प्रारंभिक परीक्षा
मुदुमलाई टाइगर रिज़र्व
- 02 Nov 2022
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वन विभाग सेना स्पेक्टाबिलिस जैसी आक्रामक प्रजातियों के प्रसार से निपटने के लिये व्यापक रणनीति अपना रहा है, जो नीलगिरी पहाड़ी ज़िले में मुदुमलाई टाइगर रिज़र्व (MTR) के बफर ज़ोन में तेज़ी से फैल रहा है।
- सेना स्पेक्टाबिलिस और लैंटाना कमारा जैसे आक्रामक खरपतवार नीलगिरि के विशाल क्षेत्रों पर फैल गए हैं।
- आक्रामक खरपतवार का स्थानीय जैवविविधता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, इससे स्थानीय प्रजातियों की भीड़ और वन्यजीवों के लिये भोजन की उपलब्धता सीमित हो जाती है।
मुदुमलाई टाइगर रिज़र्व
- परिचय:
- तीन राज्यों कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु के त्रि-जंक्शन पर यह तमिलनाडु के नीलगिरि ज़िले में स्थित है।
- इसके पश्चिम मेंं वायनाड वन्यजीव अभयारण्य (केरल), उत्तर में बांदीपुर टाइगर रिज़र्व (कर्नाटक) के साथ एक आम सीमा है, जो बाघ और एशियाई हाथी जैसी प्रमुख प्रजातियों के लिये एक बड़े संरक्षण परिदृश्य का निर्माण करता है।
- मुदुमलाई बाघ अभयारण्य उन 14 भारतीय बाघ अभयारण्यों में से एक है जिन्हें लक्षित प्रजातियों के प्रभावी प्रबंधन के लिये संरक्षण आश्वासन/बाघ मानक का दर्जा दिया गया था।
- मुदुमलाई की जलवायु समशीतोष्ण है। यह दिसंबर के महीने या जनवरी की शुरुआत के दौरान ठंडे मौसम का अनुभव करती है और मार्च एवं अप्रैल के महीनों में गर्म मौसम रहता है।
- महत्त्वपूर्ण वनस्पति और जीव:
- इसमें लंबी घास उगती है, जिसे आमतौर पर "एलीफैंट ग्रास" कहा जाता है, साथ ही विशाल किस्म के बांस, सागवान, शीशम आदि मूल्यवान लकड़ियों की प्रजातियाँ पाई जाती है।
- इसमें स्थानिक वनस्पतियों की कई प्रजातियाँ हैं। इन प्राकृतिक आवासों में विभिन्न प्रकार के जानवर रहते हैं जिनमें बाघ, हाथी, भारतीय गौर, पैंथर, सांभर, चित्तीदार हिरण, भौंकने वाला हिरण, माउस हिरण, लंगूर, मालाबार विशालकाय गिलहरी, जंगली कुत्ता, नेवला, जंगली बिल्ली, लकड़बग्घा शामिल हैं।
- इस रिज़र्व में पक्षियों की 260 से अधिक प्रजातियाँ पाई जाती हैं।
- भारत में पाई जाने वाली पक्षियों की 8% प्रजातियाँ मुदुमलाई में हैं।
तमिलनाडु में अन्य टाइगर रिज़र्व:
- अनामलाई:
- विषय:
- अनामलाई पहाड़ियों को काट कर बनाया गया यह टाइगर रिज़र्व पश्चिमी घाट के अंतर्गत है, जो अपने आप में 25 वैश्विक जैवविविधता हॉटस्पॉट में से एक है।
- इस रिज़र्व में उष्णकटिबंधीय वन, शोला जंगलों, बाँस के पेड़ों और विशाल घास के मैदानों सहित विविध आवास शामिल हैं।
- वनस्पति और जीव:
- बाघ के अलावा यहाँ पाए जाने वाले कुछ प्रमुख जानवरों में गौर, स्लोथ बियर, हाथी, पैंगोलिन, हिरण और पक्षियों की 350 से अधिक प्रजातियाँ शामिल हैं। यहाँ अमरावती बाँध जलाशय में मगरमच्छों को देखा जा सकता है।
- विषय:
- कलक्कड़ - मुंडनथुराई:
- परिचय:
- इसे लोकप्रिय रूप से KMTR के रूप में जाना जाता है, यह रिज़र्व वर्ष 1988 में मौजूदा और निकटवर्ती कालक्कड़ एवं मुंडनथुराई वन्यजीव अभयारण्यों को मिलाकर बनाया गया था।
- कलक्कड़ - मुंडनथुराई को तमिलनाडु में पहला टाइगर रिज़र्व घोषित किया गया था। यह पश्चिमी घाट के दक्षिणी भाग में है और इसमें आर्द्र सदाबहार वन हैं; यह 14 नदियों का जलग्रहण क्षेत्र है।
- यह अगस्त्यमाला बायोस्फीयर रिज़र्व का भी हिस्सा है।
- अगस्त्यमाला बायोस्फीयर रिज़र्व को अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (IUCN) द्वारा भारत में पौधों की विविधता और स्थानिकता के पाँच केंद्रों में से एक के रुप में संदर्भित किया गया है।
- वनस्पति और जीव:
- बाघों के अलावा यहाँ पर सांभर, चित्तीदार हिरण, हाथी, तेंदुआ, जंगली कुत्ते के साथ बड़ी संख्या में पक्षी प्रजातियाँ, सरीसृप आदि हैं।
- परिचय:
- सत्यमंगलम:
- परिचय:
- वर्ष 2013 से एक बाघ अभयारण्य के रुप में यह नीलगिीरि के माध्यम से पूर्वी और पश्चिमी घाटों के बीच एक महत्त्वपूर्ण गलियारा बनाता है।।
- वर्ष 2019 की जनगणना के अनुसार इसमें 83 बाघों और 111 तेंदुओं को चिह्नित किया गया।
- परिचय:
- श्रीविल्लीपुथुर-मेगामलाई:
- परिचय:
- राज्य में नवीनतम टाइगर रिजर्व, श्रीविल्लीपुथुर-मेगामलाई टाइगर रिज़र्व (SMTR) का गठन फरवरी 2021 में मेगामलाई और श्रीविल्लीपुथुर वन्यजीव अभयारण्यों को मिलाकर किया गया था। यह पश्चिमी घाट क्षेत्र में स्थित है।
- SMTR भी कलक्कड़ मुंडनथुराई रिज़र्व से सटा हुआ है।
- वनस्पति और जीव:
- इस क्षेत्र में उष्णकटिबंधीय सदाबहार और अर्द्ध-सदाबहार वन, शुष्क पर्णपाती एवं नम मिश्रित पर्णपाती वन तथा घास के मैदान पाए जाते है।
- परिचय:
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा विगत वर्ष के प्रश्नप्रश्न. निम्नलिखित में से कौन-से अगस्त्यमाला जीवमंडल रिज़र्व में आते हैं? (a) नेय्यर, पेप्पारा एवं शेंदुर्ने वन्यजीव अभयारण्य और कलाकड़ मुंडनथुराई टाइगर रिज़र्व उत्तर: (a) |