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बैंगनी क्रांति

  • 15 Oct 2022
  • 6 min read

हाल ही में केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री ने कहा कि बैंगनी क्रांति स्टार्टअप अवसर प्रदान करती है।

बैंगनी क्रांति:

  • परिचय:
    • आयातित सुगंधित किस्मों को घरेलू किस्मों से प्रतिस्थापित करके घरेलू सुगंधित फसल आधारित कृषि अर्थव्यवस्था का निर्माण करना।
    • पहली बार उत्पादकों को लक्ष्य के हिस्से के रूप में मुफ्त लैवेंडर रोपाई की पेशकश की गई थी और जिन लोगों ने पहले लैवेंडर का उत्पादन किया था, उन्हें प्रति पौधे 5-6 रुपए का भुगतान किया गया था।
    • सीएसआईआर-अरोमा इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंटीग्रेटिव मेडिसिन (IIIM) ने जम्मू-कश्मीर के रामबन ज़िले में लैवेंडर की कृषि शुरू की है।
    • लैवेंडर की खेती जम्मू-कश्मीर के लगभग सभी 20 ज़िलों में की जाती है।
      • विशेष रूप से कठुआ, उधमपुर, डोडा, किश्तवाड़, राजौरी, श्रीनगर, बांदीपोरा, बडगाम, गांदरबल, अनंतनाग, कुलगाम, बारामूला आदि ज़िलों ने इस दिशा में बड़ी प्रगति की है।।
  • उत्पाद:
    • इसका मुख्य उत्पाद लैवेंडर तेल है, जो कम-से-कम 10,000 रुपए प्रति लीटर बिकता है।
    • लैवेंडर इत्र का उपयोग अगरबत्ती बनाने के लिये किया जाता है।
    • हाइड्रोसोल, जो फूलों से आसवन के बाद बनता है, साबुन और फ्रेशनर बनाने के लिये उपयोग किया जाता है।
  • महत्त्व:
    • यह वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने की सरकार की नीति के अनुरूप है।
    • यह आकांक्षी किसानों और कृषि उद्यमियों के लिये आजीविका प्रदान करेगा, साथ ही स्टार्टअप इंडिया कार्यक्रम को मज़बूत करेगा तथा क्षेत्र में उद्यमशीलता की भावना को प्रोत्साहित करेगा।
    • बैंगनी क्रांति से 500 से अधिक युवा लाभान्वित हुए जो अंततः इनकी आय दोगुनी करने में सहायक है।
    • कृषि का विकास आर्थिक बाधाओं को समाप्त करने, साझा समृद्धि को बढ़ावा देने और वर्ष 2050 तक अनुमानित 9.7 बिलियन लोगों को खाधान्न उपलब्ध कराने में निर्णायक है।

अरोमा मिशन:

  • CSIR, अरोमा मिशन का उद्देश्य अरोमा उद्योग के विकास और ग्रामीण रोज़गार को बढ़ावा देने के लिये कृषि, प्रसंस्करण एवं उत्पाद विकास में लक्षित हस्तक्षेपों द्वारा अरोमा क्षेत्र में परिवर्तन लाना है।
  • यह आवश्यक तेलों के उत्पादन के लिये सुगंधित फसलों के विकास को प्रोत्साहित करेगा, जिनकी अरोमा क्षेत्र में उच्च मांग है।
  • यह अनुमान है कि भारतीय किसान और अरोमा व्यवसाय दोनों ही मेन्थॉल मिंट पैटर्न में विभिन्न आवश्यक तेलों के उत्पादन व निर्यात में दुनिया भर में अग्रणी बनने में सक्षम होंगे।
  • अरोमा मिशन पूरे देश के उद्यमियों और किसानों को आकर्षित कर रहा है। CSIR ने पहले चरण के दौरान देश भर के 46 आकांक्षी ज़िलों में 6000 हेक्टेयर भूमि की खेती में सहायता की।
  • इसके अलावा,लगभग 44,000 कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया गया। CSIR ने अरोमा मिशन का दूसरा चरण शुरू किया है, जिसमें 45,000 से अधिक कुशल मानव संसाधन शामिल होंगे एवं 75,000 से अधिक किसान परिवारों को मदद मिलेगी।

  UPSC सिविल सेवा परीक्षा विगत वर्ष के प्रश्न  

प्रश्न. नॉर्मन अर्नेस्ट बोरलॉग जिन्हें भारत में हरित क्रांति का जनक माना जाता है, किस देश से हैं? (2008)

(a) संयुक्त राज्य अमेरिका
(b) मेक्सिको
(c) ऑस्ट्रेलिया
(d) न्यूज़ीलैंड

उत्तर: (a)

व्याख्या:

  • डॉ. नॉर्मन अर्नेस्ट बोरलॉग अमेरिकी कृषि विज्ञानी थे, जिन्हें कृषि के क्षेत्र में उनके जीवन भर के काम और समाज में योगदान के लिये 'नोबेल शांति पुरस्कार' से सम्मानित किया गया था। उन्हें हरित क्रांति का जनक भी माना जाता है।
  • हरित क्रांति वर्ष 1965 में भारतीय कृषि में उच्च उपज देने वाली किस्म (HYV) के बीजों की शुरुआत के साथ शुरू हुई। इसके परिणामस्वरूप उच्च कृषि उत्पादकता, उत्पादन और दक्षता में वृद्धि हुई है। अतः विकल्प (a) सही उत्तर है।

मेन्स:

प्रश्न. बागवानी फार्मों के उत्पादन, उत्पादकता और आय को बढ़ाने में राष्ट्रीय बागवानी मिशन (NHM) की भूमिका का आकलन कीजिये। किसानों की आय बढ़ाने में यह कहाँ तक सफल हुआ है? (2018)

स्रोत:  पी.आई.बी.

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