लोकसभा चुनाव 2024 के आँकड़े | 28 Dec 2024

स्रोत: पी.आई.बी.

हाल ही में भारत निर्वाचन आयोग ने सभी हितधारकों के लिये पारदर्शिता और पहुँच को बढ़ाने के लिये वर्ष 2024 के लोकसभा चुनावों के लिये व्यापक आँकड़े जारी किये हैं।

आँकड़ों की मुख्य बातें क्या हैं?

  • मतदाता: कुल 97,97,51,847 पंजीकृत मतदाता, जो वर्ष 2019 में 91,19,50,734 से 7.43% अधिक है।
    • कुल 64.64 करोड़ वोट डाले गए, जबकि वर्ष 2019 में 61.4 करोड़ वोट पड़े थे। 
      • धुबरी (असम) में सबसे अधिक 92.3% मतदान हुआ, जबकि श्रीनगर (जम्मू-कश्मीर) में सबसे कम 38.7% मतदान हुआ, (वर्ष 2019 में 14.4% से ऊपर)।
    • वर्ष 2024 में NOTA को 63,71,839 वोट (0.99%) मिले, जबकि ट्रांसजेंडर मतदाताओं का मतदान 27.09% रहा।
  • मतदान केंद्र: वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में 10,52,664 मतदान केंद्र थे, जो वर्ष 2019 में 10,37,848 से अधिक हैं। 
    • बिहार में मतदान केंद्रों की संख्या में सबसे अधिक वृद्धि हुई, जहाँ 4,739 मतदान केंद्र जोड़े गए, उसके बाद पश्चिम बंगाल (1,731) का स्थान रहा।
    • वर्ष 2019 में 540 मतदान केंद्रों की तुलना में केवल 40 मतदान केंद्रों (कुल मतदान केंद्रों का 0.0038%) पर पुनर्मतदान हुआ
  • नामांकन: वर्ष 2024 के लोकसभा चुनावों में 12,459 नामांकन दाखिल किये गए, जबकि वर्ष 2019 में यह संख्या 11,692 थी। 
    • मलकाज़गिरी (तेलंगाना) में सबसे अधिक 114 नामांकन थे, जबकि डिब्रूगढ़ (असम) में सबसे कम 3 नामांकन थे (सूरत को छोड़कर)।
  • महिला सशक्तीकरण: वर्ष 2024 के लोकसभा चुनावों में 47,63,11,240 महिला मतदाता (कुल मतदाताओं का 48.62%) थीं, जिनकी संख्या वर्ष 2019 में 43,85,37,911 (48.09%) थी।
    • वर्ष 2024 में महिला मतदाताओं का उच्चतम प्रतिशत भाग पुदुचेरी (53.03%) है और उसके बाद केरल (51.56%) का स्थान आता है।
      • धुबरी (असम) में सबसे अधिक 92.17% महिला मतदाताओं ने मतदान किया, दूसरे स्थान पर तामलुक (पश्चिम बंगाल) में 87.57% महिला मतदाताओं ने मतदान किया
    • प्रति 1,000 पुरुष मतदाताओं पर महिला मतदाताओं की संख्या वर्ष 2019 में 926 से बढ़कर वर्ष 2024 में 946 हो जाएगी।
      • सबसे अधिक महिला उम्मीदवारों वाला राज्य महाराष्ट्र (111) उसके बाद उत्तर प्रदेश (80) और तमिलनाडु (77) का स्थान है।
  • समावेशी चुनाव: वर्ष 2024 के लोकसभा चुनावों में ट्रांसजेंडर मतदाताओं की संख्या 23.5% बढ़कर 48,272 हो गई (वर्ष 2019 में 39,075), जिसमें तमिलनाडु में सबसे अधिक 8,467 मतदाता थे। 
    • ट्रांसजेंडर मतदाताओं के बीच मतदान प्रतिशत वर्ष 2019 में 14.64% से लगभग दोगुना होकर 27.09% हो गया।
    • पंजीकृत दिव्यांग मतदाताओं की संख्या वर्ष 2019 में 61,67,482 की तुलना में बढ़कर 90,28,696 हो गई।
    • वर्ष 2024 में 1,19,374 विदेशी मतदाता पंजीकृत हुए (वर्ष 2019 में 99,844 विदेशी मतदाता)।
  • परिणाम: वर्ष 2024 के लोकसभा चुनावों में छह राष्ट्रीय दलों ने भाग लिया, जिन्होंने कुल वैध मतों का 63.35% संयुक्त वोट शेयर हासिल किया।
    • सूरत (गुजरात) निर्वाचन क्षेत्र निर्विरोध रहा। 
    • 3,921 स्वतंत्र उम्मीदवारों में से केवल 7 निर्वाचित हुए। 
    • स्वतंत्र उम्मीदवारों को कुल वैध मतों में से 2.79% मत प्राप्त हुए, जिसमें 279 स्वतंत्र महिला उम्मीदवार थीं।

ECI

नोट: सूरत लोकसभा सीट पर एक उम्मीदवार का नामांकन खारिज़ होने तथा आठ अन्य उम्मीदवारों द्वारा अपना नामांकन वापस लेने के बाद विजयी उम्मीदवार निर्विरोध विजयी हो गया।

  UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न  

प्रिलिम्स: 

निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: (2017)

  1. भारत निर्वाचन आयोग पाँच-सदस्यीय निकाय है।
  2.  संघ का गृह मंत्रालय, आम चुनाव और उप-चुनावों दोनों के लिये चुनाव कार्यक्रम तय करता है।
  3.  निर्वाचन आयोग मान्यता-प्राप्त राजनीतिक दलों के विभाजन/विलय से संबंधित विवाद निपटाता है।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं ?

(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 2
(c) केवल 2 और 3
(d) केवल 3

उत्तर: (d)