उत्तराखंड नई जलविद्युत परियोजनाएँ | 16 Jul 2024
चर्चा में क्यों?
हाल ही में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केंद्र से राज्य के लिये 2123 मेगावाट क्षमता की 21 नई जलविद्युत परियोजनाओं की अनुमति मांगी थी।
मुख्य बिंदु
- केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर टिहरी हाइड्रो पावर कॉम्प्लेक्स और राज्य में विभिन्न शहरी विकास परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा के लिये राज्य के दौरे पर हैं।
- मुख्यमंत्री के अनुसार, वर्तमान में उत्तराखंड की कुल जलविद्युत उत्पादन क्षमता का केवल 40% ही उपयोग किया जा रहा है।
- विशेषज्ञ समितियों ने अलकनंदा और भागीरथी नदियों तथा उनकी सहायक नदियों पर कार्यान्वयन परियोजनाओं की सिफारिश की है।
अलकनंदा नदी
- यह गंगा की प्रमुख सहायक नदियों में से एक है।
- इसका उद्गम उत्तराखंड के सतोपंथ और भागीरथ ग्लेशियर से होता है
- यह देवप्रयाग में भागीरथी नदी से मिलती है जिसके बाद इसे गंगा कहा जाता है।
- इसकी मुख्य सहायक नदियाँ मंदाकिनी, नंदाकिनी और पिंडार हैं।
- अलकनंदा प्रणाली चमोली, टिहरी और पौड़ी ज़िलों के कुछ हिस्सों तक विस्तृत है।
- बद्रीनाथ का हिंदू तीर्थस्थल और प्राकृतिक झरना तप्त कुंड अलकनंदा नदी के किनारे स्थित है
भागीरथी नदी
- यह उत्तराखंड की एक अशांत हिमालयी नदी है और गंगा की दो मुख्य धाराओं में से एक है।
- भागीरथी नदी 3892 मीटर की ऊँचाई पर, गौमुख में गंगोत्री ग्लेशियर के तल से निकलती है और 350 किलोमीटर चौड़े गंगा डेल्टा में फैलकर अंततः बंगाल की खाड़ी में गिरती है।
- भागीरथी और अलकनंदा गढ़वाल में देवप्रयाग में मिलती हैं तथा उसके बाद गंगा के नाम से जानी जाती हैं।