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यूनेस्को की मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत सूची

  • 19 Dec 2020
  • 7 min read

चर्चा में क्यों?

हाल ही में यूनेस्को (UNESCO) ने अंतर-सरकारी समिति के 15वें सत्र में  मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की प्रतिनिधि सूची में सिंगापुर के हॉकर संस्कृति (Hawker Culture) को शामिल किया है।

प्रमुख बिंदु

सिंगापुर में हॉकर संस्कृति: 

  • सिंगापुर में हॉकर एक जीवंत संस्कृति (Living Heritage) है जो स्ट्रीट फूड तैयार करने वालों, सामुदायिक भोजन कक्ष में भोजन करने और मिलने वाले लोगों की वजह से विकसित हुई है। 
  • यह सिंगापुर की बहुसांस्कृतिक पहचान (Multicultural Identity) को एक व्यक्ति और एक राष्ट्र के रूप में दर्शाती है तथा सभी जातियों व सामाजिक स्तरों से परे सिंगापुर की यह पहचान दृढ़ता के साथ प्रदर्शित होती है।

यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत सूची:

  • यह प्रतिष्ठित सूची उन अमूर्त विरासतों से मिलकर बनी है जो सांस्कृतिक विरासत की विविधता को प्रदर्शित करने और इसके महत्त्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने में मदद करते हैं।
  • यह सूची 2008 में अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की सुरक्षा पर कन्वेंशन के समय स्थापित की गई थी।

यूनेस्को द्वारा मान्यता प्राप्त भारत की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत:

  • संस्कृति मंत्रालय (Ministry of Culture) ने भी भारत  की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की राष्ट्रीय सूची (National List of Intangible Cultural Heritage) का मसौदा लॉन्च किया है।
    • राष्ट्रीय ICH सूची भारतीय अमूर्त विरासत में मौजूद सांस्कृतिक विविधता को पहचानने का एक प्रयास है।
    • यह पहल संस्कृति मंत्रालय के विज़न 2024 (Vision 2024) का एक हिस्सा है।

यूनेस्को

  • संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन' (UNESCO), संयुक्त राष्ट्र (United Nation- UN) की एक विशेष एजेंसी है। यह संगठन शिक्षा, विज्ञान एवं संस्कृति के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के माध्यम से शांति स्थापित करने का  प्रयास करता है। 
  • यूनेस्को के कार्यक्रम एजेंडा 2030 में परिभाषित सतत् विकास लक्ष्यों (Sustainable Development Goals) की प्राप्ति में योगदान करते हैं, जिसे 2015 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा अपनाया गया था।
  • इसके 193 सदस्य देश और 11 संबद्ध सदस्य हैं। भारत वर्ष 1946 में यूनेस्को में शामिल हुआ था।
    • संयुक्त राज्य अमेरिका और इज़राइल ने यूनेस्को की सदस्यता वर्ष 2019 में औपचारिक रूप से छोड़ दी थी।
  • इसका मुख्यालय पेरिस (फ्राँस) में है।
  • यूनेस्को का अंतर-सरकारी महासागरीय आयोग (Intergovernmental Oceanographic Commission of UNESCO) आपदा न्यूनीकरण रणनीति के हिस्से के रूप में महासागर आधारित सुनामी चेतावनी प्रणाली स्थापित करने हेतु वैश्विक प्रयास का नेतृत्व कर रहा है।
    • हाल ही में इसने ओडिशा के दो गाँवों (वेंकटरायपुर और नोलियासाह) को सुनामी से निपटने हेतु तैयारियों के लिये ‘सुनामी रेडी’ (Tsunami Ready) के रूप में नामित किया है।

यूनेस्को की अन्य पहलें:

मानव व जीवमंडल कार्यक्रम:

  • बायोस्फीयर रिज़र्व, जैविक और सांस्कृतिक विविधता के सामंजस्यपूर्ण प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित करता है।
  • भारत में 18 अधिसूचित बायोस्फीयर रिज़र्वों में से 12 वर्ल्ड नेटवर्क ऑफ बायोस्फीयर रिज़र्व (World Network of Biosphere Reserve) के तहत आते हैं, इनमें से पन्ना बायोस्फीयर रिज़र्व सबसे नया है।

विश्व विरासत कार्यक्रम:

  • विश्व धरोहर स्थल (World Heritage Site) उत्कृष्ट सार्वभौमिक मूल्यों के प्राकृतिक और सांस्कृतिक स्थलों के संरक्षण को बढ़ावा देते हैं।
  • भारत में यूनेस्को द्वारा मान्यता प्राप्त कुल 38 विरासत धरोहर स्थल (30 सांस्कृतिक, 7 प्राकृतिक और 1 मिश्रित) हैं। इनमें शामिल जयपुर शहर (राजस्थान) सबसे नया है।

यूनेस्को ग्लोबल जियोपार्क नेटवर्क:

  • ग्लोबल जियोपार्क (Global Geopark) एकीकृत भू-वैज्ञानिक क्षेत्र होते हैं जहाँ अंतर्राष्ट्रीय भूगर्भीय महत्त्व के स्थलों व परिदृश्यों का प्रबंधन सुरक्षा, शिक्षा और टिकाऊ विकास की समग्र अवधारणा के साथ किया जाता है।
  • इस पार्क की स्थापना की प्रक्रिया निचले स्तर से शुरू की जाती है जिसमें सभी प्रासंगिक स्थानीय दावेदारों जैसे कि भू-मालिकों, सामुदायिक समूहों, पर्यटन सेवा प्रदाताओं आदि को शामिल किया जाता है।
  • भारत में यूनेस्को ग्लोबल जियोपार्क मान्यता प्राप्त स्थल नहीं है।

यूनेस्को क्रिएटिव सिटीज़ नेटवर्क:

  • यूनेस्को क्रिएटिव सिटीज़ नेटवर्क (UNESCO Creative Cities Network) को 2004 में उन शहरों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने के लिये बनाया गया था जिन्होंने रचनात्मकता को स्थायी शहरी विकास हेतु एक रणनीतिक कारक के रूप में पहचाना है।
  • इस नेटवर्क में सात (शिल्प और लोक कला, मीडिया कला, फिल्म, डिज़ाइन, गैस्ट्रोनॉमी, साहित्य और संगीत) रचनात्मक क्षेत्र शामिल हैं।
  • UCCN में पाँच भारतीय शहर भी शामिल हैं:
    • हैदराबाद - पाक कला- Gastronomy (2019)।
    • मुंबई - फिल्म (2019)।
    • चेन्नई - संगीत का रचनात्मक शहर (2017)।
    • जयपुर - शिल्प और लोक कला (2015)।
    • वाराणसी - संगीत का रचनात्मक शहर (2015)।

स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस

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