केंद्र ने PMGAY के तहत आवास उपलब्ध कराने के प्रस्ताव को मंज़ूरी दी | छत्तीसगढ़ | 02 Dec 2024
चर्चा में क्यों?
छत्तीसगढ़ सरकार ने घोषणा की है कि केंद्र ने प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत 15,000 आवास उपलब्ध कराने के उसके प्रस्ताव को मंज़ूरी दे दी है। कल्याणकारी पहल के तहत ये घर आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों और नक्सल हिंसा से प्रभावित व्यक्तियों को आवंटित किये जाएँगे।
- इस बात पर ज़ोर दिया गया कि इस योजना का उद्देश्य सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना 2011 और आवास प्लस 2018 सूचियों से बाहर रह गए परिवारों को शामिल करना है।
मुख्य बिंदु
प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण (PMAY-G)
- परिचय:
- वर्ष 2016 में शुरू की गई PMAY-G का उद्देश्य समाज के सबसे गरीब तबके को आवास उपलब्ध कराना है।
- लाभार्थियों के चयन में तीन चरणों की गहन सत्यापन प्रक्रिया शामिल है, जिसमें सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना 2011, ग्राम सभा अनुमोदन और जियो-टैगिंग शामिल है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि सहायता सबसे योग्य व्यक्तियों तक पहुँचे।
PMAY-G के अंतर्गत लाभार्थियों को मिलेगा:
नक्सलवाद
- इसकी शुरुआत स्थानीय जमींदारों के विरुद्ध विद्रोह के रूप में हुई, जिन्होंने भूमि विवाद को लेकर एक किसान की पिटाई की थी।
- यह विद्रोह 1967 में शुरू हुआ था, जिसका उद्देश्य कानू सान्याल और जगन संथाल के नेतृत्व में मेहनतकश किसानों के बीच भूमि का उचित पुनर्वितरण करना था।
- पश्चिम बंगाल से शुरू हुआ यह आंदोलन पूर्वी भारत के अन्य कम विकसित क्षेत्रों जैसे छत्तीसगढ़, ओडिशा और आंध्र प्रदेश तक फैल चुका है।
- ऐसा माना जाता है कि नक्सली माओवादी राजनीतिक भावनाओं और विचारधारा का समर्थन करते हैं।
- माओवाद माओ त्से तुंग द्वारा विकसित साम्यवाद का एक रूप है।
- यह सशस्त्र विद्रोह, जन-आंदोलन और रणनीतिक गठबंधनों के संयोजन के माध्यम से राज्य की सत्ता पर कब्ज़ा करने का सिद्धांत है।