ब्रेकथ्रू पुरस्कार | 29 Dec 2023
स्रोत: द हिंदू
जीवन विज्ञान श्रेणी में वर्ष 2024 के ब्रेकथ्रू पुरस्कारों ने तीन दुर्लभ रोगों- पर्किंसंस रोग, सिस्टिक फाइब्रोसिस और कैंसर से पीड़ित लोगों के जीवन को बदलने के लिये अभूतपूर्व अनुसंधान को मान्यता दी।
- मौलिक भौतिकी और गणित की श्रेणियों में भी पुरस्कार दिये गए।
वर्ष 2024 की पुरस्कार-विजेता सफलताएँ क्या हैं?
- जीवन विज्ञान (Life Sciences):
- कैंसर के उपचार में प्रगति: कार्ल जून और मिशेल सैडेलेन ने एकल कैंसर कोशिकाओं को पहचानने के लिये सिंथेटिक रिसेप्टर्स के साथ आनुवंशिक रूप से T कोशिकाओं को इंजीनियर किया, जिससे ल्यूकेमिया, लिम्फोमा और मायलोमा जैसे लिक्विड कैंसर के प्रति उपचार हेतु उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई।
- कुछ रोगियों ने उपचार के बाद पूर्ण ट्यूमर उन्मूलन और दीर्घकालिक मुक्ति का अनुभव किया है।
- सिस्टिक फाइब्रोसिस ब्रेकथ्रू: सबाइन हदीदा, पॉल नेगुलेस्कु और फ्रेड्रिक वान गोर ने सिस्टिक फाइब्रोसिस के अंतर्निहित कारण का इलाज करने के लिये पहली प्रभावी दवाओं का आविष्कार किया।
- ट्रिपल कॉम्बिनेशन दवा सहित ये दवाएँ प्रोटीन को ठीक से कार्य करने में सक्षम बनाती हैं, जिससे इस रोग से पीड़ित लोगों के जीवन की गुणवत्ता और आयु में काफी सुधार होता है।
- पर्किंसंस रोग की खोज: थॉमस गैसर, एलेन सिड्रान्स्की तथा एंड्रयू सिंगलटन ने पर्किंसंस रोग के सबसे आम आनुवंशिक कारणों की खोज की।
- ये निष्कर्ष न्यूरोनल विनाश में लाइसोसोम की भागीदारी की ओर इशारा करते हैं और साथ ही रोग के अंतर्निहित कारणों के बारे में संकेत प्रदान करते हैं।
- कैंसर के उपचार में प्रगति: कार्ल जून और मिशेल सैडेलेन ने एकल कैंसर कोशिकाओं को पहचानने के लिये सिंथेटिक रिसेप्टर्स के साथ आनुवंशिक रूप से T कोशिकाओं को इंजीनियर किया, जिससे ल्यूकेमिया, लिम्फोमा और मायलोमा जैसे लिक्विड कैंसर के प्रति उपचार हेतु उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई।
- मूलभूत भौतिकी:
- विजेता जॉन कार्डी और अलेक्जेंडर ज़मोलोडचिकोव ने क्वांटम क्षेत्र सिद्धांतों में जीवन भर गहन अंतर्दृष्टि प्रदान करने में योगदान दिया है।
- गणित:
- पुरस्कार विजेता साइमन ब्रेंडल ने विभेदक ज्यामिति, एक ऐसा क्षेत्र जो वक्रों, सतहों तथा स्थानों का अध्ययन करने के लिये कैलकुलस का उपयोग करता है, में उल्लेखनीय योगदान दिया है।
ब्रेकथ्रू पुरस्कार क्या हैं?
- स्थापना:
- वर्ष 2012 में यूरी मिलनर, मार्क ज़ुकरबर्ग, प्रिसिला चान (फेसबुक से) और सर्गेई ब्रिन (गूगल से) सहित सिलिकॉन वैली के प्रमुख लोगों द्वारा स्थापित किया गया।
- वैज्ञानिक उत्कृष्टता की पहचान:
- पुरस्कारों का उद्देश्य उन उत्कृष्ट व्यक्तियों को सम्मानित करना है जिन्होंने आधारभूत विज्ञान, विशेष रूप से जीवन विज्ञान, गणित और मूलभूत भौतिकी जैसे क्षेत्रों में परिवर्तनकारी योगदान दिया है।
- श्रेणियाँ:
- ब्रेकथ्रू पुरस्कार विभिन्न श्रेणियों में प्रदान किये जाते हैं, जिनमें जीवन विज्ञान (जीव विज्ञान, आनुवंशिकी, चिकित्सा), मूलभूत भौतिकी एवं गणित शामिल हैं।
- वित्तीय पुरस्कार:
- ब्रेकथ्रू पुरस्कार के विजेताओं को पर्याप्त वित्तीय पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है। प्रत्येक विजेता को 3 मिलियन अमेरिकी डॉलर प्रदान किये जाते हैं, जो नोबेल पुरस्कारों में मिलने वाले मौद्रिक मूल्य से अधिक है, जो प्रति श्रेणी केवल 1 मिलियन अमेरिकी डॉलर प्रदान करता है।
- विज्ञान के ऑस्कर:
- इन्हें अमूमन “विज्ञान के ऑस्कर” के रूप में जाना जाता है जो विज्ञान के क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण प्रतिष्ठा रखते हैं और साथ ही अभूतपूर्व खोजों एवं प्रगति पर प्रकाश डालते हैं।
- मान्यता कार्यक्रम:
- यह पुरस्कार विश्व स्तर पर शीर्ष वैज्ञानिकों को सम्मानित करते हुए प्रतिवर्ष प्रदान किये जाते हैं। वर्ष 2012 में आयोजित इसके प्रथम समारोह की मेज़बानी अभिनेता मॉर्गन फ्रीमैन ने की थी।
- प्रारंभिक-कॅरियर शोधकर्त्ताओं के लिये सहायता:
- इसके अतिरिक्त ब्रेकथ्रू पुरस्कारों से संबंधित अन्य पुरस्कार भी हैं, जैसे– भौतिकी और गणित में न्यू होराइजन्स तथा मरियम मिर्ज़ाखानी न्यू फ्रंटियर्स पुरस्कार, जो आशाजनक शुरुआती-कॅरियर शोधकर्त्ताओं के कार्य को मान्यता प्रदान करने के लिये समर्पित हैं।
दुर्लभ रोग क्या हैं?
- परिचय:
- दुर्लभ बीमारी कम प्रसार वाली एक स्वास्थ्य स्थिति है जो सामान्य आबादी में अन्य प्रचलित बीमारियों की तुलना में कम संख्या में लोगों को प्रभावित करती है।
- दुर्लभ बीमारियों की कोई सार्वभौमिक रूप से स्वीकृत परिभाषा नहीं है और परिभाषाएँ आमतौर पर विभिन्न देशों में भिन्न-भिन्न होती हैं।
- प्रसार:
- लगभग 7,000 ज्ञात दुर्लभ बीमारियाँ हैं, जो दुनिया की लगभग 8% आबादी को प्रभावित करती हैं और “दुर्लभ बीमारी” के 75% मरीज़ बच्चे हैं।
- भारत में 50 से 100 मिलियन लोग असामान्य बीमारी और विकार से पीड़ित हैं।
- अन्य उदाहरण:
- लाइसोसोमल स्टोरेज डिसऑर्डर (LSD)
- सिस्टिक फाइब्रोसिस
- हीमोफीलिया
- पर्किंसंस रोग