IUCN फर्स्ट ग्लोबल ट्री असेसमेंट | 05 Nov 2024
स्रोत: डाउन टू अर्थ
हाल ही में संकटग्रस्त प्रजातियों की IUCN रेड लिस्ट के अद्यतन के भाग के रूप में फर्स्ट ग्लोबल ट्री असेसमेंट प्रकाशित किया गया, जिसके निष्कर्षों की घोषणा कोलंबिया के कैली में जैविक विविधता पर कन्वेंशन (CBD COP16) में की गई।
COP16
- संयुक्त राष्ट्र जैव विविधता सम्मेलन (CBD) के पक्षकारों का 2024 संयुक्त राष्ट्र जैव विविधता सम्मेलन (COP) हाल ही में कोलंबिया के कैली में आयोजित किया गया था, जिसका उद्देश्य यह आकलन करना था कि देश वर्ष 2030 तक ग्रह के 30% भूमि और समुद्री क्षेत्रों की रक्षा करने की वर्ष 2022 मॉन्ट्रियल प्रतिबद्धता की दिशा में किस प्रकार आगे बढ़ रहे हैं।
ग्लोबल ट्री असेसमेंट रिपोर्ट क्या है?
- परिचय:
- उद्देश्य: इसका उद्देश्य आईयूसीएन रेड लिस्ट में शामिल करने के लिये वैश्विक स्तर पर सभी वृक्ष प्रजातियों का मूल्यांकन करना तथा निर्णय लेने हेतु संरक्षण संबंधी जानकारी में सुधार करना है।
- लॉन्च: वर्ष 2015 में शुरू किया गया GTA, विलुप्त होने के सबसे अधिक खतरे वाली प्रजातियों के लिये संरक्षण कार्रवाई, अनुसंधान और वित्तपोषण को प्राथमिकता देने में मदद करता है ।
- साझेदारियाँ और सहयोग: यह विश्व भर में 60 से अधिक वनस्पति संगठनों, 25 IUCN समूहों और अनेक वृक्ष विशेषज्ञों के साथ सहयोग करता है।
रिपोर्ट के मुख्य निष्कर्ष:
- संकट में प्रजातियाँ:
- विश्लेषण की गई 47,282 वृक्ष प्रजातियों में से 16,425 विलुप्त होने के खतरे में हैं। मैगनोलिया, ओक, मेपल और एबोनी जैसी प्रतिष्ठित प्रजातियाँ सबसे अधिक संकट में हैं।
- संकटग्रस्त वृक्ष प्रजातियों की संख्या संकटग्रस्त पक्षियों, स्तनधारियों, सरीसृपों और उभयचरों की संयुक्त संख्या से भी अधिक है तथा 192 देशों में वृक्ष खतरे में हैं।
- केरल के दक्षिण पश्चिमी घाट में बुकानानिया बारबेरी पाया जाता है, जो एक छोटा वृक्ष है जिसे वर्ष 2018 से IUCN रेड लिस्ट में गंभीर रूप से लुप्तप्राय के रूप में वर्गीकृत किया गया है ।
- इस प्रजाति को बचाने के लिये तत्काल संरक्षण पहल की गई है, जिसमें अंकुरण परीक्षण भी शामिल है, जिससे बीजों की उच्च व्यवहार्यता का पता चला है।
- विश्लेषण की गई 47,282 वृक्ष प्रजातियों में से 16,425 विलुप्त होने के खतरे में हैं। मैगनोलिया, ओक, मेपल और एबोनी जैसी प्रतिष्ठित प्रजातियाँ सबसे अधिक संकट में हैं।
मुख्य संकट:
- वनों की कटाई: फसलों और पशुधन उत्पादन के लिये भूमि की सफाई, विशेष रूप से दक्षिण अमेरिका जैसे उष्णकटिबंधीय तथा वन-समृद्ध क्षेत्रों में, वृक्षों के विलुप्त होने का प्रमुख कारण है।
- कटाई: लकड़ी और अन्य वन उत्पादों के लिये कई वृक्ष प्रजातियों का दोहन किया जाता है, जिससे प्राकृतिक आबादी पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है।
- 5,000 से अधिक वृक्ष प्रजातियों का उपयोग इमारती लकड़ी के लिये तथा 2,000 से अधिक प्रजातियों का उपयोग भोजन, दवा और ईंधन हेतु किया जाता है।
- आक्रामक प्रजातियाँ, कीट और रोग: गैर-देशी प्रजातियाँ और रोगाणु, विशेष रूप से समशीतोष्ण क्षेत्रों में, वृक्षों के स्वास्थ्य को तेज़ी से प्रभावित कर रहे हैं।
- जलवायु परिवर्तन: तापमान में वृद्धि, समुद्र का बढ़ता स्तरतथा बार-बार आने वाले और तीव्र तूफान, विशेष रूप से उष्णकटिबंधीय तथा द्वीपीय पारिस्थितिकी तंत्रों में महत्त्वपूर्ण जोखिम उत्पन्न करते हैं।
संरक्षण के प्रयास:
- जुआन फर्नांडीज द्वीप समूह (Juan Fernández Islands), क्यूबा, मेडागास्कर और फिजी जैसे क्षेत्रों में की गई पहलों से लुप्तप्राय वृक्ष प्रजातियों को सफलतापूर्वक संरक्षित किया गया है ।
- घाना, कोलंबिया, चिली और केन्या जैसे देशों ने वृक्ष संरक्षण पर केंद्रित राष्ट्रीय रणनीतियाँ विकसित की हैं।
- गैबॉन ने प्रमुख संरक्षण क्षेत्रों को विशेष रूप से वृक्षों के लिये नामित किया है, जो जैव विविधता संरक्षण के प्रति सक्रिय दृष्टिकोण को दर्शाता है।
IUCN रेड लिस्ट क्या है?
- IUCN रेड लिस्ट जानवरों, कवक और पौधों की प्रजातियों के बीच विलुप्त होने के जोखिम का आकलन करने के लिये सबसे महत्त्वपूर्ण वैश्विक संसाधन है।
- IUCN रेड लिस्ट श्रेणियाँ मूल्यांकन की गई प्रजातियों के विलुप्त होने के जोखिम को परिभाषित करती हैं। नौ श्रेणियाँ NE (मूल्यांकित नहीं) से EX (विलुप्त) तक फैली हुई हैं। गंभीर रूप से लुप्तप्राय (CR), लुप्तप्राय (EN) और कमज़ोर (VU) प्रजातियों को विलुप्त होने का खतरा माना जाता है।
- यह सतत् विकास लक्ष्यों और Aichi लक्ष्यों के लिये भी एक प्रमुख संकेतक है।
- IUCN रेड लिस्ट में प्रजातियों की IUCN ग्रीन स्टेटस शामिल है, जो प्रजातियों की आबादी की पुनर्प्राप्ति का आकलन करती है और उनके संरक्षण की सफलता को मापती है।
- ग्रीन स्टेटस ऑफ स्पीशीज़ की आठ श्रेणियाँ हैं जैसे: जंगल में विलुप्त, गंभीर रूप से समाप्त, बड़े पैमाने पर समाप्त, मध्यम रूप से समाप्त, थोड़ा समाप्त, पूरी तरह से पुनः प्राप्त, गैर समाप्त और अनिश्चित।
- ग्रीन स्टेटस ऑफ स्पीशीज़ यह मूल्यांकन करती हैं कि संरक्षण कार्यों ने वर्तमान रेड लिस्ट स्थिति को कैसे प्रभावित किया है।
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न (PYQ)प्रश्न: निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिये: (2019) वन्य प्राणी प्राकृतिक रूप से कहाँ पाए जाते हैं
उपर्युक्त में से कौन-से युग्म सही सुमेलित हैं? (a) केवल 1 और 2 उत्तर: (c) प्रश्न: निम्नलिखित में से कौन-सा वनस्पतियों के संरक्षण की इन-सीटू विधि के लिये एक साइट नहीं है? (2011) (a) बायोस्फीयर रिज़र्व उत्तर: (b) |