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बांधवगढ़ टाइगर रिज़र्व में हाथियों की दुर्घटनाएँ
- 06 Nov 2024
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स्रोत: द हिंदू
हाल ही में मध्य प्रदेश के बांधवगढ़ टाइगर रिज़र्व (Bandhavgarh Tiger Reserve (BTR)) में चार हाथी मृत पाए गए और पाँच अन्य गंभीर रूप से बीमार पाए गए हैं।
- प्रोजेक्ट एलीफेंट द्वारा 2017 की जनगणना के अनुसार भारत में जंगली एशियाई हाथियों की सबसे अधिक अनुमानित संख्या 29,964 है।
- कर्नाटक में हाथियों की संख्या सबसे अधिक है, उसके बाद असम और केरल का स्थान है।
बांधवगढ़ टाइगर रिज़र्व:
- यह मध्य प्रदेश के उमरिया ज़िले में स्थित है और विंध्य पहाड़ियों पर विस्तृत है।
- यह ऐतिहासिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण है, जिसका प्रमाण प्रसिद्ध बांधवगढ़ किले के साथ-साथ संरक्षित क्षेत्र में मौजूद अनेक गुफाएँ, शैलचित्र और नक्काशी है।
- यह रॉयल बंगाल टाइगर्स के लिये जाना जाता है।
- वर्ष 1968 में इसे राष्ट्रीय उद्यान के रूप में अधिसूचित किया गया तथा 1993 में प्रोजेक्ट टाइगर नेटवर्क के तहत पड़ोसी पनपथा अभयारण्य में बाघ अभयारण्य घोषित किया गया।
- महत्त्वपूर्ण शिकार प्रजातियों में चीतल, सांभर, भौंकने वाले हिरण, नीलगाय, चिंकारा, जंगली सुअर, चौसिंघा, लंगूर और रीसस मकाक शामिल हैं।
- बाघ, तेंदुआ, जंगली कुत्ता, भेड़िया और सियार जैसे प्रमुख शिकारी इन पर निर्भर हैं।
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