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सुदूर सीआरपीएफ बेस पर पहला मोबाइल टावर
चर्चा में क्यों?
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा ज़िले के सुदूर क्षेत्र तेकुलागुडेम गाँव में केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (CRPF) शिविर के अंदर पहला मोबाइल फोन टावर स्थापित किया गया।
- यह पहल मार्च 2026 तक वामपंथी उग्रवाद (LWE) को समाप्त करने के केंद्र सरकार के लक्ष्य के अनुरूप है।
मुख्य बिंदु
- BSNL मोबाइल टावर चालू:
- भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) का मोबाइल टावर इस क्षेत्र में पहली मोबाइल कनेक्टिविटी सुविधा है, जिससे ग्रामीणों और सुरक्षाकर्मियों दोनों को लाभ होगा।
- यह टावर टेकुलागुडेम और आसपास के गाँवों, जिनमें तिम्मापुरम, जोनागुडा और पुवर्ती शामिल हैं, को सेवा प्रदान करेगा।
- यह गाँव सुकमा ज़िले में है, जो नक्सल हिंसा से बुरी तरह प्रभावित है और बस्तर क्षेत्र के बीजापुर से इसकी सीमा लगती है।
- ग्रामीणों के लिये विशेष पहल:
- टावर को चालू करने के लिये बीएसएनएल के अधिकारी सुकमा मुख्यालय और रायपुर से आए।
- स्थानीय आबादी के लिये सिम कार्ड वितरित करने और सक्रिय करने के लिये एक विशेष शिविर का आयोजन किया गया।
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल
- प्रारंभ और विकास:
- CRPF की स्थापना वर्ष 1939 में रियासतों में राजनीतिक उथल-पुथल और अशांति के जवाब में क्राउन रिप्रेजेंटेटिव पुलिस के रूप में की गई थी।
- वर्ष 1949 में इस बल का नाम बदलकर केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल कर दिया गया।
- तत्कालीन गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल ने CRPF के लिये एक बहुमुखी भूमिका की कल्पना की थी तथा इसके कार्यों को नव स्वतंत्र राष्ट्र की उभरती जरूरतों के साथ संरेखित किया था।
- विशेष इकाइयाँ:
- CRPF में कई विशेष इकाइयाँ हैं, जिनमें रैपिड एक्शन फोर्स (RAF), कमांडो बटालियन फॉर रिज़ोल्यूट एक्शन (कोबरा), वीआईपी सुरक्षा विंग और महिला बटालियन शामिल हैं।
- उपलब्धियाँ और योगदान:
- CRPF ने महत्त्वपूर्ण राष्ट्रीय स्थलों पर हमलों को विफल किया है, पंजाब और त्रिपुरा में उग्रवाद को नियंत्रित किया है तथा नक्सलवाद के उन्मूलन में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया है।
- बहादुरों का सम्मान:
- CRPF ने भारी कीमत चुकाई है, जिसके 2,255 जवानों ने सर्वोच्च बलिदान दिया और उन्हें जॉर्ज क्रॉस, अशोक चक्र, कीर्ति चक्र, शौर्य चक्र आदि सहित अलंकरणों से सम्मानित किया गया।

