सामाजिक न्याय
इंडिया TB रिपोर्ट 2024
- 03 Apr 2024
- 15 min read
प्रिलिम्स के लिये:इंडिया TB रिपोर्ट 2024, तपेदिक (TB), अल्पपोषण, HIV, मधुमेह, मल्टी-ड्रग रेसिस्टेंट ट्यूबरकुलोसिस मेन्स के लिये:इंडिया TB रिपोर्ट 2024, TB उन्मूलन की चुनौतियाँ, TB उन्मूलन में भारत की प्रगति। |
स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस
चर्चा में क्यों?
हाल ही में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने इंडिया TB रिपोर्ट 2024 जारी की, जिसमें बताया गया है कि तपेदिक/क्षय रोग (Tuberculosis- TB) के कारण मृत्यु दर वर्ष 2015 में 28 प्रति लाख जनसंख्या से घटकर वर्ष 2022 में 23 प्रति लाख जनसंख्या हो गई है।
रिपोर्ट के मुख्य तथ्य क्या हैं?
- TB के मामलों और मौतों में रुझान:
- निजी क्षेत्र से अधिसूचनाओं में वृद्धि के बावजूद, सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में तपेदिक के बड़ी संख्या में मामले दर्ज हो रहे हैं।
- वर्ष 2023 में रिपोर्ट किये गए 25.5 लाख मामलों में से लगभग 33% या 8.4 लाख मामले निजी क्षेत्र से आए।
- तुलना करने के लिये वर्ष 2015 में निजी क्षेत्र द्वारा केवल 1.9 लाख मामले दर्ज किये गए थे, इस वर्ष को कार्यक्रम द्वारा आधार रेखा माना जाता है जो बीमारी के उन्मूलन के लिये तैयार है।
- वर्ष 2023 में TB की अनुमानित घटना पिछले वर्ष के 27.4 लाख के अनुमान से थोड़ा बढ़कर 27.8 लाख हो गई।
- संक्रमण से मृत्यु दर 3.2 लाख पर ही बरकरार रही।
- भारत में TB से मृत्यु दर वर्ष 2021 में 4.94 लाख से घटकर वर्ष 2022 में 3.31 लाख हो गई।
- भारत संक्रमण से पीड़ित 95% रोगियों में उपचार शुरू करने के अपने वर्ष 2023 के लक्ष्य तक पहुँच गया।
- निजी क्षेत्र से अधिसूचनाओं में वृद्धि के बावजूद, सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में तपेदिक के बड़ी संख्या में मामले दर्ज हो रहे हैं।
- लक्ष्य पूरा करने में चुनौतियाँ:
- वर्ष 2025 तक तपेदिक को खत्म करने के महत्त्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित करने के बावजूद, भारत को इन लक्ष्यों को पूरा करने में चुनौतियों का सामना करना पड़ा है।
- वर्ष 2023 में दर्ज किये गए मामलों और मौतों की संख्या देश द्वारा निर्धारित लक्ष्य से कम रही।
- ऐसे कई जोखिम कारक हैं जो तपेदिक की घटनाओं और उपचार परिणामों में योगदान करते हैं।
- अल्पपोषण:
- वर्ष 2022 में लगभग 7.44 लाख TB रोगी अल्पपोषित थे। पोषण में सुधार के लिये सरकार लगभग एक करोड़ लाभार्थियों को 500 रुपए की मासिक सहायता प्रदान करती है।
- इसके अलावा, नि-क्षय मित्र कार्यक्रम फूड बास्केट दान करने के लिये कहता है।
- वर्ष 2022 में लगभग 7.44 लाख TB रोगी अल्पपोषित थे। पोषण में सुधार के लिये सरकार लगभग एक करोड़ लाभार्थियों को 500 रुपए की मासिक सहायता प्रदान करती है।
- HIV:
- सामान्य आबादी की तुलना में HIV से पीड़ित लोगों में TB के लक्षण विकसित होने का जोखिम 20 गुना अधिक होता है। वर्ष 2022 में कुल मिलाकर 94,000 TB रोगियों को HIV था।
- मधुमेह:
- अनुमान के मुताबिक, वर्ष 2022 में वैश्विक स्तर पर मधुमेह से पीड़ित 3.70 लाख TB रोगियों में से 1.02 लाख भारत में थे।
- मधुमेह से TB होने की संभावना दो से तीन गुना बढ़ जाती है, जो बदले में मल्टी-ड्रग रेसिस्टेंट ट्यूबरकुलोसिस के बढ़ते जोखिम से जुड़ी होती है।
- मधुमेह रोगियों में TB का उपचार भी उतना कारगर साबित नहीं होता है। वर्ष 2023 में लगभग 92% TB रोगियों की मधुमेह के लिये जाँच की गई, जिनमें से 7.7% में इसका निदान किया गया और रिपोर्ट के अनुसार निदान किये गए लगभग 63% लोगों ने मधुमेह का उपचार शुरू किया।
- शराब और तंबाकू का सेवन:
- प्रतिदिन 50 मिलीलीटर से अधिक शराब के सेवन से TB संक्रमण, सक्रिय संक्रमण और संक्रमण की पुनरावृत्ति का खतरा बढ़ जाता है।
- लगभग 18.8 लाख अथवा 74% TB रोगियों की शराब सेवन की जाँच में पाया गया कि उनमें से 7.1% रोगियों ने शराब का सेवन किया।
- वर्ष 2023 में लगभग 19.1 लाख अथवा 75% TB रोगियों की तंबाकू सेवन की जाँच की गई जिसमें पाया गया कि 11% रोगी तंबाकू का सेवन करते थे।
- और इनमें से 32% लोग तंबाकू मुक्ति केंद्रों के माध्यम से इसका सेवन बंद करने हेतु प्रयासरत थे।
- प्रतिदिन 50 मिलीलीटर से अधिक शराब के सेवन से TB संक्रमण, सक्रिय संक्रमण और संक्रमण की पुनरावृत्ति का खतरा बढ़ जाता है।
क्षय रोग क्या है?
- परिचय:
- क्षय रोग माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस के कारण होने वाला जीवाणु संक्रमण है। यह व्यावहारिक रूप से शरीर के किसी भी अंग को प्रभावित कर सकता है। यह अधिकांशतः फेफड़े, फुप्फुसावरण (Pleura) (फेफड़ों के चारों ओर पर्त), लिम्फ नोड्स, आँत, रीढ़ और मस्तिष्क को प्रभावित करता है।
- संचरण:
- यह एक वायुजनित संक्रमण है जो संक्रमित के साथ निकट संपर्क विशेष रूप से खराब वेंटिलेशन वाली घनी आबादी जैसे स्थानों से फैलता है।
- लक्षण:
- फेफड़े की TB के विभिन्न सामान्य लक्षण हैं, जैसे- खाँसी के साथ बलगम और कभी-कभी खून आना, सीने में दर्द, कमज़ोरी, वज़न घटना, बुखार एवं रात को पसीना आना।
- संक्रमण की व्यापकता:
- प्रत्येक वर्ष 10 मिलियन लोग TB से संक्रमित होते हैं। हालाँकि यह रोकथाम और उपचार योग्य बीमारी है किंतु प्रत्येक वर्ष TB से मरने वालों की संख्या 1.5 मिलियन है जो इसे संक्रमण के संबंध में विश्व की सबसे घातक बीमारी बनाती है।
- TB, HIV से पीड़ित लोगों की मृत्यु का प्रमुख कारण है और रोगाणुरोधी प्रतिरोध में भी एक प्रमुख योगदानकर्त्ता है।
- TB की व्यापकता समग्र विश्व में है किंतु अधिकांशतः निम्न और मध्यम आय वाले देशों में निवास करने वाले लोग इससे संक्रमित होते हैं। TB के कुल मामलों में से आधे मामले 8 देशों- बांग्लादेश, चीन, भारत, इंडोनेशिया, नाइजीरिया, पाकिस्तान, फिलीपींस और दक्षिण अफ्रीका से संबंधित होते हैं।
- उपचार:
- TB उपचार योग्य बीमारी है। इसका उपचार 4 रोगाणुरोधी दवाओं के 6 महीने की एक मानक अवधि के साथ किया जाता है जिसमें एक स्वास्थ्य कार्यकर्त्ता या प्रशिक्षित स्वयंसेवक द्वारा रोगी को जानकारी, पर्यवेक्षण एवं सहायता प्रदान की जाती है।
- TB-रोधी औषधियों का उपयोग दशकों से किया जा रहा है और सर्वेक्षण किये गए प्रत्येक देश में 1 अथवा अधिक औषधियों हेतु प्रतिरोधी प्रभेदों का दस्तावेज़ीकरण किया गया है।
- बहुऔषधि-रोधी क्षय रोग (Multidrug-resistant Tuberculosis- MDR-TB), TB का एक रूप है जो बैक्टीरिया के कारण होता है जिस पर आइसोनियाज़िड और रिफैम्पिसिन जैसी दो सबसे प्रभावशाली क्षय रोग प्रतिरोधी औषधियों का कोई असर नहीं होता है।
- MDR-TB बेडक्वीलाइन जैसी दूसरी दवाओं का उपयोग करके उपचार और इलाज योग्य है।
- व्यापक रूप से दवा प्रतिरोधी क्षय रोग (Extensively drug-resistant TB- XDR-TB), MDR-TB का एक अधिक गंभीर रूप है जो बैक्टीरिया के कारण होता है, जिस पर दूसरे सबसे प्रभावी क्षय रोग प्रतिरोधी दवाओं का असर नहीं होता है जिसके कारण रोगियों के पास अक्सर उपचार का अन्य कोई दूसरा विकल्प भी नहीं होता है।
- बहुऔषधि-रोधी क्षय रोग (Multidrug-resistant Tuberculosis- MDR-TB), TB का एक रूप है जो बैक्टीरिया के कारण होता है जिस पर आइसोनियाज़िड और रिफैम्पिसिन जैसी दो सबसे प्रभावशाली क्षय रोग प्रतिरोधी औषधियों का कोई असर नहीं होता है।
- TB के उपचार के लिये औषधियाँ:
- आइसोनियाज़िड (INH): यह दवा TB के इलाज की सबसे प्रभावशाली औषधि है और यह माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस के उपचार हेतु अत्यधिक प्रभावी है।
- यह जीवाणु कोशिका भित्ति में माइकोलिक अम्ल के संश्लेषण को रोककर कार्य करता है।
- रिफैम्पिसिन (RIF): यह TB के उपचार हेतु एक और अन्य आवश्यक औषधि है जो बैक्टीरिया में RNA के संश्लेषण की रोकथाम कर उपचार करती है।
- इसका उपयोग अक्सर TB के इलाज के लिये अन्य दवाओं के साथ संयोजन में किया जाता है और रोगी के शरीर में दवा प्रतिरोध के विकास को रोकने के लिये यह महत्त्वपूर्ण है।
- डेलामानिड: डेलामानिड एक नई दवा है जिसका उपयोग मल्टीड्रग-प्रतिरोधी TB (MDR-TB) के उपचार में किया जाता है और अक्सर अन्य दवाओं के साथ संयोजन में उपयोग किया जाता है।
- आइसोनियाज़िड (INH): यह दवा TB के इलाज की सबसे प्रभावशाली औषधि है और यह माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस के उपचार हेतु अत्यधिक प्रभावी है।
TB से निपटने के लिये विभिन्न पहल क्या हैं?
- वैश्विक पहलें:
- विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ग्लोबल फंड और स्टॉप टी.बी. पार्टनरशिप के साथ एक संयुक्त पहल “फाइंड. ट्रीट. ऑल. #EndTB” की शुरुआत की है।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन ‘ग्लोबल ट्यूबरकुलोसिस रिपोर्ट’ भी जारी करता है।
- EndTB की वैश्विक योजना, 2023-2030: यह वर्ष 2030 तक सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती के रूप में TB को समाप्त करने की योजना है। यह आवश्यक प्राथमिकता वाले कार्यों का खाका और TB को समाप्त करने के लिये आवश्यक वित्तीय संसाधनों का विस्तृत अनुमान प्रदान करता है।
- यह एक लक्ष्य है जिसे संयुक्त राष्ट्र (United Nations- UN) और WHO के सभी सदस्य राज्यों द्वारा अपनाया गया है।
- EndTB रणनीति संयुक्त राष्ट्र सतत् विकास लक्ष्य 3.3 के संदर्भ में प्रयासों के दायरे का निर्माण और विस्तार करती है।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ग्लोबल फंड और स्टॉप टी.बी. पार्टनरशिप के साथ एक संयुक्त पहल “फाइंड. ट्रीट. ऑल. #EndTB” की शुरुआत की है।
- भारतीय पहलें:
- प्रधानमंत्री TB मुक्त भारत अभियान
- क्षय रोग उन्मूलन हेतु राष्ट्रीय रणनीतिक योजना (2017-2025)।
- टीबी हारेगा देश जीतेगा अभियान
- निक्षय पोषण योजना
- रिपोर्ट इंडिया: रिपोर्ट इंडिया (क्षय रोग (TB) के लिये क्षेत्रीय संभावित अवलोकन अनुसंधान) भारत-अमेरिका वैक्सीन एक्शन प्रोग्राम (Vaccine Action Program-VAP) के तहत वर्ष 2013 में स्थापित एक द्विपक्षीय, बहु-संगठनात्मक, सहयोगात्मक प्रयास है।
- इसका उद्देश्य भारत और विश्व भर के लोगों के लिये TB के खतरे का समाधान करना है।
निष्कर्ष
- भारत में TB उन्मूलन की राह में व्यक्ति-केंद्रित देखभाल को प्राथमिकता देने, स्वास्थ्य के सामाजिक निर्धारकों को संबोधित करने और नवाचार को अपनाने के लिये ठोस प्रयास करने की आवश्यकता है। भारत समग्र और व्यक्ति-केंद्रित दृष्टिकोण अपनाकर टीबी नियंत्रण की राह में मौजूद बाधाओं को दूर कर सकता है तथा अपने सभी नागरिकों के लिये एक स्वस्थ भविष्य का निर्माण कर सकता है।
प्रश्न: भारत में TB उन्मूलन की दिशा में प्रगति में बाधक चुनौतियों का विश्लेषण कीजिये। पहचानी गई चुनौतियों के आलोक में TB उन्मूलन में आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिये रणनीतियों का प्रस्ताव है।
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्नप्रिलिम्स:प्रश्न. निम्नलिखित में से कौन-से 'राष्ट्रीय पोषण मिशन (नेशनल न्यूट्रिशन मिशन)' के उद्देश्य हैं? (2017)
नीचे दिये गए कूट का उपयोग करके सही उत्तर चुनिये: (a)केवल 1 और 2 उत्तर: (a) मेन्स:प्रश्न. "एक कल्याणकारी राज्य की नैतिक अनिवार्यता के अलावा, प्राथमिक स्वास्थ्य संरचना धारणीय विकास की एक आवश्यक पूर्व शर्त है।" विश्लेषण कीजिये। (2021) |