कोडेक्स एलीमेंटेरियस कमीशन | 04 Jul 2024
स्रोत: इकॉनोमिक टाइम्स
हाल ही में भारत ने कोडेक्स एलीमेंटेरियस कमीशन (Codex Alimentarius Commission- CAC) की कार्यकारी समिति के 86वें सत्र में भाग लिया।
कोडेक्स एलिमेंटेरियस कमीशन (CAC) क्या है?
- परिचय
- CAC एक अंतर्राष्ट्रीय खाद्य मानक निकाय है जिसे उपभोक्ता के स्वास्थ्य की रक्षा करने एवं खाद्य व्यापार में उचित प्रथाओं को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से मई 1963 में संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (Food and Agriculture Organisation - FAO) तथा विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organisation-WHO) द्वारा संयुक्त रूप से स्थापित किया गया था।
- मान्यता
- विश्व व्यापार संगठन (World Trade Organization- WTO) के स्वच्छता और पादप स्वच्छता उपायों (Sanitary and Phytosanitary Measures- SPS) के अनुप्रयोग पर समझौता अंतर्राष्ट्रीय व्यापार तथा व्यापार विवाद निपटान के लिये संदर्भ मानकों के रूप में कोडेक्स मानकों, दिशा-निर्देशों तथा सिफारिशों को मान्यता देता है।
- सदस्य
- वर्तमान में इस कमीशन में कुल 189 (188 देश और यूरोपीय संघ) सदस्य हैं।
- भारत वर्ष 1964 में कोडेक्स एलेमेंट्रिस का सदस्य बना।
- कोडेक्स मानक:
- सामान्य मानक, दिशा-निर्देश और अभ्यास संहिता: ये मुख्य कोडेक्स विषय आमतौर पर स्वच्छता अभ्यास, लेबलिंग, संदूषक, योजक, निरीक्षण और प्रमाणन, पोषण तथा पशु चिकित्सा दवाओं एवं कीटनाशकों के अवशेषों से निपटते हैं व उत्पादों और उत्पाद श्रेणियों पर क्षैतिज रूप से लागू होते हैं।
- कमोडिटी मानक: कोडेक्स कमोडिटी मानक एक विशिष्ट उत्पाद को संदर्भित करते हैं, हालाँकि कोडेक्स अब तेज़ी से खाद्य समूहों के लिये मानक विकसित कर रहा है।
- क्षेत्रीय मानक: संबंधित क्षेत्रीय समन्वय समितियों द्वारा विकसित मानक, संबंधित क्षेत्रों पर लागू होते हैं।
- CAC की कार्यकारी समिति (CCEXEC) का 86वाँ सत्र:
- भारत, जिसका प्रतिनिधित्व भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) के CEO कर रहे हैं, रोम स्थित FAO मुख्यालय में कोडेक्स एलिमेंटेरियस आयोग की कार्यकारी समिति (CCEXEC) के 86वें सत्र में सक्रिय रूप से भाग ले रहा है।
- CCEXEC नए कार्य के प्रस्तावों की समीक्षा करने तथा मानक विकास की प्रगति की निगरानी करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- सत्र के दौरान भारत ने छोटी इलायची, हल्दी और वेनिला सहित विभिन्न मसालों के लिये मानक विकास को आगे बढ़ाने का पुरज़ोर समर्थन किया।
- यह पहल भारत के लिये विशेष रूप से महत्त्वपूर्ण है, क्योंकि भारत इन मसालों का एक प्रमुख उत्पादक और निर्यातक है, क्योंकि इससे अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में सुगमता आएगी
- भारत ने वनस्पति तेलों के लिये मानकों की प्रगति, शिगा टॉक्सिन उत्पादन करने वाले एस्चेरिचिया कोलाई (Shiga Toxin-Producing Escherichia Coli) के नियंत्रण हेतु दिशा-निर्देशों तथा खाद्य उत्पादन और प्रसंस्करण में पानी के सुरक्षित उपयोग और पुनः उपयोग का समर्थन किया।
- भारत ने खाद्य पैकेजिंग में पुनर्नवीनीकृत सामग्रियों के उपयोग से संबंधित खाद्य सुरक्षा संबंधी विचारों पर कोडेक्स मार्गदर्शन विकसित करने के प्रस्ताव का भी समर्थन किया।
- यह पहल जलवायु परिवर्तन, पर्यावरण संरक्षण और स्थिरता जैसी वैश्विक चुनौतियों से निपटने में महत्त्वपूर्ण है।
- भारत ने खाद्य संपर्क अनुप्रयोगों के लिये पोस्ट उपभोक्ता PET (पॉलीइथिलीन टेरेफ्थेलेट) के पुनर्चक्रण पर FSSAI द्वारा विकसित दिशा-निर्देशों के साथ अपने अनुभव साझा किये।
- भारत, जिसका प्रतिनिधित्व भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) के CEO कर रहे हैं, रोम स्थित FAO मुख्यालय में कोडेक्स एलिमेंटेरियस आयोग की कार्यकारी समिति (CCEXEC) के 86वें सत्र में सक्रिय रूप से भाग ले रहा है।
भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण
- FSSAI खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम, 2006 के तहत स्थापित एक स्वायत्त वैधानिक निकाय है।
- FSSAI भारत में खाद्य सुरक्षा और गुणवत्ता को विनियमित तथा पर्यवेक्षण करके सार्वजनिक स्वास्थ्य की रक्षा व संवर्द्धन के लिये ज़िम्मेदार है, जो स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अधीन कार्य करता है।
संबंधित कार्यक्रम और अभियान
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UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्नप्रिलिम्स:प्रश्न. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: (2018)
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं? (a) केवल 1 उत्तर: (a) प्रश्न. विवाद निपटान के लिये संदर्भ बिंदु के रूप में अंतर्राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मानकों के उपयोग के संबंध में, WTO निम्नलिखित में से किसके साथ सहयोग करता है? (2010) (a) कोडेक्स एलिमेंटेरियस कमीशन उत्तर: (a) मेन्स:प्रश्न. खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र की चुनौतियों का सामना करने के लिये भारत सरकार द्वारा अपनाई गई नीति का विस्तारपूर्वक वर्णन कीजिये। (2019) |