पीलीभीत टाइगर रिज़र्व से भटककर आया तेंदुआ | 01 May 2024

चर्चा में क्यों?

हाल ही में वन अधिकारियों ने एक तेंदुए को पकड़ लिया जो उत्तर प्रदेश के पीलीभीत ज़िले के पास के पीलीभीत टाइगर रिज़र्व से भटककर अलीगंज गाँव में आ गया था।

मुख्य बिंदु:

  • पीलीभीत टाइगर रिज़र्व उत्तर प्रदेश के तीन ज़िलों-पीलीभीत, लखीमपुर खीरी और बहराईच में फैला हुआ है।
  • इसका क्षेत्रफल 700 वर्ग किमी. से अधिक है और यह तेंदुओं व बाघों सहित विभिन्न प्रकार के जंगली जानवरों का निवास स्थल है।
  • यह ऊपरी गंगा के मैदान में तराई आर्क लैंडस्केप का हिस्सा है।
  • रिज़र्व का उत्तरी किनारा भारत-नेपाल सीमा पर स्थित है जबकि दक्षिणी सीमा शारदा और खकरा नदी द्वारा चिह्नित है।

तेंदुए

  • वैज्ञानिक नाम: पेंथेरा पार्डस
  • परिचय:
    • पैंथेरा जीनस के सबसे छोटे सदस्य के रूप में बाघ, शेर (पैंथेरा लियो), जगुआर, तेंदुए तथा हिम तेंदुए आदि शामिल हैं, तेंदुए विभिन्न प्रकार के वातावरणों के लिये अपनी अनुकूलन क्षमता के लिये प्रसिद्ध है।
    • यह एक रात्रिचर जानवर है जो जंगली सूअर, हॉग हिरण एवं चीतल सहित अपने क्षेत्र में छोटे शाकाहारी जानवरों को खाता है।
    • तेंदुओं में मेलेनिज़्म एक आम घटना है, जिसमें जानवर की पूरी त्वचा काले रंग की होती है, जिसमें उसके धब्बे भी शामिल हैं।
    • मेलेनिस्टिक तेंदुए को प्राय: ब्लैक पैंथर कहा जाता है और गलती से इसे एक अलग प्रजाति मान लिया जाता है।
  • प्राकृतिक आवास:
    • यह उप-सहारा अफ्रीका में पश्चिमी और मध्य एशिया के छोटे हिस्सों एवं भारतीय उपमहाद्वीप से लेकर दक्षिण-पूर्व तथा पूर्वी एशिया तक विस्तृत क्षेत्र में पाया जाता है।
    • भारतीय तेंदुआ (पेंथेरा पार्डस फुस्का) भारतीय उपमहाद्वीप में व्यापक रूप से पाया जाने वाला तेंदुआ है।
  • खतरा:
    • खाल एवं शरीर के अंगों के अवैध व्यापार के लिये अवैध शिकार।
    • पर्यावास हानि एवं विखंडन
    • मानव-तेंदुआ संघर्ष
  • संरक्षण की स्थिति: