उत्तराखंड में राष्ट्रीय खेल 2024 | उत्तराखंड | 22 Oct 2024
चर्चा में क्यों?
भारतीय ओलंपिक संघ (Indian Olympic Association- IOA) की अध्यक्ष पी. टी. उषा ने हाल ही में घोषणा की है कि उत्तराखंड 2024 में राष्ट्रीय खेलों की मेज़बानी करेगा।
प्रमुख बिंदु
- उत्तराखंड पहली बार राष्ट्रीय खेलों के 38 वें संस्करण की मेज़बानी करेगा। ये खेल अक्तूबर 2024 में आयोजित किये जायेंगे।
- देहरादून, हलद्वानी और हरिद्वार सहित उत्तराखंड के विभिन्न शहर कार्यक्रमों की मेज़बानी करेंगे।
- राष्ट्रीय खेल 2024 में 30 से अधिक खेल विधाएँ शामिल होंगी।
- भारतीय ओलंपिक संघ:
- स्थापना:
- इसकी स्थापना वर्ष 1927 में हुई थी तथा सर दोराबजी टाटा इसके संस्थापक अध्यक्ष और डॉ. ए.जी. नोहरेन इसके महासचिव थे।
- यह सोसायटी पंजीकरण अधिनियम, 1860 के तहत एक गैर-लाभकारी संगठन के रूप में पंजीकृत है।
- सदस्य:
- IOA के सदस्यों में राष्ट्रीय खेल महासंघ (National Sports Federations- NSF) , राज्य ओलंपिक संघ, IOC सदस्य और अन्य चुनिंदा बहु-खेल संगठन शामिल हैं।
- ओलंपिक चार्टर के अनुसार, NSF की सदस्यता में ज्यादातर वे NSF शामिल होते हैं जो ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों, शीतकालीन ओलंपिक खेलों, एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों के खेल कार्यक्रम में शामिल खेलों को नियंत्रित करते हैं।
- शासन:
- वर्तमान में इसका संचालन राष्ट्रपति की अध्यक्षता वाली 32 सदस्यीय कार्यकारी परिषद द्वारा किया जाता है।
- कार्यकारी परिषद के लिये चुनाव प्रत्येक चार वर्ष में एक बार आयोजित किया जाता है।
- कार्यकारी परिषद के कामकाज में IOA की विभिन्न स्थायी समितियों द्वारा भी सहायता प्रदान की जाती है, जो शासन के विभिन्न पहलुओं में सहायता के लिये विषय-क्षेत्र के विशेषज्ञों के साथ गठित की जाती हैं।
राष्ट्रीय खेल
- पृष्ठभूमि: ओलंपिक आंदोलन, जिसने 1920 के दशक में राष्ट्र का ध्यान आकर्षित किया, में राष्ट्रीय खेल शामिल हैं। भारत में राष्ट्रीय खेलों की कल्पना सबसे पहले भारतीय ओलंपिक खेलों के रूप में की गई थी, जिसका उद्देश्य राष्ट्र में ओलंपिक खेलों को बढ़ावा देना था।
- वर्ष 1924 में अविभाजित पंजाब के लाहौर में भारतीय ओलंपिक खेलों का प्रथम संस्करण आयोजित किया गया।
- भारतीय ओलंपिक खेलों को वर्ष 1940 में राष्ट्रीय खेलों का नाम दिया गया था। इस प्रतियोगिता में कई भारतीय राज्यों के एथलीट विभिन्न खेल विधाओं में एक दूसरे के साथ प्रतिस्पर्द्धा करते हैं।
- उद्देश्य:
- ये भारतीय एथलीटों, खेल संगठनों आदि के लाभ के लिये आयोजित किये जाते हैं।
- वे राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के बीच अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खेल बुनियादी ढाँचे के विकास की आवश्यकता के बारे में जागरूकता बढ़ाने में मदद करते हैं।
- इसका उद्देश्य खेल गतिविधियों में भाग लेने के लिये बड़ी संख्या में युवाओं को आकर्षित करना है।
- इसका उद्देश्य जीवन के सभी क्षेत्रों के व्यक्तियों में खेल संस्कृति को विकसित करना तथा उन्हें स्वस्थ समाज के निर्माण में खेलों के महत्त्व के बारे में शिक्षित करना है।
- अधिकार क्षेत्र: राष्ट्रीय खेलों की अवधि और नियम पूरी तरह से भारतीय ओलंपिक संघ के अधिकार क्षेत्र में हैं।