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स्टेट पी.सी.एस.

  • 08 Jul 2024
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उत्तर प्रदेश Switch to English

उत्तर प्रदेश सरकार का रक्षा सौदा

चर्चा में क्यों?

हाल ही में उत्तर प्रदेश सरकार ने 25,000 करोड़ रुपए के 154 से अधिक रक्षा विनिर्माण सौदों पर हस्ताक्षर किये हैं।

मुख्य बिंदु

उत्तर प्रदेश रक्षा औद्योगिक गलियारा (UPDIC):

  • यह एक महत्त्वाकांक्षी परियोजना है जिसका उद्देश्य भारतीय एयरोस्पेस और रक्षा क्षेत्र की विदेशी निर्भरता को कम करना है। इसका उद्घाटन वर्ष 2018 में हुआ था।
  • उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA) को राज्य की विभिन्न एजेंसियों के साथ मिलकर इस परियोजना को निष्पादित करने के लिये नोडल एजेंसी बनाया गया था।
  • इसमें 6 नोड्स शामिल होंगे- अलीगढ़, आगरा, कानपुर, चित्रकूट, झाँसी और लखनऊ।
  • इस कॉरिडोर/गलियारे का उद्देश्य राज्य को सबसे बड़े और उन्नत रक्षा विनिर्माण केंद्रों में से एक के रूप में स्थापित करना एवं विश्व मानचित्र पर लाना है।

उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA)

  • यह उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा राज्य में एक्सप्रेसवे परियोजनाओं के विकास के लिये वर्ष 2007 में स्थापित एक प्राधिकरण है।
  • UPEIDA का मुख्यालय लखनऊ के गोमती नगर स्थित पर्यटन भवन में स्थित है।

उत्तराखंड Switch to English

चमोली में भूकंप

चर्चा में क्यों?

हाल ही में उत्तराखंड के चमोली क्षेत्र में भूकंप आया है जिसका केंद्र जोशीमठ शहर के पास था।

मुख्य बिंदु

जोशीमठ


उत्तराखंड Switch to English

चार धाम यात्रा स्थगित

चर्चा में क्यों?

क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र द्वारा जारी भारी बारिश की चेतावनी के कारण चार धाम यात्रा दो दिनों के लिये अस्थायी रूप से रोक दी गई है।

मुख्य बिंदु

  • भारी बारिश के कारण भू-स्खलन हुआ है, जिससे प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्गों सहित 100 से अधिक सड़कें एवं परिवहन अवरुद्ध हो गये हैं

भू-स्खलन

  • भू-स्खलन को चट्टान, मलबे या मृदा के ढेर को ढलान से नीचे खिसकने के रूप में परिभाषित किया जा सकता है।
  • भू-स्खलन एक प्रकार का मास वेस्टिंग है, जो गुरुत्वाकर्षण के प्रत्यक्ष प्रभाव के तहत मृदा और चट्टान के नीचे होने वाले किसी भी प्रकार के संचलन को दर्शाता है। भूस्खलन को चट्टान, मलबे या मृदा के ढेर के ढलान से नीचे खिसकने के रूप में परिभाषित किया जा सकता है।
  • भू-स्खलन में ढलान की पाँच गतिविधियाँ शामिल हैं: गिरना, लुढ़कना, खिसकना, फैलना और बहना।

चार धाम यात्रा

  • यमुनोत्री धाम:
    • स्थान: उत्तरकाशी ज़िला।
    • समर्पित: देवी यमुना।
    • गंगा नदी के बाद यमुना नदी भारत की दूसरी सबसे पवित्र नदी है।
  • गंगोत्री धाम:
    • स्थान: उत्तरकाशी ज़िला।
    • समर्पित: देवी गंगा।
    • सभी भारतीय नदियों में सबसे पवित्र मानी जाती है।
  • केदारनाथ धाम:
    • स्थान: रुद्रप्रयाग ज़िला।
    • समर्पित: भगवान शिव
    • मंदाकिनी नदी के तट पर स्थित है।
    • भारत में 12 ज्योतिर्लिंगों (भगवान शिव के दिव्य प्रतिनिधित्व) में से एक।
  • बद्रीनाथ धाम:
    • स्थान: चमोली ज़िला।
    • पवित्र बद्रीनारायण मंदिर का स्थान।
    • समर्पित: भगवान विष्णु।
    • वैष्णवों के पवित्र तीर्थस्थलों में से 

मध्य प्रदेश Switch to English

मध्य प्रदेश में वृक्षारोपण अभियान

चर्चा में क्यों?

हाल ही में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने 'एक पेड़ माँ के नाम' अभियान की शुरुआत की, जिसके तहत राज्य में 5.5 करोड़ वृक्ष लगाए जाएंगे।

मुख्य बिंदु

  • मुख्यमंत्री ने अपनी दिवंगत माँ के नाम पर आँवले का पौधा लगाकर अभियान की शुरुआत की।

वृक्ष प्रत्यारोपण

  • वृक्ष प्रत्यारोपण या पुनःरोपण, किसी कृषि क्षेत्र या बगीचे में किसी वृक्ष को एक स्थान से दूसरे स्थान पर स्थानांतरित करने की प्रक्रिया है।
  • वृक्षों के प्रत्यारोपण से वृक्षों को लंबे समय तक बढ़ने का अवसर मिलता है।
    • वृक्षों को पहले घर के अंदर उगाया जा सकता है, फिर यदि मौसम की स्थिति उपयुक्त हो तो बाहर भी उगाया जा सकता है।
  • वृक्ष कुदाल मशीन (Tree Spade, Machine) एक विशेष प्रकार की मशीन है जो बड़े वृक्षों के प्रत्यारोपण को यंत्रीकृत करती है।
    • बड़े वृक्षों के लिये जड़ों को खोदना, लपेटना या बॉक्स में बंद करना तथा फिर ट्रक द्वारा परिवहन करना आवश्यक हो सकता है।
  • अक्तूबर 2020 में, दिल्ली सरकार ने शहर में विकास कार्यों के कारण वृक्षों की कटाई को रोकने के लिये वृक्ष प्रत्यारोपण नीति को मंज़ूरी दी थी।
    • नीति के तहत संबंधित एजेंसियों को परियोजनाओं से प्रभावित 80 प्रतिशत वृक्षों को नए स्थान पर प्रत्यारोपित करने को कहा गया है।
    • इस नीति के तहत, वृक्षों को जड़ सहित खोदने के अलावा 10 वृक्षों का प्रत्यारोपड़ किया जाना हैं तथा उसे काटने के बजाय वैज्ञानिक तरीके से दूसरे स्थान पर रोपित किया जाना है।

छत्तीसगढ़ Switch to English

स्कूलों में स्थानीय भाषाओं को प्रोत्साहन

चर्चा में क्यों?

हाल ही में छत्तीसगढ़ सरकार ने समावेशी और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने के लिये प्राथमिक शिक्षा पाठ्यक्रम में स्थानीय भाषा तथा बोलियों को शामिल करने का निर्णय लिया है।

मुख्य बिंदु

  • यह आदिवासी क्षेत्रों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (National Education Policy- NEP) 2020 को लागू करने की दिशा में एक बड़ा निर्णय है।
  • छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने शिक्षा विभाग को 18 स्थानीय भाषाओं और बोलियों में द्विभाषी पुस्तकें विकसित करने तथा वितरित करने का निर्देश दिया था, जिसमें उच्च गुणवत्ता वाले शैक्षिक संसाधन उपलब्ध कराने पर ध्यान केंद्रित किया गया था।
    • व्यावसायिक शिक्षा पर भी विशेष ज़ोर दिया गया है तथा इन क्षेत्रों में कौशल विकास कार्यक्रमों को बढ़ाने की योजना है।
    • स्थानीय बोलियों में सादी भाषा भी शामिल है, जिसे आदिवासी बहुल जशपुर ज़िले में प्राथमिक शिक्षा के लिये शुरू किया जा सकता है।
  • NEP 2020 में त्रि-भाषा सूत्र यह अनिवार्य करता है कि भारत में प्रत्येक छात्र को तीन भाषाएँ सीखनी चाहिये- जिनमें से दो मूल भारतीय भाषाएँ होनी चाहिये, जिसमें एक क्षेत्रीय भाषा शामिल हो, और तीसरी अंग्रेज़ी हो।
    • इसका उद्देश्य छात्रों को विभिन्न संस्कृतियों और भाषाओं से परिचित कराकर राष्ट्रीय एकता को मज़बूत करना तथा भाषायी विविधता के प्रति सम्मान को बढ़ावा देना है।
    • इसका उद्देश्य छात्रों को विभिन्न संस्कृतियों और भाषाओं से परिचित कराकर राष्ट्रीय एकता को मज़बूत करना तथा भाषायी विविधता के प्रति सम्मान को बढ़ावा देना है।
  • रायपुर में नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत में बच्चों को स्कूलों में दाखिला लेने हेतु प्रोत्साहित करने के लिये शाला प्रवेशोत्सव मनाया जाता है।
    • छत्तीसगढ़ के सुदूर आदिवासी ज़िले जशपुर के बगिया गाँव में राज्य स्तरीय शाला प्रवेशोत्सव वर्ष 2024 का उद्घाटन किया गया।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP), 2020

  • राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 का उद्देश्य भारत की उभरती विकास आवश्यकताओं से निपटना है।
  • इसमें शिक्षा प्रणाली में व्यापक बदलाव, इसके नियमन और प्रबंधन सहित, एक आधुनिक प्रणाली स्थापित करने का आह्वान किया गया है, जो भारत की सांस्कृतिक विरासत एवं मूल्यों का सम्मान करते हुए सतत् विकास लक्ष्य 4 (SDG4) सहित 21वीं सदी के शैक्षिक लक्ष्यों के साथ संरेखित हो।
  • इसने वर्ष 1992 में संशोधित चौंतीस वर्ष पुरानी राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 1986 (NPE 1986/92) का स्थान लिया है।

बिहार Switch to English

बिहार में बाढ़ में फँसे श्रमिक

चर्चा में क्यों

सूत्रों के अनुसार, अधिक वर्षा के कारण बिहार के बगहा में करीब 150 श्रमिक बाढ़ में फँस गए हैं।

मुख्य बिंदु

कोसी नदी

  • कोसी एक अंतर-सीमा नदी है जो तिब्बत, नेपाल और भारत से होकर प्रवाहित होती है।
  • इसका उद्गम तिब्बत में है जिसमें विश्व की सबसे ऊँची पहाड़ी शामिल है, तत्पश्चात् यह गंगा के मैदानों में प्रकट होने से पूर्व नेपाल के एक व्यापक हिस्से से अपवाहित होती है।
  • इसकी तीन प्रमुख सहायक नदियाँ, सुन कोसी, अरुण और तमूर, हिमालय की तलहटी में निर्मित 10 किमी. लंबी घाटी के ऊपर एक बिंदु पर मिलती हैं।
  • यह नदी उत्तरी बिहार में प्रवेश करती है, जहाँ यह कटिहार ज़िले के कुर्सेला के पास गंगा में मिलने से पहले विभिन्न शाखाओं में बँट जाती है।
  • भारत में ब्रह्मपुत्र के बाद कोसी नदी सबसे अधिक मात्रा में गाद और रेत अपवाहित करती है।
  • इसे “बिहार का शोक” भी कहा जाता है क्योंकि वार्षिक बाढ़ लगभग 21,000 वर्ग किलोमीटर उपजाऊ कृषि भूमि को प्रभावित करती है, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था अस्त-व्यस्त हो जाती है।

महानंदा नदी

  • महानंदा नदी गंगा की एक सहायक नदी है।
  • इसका उद्गम पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में हिमालय से होता है।
  • यह नदी बिहार, पश्चिम बंगाल से होकर प्रवाहित होती है और फिर दक्षिण-पूर्व की ओर आगे बढ़कर बांग्लादेश में गोदागरी में गंगा में मिल जाती है।

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