जैव विविधता और पर्यावरण
काजीरंगा में दूसरी आर्द्रभूमि पक्षी गणना
- 14 Jan 2020
- 5 min read
प्रीलिम्स के लिये:
काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान, आर्द्रभूमि पक्षी गणना के महत्त्वपूर्ण बिंदु मेन्स के लिये:आर्द्र-भूमि पक्षी गणना का महत्त्व |
चर्चा में क्यों ?
9-10 जनवरी, 2020 को काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान (Kaziranga National Park) में दूसरी आर्द्रभूमि पक्षी गणना संपन्न हई।
महत्त्वपूर्ण बिंदु :
- काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में 96 प्रजातियों (Species) तथा 80 परिवारों (Families) से संबंधित पक्षियों की कुल संख्या 19,225 दर्ज की गई।
- ध्यातव्य है कि वर्ष 2018 की प्रथम आर्द्रभूमि पक्षी गणना में पक्षियों की संख्या 10,412 दर्ज की गई थी।
- पक्षी गणना के दौरान उद्यान को चार श्रेणियों में बाँटा गया:
- अगोराटोली (Agoratoli)
- बागोरी (Bagori)
- कोहोरा (Kohora)
- बुरपहर (Burapahar)
- पक्षियों की आधे से अधिक संख्या (9924) और 96 प्रजातियों में से 85 प्रजातियाँ अगोराटोली क्षेत्र में पायी गईं। इसका मुख्य कारण काजीरंगा के 92 बारहमासी आर्द्र भूमि क्षेत्रों में से सबसे बड़े आर्द्र भूमि क्षेत्र सोहोला (Sohola) का अगोराटोली रेंज में शामिल होना है क्योंकि 34% से अधिक पक्षी सोहोला में ही पाये गए हैं।
- काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में बार-हेडेड हंस (Bar-Headed Goose ) की 6181 प्रजाति, इसके बाद कॉमन टी (Common Tea) की 1557 और नोर्दन पिंटेल (Northern Pintail) की 1359 प्रजातियाँ गणना में पाई गई।
- पक्षियों की अन्य प्रजातियों में बड़ी संख्या में गडवाल (Gadwall), कामन कूट (Common Coot), लेस व्हिस्लिंग डक (Lesser Whistling Duck), इंडियन स्पॉट-बिल्ड डक (Indian Spot-Billed Duck), टफटेड डक (Tufted Duck), यूरेशियन कबूतर (Eurasian Pigeon), एशियन ओपनबिल (Asian Openbill), नोर्थन लैपविंग (Northern Lapwing) रूडी शेल्ड (Ruddy Shelduck)और स्पॉट-बिल पेडलिकन (Spot-Billed Pelican) शामिल थे।
प्रथम आर्द्रभूमि पक्षी गणना-2018
- वर्ष 1985 में काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान के यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल की सूची में शामिल होने के बाद वर्ष 2018 में यहाँ पहलीआर्द्रभूमि पक्षी गणना का आयोजन किया गया ।
- वर्ष 2018 में,की गई गणना में पक्षियों के विचरण वाले क्षेत्रों को ब्लॉकों में विभाजित किया गया था ताकि गणना में कम से कम त्रुटियाँ हों।
काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान के बारे में:
- काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान असम राज्य में स्थित है।
- उद्यान में लगभग 250 से अधिक मौसमी जल निकाय (Water Bodies)हैं, इसके अलावा डिपहोलू नदी (Dipholu River ) इसके मध्य से बहती है।
- विश्व के दो-तिहाई एक सींग वाले गैंडे काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में ही पाए जाते हैं ।
- काजीरंगा में संरक्षण प्रयासों का अधिकांश ध्यान 'बड़ी चार' प्रजातियों- राइनो (Rhino), हाथी (Elephant), रॉयल बंगाल टाइगर (Royal Bengal Tiger) और एशियाई जल भैंस (Asiatic Water Buffalo)पर केंद्रित है।
- उत्तराखंड के जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान और कर्नाटक में बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान के बाद भारत में धारीदार बिल्लियों की तीसरी सबसे ज़्यादा जनसंख्या काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में पाई जाती है ।
पक्षी गणना का महत्त्व :
पक्षियों की गणना से प्राप्त डेटा विशेष रूप से महत्त्वपूर्ण है क्योंकि आर्द्रभूमि, काजीरंगा के पारिस्थितिकी तंत्र को पोषण देती है। पक्षियों की संख्या में किसी भी प्रकार की वृद्धि या कमी पार्क के स्वास्थ्य का संकेतक है।