एलायंस फॉर ग्लोबल गुड-जेंडर इक्विटी एंड इक्वलिटी
स्रोत: पी.आई.बी
भारत ने दावोस में 54वें वार्षिक विश्व आर्थिक मंच (World Economic Forum- WEF) बैठक में एलायंस फॉर ग्लोबल गुड-जेंडर इक्विटी एंड इक्वलिटी अर्थात् "वैश्विक भलाई के लिये गठबंधन - लैंगिक समानता और समानता" (Alliance for Global Good- Gender Equity and Equality) की स्थापना की, जिसने महिला सशक्तीकरण एवं लैंगिक समानता को बढ़ावा देने के लिये WEF से पूर्ण समर्थन प्राप्त किया।
एलायंस फॉर ग्लोबल गुड-जेंडर इक्विटी एंड इक्वलिटी की विशेषताएँ क्या हैं?
- यह गठबंधन जी20 शिखर सम्मेलन 2023 के लीडर्स के घोषणा-पत्र और महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास के लिये भारत की प्रतिबद्धता के अनुसरण में स्थापित किया गया है।
- इसका उद्देश्य एंगेजमेंट ग्रुप की गतिविधियों का अनुसरण करना और व्यवसाय 20 (Business 20), महिला 20 (Women 20) और जी20 सशक्तीकरण (G20 EMPOWER) जैसे फ्रेमवर्क का निर्माण करना है।
- महिलाओं के आर्थिक प्रतिनिधित्व के सशक्तीकरण और प्रगति के लिये G20 गठबंधन (G20 EMPOWER) एक पहल है जिसका उद्देश्य निजी क्षेत्र में महिलाओं के नेतृत्व तथा सशक्तीकरण को प्रोत्साहित करना है।
- इसका उद्देश्य एंगेजमेंट ग्रुप की गतिविधियों का अनुसरण करना और व्यवसाय 20 (Business 20), महिला 20 (Women 20) और जी20 सशक्तीकरण (G20 EMPOWER) जैसे फ्रेमवर्क का निर्माण करना है।
- इस नए गठबंधन का प्राथमिक और घोषित उद्देश्य महिलाओं के स्वास्थ्य, शिक्षा तथा उद्यम के चिह्नित क्षेत्रों में वैश्विक सर्वोत्तम प्रथाओं, ज्ञान साझाकरण एवं निवेश को एक साथ लाना है।
- बिल और मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन द्वारा समर्थित, गठबंधन को भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) सेंटर फॉर वीमन लीडरशिप द्वारा स्थापित तथा संचालित किया जाएगा।
- CII एक गैर-सरकारी, गैर-लाभान्वित, उद्योग-आधारित एवं उद्योग-प्रबंधित संगठन है जो भारत के विकास के लिये अनुकूल वातावरण बनाने तथा उन्हें बनाए रखने के लिये काम करता है।
- WEF एक 'नेटवर्क पार्टनर' के रूप में और इन्वेस्ट इंडिया एक 'संस्थागत भागीदार' के रूप में इस गठबंधन में शामिल हुआ है।
- इन्वेस्ट इंडिया (Invest India) एक राष्ट्रीय निवेश संवर्द्धन एवं सुविधा एजेंसी है। इसकी स्थापना वर्ष 2009 में वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के उद्योग संवर्द्धन और आंतरिक व्यापार विभाग के तहत एक गैर-लाभकारी उद्यम के रूप में की गई थी।
- गठबंधन का उद्देश्य भारत की समावेशी विकास के प्रति प्रतिबद्धता तथा "सबका साथ, सबका विकास और सबका प्रयास" को ध्यान में रखते हुए महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास को बढ़ावा देना है।
विश्व आर्थिक मंच
- विश्व आर्थिक मंच सार्वजनिक-निजी सहयोग के लिये अंतर्राष्ट्रीय संगठन है।
- फोरम वैश्विक, क्षेत्रीय और उद्योग एजेंडा को आकार देने के लिये समाज के अग्रणी राजनीतिक, व्यावसायिक, सांस्कृतिक तथा अन्य नेताओं को शामिल करता है।
- WEF की स्थापना 24 जनवरी, 1971 को जर्मन इंजीनियर क्लाउस श्वाब द्वारा की गई थी, जिसका मुख्यालय जिनेवा में है।
- उन्होंने "हितधारक पूंजीवाद" की अवधारणा प्रस्तुत की।
- WEF स्विट्ज़रलैंड के दावोस में अपनी वार्षिक बैठक के लिये जाना जाता है। यह आयोजन वैश्विक मुद्दों पर चर्चा के लिये दुनिया भर के राजनीतिक और व्यापारिक नेताओं को आकर्षित करता है।
- प्रमुख रिपोर्टें:
UPSC सिविल सेवा परीक्षा , विगत वर्ष के प्रश्नप्रिलिम्स:प्रश्न. निम्नलिखित में से कौन, विश्व के देशों के लिये सार्वभौम लैंगिक अंतराल सूचकांक का श्रेणीकरण प्रदान करता है? (2017) (a) विश्व आर्थिक मंच उत्तर: (a) प्रश्न. निम्नलिखित में से कौन विश्व आर्थिक मंच (वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम) के संस्थापक हैं? (2009) (a) क्लॉस श्वाब उत्तर: (a) प्रश्न. वैश्विक प्रतियोगित्व रिपोर्ट (ग्लोबल कम्पिटिटिवनेस रिपोर्ट) कौन प्रकाशित करता है? (2019) (a) अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष उत्तर: (c) |
NHPC को SCOPE का प्रशस्ति प्रमाण पत्र
नेशनल हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर कॉर्पोरेशन (NHPC) लिमिटेड, एक मिनी रत्न श्रेणी-I सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम (PSU) और भारत की प्रमुख जलविद्युत कंपनी ने सूचना का अधिकार (RTI) अधिनियम, 2005 के प्रभावी कार्यान्वयन के लिये सार्वजनिक उद्यमों के स्थायी सम्मेलन के 'प्रशंसा प्रमाणपत्र' (SCOPE's) से सम्मानित होकर एक महत्त्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है।
- यह पुरस्कार पारदर्शिता के प्रति NHPC की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डालता है।
- 1973 में स्थापित SCOPE सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों (PSE) के लिये शीर्ष निकाय है, जो अपनी परिचालन क्षमताओं और दक्षताओं को बढ़ाने के लिये नीतियों तथा रणनीतियों को लागू करके अपने सदस्य PSE में प्रतिस्पर्द्धात्मकता और उत्कृष्टता को बढ़ावा देने का प्रयास करता है।
- SCOPE सार्वजनिक उद्यम विभाग, वित्त मंत्रालय और अन्य राष्ट्रीय निकायों से निकटता से जुड़ा हुआ है, सार्वजनिक क्षेत्र के मुद्दों को संबोधित करने के लिये केंद्रीय सूचना आयोग (Central Information Commission- CIC) तथा केंद्रीय सतर्कता आयोग (Central Vigilance Commission- CVC) जैसे वैधानिक निकायों के साथ इंटरफेस सुनिश्चित करता है।
- अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर SCOPE अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (International Labour Organization- ILO) जैसे मंचों पर नियोक्ताओं के प्रतिनिधि के रूप में कार्य करता है; संयुक्त राष्ट्र (United Nations- UN) तथा आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (Organization for Economic Co-operation and Development- OECD)।
और पढ़ें… सूचना का अधिकार (RTI) अधिनियम, 2005
भारतीय भाषाओं में अध्ययन सामग्री
भारत सरकार ने सभी विद्यालयों तथा उच्च शिक्षण नियामकों और शैक्षणिक संस्थानों के प्रमुखों को अगले तीन वर्षों के भीतर भारतीय भाषाओं में प्रत्येक पाठ्यक्रम के लिये अध्ययन सामग्री डिजिटल रूप में उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।
- विद्यालय और उच्च शिक्षा के अंतर्गत सभी पाठ्यक्रमों के लिये अध्ययन सामग्री संविधान की 8वीं अनुसूची में सम्मिलित भारतीय भाषाओं में डिजिटल रूप से उपलब्ध कराई जाएगी।
- यह निर्णय हर स्तर पर शिक्षा में बहुभाषावाद को बढ़ावा देने के लिये राष्ट्रीय शिक्षा नीति (National Education Policy- NEP), 2020 की सिफारिशों के अनुरूप है।
- स्थानीय भाषाओं में सामग्री निर्माण से इस बहुभाषी संपत्ति को प्रोत्साहन मिलेगा तथा वर्ष 2047 तक हमारे देश को विकसित राष्ट्र बनाने के लिये 'विकसित भारत' में इसके बेहतर योगदान का मार्ग प्रशस्त होगा।
- सरकार विगत दो वर्षों से इस दिशा में कार्य कर रही है जिसमें अनुवादिनी कृत्रिम बुद्धिमत्ता-आधारित एप के माध्यम से विभिन्न शैक्षणिक सामग्रियों का अनुवाद किया जा रहा है।
- स्कूली शिक्षा इकोसिस्टम में भी दीक्षा (DIKSHA) पर 30 से अधिक भाषाओं सहित कई भारतीय भाषाओं में अध्ययन सामग्री उपलब्ध है।
- JEE, NEET और CUET जैसी प्रतियोगी परीक्षाएँ 13 भारतीय भाषाओं में आयोजित की जा रही हैं।
और पढ़ें…भारतीय शिक्षा में रूपांतरण
मध्यपाषाणिक गम से प्राचीन स्कैंडिनेवियाई आहार का खुलासा
एक हालिया अध्ययन स्कैंडिनेविया के पश्चिमी तट पर खोजे गए 10,000 वर्ष पुराने च्यूइंग गम से निकाले गए DNA के विश्लेषण पर आधारित है।
- पत्थर के औजारों के साथ चबाए गए राल की जाँच से मछली पकड़ने, शिकार एवं संसाधन जुटाने जैसी गतिविधियों का पता चलता है। पत्थर की सामग्री से मध्यपाषाण कालक्रम का भी संकेत प्राप्त होते हैं।
- निष्कर्षों से पता चलता है कि 9,700 वर्ष पहले इस क्षेत्र में रहने वाले लोग ज़्यादातर हिरण, ट्राउट और हेज़लनट्स खाते थे।
- मध्यपाषाण युग, पुरापाषाण युग और नवपाषाण युग के बीच का काल है। पाषाण युग के इस भाग की ठीक-ठीक शुरुआत अलग-अलग क्षेत्रों में भिन्न है।
- उन्होंने ने बड़े चिपके हुए पत्थर के स्टूल का उपयोग करने से लेकर छोटे चिपके हुए पत्थर के औजारों (माइक्रोलिथ) का उपयोग करना शुरू कर दिया था।
- मध्यपाषाणिक युग के दौरान कुत्तों को पालतू बनाया गया था।
वेमना जयंती
भारतीय प्रधानमंत्री ने 19 जनवरी, 2024 को वेमना जयंती के अवसर पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
- महायोगी वेमना, जिन्हें योगी वेमना के नाम से जाना जाता है, एक भारतीय दार्शनिक और तेलुगू भाषा के कवि थे।
- उनकी कविताएँ सरल भाषा और देशी मुहावरों के उपयोग के लिये जानी जाती हैं।
- इन कविताओं में योग, ज्ञान और नैतिकता के विषय पर चर्चा की गई है।
- उनकी कई कविताएँ विश्वदाभि राम विनुरा वेमा की हस्ताक्षर पंक्ति के साथ समाप्त होती हैं।