प्रारंभिक परीक्षा
दीपोर बील में पक्षी प्रजातियों की गणना
हाल ही में असम वन विभाग के गुवाहाटी वन्यजीव प्रभाग ने दीपोर बील वेटलैंड में फरवरी 2022 के बाद दूसरी, पक्षी प्रजातियों की गणना आयोजित की, यह असम में एकमात्र रामसर साइट है।
- दीपोर बील आर्द्रभूमि में पक्षियों की गणना में कुल मिलाकर 96 प्रजातियों के 26,747 पक्षी दर्ज किये गए। वर्ष 2022 में 66 प्रजातियों में 10,289 पक्षी दर्ज किये गए थे।
- पक्षियों की संख्या से प्रजातियों की विविधता और प्रजातियों की कुल संख्या में वृद्धि का पता चलता है।
दीपोर बील:
- परिचय:
- यह असम में मीठे पानी की सबसे बड़ी झीलों में से एक है और बर्ड लाइफ इंटरनेशनल द्वारा घोषित एक महत्त्वपूर्ण पक्षी क्षेत्र है।
- दीपोर बील को नवंबर 2002 में रामसर साइट के रूप में नामित किया गया है
- यह गुवाहाटी शहर, असम के दक्षिण-पश्चिम की ओर स्थित है तथा ब्रह्मपुत्र नदी का पूर्ववर्ती जल चैनल है।
- यह झील गर्मियों में 30 वर्ग किमी. तक फैल जाती है और सर्दियों में लगभग 10 वर्ग किमी. तक कम हो जाती है।
- असम वन विभाग दीपोर बील नामक उच्च आर्द्रभूमि के मध्य भाग में 4.1 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैले दीपोर बील वन्यजीव अभयारण्य का प्रबंधन करता है।
- महत्त्व:
- यह जलीय वनस्पतियों एवं पक्षियों के लिये एक अद्वितीय निवास स्थान है।
- गुवाहाटी शहर के लिये एकमात्र महत्त्वपूर्ण स्टॉर्म-वाटर भंडारण बेसिन होने के अलावा यह जैविक और पर्यावरणीय दृष्टिकोण से महत्त्वपूर्ण है।
- यह कई स्थानीय परिवारों के लिये आजीविका का साधन है।
- वर्ष 2021 में असम के मछुआरा समुदाय की छह युवा लड़कियों ने एक बायोडिग्रेडेबल और कम्पोस्टेबल योगा मैट विकसित किया है जिसे 'मूरन योगा मैट' कहा जाता है।
- हाथियों का झुंड कभी-कभी रानी आरक्षित वन से दीपोर बील तक आर्द्रभूमि में चरने के लिये आता हैं।
- चिंताएँ:
- दीपोर बील भी पश्चिम बोरागाँव में अपशिष्ट के ढेर के कारण दूषित हो गया है।
- इसका जल विषाक्त हो गया है और हाथियों द्वारा खाए जाने वाले कई जलीय पौधे विलुप्त हो गए हैं।
- इसके दक्षिणी रिम पर रेलवे ट्रैक के आकार में वृद्धि और विद्युतीकृत किया जाना है, कूड़े का ढेर, आवासीय एवं वाणिज्यिक संपत्तियों के इस क्षेत्र में अतिक्रमण ने दशकों से इसके लिये खतरा पैदा किया है।
असम में अन्य संरक्षित क्षेत्र:
- असम में 7 राष्ट्रीय उद्यान और 17 वन्यजीव अभयारण्य हैं।
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्नप्रश्न. निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिये: (2013) राष्ट्रीय उद्यान पार्क से बहने वाली नदी
उपर्युक्त युग्मों में से कौन-सा/से सही सुमेलित है/हैं? (a) केवल 1 और 2 उत्तर: (d) व्याख्या:
अत: विकल्प (d) सही है। |
स्रोत: द हिंदू
प्रारंभिक परीक्षा
वायनाड वन्यजीव अभयारण्य
मानव-वन्यजीव संघर्ष के हालिया मामले में एक स्थानीय व्यक्ति पर हाथी द्वारा हमला किया गया और हाथियों के झुंड ने वायनाड वन्यजीव अभयारण्य, केरल के पास केले के खेत को भी बर्बाद कर दिया।
- पिछले कुछ वर्षों में केरल में मानव-वन्यजीव संघर्ष एक गंभीर वन्यजीव प्रबंधन समस्या बन गई है। इस कारण आरक्षित वनों और अभयारण्यों के किनारे रहने वाले लोगों में अब असुरक्षा की भावना बढ़ रही है।
मानव-वन्यजीव संघर्ष:
- परिचय: जब वन्यजीवों की उपस्थिति या व्यवहार मानव के लिये निरंतर जोखिम पैदा करता है तथा इसका लोगों और/या वन्यजीवों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
- कारण: मानव आबादी का विस्तार, जानवरों के निवास स्थान में कमी, भूमि उपयोग परिवर्तन और संरक्षित क्षेत्रों में पशुधन की बढ़ती सघनता मानव-वन्यजीव संघर्ष के प्रमुख कारण माने जाते हैं।
वायनाड वन्यजीव अभयारण्य:
- वायनाड वन्यजीव अभयारण्य (WWS) नीलगिरि बायोस्फीयर रिज़र्व का एक अभिन्न अंग है। इसकी स्थापना 1973 में हुई थी।
- नीलगिरि बायोस्फीयर रिज़र्व जिसे यूनेस्को द्वारा भारत से नामित विश्व के पहले बायोस्फीयर रिज़र्व नेटवर्क (2012 में नामित) में शामिल किया गया था।
- रिज़र्व के भीतर अन्य वन्यजीव पार्क हैं: मुदुमलाई वन्यजीव अभयारण्य, बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान, नागरहोल राष्ट्रीय उद्यान, मुकुर्थी राष्ट्रीय उद्यान और मौन घाटी।
- 344.44 वर्ग किमी. में फैला वायनाड वन्यजीव अभयारण्य कर्नाटक के नागरहोल और बांदीपुर के बाघ अभयारण्य तथा तमिलनाडु के मुदुमलाई से सटा हुआ है।
- काबिनी नदी (कावेरी नदी की एक सहायक नदी) अभयारण्य से होकर बहती है।
- वन प्रकारों में दक्षिण भारतीय नम पर्णपाती वन, पश्चिमी तट अर्द्ध-सदाबहार वन और सागौन, नीलगिरि एवं ग्रेवेलिया के वृक्षारोपण शामिल हैं।
- हाथी, गौर, बाघ, पैंथर, सांभर, चित्तीदार हिरण, बार्किंग डियर, जंगली सूअर, स्लॉथ बियर, नीलगिरि लंगूर, बोनट मकॅाक, कॉमन लंगूर, जंगली कुत्ता, ऊदबिलाव, मालाबार विशाल गिलहरी आदि प्रमुख स्तनधारी हैं।
केरल में संरक्षित क्षेत्र:
हाथियों की संरक्षण स्थिति:
- प्रकृति के संरक्षण के लिये अंतर्राष्ट्रीय संघ (IUCN) संकटग्रस्त प्रजातियों की लाल सूची:
- अफ्रीकी वन हाथी- गंभीर रूप से संकटग्रस्त
- अफ्रीकी सवाना हाथी- लुप्तप्राय
- एशियाई हाथी- लुप्तप्राय
- प्रवासी प्रजातियों का सम्मेलन (CMS): परिशिष्ट
- वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972: अनुसूची I
UPSC सिविल सेवा परीक्षा विगत वर्षों के प्रश्नप्रश्न. भारतीय हाथियों के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: (2020)
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं? (a) केवल 1 और 2 उत्तर: (a) व्याख्या:
अतः विकल्प (a) सही है। प्रश्न: निम्नलिखित में से कौन-सा ‘संरक्षित क्षेत्र’ कावेरी बेसिन में स्थित है?
नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये: (a) केवल 1 और 2 उत्तर: (c) |
स्रोत: द हिंदू
प्रारंभिक परीक्षा
विश्व हिंदी दिवस
हिंदी भाषा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है।
- जबकि राष्ट्रीय हिंदी दिवस प्रतिवर्ष 14 सितंबर को मनाया जाता है, जो मुख्य रूप से भारत में हिंदी भाषा की मान्यता पर केंद्रित है।
विश्व हिंदी दिवस
- पृष्ठभूमि:
- 10 जनवरी, 1975 को नागपुर में आयोजित प्रथम विश्व हिंदी सम्मेलन की वर्षगाँठ मनाने के संदर्भ में पहली बार यह दिवस वर्ष 2006 में मनाया गया था।
- यह उस दिन को चिह्नित करता है जब वर्ष 1949 में संयुक्त राष्ट्र महासभा (United Nations' General Assembly- UNGA) में पहली बार हिंदी बोली गई थी। यह विश्व के विभिन्न हिस्सों में स्थित भारतीय दूतावासों द्वारा भी मनाया जाता है।
- वर्ष 2018 में मॉरीशस के पोर्ट लुइस में विश्व हिंदी सचिवालय (World Hindi Secretariat) भवन का उद्घाटन किया गया।
- 10 जनवरी, 1975 को नागपुर में आयोजित प्रथम विश्व हिंदी सम्मेलन की वर्षगाँठ मनाने के संदर्भ में पहली बार यह दिवस वर्ष 2006 में मनाया गया था।
- महत्त्व:
- इस दिवस का उद्देश्य भारतीय भाषा के बारे में जागरूकता पैदा करना और इसे विश्व भर में वैश्विक भाषा के रूप में प्रचारित करना है। इसे भारतीय भाषा के प्रयोग के बारे में जागरूकता फैलाने और हिंदी भाषा के उपयोग एवं प्रचार से संबद्ध मुद्दों के बारे में जागरूक करने के लिये भी प्रयुक्त किया जाता है।
- राष्ट्रीय हिंदी दिवस:
- वर्ष 1949 में भारत की संविधान सभा द्वारा आधिकारिक भाषा के रूप में हिंदी को अपनाए जाने वाले दिन को चिह्नित करने के लिये भारत में हर साल 14 सितंबर को राष्ट्रीय हिंदी दिवस मनाया जाता है।
- काका कालेलकर, मैथिली शरण गुप्त, हजारी प्रसाद द्विवेदी, सेठ गोविंददास ने हिन्दी को राजभाषा बनाए जाने के क्रम में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया।
- हिन्दी आठवीं अनुसूची की भाषा भी है।
- अनुच्छेद 351 'हिंदी भाषा के विकास के लिये निर्देश' से संबंधित है।
- वर्ष 1949 में भारत की संविधान सभा द्वारा आधिकारिक भाषा के रूप में हिंदी को अपनाए जाने वाले दिन को चिह्नित करने के लिये भारत में हर साल 14 सितंबर को राष्ट्रीय हिंदी दिवस मनाया जाता है।
- हिंदी के संवर्द्धन हेतु सरकार के प्रयास:
- वर्ष 1960 में भारत सरकार द्वारा शिक्षा मंत्रालय के अधीन केंद्रीय हिंदी निदेशालय की स्थापना की गई थी।
- भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (Indian Council for Cultural Relations- ICCR) ने विदेशों में विभिन्न विदेशी विश्वविद्यालयों/संस्थानों में 'हिंदी पीठ' (Hindi Chairs) की स्थापना की है।
- लीला-राजभाषा (Learn Indian Languages through Artificial Intelligence) हिंदी सीखने के लिये एक मल्टीमीडिया आधारित बुद्धिमान स्व-ट्यूटरिंग एप्लिकेशन है।
- ई-सरल हिंदी वाक्य कोष और ई-महाशब्दकोश मोबाइल ऐप, राजभाषा विभाग की दोनों पहलों का उद्देश्य हिंदी के विकास के लिये सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग करना है।
- राजभाषा गौरव पुरस्कार और राजभाषा कीर्ति पुरस्कार हिंदी में योगदान को मान्यता देते हैं।
हिंदी भाषा
- हिंदी भाषा को अपना नाम फारसी शब्द ‘हिंद’ से प्राप्त हुआ है, जिसका अर्थ है 'सिंधु नदी की भूमि'। 11वीं शताब्दी की शुरुआत में तुर्की के आक्रमणकारियों ने सिंधु नदी के आसपास के क्षेत्र की भाषा को हिंदी यानी 'सिंधु नदी की भूमि की भाषा' नाम दिया।
- यह भारत की राजभाषा है, अंग्रेजी दूसरी अन्य राजभाषा है।
- भारत के बाहर कुछ देशों में भी हिंदी बोली जाती है, जैसे मॉरीशस, फिजी, सूरीनाम, गुयाना, त्रिनिदाद और टोबैगो तथा नेपाल में।
- हिन्दी अपने वर्तमान स्वरूप में विभिन्न अवस्थाओं के माध्यम से उभरी है जिसके दौरान इसे अन्य नामों से जाना जाता था। पुरानी हिंदी का सबसे प्रारंभिक रूप अपभ्रंश (Apabhramsa) था। 400 ईस्वी में कालिदास ने अपभ्रंश में विक्रमोर्वशियम नामक एक रोमांटिक नाटक लिखा।
- आधुनिक देवनागरी लिपि 11वीं शताब्दी में अस्तित्त्व में आई।
स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस
विविध
Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 10 जनवरी, 2023
जय हिंद-नया प्रकाश और ध्वनि कार्यक्रम
केंद्रीय गृहमंत्री ने दिल्ली में 10 जनवरी, 2023 को लाल किले पर 'जय हिंद-नया प्रकाश और ध्वनि कार्यक्रम/लाइट एंड साउंड शो' का शुभारंभ किया। यह कार्यक्रम हिंदी और अंग्रेज़ी भाषा में है। लाल किले पर पाँच वर्षों के अंतराल के बाद प्रकाश और ध्वनि कार्यक्रम की शुरुआत हो रही है। यह पहले से आयोजित हो रहे प्रकाश और ध्वनि कार्यक्रम का नया रूप है, जिसमें 17वीं शताब्दी से अब तक भारत के इतिहास एवं बहादुरी की गाथाओं की नाट्य प्रस्तुति होगी। एक घंटे का यह कार्यक्रम तीन भागों में विभाजित है। इनमें मराठों के उदय, 1857 का स्वतंत्रता संग्राम, आज़ाद हिंद फौज के उद्भव और उसके मुकद्दमों सहित आज़ादी की लड़ाई से जुड़े भारतीय इतिहास के प्रमुख घटनाक्रमों को दिखाया जाएगा। साथ ही विगत 75 वर्षों में देश के निरंतर विकास को भी कला के विभिन्न रूपों का उपयोग करते हुए प्रस्तुत किया जाएगा। इसमें प्रोज़ेक्शन मैपिंग, जीवंत गतिविधियों वाली फिल्में, प्रकाश और ध्वनि, अभिनेता, अभिनेत्रियों, नर्तकों तथा कठपुतलियों के कार्यक्रम होंगे। आज़ादी का अमृत महोत्सव के एक भाग के रूप में भारतीय पुरातत्त्व संरक्षण ने यहाँ पहले ही चार संग्रहालय खोले हैं एवं अब नए प्रकाश और ध्वनि कार्यक्रम को इसमें जोड़ा गया है, जिससे लाल किला देखने आने वाले लोगों में देश भक्ति की भावना और मज़बूत होगी।
खेलो इंडिया अभियान के तहत नए केंद्र
केंद्रीय खेल और युवा मामले के मंत्री ने खेलो इंडिया अभियान के तहत देश भर में 1000 केंद्र खोले जाने की घोषणा की है। इनमें से 750 केंद्र पहले ही खोले जा चुके हैं और शेष 250 इस वर्ष अगस्त तक खोले जाएंगे। राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में इंडोर स्टेडियम के शिलान्यास समारोह के दौरान बताया गया की वर्ष 2017 से 2021 के बीच सरकार ने खेलो इंडिया अभियान पर 2,600 करोड़ रुपए खर्च किये हैं और आगामी वर्षों के लिये 3,400 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की गई है। ओलंपिक और अंतर्राष्ट्रीय खेलों के लिये खिलाड़ियों को तैयार करने हेतु केंद्र सरकार लक्षित पोडियम योजना के तहत खिलाड़ियों को प्रोत्साहित कर रही है। इस अभियान के तहत तीन हज़ार से अधिक खिलाड़ियों को तैयार किया जा रहा है जिसमें प्रत्येक खिलाड़ी के प्रशिक्षण पर छह लाख रुपए से अधिक का खर्च किया जाता है। इस अभियान के माध्यम से देश के पूर्व खिलाड़ियों को भी रोज़गार के अवसर प्रदान किये जा रहे हैं।
उत्तर प्रदेश ग्लोबल सिटी
‘उत्तर प्रदेश सरकार’ ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट और G-20 समिट से पहले 100 दिन का “उत्तर प्रदेश ग्लोबल सिटी” अभियान शुरू किया है। इस अभियान का उद्देश्य राज्य में शहरी क्षेत्रों को वैश्विक मानकों के अनुरूप विकसित करना है, जिसमें शहरी सुविधाओं में सुधार, वायु गुणवत्ता, स्वच्छता और सौंदर्यीकरण के साथ-साथ उचित कचरा निपटान पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। राज्य के सभी 762 नगरीय निकायों में 100 दिवसीय 'उत्तर प्रदेश ग्लोबल सिटी' अभियान शुरू किया गया है। इस वैश्विक आयोजन में सरकार 'ब्रांड यूपी' पेश करेगी। प्रदेश के आगरा, वाराणसी, ग्रेटर नोएडा और लखनऊ ज़िलों में कई कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे। 'उत्तर प्रदेश ग्लोबल सिटी' के अलावा उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चलाए जा रहे इसी तरह के अन्य अभियान स्वच्छ ढाबा अभियान, स्वच्छ विरासत अभियान आदि हैं।
अल्ज़ाइमर रोग हेतु दवा
संयुक्त राज्य अमेरिका फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (USFDA) ने अल्ज़ाइमर की दवा- लेकानेमैब (Lecanemab) (लेकेंबी के रूप में बाज़ार में विपणन) को फास्ट-ट्रैक स्वीकृति प्रदान की है। अपने शुरुआती परीक्षणों में इसने सामान्य मामलों में मस्तिष्क में एमिलॉयड बीटा प्रोटीन जमाव में कमी दिखाई है। अल्ज़ाइमर रोग एक तंत्रिका संबंधी विकार है जिसके कारण मस्तिष्क कोशिकाएँ क्षतिग्रस्त और नष्ट हो जाती हैं जिसके परिणामस्वरूप स्मृति में कमी, बोलने/लिखने की समस्याएँ, खराब निर्णय, मनोदशा तथा व्यक्तित्व में परिवर्तन, समय या स्थान के साथ भ्रम आदि होता है। यह बुज़ुर्ग लोगों में मनोभ्रंश/डिमेंशिया का प्रमुख कारण है।
और पढ़ें.. अल्ज़ाइमर रोग
वर्ष 2022 में भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में 70 बिलियन अमेरिकी डॉलर की गिरावट
बढ़ती ब्याज दरों और मुद्रास्फीति के कारण लगातार तीन वर्षों तक वृद्धि के बाद वर्ष 2022 में भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में 70 बिलियन डॉलर की गिरावट हुई है। यह गिरावट अमेरिकी डॉलर (जो कि भारत में भंडार के रूप में है) के मुकाबले मुख्य रूप से (कुल नुकसान का लगभग 55-60%) अन्य विदेशी मुद्राओं (€, £, ¥) के मूल्यांकन ह्रास के लिये ज़िम्मेदार माना जा सकता है। एक अन्य प्रमुख कारण FPI निकासी है। नतीजतन, भारत अब अपने भंडार (2021-22 में 13 से 2022-23 में 9.2 तक) का उपयोग कर कई महीनों के आयात को कवर नहीं कर सकता है। विदेशी मुद्रा भंडार रखने से भुगतान संतुलन संकट की संभावना कम हो जाती है और अव्यवस्थित बाज़ार के संदर्भ में आर्थिक एवं वित्तीय स्थिरता को बनाए रखने में मदद मिलती है। भारत के विदेशी मुद्रा भंडार के अंतर्गत- विदेशी मुद्रा संपत्तियाँ, स्वर्ण भंडार, विशेष आहरण अधिकार, IMF में आरक्षित स्थिति है।
और पढ़ें… - विदेशी मुद्रा भंडार
युवा पेशेवर योजना
17वें प्रवासी भारतीय दिवस पर भारत और यूनाइटेड किंगडम ने युवा पेशेवर योजना (YPS) शुरू करने का फैसला किया है, जिसके तहत उनके 3,000 डिग्रीधारक नागरिकों (18-30 वर्ष की आयु) को एक-दूसरे के देशों में रहने और कार्य करने हेतु 2 साल की अवधि के लिये अनुमति दी जाएगी। YPS की कल्पना भारत-यू.के. साझेदारी के रूप में की गई थी। प्रवासन और गतिशीलता समझौता ज्ञापन (2021 में हस्ताक्षरित) की प्रारंभिक अवधि 3 वर्ष होगी तथा इसके मार्च 2023 तक लॉन्च होने की उम्मीद है।
किलाऊआ ज्वालामुखी में पुनः विस्फोट
हाल ही में हवाई के किलाऊआ ज्वालामुखी में थोड़े समय के विराम के बाद पुनः विस्फोट हुआ। ज्वालामुखी के क्रेटर में विस्फोट जनवरी 2022 में शुरू हुआ था।
यूएस जियोलॉजिकल सर्विस (USGS) ने स्थानीय लोगों को सल्फर डाइऑक्साइड युक्त खतरनाक ज्वालामुखी धुएँ, पेले के बाल (प्रवाहित लावा के छोटे-छोटे टुकड़े) (पेले अग्नि एवं ज्वालामुखियों की हवाई देवी हैं) और अन्य ज्वालामुखी कणों के बारे में चेतावनी दी है।
किलाऊआ ग्रह पर सबसे सक्रिय ज्वालामुखियों में से एक है जिसमें आखिरी बार सितंबर 2021 में विस्फोट हुआ था और 16 माह तक जारी रहा। वर्ष 2018 में विस्फोट ने 700 घरों को नष्ट कर दिया तथा लावा खेतों और समुद्र तक फैल गया।
नवंबर-दिसंबर 2022 में हवाई के मौना लोआ में भी 38 वर्षों में पहली बार विस्फोट हुआ। ज्वालामुखी विस्फोटों का मूल हवाईवासियों के लिये महत्त्वपूर्ण सांस्कृतिक और आध्यात्मिक अर्थ है।
और पढ़ें.. किलाऊआ ज्वालामुखी, मौना लोआ ज्वालामुखी