भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर | बिहार | 24 Feb 2025
चर्चा में क्यों?
बिहार के मुख्यमंत्री ने पटना में भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर की पुण्यतिथि के अवसर पर उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की।
मुख्य बिंदु
- इस अवसर पर कला, संस्कृति एवं युवा विभाग द्वारा सर्वधर्म प्रार्थना आयोजित की गई तथा भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर के जीवन एवं कृतित्व पर आधारित गीत, भजन-कीर्तन एवं निर्गुण गीत की प्रस्तुति की गई।
- मुख्यमंत्री ने कर्पूरी ठाकुर को भारतीय राजनीति का जननायक बताया।
कर्पूरी ठाकुर
- कर्पूरी ठाकुर, जिन्हें "जननायक" कहा जाता है, एक प्रमुख भारतीय राजनीतिज्ञ थे, जिन्होंने वर्ष 1970-71 और 1977-79 तक दो बार बिहार के 11वें मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया।
- वह एक स्वतंत्रता सेनानी और कट्टर समाजवादी थे, जिन्होंने जयप्रकाश नारायण, डॉ. राममनोहर लोहिया तथा रामनंदन मिश्रा जैसे दिग्गजों के मार्गदर्शन में काम किया।
- उन्होंने OBC के बीच अत्यंत पिछड़ा वर्ग (Extremely Backward Class- EBC) के रूप में सूचीबद्ध नाई समुदाय (Nai community) का प्रतिनिधित्व किया।
- उन्होंने हिंदी और उर्दू को दूसरी आधिकारिक भाषा के रूप में बढ़ावा देने, स्कूल की फीस माफ करने तथा पंचायती राज को मज़बूत करने सहित व्यापक नीतियाँ लागू की।
- फरवरी 1988 में उनका निधन हो गया।
- इन्हें वर्ष 2024 में मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया गया।
भारत रत्न
- भारत रत्न देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। यह मानव प्रयास के किसी भी क्षेत्र में असाधारण सेवा/उच्चतम प्रदर्शन के सम्मान में प्रदान किया जाता है।
- इसकी घोषणा पद्म पुरस्कार से अलग स्तर पर की जाती है। भारत रत्न की सिफारिशें प्रधानमंत्री द्वारा भारत के राष्ट्रपति को की जाती हैं।
- भारत रत्न पुरस्कारों की संख्या एक विशेष वर्ष में अधिकतम तीन तक हो सकती है।
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बिहार राज्य वूमेंस वूशु चैंपियनशिप-2025 | बिहार | 24 Feb 2025
चर्चा में क्यों?
22-23 फरवरी, 2025 के मध्य बिहार के मुज़फ्फरपुर ज़िले के सिकंदरपुर स्थित खेल भवन में बिहार राज्य वूमेंस वूशु चैंपियनशिप-2025 शुभारंभ किया गया।
मुख्य बिंदु
- आयोजन का उद्देश्य:
- इस चैंपियनशिप का मुख्य उद्देश्य राज्य में महिलाओं के बीच वूशु खेल को बढ़ावा देना और प्रतिभाओं को राष्ट्रीय स्तर के लिये तैयार करना था।
- आयोजन:
- इस प्रतियोगिता का आयोजन ज़िला खेल विभाग और बिहार वूशु एसोसिएशन के संयुक्त तत्त्वावधान में किया गया।
- भागीदारी:
- लगभग 300 से अधिक महिला खिलाड़ी बिहार के विभिन्न ज़िलों से इस चैंपियनशिप में भाग लिया, जिससे राज्य भर में खेल के प्रति उत्साह और भागीदारी का संकेत मिलता है।
- खिलाड़ियों का प्रदर्शन:
- मुज़फ्फरपुर की टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए ओवरऑल खिताब जीता, जो शहर में खेल के प्रति समर्पण और स्तर को दर्शाता है।
- वूशु इवेंट्स:
- इस चैंपियनशिप में सांडा और ताओलू जैसे विभिन्न वूशु इवेंट्स में मुकाबले हुए, जो वूशु खेल की विविधता के पहलुओं को उजागर करते हैं।
वूशु के बारे में:
- वूशु एक चीनी मार्शल आर्ट है, जिसे दो तरह (ताओलु और सांडा) से खेला जाता है और यह तेजी से लोकप्रिय हो रहा है।
- वुशू को कभी-कभी कुंग फू भी कहा जाता है, और दोनों नाम आम तौर पर चीनी मार्शल आर्ट को संदर्भित करते हैं।
- बिहार के कई खिलाड़ियों ने इस खेल में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है।