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प्रिलिम्स फैक्ट्स

  • 28 Aug, 2020
  • 18 min read
प्रारंभिक परीक्षा

प्रिलिम्स फैक्ट्स: 28 अगस्त, 2020

विश्व उर्दू सम्मेलन

World Urdu Conference

27 अगस्त, 2020 को केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने आभासी तरीके से राष्ट्रीय उर्दू भाषा विकास परिषद (National Council for Promotion of Urdu Language- NCPUL) द्वारा नई दिल्ली में आयोजित दो दिवसीय विश्व उर्दू सम्मेलन (World Urdu Conference) के उद्घाटन सत्र को संबोधित किया।

प्रमुख बिंदु: 

  • इस अवसर पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि अगले वर्ष से ‘राष्ट्रीय उर्दू भाषा विकास परिषद’ द्वारा उर्दू लेखकों एवं साहित्यकारों को उर्दू को प्रोत्साहित करने के लिये अमीर खुसरो, मिर्ज़ा गालिब, आगा हशर, राम बाबू सक्सेना एवं दया शंकर नसीम जैसी उर्दू की महत्त्वपूर्ण हस्तियों के नाम पर पुरस्कार एवं सम्मान से सम्मानित किया जाएगा। 

उर्दू भाषा:

  • उर्दू को लश्करी (Lashkari) के रूप में भी जाना जाता है जिसे अक्सर हिंदुस्तानी भाषा के फारसी संस्करण के रूप में वर्णित किया जाता है।
  • भारत में उर्दू संवैधानिक रूप से मान्यता प्राप्त 22 भाषाओं में से एक है। 

भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची:

  • संविधान की आठवीं अनुसूची में संविधान द्वारा मान्यता प्राप्त 22 प्रादेशिक भाषाओं का उल्लेख है।
  • इस सूची में मूल रूप से 14 भाषाओं को स्थान दिया गया था परंतु 8 अन्य भाषाओं को बाद में इस सूची में जोड़ा गया।
  • इस सूची में सिंधी भाषा को वर्ष 1967 में संविधान के 21वें संशोधन अधिनियम और कोंकणी, मणिपुरी तथा नेपाली भाषा को वर्ष 1992 में 71वें संशोधन; जबकि बोडो, डोगरी, मैथिली और संथाली भाषा को वर्ष 2003 में संविधान के 92वें संशोधन से इस सूची में जोड़ा गया। 

राष्ट्रीय उर्दू भाषा विकास परिषद (NCPUL):

  • NCPUL भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय (अब शिक्षा मंत्रालय) के माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा विभाग (Department of Secondary and Higher Education) के अधीन एक स्वायत्त निकाय है।
  • उर्दू भाषा को बढ़ावा देने, विकसित करने एवं उसका प्रचार करने के लिये गठित NCPUL ने 1 अप्रैल, 1996 को दिल्ली में अपना संचालन शुरू किया।
  • NCPUL उर्दू भाषा के प्रचार के लिये राष्ट्रीय नोडल एजेंसी के रूप में तथा उर्दू भाषा एवं उर्दू शिक्षा को बढ़ावा देने के लिये प्रमुख समन्वय एवं निगरानी प्राधिकरण है।


हरिकेन लौरा

Hurricane Laura

27 अगस्त, 2020 को तूफान की श्रेणी 4 (Category 4) के अंतर्गत आने वाले हरिकेन लौरा (Hurricane Laura) जिसकी गति 150 मील प्रति घंटा है, के कारण संयुक्त राज्य अमेरिका के दक्षिणी-पश्चिमी लुसियाना (Louisiana) में भूस्खलन हुआ।   

Harricane-Laura

प्रमुख बिंदु: 

  • हरिकेन लौरा के मद्देनज़र संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रीय तूफान केंद्र (National Hurricane Center- NHC) ने ‘जीवन के लिये खतरनाक स्थिति’ (Life-threatening Conditions) की चेतावनी दी है। 
  • हरिकेन या उष्णकटिबंधीय चक्रवात (Tropical cyclone) को सैफिर-सिंपसन विंड स्केल (Saffir-Simpson Hurricane Wind Scale) के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है। जिसमें हवा की गति के आधार पर 1 से 5 तक की रेटिंग दी जाती है।

wind-Scale

  • श्रेणी 3 या इससे ऊपर की श्रेणी के हरिकेन को संपत्ति एवं जीवन को विनाशकारी नुकसान पहुँचाने की उनकी क्षमता के कारण प्रमुख हरिकेन के रूप में वर्गीकृत किया जाता है।  

तूफान की श्रेणी 4:

  • हरिकेन लौरा श्रेणी 4 का तूफान है जिसका अर्थ है कि अच्छी तरह से निर्मित घरों की छत एवं बाहरी दीवारों के नुकसान के साथ गंभीर क्षति हो सकती है।
  • श्रेणी 4 के तूफान में हवा की गति 130-156 मील प्रति घंटे के बीच होती है, यह पेड़ों को उखाड़ सकती है और बिजली की लाइनों को प्रभावित कर सकती है।

हरिकेन हान्ना (Hurricane Hanna):

  • हरिकेन हान्ना जिसके कारण जुलाई, 2020 में टेक्सास तट पर भूस्खलन हुआ था, इसकी गति 90 मील प्रति घंटे तक पहुँच गई थी और इसे तूफान की श्रेणी 1 में सूचीबद्ध किया गया था।
  • यह वर्ष 2020 के अटलांटिक हरिकेन मौसम (Atlantic Hurricane Season) का पहला हरिकेन था।
    • अटलांटिक हरिकेन मौसम की अवधि 1 जून से 30 नवंबर के मध्य होती है और ‘नेशनल ओशनिक एंड एटमास्फियरिक एडमिनिस्ट्रेशन’ (National Oceanic and Atmospheric Administration- NOAA) के अनुसार, एक औसत हरिकेन मौसम में लगभग 12 हरिकेन आते हैं जिनमें से तीन प्रमुख हरिकेन के साथ छह सामान्य हरिकेन बन जाते हैं।
    • जबकि पूर्वी प्रशांत तट पर हरिकेन मौसम की अवधि 15 मई से 30 नवंबर के मध्य होती है।


ग्रेट अंडमानी जनजाति

Great Andamanese Tribe

केंद्रशासित प्रदेश अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह में ग्रेट अंडमानी जनजाति (Great Andamanese Tribe) के नौ लोग COVID-19 से संक्रमित पाए गए।    

Great-Andamanese-Tribe

प्रमुख बिंदु: 

  • गौरतलब है कि अंडमान एवं निकोबार में अब तक COVID-19 के 2985 मामले दर्ज किये गए हैं जिनमें से 676 सक्रिय हैं और अब तक 41 की मौत हो चुकी है। 
    • ग्रेट अंडमानी जनजाति COVID-19 से प्रभावित होने वाली दुर्लभ जनजातियों में से पहली है।
    • विशेष रूप से कमज़ोर जनजातीय समूह (PVTGs) के अंतर्गत आने वाली ग्रेट अंडमानी जनजाति की संख्या मात्र 59 है।
  • हाल ही में स्ट्रेट आईलैंड (Strait Island) में COVID-19 से संबंधित ग्रेट अंडमानी जनजाति के चार नए मामले दर्ज किये गए हैं। उल्लेखनीय है कि ग्रेट अंडमानी जनजाति  अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह में स्ट्रेट आईलैंड पर निवास करती है।

स्ट्रेट आईलैंड (Strait Island):

Strait-Island

  • स्ट्रेट आईलैंड अंडमान द्वीप समूह का एक द्वीप है।
  • यह उत्तर एवं मध्य अंडमान प्रशासनिक ज़िले के अंतर्गत आता है जो अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह के भारतीय संघ क्षेत्र का हिस्सा है।
  • यह द्वीप एक प्रकार का ‘जनजातीय आरक्षित क्षेत्र’ है।
  • यह द्वीप पोर्ट ब्लेयर से 63 किमी. उत्तर में अवस्थित है।
  • अंडमान एवं निकोबार छह जनजातियों  [सेंटिनली (Sentinelese), जारवा (Jarawa), ग्रेट अंडमानी (Great Andamanese), ओंगे (Onge), शोम्पेन (Shompen) एवं निकोबारी (Nicobarese) का निवास स्थान है।

ग्रेट अंडमानी (Great Andamanese): 

  • स्ट्रेट आइलैंड उत्तर एवं मध्य अंडमान ज़िले का हिस्सा है जो ग्रेट अंडमानी जनजाति का निवास स्थान है।

जारवा (Jarawa):

  • दक्षिण अंडमान एवं मध्य अंडमान द्वीप समूह, जारवा जनजाति का निवास स्थान है। 

ओंगे (Onge):

  • लिटिल अंडमान द्वीप (Little Andaman Island), ओंगे जनजाति का निवास स्थान है।

शोम्पेन (Shompen):

  • शोम्पेन, ग्रेट निकोबार द्वीप के आंतरिक क्षेत्र में निवास करने वाले देशज लोग हैं।

अंडमान एवं निकोबार की जनजाति की विशेषताएँ:

  • अंडमान जनजातियाँ नीग्रेटो (Negrito) समूह के अंतर्गत आती हैं जबकि निकोबार जनजातियाँ मंगोलोइड समूह के अंतर्गत आती हैं।
  • ये जनजातियाँ ‘द्वीपीय प्रभाव’ (Island Effect) के कारण छोटे कद की हैं।
  • नौकायान, शिकार, वन निवास आदि इन जनजातियों के प्रमुख व्यवसाय हैं। पिछले कुछ वर्षों में अधिकांश जनजातियों ने शिकार करना छोड़ दिया है और पूरी तरह से सरकारी मदद पर निर्भर हैं।


उड़ान 4.0

UDAN 4.0

हाल ही में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने देश के दूरदराज़ के इलाकों एवं क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को और बढ़ाने के लिये क्षेत्रीय संपर्क योजना: उड़े देश का आम नागरिक [Regional Connectivity Schemee—Ude Desh Ka Aam Nagarik (UDAN)] योजना के चौथे दौर के तहत 78 नये मार्गों को मंज़ूरी दी है।   

Udan-4.0

प्रमुख बिंदु:

  • उड़ान योजना के चौथे दौर के तहत उत्तर-पूर्व क्षेत्र, पहाड़ी राज्यों और द्वीपों को नए मार्गों के लिये अनुमोदन प्रक्रिया में प्राथमिकता दी गई है।
  • उड़ान योजना के तहत अब तक कुल 766 मार्ग स्वीकृत किये गए हैं।
  • उड़ान (UDAN) योजना के इस चौथे दौर की शुरुआत दिसंबर, 2019 में हुई थी।
  • उड़ान 4.0 (UDAN 4.0) के तहत इन 78 मार्गों को मंज़ूरी देना केंद्र सरकार की एक्ट ईस्ट पॉलिसी (Act East Policy ) के अनुरूप है।
  • एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा पहले से ही विकसित किये गए हवाई अड्डों को उड़ान योजना के तहत वायबिलिटी गैप फंडिंग (Viability Gap Funding- VGF) हेतु उच्च प्राथमिकता दी गई है।

वायबिलिटी गैप फंडिंग (Viability Gap Funding):

  • VGF एक प्रकार का अनुदान है जिसे बुनियादी ढाँचा परियोजनाओं का समर्थन करने के लिये प्रदान किया जाता है जो आर्थिक रूप से उचित हैं किंतु वित्तीय व्यवहार्यता से पर्याप्त नहीं है।
  • UDAN 4.0 के तहत हेलीकॉप्टर और सीप्लेन (SeaPlane) के संचालन को भी शामिल किया गया है।

विविध

Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 28 अगस्त, 2020

शिंजो आबे 

जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे (Shinzo Abe) ने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया है। स्‍वास्‍थ्‍य कारणों का हवाला देते हुए उन्होंने 28 अगस्त को इसका औपचारिक रूप से ऐलान कर दिया है। शिंजो आबे पिछले कई दिनों से बीमार चल रहे हैं और इस दौरान उन्‍हें कई बार हॉस्पिटल में भर्ती कराना पड़ा है। आबे जापान के सबसे अधिक समय तक रहने वाले प्रधानमंत्री बन गए थे। आबे देश की सत्ता पर 2803 दिनों तक पदासीन रहे हैं। इससे पूर्व यह रिकॉर्ड उनके चाचा और देश के पूर्व प्रधानमंत्री इसाकु सैतो के नाम था। शिंजो आबे लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी पार्टी के सदस्य हैं। देश में जारी वैश्विक महामारी COVID-19 के बाद से मांग हो रही थी कि आबे नागरिकों को इससे निपटने को लेकर किये गए कामों के बारे में बताएँ। ध्यातव्य है कि आबे ने देश की अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने का वादा किया था। चीन के खतरे को देखते हुए आबे जापानी सेना को भी मज़बूत करने में जुटे हुए थे।

भारत-बांग्लादेश व्यापार संपर्क मार्ग

भारत और बांग्लादेश सरकार ने 3 सितंबर, 2020 से एक नया व्यापार संपर्क मार्ग खोलने का निर्णय किया है, ताकि अंतर्देशीय जल परिवहन तंत्र के दायरे का विस्तार करके क्षेत्रीय संपर्क को बढ़ावा दिया जा सके और इस क्षेत्र में व्यापार को बढ़ावा मिल सके। त्रिपुरा के सोनामुरा को जिस मार्ग पर बांग्लादेश के  दाउदकंडी से जोड़ा जाएगा, उस मार्ग का परिचालन नदी के व्यापार को बढ़ावा देने के लिये मई, 2020 में दोनों देशों द्वारा हस्ताक्षरित समझौते के तहत किया गया है। भारत और बांग्लादेश के बीच यह नया मार्ग व्यापार समुदाय के लिये बेहतर विश्वसनीयता और लागत प्रभावशीलता के साथ द्विपक्षीय व्यापार की सुविधा प्रदान करेगा। मई, 2020 में भारत और बांग्लादेश के बीच इस समझौते पर हस्ताक्षर किये गए थे ताकि भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों से संपर्क में सुधार करने के साथ-साथ परिवहन लागत को कम करने के लिये दो नए मार्गों और पांच और बंदरगाहों को जोड़कर व्यापार को बढ़ावा दिया जा सके।

छठी अनुसूची

अरूणाचल प्रदेश विधानसभा ने प्रदेश को संविधान की छठी अनुसूची के अधीन लाने से संबंधित प्रस्ताव पारित किया है। अरूणाचल प्रदेश विधानसभा ने राज्य के जनजातीय समुदाय की पहचान बचाए रखने के लिए संविधान की छठी अनुसूची में जरूरी संशोधन करने से संबंधित एक प्रस्ताव पारित किया है। संसदीय कार्य मंत्री बमांग फेलिक्स द्वारा सदन में रखे गए प्रस्ताव पर चर्चा के बाद इसे ध्वनि मत से पारित कर दिया गया। चर्चा में भाग लेते हुए मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने कहा कि राज्य सरकार ने जो प्रस्ताव  रखा है वह ऐतिहासिक है। संविधान की छठी अनुसूची चार पूर्वोत्तर राज्यों- असम, मेघालय, त्रिपुरा और मिज़ोरम के जनजाति क्षेत्रों के प्रशासन के संबंध में अनुच्छेद 244 के अनुरूप व्यवहार करती है। राज्यपाल को ज़िले के क्षेत्रों को बढ़ाने या घटाने अथवा स्वायत्त ज़िलों के नाम में परिवर्तन कर सकने की शक्ति प्राप्त है। यद्यपि संघ कार्यकारी का शक्तियाँ पाँचवीं अनुसूची में शामिल क्षेत्रों के प्रशासन तक विस्तारित हैं, लेकिन छठी अनुसूची में शामिल क्षेत्र राज्य के कार्यकारी प्राधिकार के अंतर्गत आते हैं।

संत अय्यंकाली

प्रधानमंत्री मोदी ने केरल के महान समाज सुधारक महात्मा अय्यंकाली की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि भारत महात्मा अय्यंकाली जैसे महापुरुषों का हमेशा ऋणी रहेगा। भारत को आधुनिक बनाने, दलितों और पिछड़ों में आत्म सम्मान की भावना पैदा करने और महिलाओं को बराबरी का दर्जा दिलाने में महात्मा अय्यंकालि की भूमिका ठीक वैसी ही थी, जैसी ज्योतिबा फुले, डॉ. भीमराव आंबेडकर और रामास्वामी पेरियार की थी। दलित महिलाओं की अस्मिता और सम्मान की रक्षा के लिये  उनके योगदान को आज भी याद किया जाता था। उनके आंदोलन की वजह से दलित महिलाओं को केरल में अपना स्तन ढंकने का अधिकार मिला। अय्यंकालि का जन्म तिरुवनंतपुरम् के वेंगनूर गाँव में 28 अगस्त 1863 को हुआ था। उनकी जाति पुलायार (पुलाया) थी, जो वहाँ अछूत जातियों में भी सबसे निम्न मानी जाती थी।


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