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Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 13 अप्रैल, 2023

  • 13 Apr 2023
  • 6 min read

मध्य प्रदेश की गोंड पेंटिंग को GI टैग  

मध्य प्रदेश की पारंपरिक गोंड पेंटिंग को भौगोलिक संकेतक (Geographical Indication- GI) टैग प्रदान किया गया है, यह कला के रूप और इसे बनाने वाले कलाकारों के संरक्षण में मदद करेगी। गोंड जनजाति द्वारा बनाई गई ये पेंटिंग्स प्रकृति, जानवरों एवं धार्मिक विषयों के साथ-साथ उनके जीवन के तरीके को दर्शाती हैं। डिंडोरी ज़िला गोंड चित्रकला का मुख्य केंद्र है, हालाँकि इसका विस्तार अन्य क्षेत्रों तक देखा जा सकता है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (National Rural Livelihood Mission- NRLM) और राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (National Urban Livelihood Mission- NULM) द्वारा गोंड पेंटिंग को ग्रीटिंग कार्ड, मोबाइल कवर तथा बैग कवर के माध्यम से कला को व्यापक स्तर पर दर्शकों तक पहुँचाया जाएगा।

सेलुलर कृषि 

सेलुलर कृषि अपेक्षाकृत एक नई अवधारणा है जो पारंपरिक पशु कृषि का स्थायी और नैतिक विकल्प है। इसमें सीधे तौर पर पशुओं की सहायता के बजाय सेल/कोशिकीय पद्धति की सहायता से पशु-आधारित उत्पाद जैसे कि मांस, दुग्ध और सी-फूड प्राप्त करना शामिल है। इस तकनीक में दो अलग-अलग दृष्टिकोण हैं, अर्थात् कोशिकीय कृषि और सटीक किण्वन। कोशिकीय कृषि पद्धति में कष्टरहित प्रक्रिया के माध्यम से पशुओं का स्टेम सेल प्राप्त किया जाता है और फिर उन्हें बड़े कंटेनरों में पोषित किया जाता है, जहाँ वे विकसित होते हैं। दूसरी ओर सटीक-किण्वन विधि में दुग्ध और अंडे के सफेद भाग वाले प्रोटीन जैसे उत्पादों का उत्पादन करने के लिये खमीर/यीस्ट जैसे सूक्ष्मजीवों का उपयोग किया जाता है। इनका उत्पादन एक समान किण्वन प्रक्रिया से सीधे सूक्ष्मजीवों की सहायता से किया जा सकता है जिसका उपयोग खाद्य उद्योग में कई वर्षों से एंज़ाइम एवं अन्य उत्पादों के उत्पादन के लिये किया जाता रहा है। सेलुलर कृषि काफी लाभदायक है, इसमें पारंपरिक पशु कृषि से जुड़े पर्यावरणीय और नैतिक मुद्दों को हल करने की इसकी क्षमता है। इसके लिये कम संसाधनों की आवश्यकता होती है जैसे कि भूमि, जल तथा इससे ग्रीनहाउस गैस का कम उत्सर्जन होता है और साथ ही कम अपशिष्ट उत्पन्न होता है। इससे पशु कल्याण में उल्लेखनीय सुधार हो सकता है।

अमेरिका-फिलीपींस संयुक्त सैन्य अभ्यास 

हाल ही में अमेरिका और फिलीपींस ने अपने वार्षिक "बालिकातन" सैन्य अभ्यास शुरू किये हैं और इसका उद्देश्य हिंद-प्रशांत क्षेत्र में खतरों का संयुक्त रूप से जवाब देने हेतु संबंधित सेनाओं की क्षमता में सुधार करना है। यह अभ्यास पहली बार वर्ष 1991 में आयोजित किया गया था। बालिकातन का अर्थ है "कंधे से कंधा" मिलाना। फिलीपींस की विदेश नीति अमेरिका की ओर झुक रही है जो उसके पिछले चीन-अनुकूल रुख से दूर है। 

कुल मिलाकर संयुक्त सैन्य अभ्यास फिलीपींस की अपनी सैन्य क्षमताओं को बढ़ाने एवं क्षेत्र में चीन की मुखरता के खिलाफ रक्षा करने के प्रयासों को दर्शाता है।  

और पढ़ें… हिंद-प्रशांत

प्रबंधन प्रभावशीलता मूल्यांकन (MEE) 2022  

राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) के वर्ष 2022 के प्रबंधन प्रभावशीलता मूल्यांकन (MEE) के पाँचवें चक्र के अनुसार, पेरियार टाइगर रिज़र्व (PTR) प्रथम स्थान पर, सतपुड़ा और बांदीपुर द्वितीय स्थान पर रहे तथा नागरहोल MEE चक्र में तृतीय (92.42%) स्थान पर रहा। तमिलनाडु में सभी पाँचों रिज़र्व अच्छी तरह से प्रबंधित हैं, देश के 51 टाइगर रिज़र्व में से अन्नामलाई टाइगर रिज़र्व (ATR) और मुदुमलाई टाइगर रिज़र्व (MTR) क्रमशः पाँचवें एवं आठवें स्थान पर हैं, इन रिज़र्व्स ने अपनी रैंकिंग में "बहुत अच्छा" सुधार किया है। इन दो टाइगर रिज़र्व को 12 टाइगर रिज़र्व में "उत्कृष्ट" के रूप में वर्गीकृत किया है। सत्यमंगलम टाइगर रिज़र्व (STR) तथा कलक्कड़ एवं मुंडनथुराई टाइगर रिज़र्व (KMTR) ने "बहुत अच्छा" स्थान के रूप में स्वयं को बरकरार रखा है। हालाँकि नव घोषित टाइगर रिज़र्व, श्रीविल्लीपुथुर-मेगामलाई को "अच्छा" स्थान प्राप्त हुआ है। अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (IUCN) की कार्यप्रणाली ने MEE मूल्यांकन की नींव के रूप में कार्य किया, जो छह मूल्यांकन घटकों- संदर्भ, योजना, इनपुट, प्रक्रिया, आउटपुट और परिणाम पर केंद्रित थी।

और पढ़ें… मुदुमलाई टाइगर रिज़र्व (MTR), पेरियार टाइगर रिज़र्व (PTR)

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