उत्तर प्रदेश Switch to English
सखी निवास छात्रावास
चर्चा में क्यों?
हाल ही में, उत्तर प्रदेश सरकार ने अपने मिशन शक्ति पहल का एक नया चरण शुरू किया, जिसका उद्देश्य कामकाजी महिलाओं के लिये सुरक्षित आवास उपलब्ध कराना है।
प्रमुख बिंदु
- मिशन शक्ति 5.0 के अंतर्गत अक्तूबर 2024 तक वाराणसी, लखनऊ और नोएडा जैसे शहरों में 18 नए सखी निवास छात्रावास खोले जाएंगे।
- यह कार्यक्रम कामकाजी महिलाओं के लिये कार्यस्थलों के निकट सुरक्षित, किफायती आवास उपलब्ध कराता है।
- प्रत्येक छात्रावास में 50 महिलाएँ रह सकेंगी, तथा विवाहित महिलाएँ अपने बच्चों (बेटियों के लिये 18 वर्ष तक, बेटों के लिये 12 वर्ष तक) को अपने साथ रख सकेंगी।
- केन्द्र और राज्य सरकारें इस परियोजना का संयुक्त वित्तपोषण करती हैं।
- "नारी शक्ति 5.0" उत्तर प्रदेश सरकार का एक अभियान है।
- इसका उद्देश्य महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा और जागरूकता बढ़ाना है।
मिशन शक्ति
- परिचय: मिशन शक्ति महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की एक योजना है जिसका उद्देश्य महिला सुरक्षा, संरक्षा और सशक्तिकरण के लिये हस्तक्षेप को मज़बूत करना है।
- यह जीवन-चक्र सातत्य के आधार पर महिलाओं को प्रभावित करने वाले मुद्दों का समाधान करके और अभिसरण एवं नागरिक-स्वामित्व के माध्यम से उन्हें राष्ट्र-निर्माण में समान भागीदार बनाकर “महिला-नेतृत्व वाले विकास” के लिये सरकार की प्रतिबद्धता को साकार करने का प्रयास करता है।
- उप-योजनाएँ: इसमें दो उप-योजनाएँ हैं - 'संबल' और 'सामर्थ्य'। "संबल" उप-योजना महिलाओं की सुरक्षा और संरक्षा के लिये है, जबकि "सामर्थ्य" उप-योजना महिलाओं के सशक्तिकरण के लिये है।
- संबल:
- 'संबल' उप-योजना के घटकों में वन स्टॉप सेंटर (OSC), महिला हेल्पलाइन (WHL), बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ (BBBP) की पूर्ववर्ती योजनाएँ शामिल हैं, जिनमें नारी अदालतों (Nari Adalats) का एक नया घटक शामिल है - समाज और परिवारों में वैकल्पिक विवाद समाधान और लैंगिक न्याय को बढ़ावा देने और सुविधा प्रदान करने के लिये महिला समूह।
- सामर्थ्य:
- सामर्थ्य उप-योजना के घटकों में उज्ज्वला, स्वाधार गृह और कामकाजी महिला छात्रावास जैसी पिछली योजनाओं के संशोधित संस्करण शामिल किये गए हैं।
- इसके अतिरिक्त, कामकाजी माताओं के बच्चों के लिये राष्ट्रीय शिशु गृह योजना और ICDS के अंतर्गत प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना जैसी मौजूदा योजनाओं को अब सामर्थ्य में शामिल कर लिया गया है।
- सामर्थ्य योजना में आर्थिक सशक्तिकरण के लिये गैप फंडिंग का एक नया घटक भी जोड़ा गया है।
- संबल:
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उत्तर प्रदेश में नवमी पर सार्वजनिक अवकाश
चर्चा में क्यों?
हाल ही में उत्तर प्रदेश सरकार ने हिंदू परंपराओं में महत्त्वपूर्ण दिन नवमी के अवसर पर 11 अक्तूबर, 2024 को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है।
प्रमुख बिंदु
- नवमी को ‘कन्या भोज’ और हवन (पवित्र अग्नि समारोह) जैसे अनुष्ठानों के साथ नवरात्रि का समापन होता है।
- हिंदू कैलेंडर में, नवमी चंद्र पखवाड़े (पक्ष) का नौवाँ दिन है। प्रत्येक महीने में दो नवमी होती हैं, एक "उज्ज्वल" (शुक्ल) पखवाड़े के नौवें दिन और एक "अंधकार" (कृष्ण) पखवाड़े के नौवें दिन।
- हिंदू धर्म में नवमी दो त्योहारों से भी जुड़ी हुई है।
- महा नवमी: शरद नवरात्रि का नौवाँ दिन, महानवमी उस दिन की याद में मनाया जाता है जब देवी दुर्गा ने राक्षस महिषासुर को हराया था। यह बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।
- रामनवमी: भगवान राम के जन्म का उत्सव मनाने वाला त्योहार।
भारत में कैलेंडर का वर्गीकरण
कैलेंडर |
प्रकार |
वर्ष |
शुरुआत |
प्रमुख विशेषताएँ |
विक्रम संवत |
हिंदू चंद्र कैलेंडर |
57 ई.पू. |
शकों पर विजय के बाद राजा विक्रमादित्य द्वारा प्रस्तुत |
चंद्र आधारित; 12 माह, 354 दिन; शुक्लपक्ष और कृष्णपक्ष में विभाजित; कुछ वर्षों में 13वाँ माह (अधिक मास)। |
शक संवत |
हिंदू सौर कैलेंडर |
78 ई. |
कुषाणों को पराजित करने के बाद शक शासकों द्वारा शुरू किया गया |
सौर-आधारित; वर्ष 1957 में भारत के आधिकारिक कैलेंडर के रूप में अपनाया गया; प्रत्येक वर्ष 365 दिन का होता है। |
हिजरी कैलेंडर |
इस्लामी चंद्र कैलेंडर |
622 ई. |
सऊदी अरब से शुरू |
चन्द्र आधारित; 12 महीने जिसमें 354 दिन होते हैं; 9वाँ महीना, रमज़ान, उपवास के लिये रखा जाता है। |
जॉर्जियाई कैलेंडर |
वैज्ञानिक सौर कैलेंडर |
1582 ई. |
पोप ग्रेगरी XIII द्वारा प्रस्तुत |
सौर-आधारित; जूलियन कैलेंडर का स्थान लिया; वर्तमान प्रयोग में आने वाला नागरिक कैलेंडर; 365 दिन, लीप वर्ष के साथ 365.25 दिन। |
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