प्रारंभिक परीक्षा
प्रिलिम्स फैक्ट्स: 06 सितंबर, 2021
ईट राइट स्टेशन सर्टिफिकेशन
Eat Right Station Certification
हाल ही में भारतीय रेलवे के चंडीगढ़ स्टेशन को यात्रियों को उच्च गुणवत्ता वाला पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने के लिये 5-स्टार 'ईट राइट स्टेशन' प्रमाणपत्र से सम्मानित किया गया है। चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन यह प्रमाणपत्र प्राप्त करने वाला देश का पाँचवां स्टेशन बन गया है।
- यह प्रमाणपत्र पाने वाले अन्य चार रेलवे स्टेशन हैं- आनंद विहार टर्मिनल रेलवे स्टेशन (दिल्ली), छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (मुंबई), मुंबई सेंट्रल रेलवे स्टेशन (मुंबई) और वडोदरा रेलवे स्टेशन। यह प्रमाणीकरण ‘ईट राइट इंडिया’ मूवमेंट का हिस्सा है।
प्रमुख बिंदु
- परिचय:
- भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) द्वारा 'ईट राइट स्टेशन' प्रमाणीकरण उन रेलवे स्टेशनों को प्रदान किया जाता है जो यात्रियों को सुरक्षित और पौष्टिक भोजन प्रदान करने में मानक (खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम, 2006 के अनुसार) स्थापित करते हैं।
- FSSAI खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम, 2006 (FSS अधिनियम) के तहत स्थापित एक स्वायत्त वैधानिक निकाय है।
- रेलवे स्टेशन को 1 से 5 तक की रेटिंग वाली FSSAI पैनल की तृतीय-पक्ष ऑडिट एजेंसी के निष्कर्ष पर उक्त प्रमाण पत्र से सम्मानित किया किया जाता है।
- 5-स्टार रेटिंग यात्रियों के लिये सुरक्षित और स्वच्छ भोजन सुनिश्चित करने के बारे में स्टेशनों द्वारा किये गए अनुकरणीय प्रयासों को दर्शाती है।
- भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) द्वारा 'ईट राइट स्टेशन' प्रमाणीकरण उन रेलवे स्टेशनों को प्रदान किया जाता है जो यात्रियों को सुरक्षित और पौष्टिक भोजन प्रदान करने में मानक (खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम, 2006 के अनुसार) स्थापित करते हैं।
- ईट राइट मूवमेंट
- यह सभी भारतीयों हेतु सुरक्षित, स्वस्थ और टिकाऊ भोजन सुनिश्चित कर देश की खाद्य प्रणाली को बदलने के लिये भारत और FSSAI की एक पहल है। इसकी टैगलाइन है 'सही भोजन बेहतर जीवन'।
- ईट राइट इंडिया, राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति 2017 से जुड़ा हुआ है, जिसमें आयुष्मान भारत, पोषण अभियान, एनीमिया मुक्त भारत और स्वच्छ भारत मिशन जैसे प्रमुख कार्यक्रमों पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
- यह खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिये नियामक, क्षमता निर्माण, सहयोगात्मक और सशक्तीकरण दृष्टिकोण के विवेकपूर्ण संयोजन को अपनाता है।
- संबंधित पहल:
- राज्य खाद्य सुरक्षा सूचकांक:
- FSSAI ने खाद्य सुरक्षा के पाँच मापदंडों पर राज्यों के प्रदर्शन को मापने के लिये राज्य खाद्य सुरक्षा सूचकांक (SFSI) विकसित किया है।
- ईट राइट अवार्ड्स:
- FSSAI ने नागरिकों को सुरक्षित और स्वस्थ भोजन विकल्प चुनने तथा खाद्यान्न कंपनियों तथा व्यक्तियों के योगदान को मान्यता देने हेतु 'ईट राइट अवार्ड्स' की स्थापना की है, जो नागरिकों के बेहतर स्वास्थ्य और कल्याण में मदद करेगा।
- ईट राइट मेला:
- FSSAI द्वारा आयोजित यह मेला नागरिकों को सही खान-पान हेतु प्रेरित करने के लिये एक आउटरीच गतिविधि है।
- राज्य खाद्य सुरक्षा सूचकांक:
वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2022: टीएचई
World University Rankings 2022: THE
हाल ही में टाइम्स हायर एजुकेशन (THE) द्वारा वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2022 संस्करण जारी किया गया है।
- टाइम्स हायर एजुकेशन जिसे पहले टाइम्स हायर एजुकेशन सप्लीमेंट (THES) के नाम से जाना जाता था, एक पत्रिका है जो विशेष रूप से उच्च शिक्षा से संबंधित खबरों और मुद्दों पर रिपोर्टिंग करती है।
- इससे पहले क्वाक्वेरेली साइमंड्स (QS) ने क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2022 जारी की थी।
प्रमुख बिंदु
- वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग के बारे में:
- यह रैंकिंग यूनिवर्सिटी/विश्वविद्यालय गतिविधि के चार मुख्य क्षेत्रों को कवर करती है जिनमें शिक्षण, अनुसंधान, ज्ञान हस्तांतरण और अंतर्राष्ट्रीय दृष्टिकोण शामिल हैं टाइम्स हायर एजुकेशन वर्ष 2004 से यह डेटा जारी कर रहा है।
- भारत की रैंकिंग:
- टाइम्स हायर एजुकेशन (THE) द्वारा जारी वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2022 में विश्व की शीर्ष 1,000 यूनिवर्सिटीज़ में भारत की 35 यूनिवर्सिटीज़ शामिल हैं , जो रैंकिंग में अब तक का दूसरा सबसे बड़ा विश्वविद्यालयों का समूह है। पिछले साल इसमें 36 यूनिवर्सिटीज़ शामिल थीं।
- भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc) शीर्ष प्रदर्शन करने वाला संस्थान था, उसके बाद IIT रोपड़ और JSS अकादमी ऑफ हायर एजुकेशन एंड रिसर्च रहे हैं।
- वैश्विक रैंकिंग:
- विश्व स्तर पर ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी लगातार छठे वर्ष रैंकिंग में सबसे ऊपर रही है, जबकि चीन (मुख्य भूमि) की सिंघुआ यूनिवर्सिटी वर्तमान पद्धति (2011 में लॉन्च) के तहत शीर्ष 20 में प्रवेश करने वाला पहला एशियाई विश्वविद्यालय बन गया है।
- देशों के हिसाब से देखा जाए तो कुल मिलाकर रैंकिंग में अमेरिका के सर्वाधिक 183 संस्थान शामिल हैं।
- संबंधित भारतीय पहल:
- उत्कृष्ट संस्थान (IoE) योजना
- 20 संस्थानों (सार्वजनिक क्षेत्र से 10 और निजी क्षेत्र से 10) की स्थापना या उन्नयन हेतु नियामक वास्तुकला प्रदान करने के लिये विश्व स्तरीय शिक्षण और अनुसंधान संस्थान जिन्हें 'उत्कृष्ट संस्थान' (Institutions of Eminence) कहा जाता है।
- राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020:
- इसका उद्देश्य भारतीय शिक्षा प्रणाली में स्कूल से लेकर कॉलेज स्तर तक बदलाव लाना और भारत को वैश्विक ज्ञान महाशक्ति बनाना है।
- अनुसंधान नवाचार और प्रौद्योगिकी को प्रभावित करना (IMPRINT):
- एक नई इंजीनियरिंग शिक्षा नीति का निर्माण करने और प्रमुख इंजीनियरिंग तथा प्रौद्योगिकी चुनौतियों को हल करने के लिये अनुसंधान हेतु रोडमैप विकसित करने के लिये पैन-आईआईटी (Pan-IIT) व आईआईएससी (IISc) की अपनी तरह की पहली संयुक्त पहल।
- उच्चतर आविष्कार योजना (UAY):
- प्रमुख तकनीकी संस्थानों में छात्रों और संकाय में नवीन विचारों को बढ़ावा देने हेतु।
- उत्कृष्ट संस्थान (IoE) योजना
सिम्बेक्स 2021
SIMBEX 2021
हाल ही में भारत और सिंगापुर के मध्य सिंगापुर-भारत द्विपक्षीय समुद्री अभ्यास (Singapore-India Maritime Bilateral Exercise- SIMBEX) का 28वाँ संस्करण पूर्ण हुआ है।
प्रमुख बिंदु
- SIMBEX:
- वर्ष 1994 में शुरू किया गया, SIMBEX किसी भी विदेशी नौसेना के साथ भारतीय नौसेना का सबसे लंबा निर्बाध द्विपक्षीय समुद्री अभ्यास है।
- SIMBEX का 28वाँ संस्करण दक्षिण चीन सागर के दक्षिणी किनारे पर एक विशाल नौसैनिक युद्ध अभ्यास था, जो रणनीतिक रूप से महत्त्वपूर्ण क्षेत्र में हितों की बढ़ती समानता को दर्शाता है।
- अन्य रक्षा सहयोग:
- दोनों नौसेनाओं का एक-दूसरे के समुद्री सूचना संलयन केंद्रों में प्रतिनिधित्व है और हाल ही में आपसी पनडुब्बी बचाव सहायता एवं समन्वय पर एक समझौते पर हस्ताक्षर किये हैं।
- सिंगापुर हिंद महासागर नौसेना संगोष्ठी (IONS) और भारतीय नौसेना द्वारा आयोजित बहुपक्षीय अभ्यास मिलन में भाग लेता है।
- हिंद महासागर रिम एसोसिएशन (IORA) की सिंगापुर की सदस्यता और ADMM+ (आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक- प्लस) की भारत की सदस्यता दोनों देशों को पारस्परिक चिंता के क्षेत्रीय मुद्दों पर स्थिति समन्वय हेतु एक मंच प्रदान करती है।
- अन्य अभ्यास:
- बोल्ड कुरुक्षेत्र (थल सेना)
- संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण (वायु सेना)
- त्रिपक्षीय समुद्री अभ्यास SIMTEX (थाईलैंड के साथ)।
नोट:
- सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट से संबंधित रिपोर्ट 'हेनले पासपोर्ट इंडेक्स 2021' में सिंगापुर को दूसरा स्थान दिया गया है।
- सिंगापुर के नाम पर पहली संयुक्त राष्ट्र संधि- इंटरनेशनल सेटलमेंट अग्रीमेंट्स रिजल्टिंग फ्रॉम मीडियेशन (या, सिंगापुर कन्वेंशन ऑन मीडियेशन) हाल ही में लागू हुई है।
- हाल ही में सिंगापुर के हॉकर कल्चर को मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की यूनेस्को प्रतिनिधि सूची में शामिल किया गया था।
विविध
Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 06 सितंबर, 2021
वी.ओ. चिदंबरम पिल्लई
05 सितंबर, 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता सेनानी ‘वी.ओ. चिदंबरम पिल्लई’ को उनकी 150वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की। 5 सितंबर, 1872 को तमिलनाडु में जन्मे ‘वी.ओ. चिदंबरम पिल्लई’ तमिलनाडु में स्वतंत्रता आंदोलन के प्रतीक हैं और उन्हें राष्ट्र के लिये उनके बलिदान हेतु याद किया जाता है। ‘वी.ओ. चिदंबरम’ ने तमिलनाडु में काम कर रहे ट्रेड यूनियनों को एक मज़बूत नेतृत्व प्रदान किया और भारत की आजादी के लिये अंग्रेज़ों से भी लड़ाई लड़ी। इसके अलावा उन्हें तूतीकोरिन और कोलंबो के बीच पहली स्वदेशी शिपिंग सेवा स्थापित करने का भी श्रेय दिया जाता है। वी.ओ. चिदंबरम के विद्रोही रवैये और ब्रिटिश सरकार के खिलाफ उनकी कार्रवाई को देखते हुए अंग्रेज़ों ने उनकी ‘बैरिस्टर’ की उपाधि छीन ली थी। वी.ओ. चिदंबरम ने वर्ष 1905 में भारतीय राष्ट्रीय काॅन्ग्रेस का सदस्य बनकर सक्रिय राजनीति में प्रवेश किया था। काॅन्ग्रेस में शामिल होने के बाद वी.ओ. चिदंबरम भारत की स्वतंत्रता के सपने को साकार करने में लग गए। उनका एक महत्त्वपूर्ण लक्ष्य सीलोन के तटों पर ब्रिटिश शिपिंग के एकाधिकार को समाप्त करना था। इस उद्देश्य की प्राप्ति हेतु स्वतंत्रता सेनानी रामकृष्णानंद से प्रेरित होकर उन्होंने 12 नवंबर, 1906 को स्वदेशी स्टीम नेविगेशन कंपनी की स्थापना की। 18 नवंबर, 1936 को भारतीय राष्ट्रीय काॅन्ग्रेस के तूतीकोरिन क्षेत्रीय कार्यालय में वी.ओ. चिदंबरम पिल्लई की मृत्यु हो गई।
शिक्षक दिवस
राष्ट्र के निर्माण में शिक्षकों की महत्त्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करने के उद्देश्य से प्रत्येक वर्ष भारत में 5 सितंबर को शिक्षक दिवस का आयोजन किया जाता है। भारत में शिक्षक दिवस का आयोजन भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति, दूसरे राष्ट्रपति और शिक्षाविद् डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती के उपलक्ष्य में किया जाता है। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म 5 सितंबर, 1888 को तमिलनाडु के तिरुट्टनी में हुआ था और वर्ष 1962 में वे भारत के राष्ट्रपति बने थे तथा वर्ष 1967 तक इस पद पर रहे थे। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को शिक्षक होने के साथ-साथ एक प्रसिद्ध दार्शनिक और राजनेता के रूप में भी जाना जाता है। उल्लेखनीय है कि डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को साहित्य में नोबेल पुरस्कार के लिये कुल 16 बार और नोबेल शांति पुरस्कार के लिये कुल 11 बार नामांकित किया गया था। 16 अप्रैल, 1975 को चेन्नई में उनकी मृत्यु हो गई। शिक्षक दिवस के अवसर पर विद्यार्थी अपने-अपने तरीके से शिक्षकों के प्रति आदर और सम्मान प्रकट करते हैं। ध्यातव्य है कि विश्व शिक्षक दिवस प्रत्येक वर्ष 5 अक्तूबर को मनाया जाता है। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को 20वीं सदी के महानतम विचारकों में से एक होने के साथ-साथ भारतीय समाज में पश्चिमी दर्शन को प्रस्तुत करने के लिये भी याद किया जाता है।
पावरग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया
‘पावरग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड’ को प्रतिष्ठित ‘एसोसिएशन फॉर टैलेंट डेवलपमेंट’ (ATD) 2021 बेस्ट अवार्ड’ से सम्मानित किया गया है। इसने दुनिया भर के 71 संगठनों में 8वाँ स्थान हासिल किया है। साथ ही इस पुरस्कार को पाने वाला यह एकमात्र सार्वजनिक उपक्रम बन गया है और यह शीर्ष 20 कंपनियों में शामिल भारत की केवल दो कंपनियों में से एक है। ‘एसोसिएशन फॉर टैलेंट डेवलपमेंट’ दुनिया की सबसे बड़ी एसोसिएशन है, जो संगठनों में प्रतिभा विकसित करने हेतु समर्पित है। इसके द्वारा प्रस्तुत अवार्ड को कौशल विकास उद्योग में सबसे प्रतिष्ठित सम्मान माना जाता है। एक वैश्विक कार्यक्रम के तौर पर यह उन संगठनों पर केंद्रित है, जो प्रतिभा विकास के माध्यम से प्रतिष्ठान की सफलता को प्रदर्शित करते हैं। पावरग्रिड को यह अंतर्राष्ट्रीय सम्मान प्रतिभा विकास विधियों और कार्यक्रमों के पोषण में उसके अथक प्रयासों के लिये मिला है। ‘पावरग्रिड’ संगठन में प्रतिभा विकास पहल का संचालन ‘पावरग्रिड एकेडमी ऑफ लीडरशिप’ (PAL) द्वारा किया जा रहा है। ज्ञात हो कि ‘पावरग्रिड’ विद्युत मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण में एक पब्लिक लिमिटेड कंपनी है। यह देश की सबसे बड़ी बिजली ट्रांसमिशन कंपनी है। इसने अपना व्यावसायिक संचालन वर्ष 1992-93 में शुरू किया था और वर्तमान में यह एक महारत्न कंपनी है।
न्यू डेवलपमेंट बैंक का विस्तार
ब्रिक्स देशों के समूह द्वारा स्थापित ‘न्यू डेवलपमेंट बैंक’ (NDB) ने अपने विस्तार अभियान के हिस्से के तौर पर संयुक्त अरब अमीरात, उरुग्वे और बांग्लादेश को नए सदस्यों के रूप में शामिल कर लिया है। यह वर्ष 2014 में ब्राज़ील के ‘फोर्टालेज़ा’ में आयोजित छठे ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में ब्रिक्स देशों द्वारा संयुक्त रूप से स्थापित एक बहुपक्षीय विकास बैंक है। इसका गठन ब्रिक्स (ब्राज़ील, रूस, भारत, चीन एवं दक्षिण अफ्रीका) और अन्य उभरती अर्थव्यवस्थाओं में नवाचार एवं अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी के माध्यम से तीव्र विकास के लिये बुनियादी अवसंरचना व सतत् विकास प्रयासों का समर्थन करने हेतु किया गया था। इसका मुख्यालय शंघाई (चीन) में स्थित है। वर्ष 2018 में ‘न्यू डेवलपमेंट बैंक’ ने संयुक्त राष्ट्र के साथ सक्रिय और उपयोगी सहयोग के लिये एक मज़बूत आधार स्थापित करते हुए संयुक्त राष्ट्र महासभा में पर्यवेक्षक का दर्जा प्राप्त किया था।