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जैव विविधता और पर्यावरण

उभयचर पालतू जानवरों का बढ़ता वैश्विक व्यापार

  • 19 Nov 2019
  • 4 min read

प्रीलिम्स के लिये:

उभयचर प्रजातियाँ, CITES

मेन्स के लिये:

जानवरों के व्यापार से संबंधित मुद्दे

चर्चा में क्यों?

हाल ही में वैज्ञानिकों द्वारा किये गए एक अध्ययन में पाया गया कि उभयचर जानवरों की लगभग 450 प्रजातियों का  वैश्विक स्तर पर व्यापार किया जाता है।

प्रमुख बिंदु:

  • पिछले कुछ दशकों में पालतू जानवरों का व्यापार तेजी से बढ़ा है।
    • अमेरिकन पेट प्रोडक्ट्स एसोसिएशन (American Pet Products Association) के हालिया सर्वेक्षण के अनुसार, अमेरिका में वर्ष 2012 में लगभग 5.6 मिलियन घरों में एक उभयचर या सरीसृप की उपस्थिति थी।
  • दक्षिण अफ्रीका के स्टेलनबोश विश्वविद्यालय (Stellenbosch University) के वैज्ञानिकों द्वारा यह पता लगाने की भी कोशिश की गई कि इन उभयचरों में ऐसे कौन-से विशेष लक्षण हैं जो इन्हें व्यापार योग्य बनाते हैं।
  • इसके अलावा इन्हें पालने वाले लोग आक्रामक प्रजातियों से अपनी रक्षा के कौन से उपाय अपनाते हैं तथा उनमें होने वाले रोगों के प्रसार को कैसे रोकते हैं, इन कारकों को जानने का भी प्रयास किया गया।

व्यापार किये जाने वाली प्रजातियाँ:

  • अध्ययन में पाया गया कि 6 उभयचर वर्ग की प्रजातियों का सबसे ज़्यादा व्यापार किया जाता है।
  • इनमें सैलामैंडर (Salamanders), मेंढक तथा टोड्स, इसके बाद कैसिलियन (Caecilians) अर्थात पादरहित उभयचर जो सांप की तरह दिखते हैं, शामिल हैं।
  • अमेरिका में आयात की गई शीर्ष प्रजातियों में पंजे वाले पश्चिमी बौने मेंढक (Western Dwarf Clawed Frog), ओरिएंटल फायर-बेलिड टॉड (Oriental fire-bellied toad), पंजे वाले अफ्रीकी मेंढक (African clawed frog) शामिल हैं।
  • इसके अलावा ऐसी प्रजातियाँ, जिनका पालन सुगम हो या जिन्हें आसानी से रखा जा सके, भी इस सूची में शामिल हैं।

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व्यापार के लिये उभयचर ही क्यों?

  • उभयचर एक प्रकार के आकर्षक जीव होते हैं जो जीवन के विविध रुपों जैसे- तैराक, कूदनेवाले, ऊँचाई पर चढ़ने, आदि से आते हैं। 
  • बड़े स्तनधारियों की तुलना में इनका पालन/संरक्षण आसान होता है। 

व्यापार से संबंधित मुद्दे:

  • कुछ लोग इन उभयचरों को खरीदने के बाद दयालुता के भाव से इन्हें जंगल में छोड़ देते हैं। 
  • ये प्रजातियाँ अपनी प्राकृतिक भौगोलिक सीमा से अलग स्थानों में प्रवेश करने  पर देशज प्रजातियों को नुकसान पहुँचा सकती हैं।
    • इसके कारण कई प्रकार की नई बीमारियों का प्रसार हो सकता है।

प्रजातियों के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार से संबंधित कन्वेंशन

(The Convemtion On International Trade in Endengered Species of Wild Fauna and Flora- CITES)

  • CITES सरकारों के बीच एक अंतर्राष्ट्रीय समझौता है। 
  • इसका उद्देश्य जंगली जानवरों और पौधों का अंतर्राष्ट्रीय व्यापार सुनिश्चित करना है जिससे उनके अस्तित्व पर संकट पैदा न हो। 

स्रोत: द हिंदू

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