रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान में गायब बाघ | राजस्थान | 07 Nov 2024
चर्चा में क्यों?
राजस्थान के मुख्य वन्यजीव वार्डन के अनुसार, रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान (RNP) में बाघ 2023 से गायब हो गए हैं।
मुख्य बिंदु
- रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान में वर्तमान में 900 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में शावकों सहित 75 बाघ हैं, जिसके परिणामस्वरूप क्षेत्रीय संघर्ष होता है।
- भारतीय वन्यजीव संस्थान के अध्ययन (2006-2014) के अनुसार, उद्यान लगभग 40 वयस्क बाघों को स्थायी रूप से आश्रय दे सकता है।
- यह हालिया घटना एक वर्ष में इतनी बड़ी संख्या में बाघों के गायब होने की आधिकारिक सूचना देने का पहला मामला है।
- बफर ज़ोन से गाँवों को स्थानांतरित करके उद्यान पर दबाव कम करने के प्रयास सुस्त रहे हैं, सबसे हालिया स्थानांतरण वर्ष 2016 में हुआ।
- रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान:
- अवस्थिति:
- यह राजस्थान राज्य के पूर्वी भाग में करौली और सवाई माधोपुर ज़िलों में अरावली एवं विंध्य पर्वत शृंखलाओं के संगम पर स्थित है।
- इसे वर्ष 1973 में बाघ अभयारण्य घोषित किया गया।
- शामिल उद्यान और अभयारण्य:
- इसमें सवाई मानसिंह और केलादेवी अभयारण्य शामिल हैं।
- वनस्पति:
- वन प्रकार मुख्य रूप से उष्णकटिबंधीय शुष्क पर्णपाती है, जिसमें 'ढाक' (ब्यूटिया मोनसोपर्मा), वृक्ष की एक प्रजाति है जो लंबे समय तक सूखे को झेलने में सक्षम है, सबसे आम है।
- वन्य जीवन:
- यह उद्यान वन्य जीवन से समृद्ध है, तथा स्तनधारियों में बाघ खाद्य शृंखला के शीर्ष पर हैं।
- यहाँ पाए जाने वाले अन्य जानवर हैं तेंदुए, धारीदार लकड़बग्घा, कॉमन या हनुमान लंगूर, रीसस मकाक, सियार, जंगली बिल्लियाँ, कैराकल, काला हिरण, ब्लैकनेप्ड खरगोश और चिंकारा आदि।