Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 22 सितंबर, 2022 | 22 Sep 2022

वर्ल्ड राइनो डे 

22 सितंबर को राइनो की देखरेख, सुरक्षा और संरक्षण में जागरूकता फैलाने के लिये वर्ल्ड राइनो डे (World Rhino Day) मनाया जाता है। राइनो स्तनपायी और शाकाहारी प्राणी है। विश्व में राइनो की पाँच प्रजातियाँ (ब्लैक राइनो, व्हाइट राइनो, एक-सींग वाले राइनो, सुमात्रा राइनो और जावा राइनो) पाई जाती हैं, जिनमें से दो अफ्रीका में तथा तीन दक्षिण एशिया के देशों में मिलती हैं। एशियाई राइनो में इंडियन राइनो आकार में सबसे बड़ा होता है। भारतीय राइनो पहले पाकिस्तान के सिंध प्रांत से लेकर नेपाल, भूटान, भारत और म्याँमार तक पाया जाता था लेकिन वर्तमान में यह भारत के असम में स्थित काजीरंगा राष्ट्रीय उद्या्न  में पाये जाते हैं। इसके अतिरिक्त उत्तर प्रदेश के दुधवा राष्ट्रीय उद्या्न में भी कुछ राइनो पाए जाते हैं। भारत में राइनो वर्ष 1850 तक बंगाल और उत्तर प्रदेश के तराई इलाके में भी में पाए जाते थे। विदित हो कि सर्वप्रथम वर्ष 2010 में विश्व वन्यजीव कोष-अफ्रीक ने 22 सितंबर को वर्ल्ड राइनो डे मनाने की शुरुआत की थी। भारत में राइनो के संरक्षण तथा प्रजनन को बढ़ावा देने के लिये बिहार की राजधानी पटना में केंद्र सरकार के सहयोग से भारत का पहला राष्ट्रीय राइनो प्रजनन एवं संरक्षण केंद्र बनाया गया है। 

हेमकोश 

असमिया मीडिया समूह 'सदिन प्रतिदिन' के अध्यक्ष, जयंत बरुआ ने असमिया शब्दकोश ‘हेमकोश’ के ब्रेल संस्करण की प्रति 21 सितंबर, 2022 को  प्रधानमंत्री मोदी को भेंट की। हेमकोश 19वीं शताब्दी के शुरुआती असमिया शब्दकोशों में से एक है। असम के राज्यपाल जगदीश मुखी ने हाल ही में हेमकोश के ब्रेल संस्करण का विमोचन किया था। शब्दकोश (Dictionary) का प्रकाशन ‘सदिन-प्रतिदिन’ समूह ने किया है। उल्लेखनीय है कि हेमकोश का प्रकाशन सर्वप्रथम वर्ष 1919 में हेमचंद्र बरुआ ने किया था। उसके बाद बरुआ के परिवार की अगली पीढ़ियों ने समय-समय पर शब्दकोश के नये संस्करण जारी किये हैं। ब्रेल पद्धति एक तरह की लिपि है जिसको विश्व भर में नेत्रहीनों को पढ़ने और लिखने में स्पर्श करके व्यवहार में लाया जाता है। इस पद्धति का आविष्कार वर्ष 1821 में एक नेत्रहीन फ्राँसीसी लेखक लुई ब्रेल ने किया था।   

इंटरनेशनल डॉटर्स डे 

इंटरनेशनल डॉटर्स डे पूरी दुनिया में व्यापक रूप से मनाया जाता है, इसके अतिरिक्त अलग-अलग देशों में इसे अलग-अलग तारीखों में मनाया जाता है। इंटरनेशनल डॉटर्स डे सितंबर के चौथे रविवार को मनाया जाता है। यह दिन हमें अपनी बेटियों को संजोने और सशक्त बनाने की याद दिलाता है जो हमारे जीवन में ढेर सारा प्यार, हँसी और खुशी लाती है। बेटियों का उत्सव इसलिये महत्त्वपूर्ण है क्योंकि विकासशील देशों में बेटियों को अक्सर एक बोझ के रूप में देखा जाता रहा है और इस दिन को मनाना बेटियों के महत्त्व एवं हर संभव तरीके से उनकी सराहना करने की आवश्यकता की निरंतर याद दिलाता है। डॉटर्स डे बेटियों की गर्मजोशी और प्रतिबद्धता का जश्न मनाता है। यह दिन भारत के कुछ हिस्सों में लड़कियों के संघर्ष के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिये मनाया जाता है जहाँ उन्हें बेटों से कमतर माना जाता है और उन्हें बोझ के रूप में भी देखा जाता है। बेटियों को कुछ अतिरिक्त पॉकेट मनी प्राप्त करने में मदद करने के लिये 6 अक्तूबर को नेशनल ट्रांसफर मनी टू योर डॉटर डे भी मनाया जाता है।