राजस्थान
जयपुर में आवासीय कॉलोनी में तेंदुआ घुसा
- 11 Dec 2024
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चर्चा में क्यों?
हाल ही में विद्याधर नगर इलाके में उस समय दहशत फैल गई जब एक तेंदुआ एक रिहायशी कॉलोनी में घुस आया और उसने तीन लोगों पर हमला कर दिया। बाद में वन विभाग की टीम ने जंगली बिल्ली को बेहोश कर उसे बचा लिया।
मुख्य बिंदु
- तेंदुआ:
- इसका वैज्ञानिक नाम पेंथेरा पार्डस है।
- तेंदुआ पैंथेरा वंश की बड़ी बिल्लियों में सबसे छोटा है, जैसे बाघ, शेर, जगुआर, तेंदुआ और हिम तेंदुआ। यह विभिन्न प्रकार के आवासों में अनुकूलन करने की अपनी क्षमता के लिये जाना जाता है।
- तेंदुआ एक रात्रिचर प्राणी है, जो रात में शिकार करता है।
- यह अपने क्षेत्र में पाए जाने वाले शाकाहारी जानवरों की छोटी प्रजातियों जैसे चीतल, हॉग डियर और जंगली सूअर को खाता है।
- तेंदुओं में मेलानिज्म एक सामान्य घटना है, जिसमें पशु की पूरी त्वचा काले रंग की होती है, जिसमें धब्बे भी शामिल हैं।
- मेलेनिस्टिक तेंदुए को अक्सर ब्लैक पैंथर कहा जाता है और गलती से इसे एक अलग प्रजाति मान लिया जाता है।
- प्राकृतिक वास:
- यह उप-सहारा अफ्रीका, पश्चिमी और मध्य एशिया के छोटे भागों , भारतीय उपमहाद्वीप से लेकर दक्षिण-पूर्व और पूर्वी एशिया तक विस्तृत क्षेत्र में पाया जाता है ।
- भारतीय तेंदुआ (पेंथेरा पार्डस फ्यूस्का) एक तेंदुआ है जो भारतीय उपमहाद्वीप में व्यापक रूप से वितरित है।
- भारत में जनसंख्या:
- पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा जारी हालिया रिपोर्ट 'भारत में तेंदुओं की स्थिति, 2018' के अनुसार, वर्ष 2014 के अनुमान से भारत में तेंदुओं की आबादी में 60% की वृद्धि हुई है।
- वर्ष 2014 के अनुमान के अनुसार तेंदुओं की जनसंख्या लगभग 8,000 थी जो बढ़कर 12,852 हो गयी है।
- अनुमान है कि तेंदुओं की सबसे अधिक संख्या मध्य प्रदेश (3,421) में है, उसके बाद कर्नाटक (1,783) और महाराष्ट्र (1,690) का स्थान है।
- खतरा:
- खाल और शरीर के अंगों के अवैध व्यापार के लिये अवैध शिकार
- आवास की हानि और विखंडन
- मानव-तेंदुआ संघर्ष
- संरक्षण की स्थिति:
- IUCN रेड लिस्ट: असुरक्षित
- CITES: परिशिष्ट-I
भारतीय वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972: अनुसूची-I