मध्य प्रदेश Switch to English
सिरपुर झील
चर्चा में क्यों?
हाल ही में राष्ट्रीय हरित अधिकरण के आदेश पर, इंदौर नगर निगम की एक टीम ने सिरपुर झील के जलग्रहण क्षेत्र से अतिक्रमण और दुकानें हटायीं।
- 7 जनवरी, 2022 को रामसर अभिसमय के तहत इसे रामसर स्थल नामित किया गया।
प्रमुख बिंदु
- सिरपुर आर्द्रभूमि के बारे में:
- यह एक मानव निर्मित आर्द्रभूमि है, जिसे प्रायः पक्षी विहार (पक्षी अभयारण्य) कहा जाता है। यह मध्य प्रदेश के इंदौर ज़िले में स्थित है।
- यह 130 वर्ष से अधिक पुराना है, जिसे महाराजा शिवाजी राव होलकर ने इंदौर शहर के लिये जलापूर्ति हेतु बनवाया था।
- यह एक उथली, क्षारीय, पोषक तत्त्वों से भरपूर झील है जिसमें मानसून के दौरान बाढ़ आ जाती है।
- जैवविविधता:
- यहाँ लगभग 175 स्थलीय पौधों की प्रजातियाँ और छह प्रकार के मैक्रोफाइट्स पाए जाते हैं।
- 30 मछली प्रजातियों (प्राकृतिक और संवर्धित), और सरीसृप एवं उभयचर की आठ प्रजातियों का समर्थन करता है।
- यहाँ 130 पक्षी प्रजातियाँ निवास करती हैं, जिनमें स्थानीय और प्रवासी पक्षी शामिल हैं, जैसे कॉमन पोचर्ड (अयथ्या फेरिना), मिस्त्र के गिद्ध (निओफ्रॉन पर्क्नोप्टेरस), इंडियन रिवर टर्न (स्टर्ना ऑरांशिया)।
- सर्दियों में यह जलीय पक्षियों के एक बड़े समूह को आकर्षित करता है, जिससे यह एक महत्त्वपूर्ण मौसमी आवास बन जाता है।
- स्थानीय समुदायों को लाभ:
- मत्स्य पालन और औषधीय पौधे उपलब्ध कराता है।
- बाढ़ अवरोधक के रूप में कार्य करता है और स्थानीय सूक्ष्म जलवायु को विनियमित करने में मदद करता है।
- आध्यात्मिक समृद्धि, मनोरंजन और शैक्षिक गतिविधियों के अवसर प्रदान करता है।
- संरक्षण की स्थिति:
- इस स्थल के पास वर्तमान में कोई औपचारिक प्रबंधन योजना नहीं है तथा इसे राष्ट्रीय कानूनी संरक्षण का दर्जा भी प्राप्त नहीं है।
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