नोएडा शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 9 दिसंबर से शुरू:   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

डेली अपडेट्स


विविध

Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 20 दिसंबर, 2023

  • 20 Dec 2023
  • 6 min read

नौकरी आरक्षण से रक्त विकारों का बहिष्कार

दिव्यांगजन व्यक्तियों के अधिकार (RPWD) अधिनियम 2016 में दिव्यांगता के रूप में मान्यता के बावजूद, थैलेसीमिया, सिकल सेल रोग और हीमोफिलिया से पीड़ित व्यक्तियों को सरकारी नौकरी के आरक्षण से बाहर करने का केंद्र का निर्णय चिंता उत्पन्न करता है।

  • सरकार विशिष्ट दिव्यांगताओं के लिये सरकारी नौकरियों में 4% आरक्षण प्रदान करती है, जिसमें दृष्टि की पूर्ण हानि और कम दृष्टि, सुनने की पूर्ण हानि तथा कम सुनवाई, लोकोमोटर विकलांगता आदि शामिल हैं।
    • सरकार RPWD अधिनियम, 2016 की धारा 34 का हवाला देती है, जिसमें कहा गया है कि थैलेसीमिया सहित रक्त विकार वाले व्यक्ति सरकारी प्रतिष्ठानों में नौकरी आरक्षण के लिये पात्र नहीं हैं।
  • कार्यकर्त्ता यह कहते हुए असंतोष व्यक्त करते हैं कि अधिनियम में मान्यता प्राप्त विकलांगताओं को नौकरी आरक्षण से बाहर करना अधिनियम के उद्देश्य को विफल करता है।

और पढ़ें: विश्व हीमोफीलिया दिवस, भारत में आरक्षण

109वीं भारतीय विज्ञान कॉन्ग्रेस (ISC)

लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (LPU) ने आयोजन की व्यवहार्यता पर चिंता जताते हुए 109वीं भारतीय विज्ञान कॉन्ग्रेस (ISC) की मेज़बानी से अपना नाम वापस ले लिया है।

  • ISC एक प्रतिष्ठित और प्रभावशाली वैज्ञानिक संगठन है जिसकी वार्षिक बैठक जनवरी के पहले सप्ताह में होती है।
    • इसकी स्थापना वर्ष 1914 में भारत में वैज्ञानिक अनुसंधान को प्रोत्साहित करने के लिये की गई थी।
  • भारतीय विज्ञान कॉन्ग्रेस एसोसिएशन (ISCA) आधिकारिक निकाय है जो इस कार्यक्रम का आयोजन करता है।
  • 109वें ISC का विषय “सतत् भविष्य के लिये विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर वैश्विक परिप्रेक्ष्य" है।

और पढ़ें: 108वीं भारतीय विज्ञान कॉन्ग्रेस 

WHO ने कोविड-19 मामले बढ़ने पर JN.1 को चिंताजनक वेरिएंट के रूप में नामित किया 

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा कोविड-19 के JN.1 उप-वेरिएंट को इसके मूल वंश, BA.2.86, जिसे अमूमन पिरोला के नाम से जाना जाता है, से अलग "चिंताजनक वेरिएंट" के रूप में वर्गीकृत किया गया है। इस प्रकार वर्गीकृत होने के पश्चात WHO इसके वैश्विक संक्रमण पर बारीकी से नज़र रखता है, इसके स्वास्थ्य जोखिमों का मूल्यांकन करता है तथा इससे संबंधित अंतर्राष्ट्रीय डेटा साझा करने की सुविधा प्रदान करता है।

  • इसके प्रसार में तेज़ी से वृद्धि के बावजूद, WHO ने स्पष्ट किया कि वर्तमान में इस वेरिएंट से सार्वजनिक स्वास्थ्य जोखिम बढ़ने का कोई डेटा नहीं मिला है।
  • हालाँकि उत्तरी गोलार्ध में सर्दियों की शुरुआत के साथ चिंताएँ उत्पन्न होती हैं, जिससे श्वसन संक्रमण में वृद्धि के साथ स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों पर प्रभाव पड़ता है।
  • विशेष रूप से भारत में JN.1 के कई मामले दर्ज किये गए हैं और साथ ही विश्व भर के अन्य देशों, जैसे कि अमेरिका, सिंगापुर व चीन ने भी इसकी उपस्थिति की पुष्टि की है।

और पढ़ें…कोविड-19, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) 

गोवा मुक्ति दिवस

वर्ष 1961 में पुर्तगाली शासन से राज्य की मुक्ति की स्मृति में हर साल 19 दिसंबर को गोवा मुक्ति दिवस मनाया जाता है।

और पढ़ें: गोवा मुक्ति दिवस 

close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2
× Snow