पोषक हानि कम की जा सकती है।
2- यह वर्षाधीन खेती की सिंचाई का एकमात्र साधन है।
3- इससे कुछ कृषि क्षेत्रें में भौम जलस्तर को कम होने से रोका जा सकता है।
नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये:
(a) केवल 1
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2 और 3