भारत-बांग्लादेश संबंधों में सुधार | 03 Jul 2024
प्रिलिम्स के लिये:भारत-बांग्लादेश संबंध,बांग्लादेश मुक्ति युद्ध, रूस-यूक्रेन युद्ध, व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौता (CEPA), गंगाजल संधि मेन्स के लिये:भारत-बांग्लादेश संबंध, द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह तथा भारत से संबंधित और/या भारत के हितों को प्रभावित करने वाले समझौते। |
स्रोत: द हिंदू
चर्चा में क्यों?
हाल ही में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री की भारत यात्रा के दौरान, दोनों देश व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (CEPA) पर वार्ता शुरू करने पर सहमत हुए, जिससे दोनों पड़ोसी अर्थव्यवस्थाओं के बीच व्यापक आर्थिक संबंधों का मार्ग प्रशस्त होगा।
- वर्ष 2022 में दोनों देशों ने व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (Comprehensive Economic Partnership Agreement - CEPA) पर एक संयुक्त व्यवहार्यता अध्ययन पूरा किया।
हाल की बैठक के प्रमुख परिणाम क्या थे?
- भारत और बांग्लादेश ने दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को बढ़ाने तथा व्यापार एवं निवेश को बढ़ावा देने के लिये CEPA पर काम शुरू करने पर सहमति व्यक्त की है।
- इस समझौते का उद्देश्य दक्षिण एशिया की दो तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं के बीच आर्थिक अनुपूरकता का लाभ उठाना है।
- भारत ने बांग्लादेश के सिराजगंज में एक अंतर्देशीय कंटेनर बंदरगाह के निर्माण में सहयोग देने पर सहमति व्यक्त की है, जिससे बेहतर रसद और व्यापार प्रवाह की सुविधा मिलेगी।
- दोनों देशों ने वर्ष 1996 की गंगाजल संधि को नवीनीकृत करने के लिये तकनीकी स्तर की वार्ता शुरू करने पर सहमति जताई, जिसमें बाढ़ प्रबंधन, पूर्व-चेतावनी प्रणाली एवं पेयजल परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। दोनों देशों के बीच साझा होने वाली 54 नदियों को देखते हुए यह अत्यधिक महत्त्वपूर्ण है।
- एक समुद्री सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर किये गए, जो हिंद महासागर के लिये उनके साझा दृष्टिकोण और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में आपसी हितों को प्रदर्शित करता है। भारत ने हिंद-प्रशांत महासागर पहल में शामिल होने के बांग्लादेश के निर्णय का स्वागत किया।
भारत-बांग्लादेश सहयोग में अन्य हालिया घटनाक्रम
- भारत-बांग्लादेश मैत्री पाइपलाइन का उद्घाटन।
- भारत और बांग्लादेश के बीच वर्ष 1965 से पहले के रेल संपर्कों का पुनर्वास तथा संचालन।
- वर्ष 2023 में अखौरा-अगरतला रेल लिंक का उद्घाटन, जो त्रिपुरा के माध्यम से बांग्लादेश और पूर्वोत्तर को जोड़ता है। यह छठा भारत-बांग्लादेश क्रॉस-बॉर्डर रेल लिंक है।
- परिवहन संपर्क के लिये बिम्सटेक मास्टर प्लान भारत, बांग्लादेश, म्याँमार तथा थाईलैंड में प्रमुख परिवहन परियोजनाओं को जोड़ता है, जिससे शिपिंग नेटवर्क की स्थापना होती है।
- मैत्री सुपर थर्मल पावर प्लांट का परिचालन।
- खुलना-मोंगला बंदरगाह के माध्यम से भारत के पूर्वोत्तर राज्यों के लिये कार्गो सुविधा।
- मोंगला बंदरगाह पहली बार रेल मार्ग से जुड़ा है।
- इंदिरा गांधी सांस्कृतिक केंद्र जैसे केंद्रों के माध्यम से सांस्कृतिक आदान-प्रदान और सहयोग।
- भारत, भारतीय तकनीकी एवं आर्थिक सहयोग (ITEC) के माध्यम से प्रत्येक वर्ष बांग्लादेश को उच्च शिक्षा के लिये प्रशिक्षण कार्यक्रम एवं अनुदान प्रदान करता है।
भारत-बांग्लादेश के बीच संबंध कैसे हैं?
- ऐतिहासिक संबंध:
- बांग्लादेश के साथ भारत के संबंधों की नींव वर्ष 1971 के बांग्लादेश मुक्ति संग्राम में रखी गई थी। भारत ने पाकिस्तान से आज़ादी की लड़ाई में बांग्लादेश की मदद के लिये महत्त्वपूर्ण सैन्य और भौतिक सहायता प्रदान की थी।
- इसके बावजूद सैन्य शासन और भारत विरोधी भावना के कारण कुछ वर्षों में ही संबंध खराब हो गए, लेकिन वर्ष 1996 में सत्ता परिवर्तन तथा गंगाजल बँटवारे पर संधि के साथ ही स्थिरता लौट आई।
- भारत और बांग्लादेश ने वर्ष 2015 में भूमि सीमा समझौता (Land Boundary Agreement- LBA) तथा प्रादेशिक जल पर समुद्री विवाद जैसे लंबे समय से लंबित मुद्दों को भी सफलतापूर्वक सुलझाया।
- आर्थिक सहयोग:
- पिछले दशक में भारत और बांग्लादेश के बीच द्विपक्षीय व्यापार में लगातार वृद्धि हुई है।
- बांग्लादेश दक्षिण एशिया में भारत का सबसे बड़ा व्यापार साझेदार है और भारत एशिया में बांग्लादेश का दूसरा सबसे बड़ा व्यापार साझेदार है।
- भारत एशिया में बांग्लादेश का सबसे बड़ा निर्यात गंतव्य है, वित्त वर्ष 2022-23 में भारत को बांग्लादेशी निर्यात लगभग 2 बिलियन अमेरीकी डॉलर का होगा।
- वर्ष 2010 से भारत ने बांग्लादेश को 7 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक मूल्य की ऋण सहायता प्रदान की है।
- ऊर्जा:
- ऊर्जा क्षेत्र में, बांग्लादेश भारत से लगभग 2,000 मेगावाट (MW) बिजली आयात करता है।
- वर्ष 2018 में रूस, बांग्लादेश और भारत ने रूपपुर परमाणु ऊर्जा संयंत्र परियोजना, बांग्लादेश के पहले परमाणु ऊर्जा रियेक्टर के कार्यान्वयन में सहयोग पर एक ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये।
- रक्षा एवं बहुपक्षीय सहयोग:
- द्विपक्षीय अभ्यास:
- अभ्यास संप्रीति (सेना)
- अभ्यास बोंगो सागर (नौसेना)
- क्षेत्रीय सहयोग के लिये मंच:
- द्विपक्षीय अभ्यास:
भारत-बांग्लादेश संबंधों में चुनौतियाँ और उनके संभावित समाधान क्या हैं?
चुनौतियाँ |
आगे की राह |
सीमा-पारीय नदी जल का बँटवारा |
स्थायी नदी आयोग की स्थापना: साझा नदियों के प्रबंधन के लिये द्विपक्षीय आयोग का गठन |
संयुक्त नदी प्रबंधन परियोजनाओं का क्रियान्वयन: बाढ़ नियंत्रण और सिंचाई के लिये संयुक्त परियोजनाएँ विकसित करना। |
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अवैध प्रवास |
प्रवासन पर द्विपक्षीय समझौते: विधिक प्रवासन और श्रम गतिशीलता पर केंद्रित नए समझौतों का मसौदा तैयार करना। |
रोहिंग्या शरणार्थियों का समन्वय: इसके मूल कारणों का पता लगा कर उन्हें संबोधित करने के लिये अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ मिलकर कार्य करना। |
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मादक पदार्थों की तस्करी और अवैध व्यापार |
अवैध व्यापार पर संयुक्त कार्य बल: मानव तस्करी और अवैध शिकार की रोकथाम करने के लिये संयुक्त कार्य बल की स्थापना करना। |
विधिक ढाँचों का सुदृढ़ीकरण: विधि में सामंजस्य स्थापित करना और तस्करी तथा अवैध व्यापार करने वालों के लिये दंड वर्द्धित करना। |
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बांग्लादेश में चीन का बढ़ता प्रभाव |
आर्थिक सहयोग में सुधार: चीन के विकल्प के रूप में भूमिका बढ़ाने के लिये व्यापार और निवेश पहलों में विस्तार करना। |
सांस्कृतिक और पारस्परिक आदान-प्रदान: संबंधों को सुदृढ़ करने और सद्भावना को बढ़ावा देने के लिये दोनों देशों के बीच आदान-प्रदान को बढ़ावा देना। |
दृष्टि मेन्स प्रश्न: प्रश्न. भारत-बांग्लादेश संबंधों में प्रमुख चुनौतियों की विवेचना कीजिये। द्विपक्षीय सहयोग और क्षेत्रीय स्थिरता को बढ़ाने के लिये इन मुद्दों के समाधान के उपाय बताइये। |
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्नप्रिलिम्स:प्रश्न. तीस्ता नदी के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: (2017)
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं? (a) केवल 1 और 3 उत्तर: (b) मेन्स:प्रश्न: आंतरिक सुरक्षा खतरों तथा नियंत्रण रेखा सहित म्याँमार, बांग्लादेश और पाकिस्तान सीमाओं पर सीमा पार अपराधों का विश्लेषण कीजिये। विभिन्न सुरक्षा बलों द्वारा इस संदर्भ में निभाई गई भूमिका की विवेचना भी कीजिये। (2020) |