प्रारंभिक परीक्षा
लघु बचत योजनाएँ
- 25 Apr 2023
- 8 min read
भारतीय रिज़र्व बैंक (Reserve Bank of India- RBI) द्वारा जारी गणना के अनुसार, पिछली तीन तिमाहियों में कई लघु बचत योजनाओं (Small Savings Instruments- SSI) पर ब्याज दरों में लगातार बढ़ोतरी के बावजूद ऐसी कुछ योजनाओं पर प्रतिलाभ अभी भी काफी कम है जो लाभार्थियों को मिलना चाहिये।
लघु बचत योजनाएँ/साधन:
- परिचय:
- लघु बचत साधन व्यक्तियों को विशेष अवधि में अपने वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करते हैं।
- वे भारत में घरेलू बचत का प्रमुख स्रोत हैं।
- सभी छोटी बचत योजनाओं से संग्रह को राष्ट्रीय लघु बचत कोष (National Small Savings Fund- NSSF) में जमा किया जाता है।
- वर्गीकरण:
- लघु बचत योजनाओं के वर्ग में 12 साधन शामिल हैं जिन्हें तीन श्रेणियों में वर्गीकृत किया जा सकता है:
- डाक जमा: इसमें बचत खाता, आवर्ती जमा, अलग-अलग परिपक्वता की सावधि जमा और मासिक आय योजना शामिल है।
- बचत प्रमाणपत्र: राष्ट्रीय लघु बचत प्रमाणपत्र (NSC) और किसान विकास पत्र (KVP)।
- सामाजिक सुरक्षा योजनाएँ: सुकन्या समृद्धि योजना, सार्वजनिक भविष्य निधि (PPF) और वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS)।
- लघु बचत योजनाओं के वर्ग में 12 साधन शामिल हैं जिन्हें तीन श्रेणियों में वर्गीकृत किया जा सकता है:
- लघु बचत योजनाओं की दरें:
- लघु बचत योजनाओं की दरों की घोषणा तिमाही आधार पर की जाती है।
- सैद्धांतिक रूप से यह परिपक्वता के सरकारी प्रतिभूति/G-Sec के प्रतिफल पर आधारित होती है लेकिन कई बार राजनीतिक कारक भी दर परिवर्तन को प्रभावित करते हैं।
- लघु बचत योजना पर गठित श्यामला गोपीनाथ पैनल (2010) ने इन योजनाओं के लिये बाज़ार से जुड़ी ब्याज दर प्रणाली को अपनाने का सुझाव दिया था।
- लघु बचत दरों के लिये सूत्र:
- इसका उपयोग भारत में विभिन्न लघु उद्योगों के लिये ब्याज दरों की गणना करने हेतु किया जाता है और यह पूर्ववर्ती 4 महीनों के पहले 3 महीनों में G-sec पर औसत तिमाही प्रतिफल पर आधारित होता है।
- लघु बचत योजनाओं में निवेश करने वाले बचतकर्त्ताओं को ब्याज दिये जाने संबंधी सीमा तय करने के लिये इस सूत्र का उपयोग किया जाता है।
- इसका उपयोग भारत में विभिन्न लघु उद्योगों के लिये ब्याज दरों की गणना करने हेतु किया जाता है और यह पूर्ववर्ती 4 महीनों के पहले 3 महीनों में G-sec पर औसत तिमाही प्रतिफल पर आधारित होता है।
अन्य महत्त्वपूर्ण लघु बचत योजनाएँ:
- सुकन्या समृद्धि खाता योजना:
- इस योजना का उद्देश्य भारत में बालिकाओं के कल्याण को बढ़ावा देना है।
- माता-पिता अथवा कानूनी अभिभावक 10 वर्ष से कम आयु की दो बालिकाओं के लिये जमा खाता खोल सकते हैं और जुड़वाँ बालिकाओं अथवा तीन बालिकाओं के मामले में यह योजना तीन खाते खोलने की सुविधा प्रदान करती है।
- न्यूनतम प्रारंभिक जमा 250 रुपए, अधिकतम वार्षिक सीमा 150,000 रुपए है।
- खाता खोलने की तिथि से 21 वर्ष पूरे होने पर या खाताधारक के विवाह पर, जो भी पहले हो, अधिकतम 15 वर्षों के लिये जमा किया जा सकता है।
- वरिष्ठ नागरिक बचत योजना:
- देश में वरिष्ठ नागरिकों को 60 वर्ष की आयु के बाद आय का नियमित स्रोत प्रदान करना।
- पात्रता:
- 60 वर्ष से अधिक आयु के भारतीय नागरिक।
- 55-60 वर्ष की आयु में सेवानिवृत्त, जिन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (Voluntary Retirement Scheme-VRS) या अधिवर्षिता का विकल्प चुना है
- 50-60 वर्ष की आयु के बीच सेवानिवृत्त रक्षा कर्मी।
- पाँच वर्ष की परिपक्वता अवधि जिसे और तीन वर्ष के लिये और बढ़ाया जा सकता है।
- न्यूनतम जमा 1,000 रुपए, केंद्रीय बजट 2023-24 में अधिकतम जमा सीमा बढ़ाकर 30 लाख रुपए की गई।
- खाता खोलने के एक वर्ष बाद समयपूर्व निकासी की अनुमति है।
- SCSS में जमा राशि भी धारा 80-सी के तहत कटौती के लिये योग्य है।
- आयकर अधिनियम।
- मासिक आय योजना:
- 10 वर्ष से अधिक आयु के भारतीय निवासियों को मासिक निवेश की अनुमति देता है। 1-3 व्यक्ति संयुक्त रूप से खाता रख सकते हैं।
- इसकी लॉक-इन अवधि 5 वर्ष है, जिसमें एक वर्ष के बाद पेनाल्टी के साथ समय से पहले निकासी की अनुमति है।
- केंद्रीय बजट 2023-24 में अधिकतम जमा सीमा 9 लाख रुपए (एकल खाते के लिये) और 15 लाख रुपए (संयुक्त खाते के लिये) है।
- योजना से प्राप्त आय TDS या कर कटौती के अधीन नहीं है।
- NRI इस योजना में निवेश करने के पात्र नहीं हैं।
- यह खाता एक डाकघर से दूसरे डाकघर में स्थानांतरित किया जा सकता है।
- सामान्य भविष्य निधि (PPF):
- यह योजना व्यक्तियों को उनकी सेवानिवृत्ति के लिये बचत करने हेतु प्रोत्साहित करती है।
- इसकी अवधि 15 वर्ष है, जिसे परिपक्वता के बाद अतिरिक्त 5 वर्ष के लिये बढ़ाया जा सकता है।
- सामान्य भविष्य निधि खाते को सक्रिय रखने के लिये आवश्यक न्यूनतम वार्षिक निवेश 500 रुपए है और अधिकतम निवेश सीमा 1.5 लाख रुपए प्रति वित्त वर्ष है।
- किसान विकास पत्र (KVP):
- सरकारी बचत प्रमाणपत्र अधिनियम, 1959 (इंडिया पोस्ट द्वारा प्रस्तावित एक SSI) द्वारा शासित।
- इसे मूल रूप से वर्ष 1988 में लॉन्च किया गया और वर्ष 2014 में फिर से लॉन्च किया गया।
- यह निवासी भारतीयों और ट्रस्टों के लिये उपलब्ध है।
- इसकी निवेश अवधि 124 महीने, लेकिन यह निश्चित नहीं है।
- न्यूनतम निवेश राशि 1,000 रुपए, कोई ऊपरी सीमा नहीं।
- सरकार द्वारा तिमाही आधार पर ब्याज दर की समीक्षा की जाती है।
- महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र:
- यह महिलाओं या लड़कियों के लिये एकमुश्त नई लघु बचत योजना है।
- यह मार्च 2025 तक दो वर्ष की अवधि के लिये उपलब्ध है।
- योजना के तहत 2 लाख रुपए तक की जमा सुविधा (7.5 प्रतिशत की निश्चित ब्याज दर) प्रदान की जाती है।
- आंशिक निकासी का विकल्प।